औद्योगिक क्रान्ति (Industrial Revolution),यूरोप का मरीज तुर्की , चीनी क्रांति {China Revolution 1911}
औद्योगिक क्रान्ति (Industrial Revolution)
- औद्योगिक क्रांति की शुरूआत इंग्लैण्ड में हुई, क्योंकि इंग्लैण्ड के पास उपनिवेशों के कारण कच्चे माल और पूंजी की अधिकता थी।
- इंग्लैण्ड में औद्योगिक क्रांति की शुरूआत कपड़ा अद्योग से हुई।
- सबसे पहले स्कॉटलैण्ड के मैकेडम नामक व्यक्तियों ने पक्की सड़कों को बनाने की विधि निकाली।
- 1761 ई. में ब्रिडले नामक इंजीनियर ने मैनचेस्टर से वर्सले तक नहर बनाई।
- 1814 में जार्ज स्टीफेंस ने रेल द्वारा खानों से बंदरगाहों तक कोयला ले जाने के का प्रयोग किया।
- औद्योगिक क्रांति की दौड़ में जर्मनी इंग्लैण्ड का प्रतिद्धन्द्धी था।
- उत्पादन के क्षेत्रों मेँ मशीनी और वाष्प की शक्ति के उपयोग से जो व्यापक परिवर्तन हुए और इन परिवर्तनोँ के फलस्वरुप लोगोँ की जीवन पद्धति और उसके विचारोँ मेँ जो मौलिक परिवर्तन हुएए उसे ही इतिहास मेँ औद्योगिक क्रांति कहा जाता है।
- विश्व मेँ सर्वप्रथम औद्योगिक क्रांति इंग्लैण्ड मेँ हुई।
- औद्योगिक क्रांति के तहत 18 वीँ शताब्दी मेँ विभिन्न वैज्ञानिक आविष्कारो के साथ.साथ यंत्रोँ का भी अविष्कार हुआ।
- स्कॉटलैंड के मैकडम ने सर्वप्रथम पक्की सड़के बनाने की विधि निकाली।
- पुराने कृषि.यंत्रोँ के स्थान पर इस्पात के हल.ड्रेज.ड्रिल इत्यादि का प्रयोग होने लगाए जिससे उपज बढ़ी।
- टाउनशैड ने हेर.फेर करके फसलो के बोने की पद्धति निकाली।
- 1815 के बाद फ़्रांसए जर्मनीए बेल्जियम आदि देशो मे मशीनो के प्रयोग से और औद्योगिक क्रांति की शुरुआत हुई।
- एशिया के देशो मे सर्वप्रथम जापान मेँ आधुनिक उद्योगों का विकास हुआ।
औद्योगिक क्रांति में हुए प्रमुख आविष्कार
अविष्कार | अविष्कारक | अविष्कार का वर्ष |
स्पिनिंग जेनी | जेम्स हरग्रीव | 1765 ई. |
वाटर फ्रेम | रिचर्ड आर्कराइट | 1767 ई. |
पॉवर लूम | एडमंड कार्टराइट | 1785 ई. |
वाष्प इंजन | जेम्स वाट | 1769 ई. |
सेफ्टी लैम्प | हम्फ्री डेवी | 1815 ई. |
चीनी क्रांति {China Revolution 1911}
- मंचू राजवंश का पतन 1911 ई. में हुआ।
- 1911 ई. में हुई चीनी क्रांति का नायक सनायत सेन था।
- 1905 ई. में सनायत सेन ने तुंग-मेंग दल की स्थापना की, जिसका उद्देश्य चीन में मंचू वंश के शासन का समाप्त करना था।
- का्रंतिकारियों ने 29 दिसम्बर 1911 ई. मंे सनायतसेन को अपनी सरकार का अध्यक्ष चुना।
- कोवीनेडे लीग सोसायटी का संस्थापक सनायत सेन था।
- 1911 ई. की क्रांति के बाद चीन में गणतंत्र शासन पद्धिति की स्थापना की।
- युआन शीह काई के समर्थन मंे सनायत सेन ने अपा नेतृत्व वापस ले लिया।
- 1912 ई. में सनायत सेन ने कुओमिनतांग पार्टी की स्थापना की। इस पार्टी के पुनर्गठन के लिए सेन ने माइकेल वीरोदिन को आमंत्रित किया।
- सनायत सेन ने अपनी सेना के संगठन के लिए जनरल गैलेन को चुना।
- सनायत सेन के तीन सिद्धान्त थे- राष्ट्रवाद, लोकतंत्रवाद, और सामाजिक न्याय।
- सनायत सेन को चीन का राष्ट्रपिता कहा जाता है।
- सनायत सेन की मृत्यू 1925 में हो गई।
- सनायत सेन की मृत्यू के बाद च्यांग काई शेक ने 1926 ईमें कुओमिनतांग पार्टी का नेतृत्व संभाला।
- 1927 ई. में कुओमिनतांग पाटी से साम्यवादी लोग अलग हो गए।
- चीन में गृह युद्ध 1928 ई. में शुरू हुआ था।
