ईथरनेट,Fiber Optic,सीपीसीटी कम्प्यूटर
फिजिकल लेयर में ईथरनेट
ईथरनेट सबसे पहले DIX Group के द्वारा लागू किया गया था जिसका मतलब Digital, Intel और Xerox था | इन्होने पहला LAN स्पेसिफिकेशन बनाया और लागू किया जिसका इस्तेमाल करके IEEE ने 802.3 समिति बनाई | ये 10 एमबीपीएस का नेटवर्क था और coax पर चलता था | बाद में twisted pair और फाइबर मीडिया पर भी चलने लगा |
थे EIA/TIA (Electronic Industries Alliance and the newer Telecommunications Industry Association) एक standard बॉडी है जो ईथरनेट के लिए फिजिकल स्पेसिफिकेशन बनाती है | EIA/TIA साफ़ तौर पर बताता है कि ईथरनेट में Unshielded twisted pair (UTP) केबल में (RJ) 'Registered Jack' ही इस्तेमाल किये जायेंगे | RJ45 |
Ethernet Cabling
- Straight-through Cable
- Crossover Cable
- Rolled Cable
केटेगरी 5 UTP केबल 100 मीटर की दूरी तक गीगाबिट की स्पीड दे सकती है | साधारणतया हम इस केबल को 100 एमबीपीएस और केटेगरी 6 की केबल को गीगाबिट के लिए इस्तेमाल करते है लेकिन केटेगरी 5 गीगाबिट के लिए और केटेगरी 6 10 गीगाबिट के लिए रेट की गयी है |
1. Straight-through Cable - इन devices को कनेक्ट करने के काम में आती है |
- host to switch or hub
- router to switch or hub
Device 1 - Transmit on pins 1 and 2 | Receive on Pins 3 and 6
Device 2 - Receive on Pins 1 and 2 | Transmit on Pins 3 and 6
याद रहे कि यह 10/100 एमबीपीएस ईथरनेट ओनली केबल है और गीगाबिट, वौइस् और other LAN/WAN पर काम नहीं करेगी |
2. Crossover Cable - इन devices को कनेक्ट करने के काम में आती है |
- switch to switch
- hub to hub
- host to host
- hub to switch
- router direct to host
- router to router
ये भी वो ही समे वायर है पर pins अलग तरह से लगेगी |
देखें यहाँ पर हमने 1 को 1 से और 2 को 2 से कनेक्ट करने के बजाय 1 को 3 से और 2 को 6 से कनेक्ट किया है |
टिप - हो सकता है कि आप 2 switches को एक straight-केबल से कनेक्ट करे और वो कनेक्ट हो जाये क्योंकि वहां पर 'Auto detect Mechanisms' काम कर रहा होता है जिसको Automdix कहते है | लेकिन ccna exams के लिए इस mechanisms को कंसीडर नहीं किया जाता |
UTP Gigabit Wiring (1000 Base-T)
इसके चारो पेयर्स को इस्तेमाल किया जाता है जिससे हर pair अपने आप में ट्रांसमिशन करते रहें, बिना किसी रुकावट के | इसके कारण डाटा का ट्रांसमिशन और भी फ़ास्ट हो जायगा |
3. Rolled Cable - हालाँकि rolled cable का, ईथरनेट नेटवर्क कनेक्शन करने में इस्तेमाल किया जाता है लेकिन हम इसको होस्ट EIA/TIA 232 इंटरफ़ेस से रूट के serial console से कनेक्ट कर सकते है | (com port)
अगर आपके पास राऊटर या स्विच है तो आपको कंप्यूटर से जोड़ने के लिए इसी केबल को इस्तेमाल करना होगा |
Fiber Optic
इस केबल को मार्किट में आये हुए काफी समय हो गया है | इस प्रकार की केबल से डाटा का ट्रांसमिशन बहुत तेज़ होता है और ये गिलास या फिर प्लास्टिक से बनी होती है | इसमें लाइट वेव के द्वारा डाटा का ट्रांसमिशन होता है | फाइबर ऑप्टिक केबल को सिर्फ लम्बी दूरी के इंटरनेशनल कनेक्शन पर ही इस्तेमाल किया जाता था लेकिन अब इसका इस्तेमाल ईथरनेट नेटवर्किंग में भी होने लगा है क्योंकि UTP केबल के बाद तेज़ डाटा का ट्रांसफर इस प्रकार की केबल में ही हो रहा है |
फाइबर optic के कुछ component है 'core' कोर पार्ट ऑफ़ केबल जो लाइट वेव को होल्ड करती है और बहुत ही पतली होती है | 'cladding' जो कोर के चारो तरफ होती है और कोर को टाइट करती है, क्योंकि कोर जितना ज्यादा टाइट होगी लाइट वेव्स उतनी ही तेज़ी से आग जाएगी और स्पीड बढेगी | केबल का अगला हिस्सा buffer होता है जो cladding के ऊपर होता है और गिलास को प्रोटेक्ट करता है |
Waves भी 2 प्रकार की होती है 1) सिंगल मोड 2) मल्टी मोड
सिंगल मोड वेव केबल थोड़ी ज्यादा महँगी होती है, इसका cladder ज्यादा टाइट होगा है और ये लम्बी दूरी तक काम कर सकती है बजाय मल्टी मोड केबल के |
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