MP Historical One Liner Gk मध्यप्रदेश सामान्य ज्ञान { MP GENERAL KNOWLEDGE }
MP Historical One Liner Gk मध्यप्रदेश सामान्य ज्ञान { MP GENERAL KNOWLEDGE }
- ऐरण, कुण्डम, गढ़ी-मोरिला, जटकारा, जबलपुर, दमोह नांदगाँव, बहुतराई, बुरचेंका, मुनई, सागर हटा तथा होशंगाबाद से नवपाषाणकालीन स्थल प्राप्त
हुए हैं।
- हिमालय से भी
पुराना संभवतः भारतीय उपमहाद्वीप का सर्वाधिक प्राचीन क्षेत्र एवं मूल
गोंडवाना, गोंडों की
भूमि के एक बड़े हिस्से को समाहित करने वाला भू-प्रदेश आज का आधुनिक मध्य
प्रदेश है।
- मध्य प्रदेश
के सीधी, मंदसौर तथा
खण्डवा से पूर्व पाषाणकालीन स्थल प्राप्त हुए हैं।
- मध्य प्रदेश
के नागदा, नवदाटोली, कायथा, आवरा, ऐरण,
बेसनगर आदि स्थलों के उत्खननों से ताम्र पाषाण युग के अवशेष प्राप्त हुए
हैं।
- प्राग
ऐतिहासिक काल के अवशेष मध्य प्रदेश के रायसेन शिले में स्थित भीमबेटका की
गुफाओं में एवं सागर के निकट पहाडि़यों में शैलचित्रों के रूप मे प्राप्त
होते हैं।
- छनेरा, नेमावर, माँजावाड़ी, महावर, देहगाँव, हार्डिया, कबरा व पंचमढ़ी आदि से प्राग
ऐतिहासिक काल के अवशेष प्राप्त होते हैं।
- मध्य प्रदेश
में नर्मदा घाटी क्षेत्रा में महेश्वर और नवदा टोली क्षेत्रा में सिंधु
सभ्यता और ताम्रपाषाण संस्कृति के प्रमाण मिलते
- भारत में
जितने शैलाश्रय पाए गए हैं,
उनमें मध्य प्रदेश में पाए जाने वाले शैलाश्रयों की संख्या सबसे अधिक है।
इन शैलाश्रयों में गुहा-चित्रा अंकित हैं, जैसे भीमबेटका में पशु-पक्षियों का शिकार, जानवरों की लड़ाई आदि।
- उज्जैन के
मंगलनाथ मंदिर को पृथ्वी का केन्द्र माना जाता है।
- भीमबटेका की
खोज विष्णु वाकणकर द्वारा की गई।
- नागदा
पुरातात्त्विक स्थल उज्जैन में चम्बल नदी के किनारे स्थित है।
- मध्य प्रदेश
में महापाषाणकालीन स्मारक सीधी तथा रीवा शिलों में पाए गए हैं।
- दण्डकारण्य
वन का नाम इक्षावकु के पुत्रा दण्डक के नाम पर पड़ा।
- मध्य प्रदेश
के काशी, चेदी, कारुश और दशाड़े आदि क्षेत्रों का महाभारत के युग में
उल्लेख हुआ है।
- मौर्यकालीन
सभ्यता के अवशेष मध्य प्रदेश के दतिया शिले से अशोक के गुर्जरा अभिलेख के रूप
में प्राप्त होते हैं।
- पुष्पमित्रा शुंग ने विदिशा को अपनी राजधानी बनाया था और साँची स्तूपों के तोरण द्वार
बनवाए थे।
- कारुष देश
वर्तमान मध्य प्रदेश में रीवा के आस-पास बघेलखण्ड के नाम से जाना जाता है।
- नागराज के
पुत्रा मुचुकुन्द ;नर्मदा का
भाईद्ध ने नर्मदा के किनारे एक दुर्ग का निर्माण किया, जो कालान्तर में महिष्मती ;महेश्वरद्ध के नाम से प्रसि हुआ।
- नर्मदा नदी
के किनारे मण्डला शिले में परशुराम ने अपना आश्रम बनाया था।
- गुप्त काल
में उदयगिरी की गुपफाओं तथा किदवा का वैष्णो मंदिर का निर्माण हुआ।
- बाणभट्ट की
कादम्बरी के अनुसार हर्षवर्धन ने विंध्या और नर्मदा के उत्तरी भाग में शासन
स्थापित किया था।
- मध्य प्रदेश
के मौर्यकालीन इतिहास 326.-184
ई.पू. का साक्ष्य जबलपुर की सिहोर तहसील के अंतर्गत रूपनाथ ग्राम की
चट्टान पर उकेरे गए अशोक के शिलालेख से प्रमाणित होता है।
- अशोक ने
साँची के प्रसिद्ध स्तूप का निर्माण कराया था। इसके अतिरिक्त उसने सुनारी, साँची, सतधारा ;रायसेन, भोजपुर, उज्जैन में भी अनेक स्तूपों का
निर्माण करवाया था।
- सतधारा सलामतपुरद् के समीप अनेक बौद्ध
स्तूप मौजूद हैं।
- ग्वालियर
राज्य की स्थापना महादजी सिंधिंया ने की थी।
- ग्वालियर
दुर्ग को ‘किलों का
रत्न’ या भारत का
पूर्व जिब्राल्टर कहा जाता है।
- ग्वालियर
दुर्ग के कछवाहा शासक महिपाल द्वारा 1093 ई. में सास-बहू के विष्णु मंदिर का निर्माण कराया गया।
- ‘पेरिप्लस ऑफ एरिथ्रियन सी’ नामक पुस्तक में उज्जैनी नगरी को ‘ओजीनी’ लिखा गया है।
- जयपुर के
शासक सवाई जयसिंह ने अठारहवीं शताब्दी में जंतर-मंतर वेधशाला का निर्माण
उज्जैन में कराया था।
- उपेन्द्र, उदयादित्य आदि परमार वंश के प्रमुख
शासक थे।
- बौद्ध
ग्रंथों में उज्जैन नगरी का नाम अच्युतगामी उल्लेखित है।
- महाभारत काल
में उज्जैन सांदीपनि आश्रम के नाम से विख्यात था।
- ओरछा की
स्थापना 1531 ई. में राजा
रुद्रप्रताप ने की थी।
- उज्जैन के
समीप धरमत के युद्ध1658
ई.द्ध में औरंगजेब ने शाहजादे दारा को पराजित कर बादशाहत प्राप्त की थी।
- जिला धार में
गुप्त वंशजों द्वारा निर्मित बाघ गुफाएँ हैं।
- शैव धर्म से
संबंधित मध्य प्रदेश की प्रमुख गुपफाएँ उदयगिरी, खतामा और मांडा में हैं।
- 1930 में नमक सत्याग्रह के समय सिवनी के
श्री दुर्गाशंकर मेहता ने गाँधी चौक पर नमक बनाकर सत्याग्रह किया।
- मध्य प्रदेश का विदर्भ क्षेत्र 1956 में महराष्ट्र में मिला दिया गया।
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