- 1925 ई. को हूान के विशाल किसाल आंदोलन को नेतृत्व माओत्से तुंग ने किया।
- माओत्से तुंग को जन्म 1893 ई0 में हुनान में हुआ था।
- च्यांग काई शेक ने केन्द्रीय सरकार की सत्ता नानकिंग ने संभाली।
- च्यांग काई शेक ने अपनी सरकार की स्थापना फारमोसा में की।
- साम्यवादियों के दमन करने के लिए च्यांग काई शेक ने ब्लूशर्ट आंतकवादी दल का गठन किया।
- मोओत्से तुंग के नेतृत्व में 1 अक्टुबर 1949 ई. को जनवादी गणराज्य की स्थापना की गई।
- चीन साम्यवदी गणतंत्र के प्रथम अध्यक्ष मोओत्से तुंग था।
- चीन जनवादी गणराज्य का प्रथम प्रधानमंत्री चाउ एन लाई था।
- चीन के जनवादी गणराज्य की राजधानी हुनान थी।
- खुले द्वार की नीति ने चीन ने अपनाई।
- चीन के द्वार खोलने का श्रेय ब्रिटेन को दिया जाता है।
- खुले द्वार की नीति का प्रतिपादक जॉन ‘हे‘ था।
- चीन एशिया का मरीज नाम से जाना गया।
- चीन की कम्युनिस्ट पार्टी की स्थापना 1921 ई. मंे हुई।
यूरोप का मरीज तुर्की
मुस्तफा कमाल पाशा द्वारा किए गए महत्वपूर्ण कार्य निम्न है-
- 1932 ई. में तुर्की भाषा परिषद की स्थापना की
- 1933 ई. में तुर्की में प्रथम पंचवर्षीय योजना लागू की।
- 1934 मंे तुर्की को धर्मनिरपेक्ष राज्य की घोषण की।
- ग्रिग्रेरियन कैलेंडर का प्रचलन 26 दिसम्बर 1925 ई में लागू किया।
यूरोप का मरीज तुर्की
- यूरोप का मरीज तुर्की को कहा जाता है.
- पान इस्लामिज्म का नारा अब्दुल हमीद द्वितीय ने दिया.
- तुर्क आंदोलन 1908 ई. हुई.
- अब्दुल हमीद द्वितीय के शासनकाल में में युवा तुर्क आंदोलन की शुरुआत हुई.
- प्रथम विश्वयुद्ध के बाद तुर्की के साथ हुई भीषण अपमानजनक संधि को सेब्र की संधि के नाम से जाना जाता है.
- सेब्र की संधि 10 अगस्त 1920 ई. हुई.
- सेब्र की संधि को मुस्तफा कमालपाशा ने मानने से इनकार कर दिया.
- आधुनिक तुर्की का निर्माता मुस्तफा कमालपाशा को माना जाता है.
- अतातुर्क (तुर्की का पिता) मुस्तफा कमालपाशा के नाम से जाना जाता है.
- मुस्तफा कमालपाशा का जन्म 1891 ई. में सेलेनिका में हुआ.
- तुर्की में एकता और प्रगति समिति का गठन 1889 ई. में हुआ.
- शुरू में कमालपाशा एकता और प्रगति समिति के प्रभाव में आया.
- गल्लीपोती युद्ध में एक सेनापति के रूप में कमालपाशा ने सफलता पाई.
- कमालपाशा ने सैनिक पद से इस्तीफा 1919 ई. में दिया.
- अखिल तुर्क कांग्रेस के पहले अधिवेशन (1919 ई.) की अध्यक्षता कमालपाशा ने की.
- लोजान की संधि तुर्की और यूनान के बीच (1923 ई.) हुई.
- तुर्की गणतंत्र की घोषणा 23 अक्टूबर 1923 ई. में हुई.
- खिलाफत को तुर्की में कमालपाशा (3 मार्च 1924 ई.) ने समाप्त किया.
- तुर्की में नए संविधान की घोषणा 20 अप्रैल 1924 ई. में हुई.
- तुर्की के नए गणतंत्र का राष्ट्रपति मुस्तफा कमालपाशा चुना गया.
- रिपब्लिकन पार्टी का संस्थापक मुस्तफा कमालपाशा था.
- तुर्की भाषा परिषद की स्थापना 1932 ई. में हुई.
- तुर्की में प्रथम पंचवर्षीय योजना 1933 ई. में लागू हुई.
- तुर्की को धर्मनिरपेक्ष राज्य 1924 ई. में घोषित किया गया.
- तुर्की में ग्रीगोरियन कैलेंडर प्रचलित हुआ.
- ग्रीगोरियन कैलेंडर 26 जनवरी 1925 ई. में प्रचलन आया.
- इस्तांबुल का पुराना नाम कुस्तुनतुनिया था.
- तुर्की में टोपी और बुरका पर कानूनी प्रतिबंध 25 नवंबर 1925 ई. में लगाया गया.
- कमाल पाशा की मृत्यु 1938 ई. में हो गई
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