- मध्यप्रदेश में सोयाबीन की सर्वाधिक उत्पादन उज्जैन जिले में है।
- मध्य प्रदेश में देश का 59 प्रतिशत सोयाबीन उत्पादित होता है।
- मध्य प्रदेश में सबसे अधिक उत्पादन सोयाबीन का है।
- मालवा का पठार गेहूं का सबसे बड़ा उत्पादक क्षेत्रा है।
- सर्वाधिक मूंगपफली का उत्पादन खरगौन जिले में है।
- चने का प्रमुख उत्पादक क्षेत्र होशंगाबाद है।
- गन्ने का सर्वाधिक उत्पादन निमाड़ क्षेत्र में होता है।
- राष्ट्रीय सोयाबीन अनुसंधान केन्द्र इंदौर में है।
- इन्दौर में देश की प्रथम जैविक खाद इकाई स्थापित।
- अपशिष्ट से जैविक खाद संयंत्र ग्वालियर में है।
- प्रदेश में पीली क्रांति का संबंध् सरसों, अलसी और सोयाबीन के उत्पादन से है।
- महिला किसानों के प्रशिक्षण की योजना डेनमार्क सरकार की सहायता संचालित है।
- रबी की फसलों को ‘उनालू’ भी कहते है, यह फसले अक्टूबर-नवम्बर में बोयी जाती है तथा मार्च-अप्रैल में काटी जाती है।
- रबी की प्रमुख फसलों में गेहूं, चना, मटर, अलसी, तेवड़ा, सरसों आदि प्रमुख है।
- खरीफ फसलों को ‘स्यालू’ कहते है। यह फसले जुलाई-अगस्त में बोयी जाती है तथा नवम्बर दिसम्बर में काटी जाती है।
- खरीफ पफसलों में चावल, मक्का, बाजरा, उड़द, मूंग, तुअर, कपास, तिल, मूंगपफली, सोयाबीन, ज्वार है।
- रबी व खरीफ के मध्य में उगायी जाने वाली ‘जायद’ फसलें है। खरबूज, तरबूज, ककड़ी, खीरा की फसलें, हरी तरकारी एवं सब्जी प्रमुख जायद फसलें है।
- प्रदेश में सर्वाधिक कृषि जोत का आकार हरदा जिले में है।
- प्रदेश में न्यूनतम कृषि जोत का आकार कटनी एवं नीमच जिलों में है।
- खण्डवा एवं खरगौन को सफेद सोना कपास क्षेत्र कहा जाता है।
- राज्य का सिंचाई की दृष्टि से देश में 13वां स्थान है।
- राज्य उर्वरकों के प्रयोग की दृष्टि से देश में 21वां स्थान रखता है।
- राज्य में सर्वाधिक क्षेत्रफल पर सोयाबीन की खेती की जाती है एवं दूसरे स्थान पर गेहूं उगाया जाता है।
- उत्पादन की दृष्टि से राज्य की फसलों का घटता हुआ क्रम-क्रमशः गेहूं, सोयाबीन, चना, चावल, मक्का, कपास एवं ज्वार है।
- कृषि योग्य भूमि के 1 प्रतिशत भाग पर साग-सब्जी पैदा की जाती है।
- गेहूं का सर्वाधिक उपज दर मुरैना जिले में पाई जाती है।
- प्रदेश में चावल का सर्वाधिक उपज दर ग्वालियर में है।
- दालों का उत्पादन बढ़ाने के लिए वर्ष 1998-99 में राष्ट्रीय दलहन विकास योजना आरम्भ की गई।
- राज्य में सोयाबीन की कृषि देवास जिले में प्रारंभ हुई थी।
- राज्य में उमरिया और कटनी जिलों को छोड़कर सभी जिलों में सोयाबीन की कृषि की जाती है।
- मध्य प्रदेश को 11 शस्य संयोजन प्रदेशों में विभाजित किया गया है।
- गेहूं चना संयोजन प्रदेश राज्य का सबसे बड़ा शस्य संयोजन प्रदेश है। यह पूर्वी मालवा एवं बुन्देलखण्ड क्षेत्रा में स्थित है।
- राज्य में सन् 1960 में सर्वप्रथम मण्डी अधिनियम पारित किया गया था।
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