हिंद महासागर क्षेत्रीय सहयोग संघ |Indian Ocean Rim Association- IORA |
IORA |
हिंद महासागर क्षेत्रीय सहयोग संघ Hind Mahasagar Keshtriya Sayhog Sangh
- वर्ष 1997 में हिंद महासागर क्षेत्रीय सहयोग संघ की स्थापना की गई।
- हिंद महासागर के सीमावर्ती 22 देश इस संघ के
सदस्य हैं।
- इसका सचिवालय माॅरीशस के इबेन शहर में स्थापित किया गया है।
- इसके सदस्य देशों की आबादी लगभग 2.7 बिलियन है।
Official website of हिंद महासागर क्षेत्रीय सहयोग संघ
हिंद महासागर क्षेत्रीय सहयोग संघ उद्देश्य क्या हैं ?
- इस क्षेत्र के सदस्य देशों के स्थाई विकास एवं संतुलित प्रगति को बढ़ावा देना तथा क्षेत्रीय आर्थिक सहयोग के लिये साझी ज़मीन सृजित करना।
- आर्थिक सहयोग के ऐसे क्षेत्रों पर बल देना जो साझे हितों के विकास के लिये तथा परस्पर लाभ प्राप्त करने के लिये अधिकतम अवसर प्रदान करते हैं।
- व्यापार के उदारीकरण के लिये सभी संभावनाओं एवं अवसरों का पता
लगाना, क्षेत्र के अंदर माल, सेवाओं, निवेश एवं
प्रौद्योगिकी के मुक्त एवं अधिक प्रवाह की दिशा में आने वाली अड़चनों को दूर करना
तथा बाधाओं को कम करना।
- सदस्य देशों के बीच किसी भेदभाव के बिना तथा अन्य क्षेत्रीय
आर्थिक एवं व्यापार सहयोग व्यवस्थाओं के अंतर्गत बाध्यताओं पर प्रतिकूल प्रभाव
के बिना सदस्य देशों के व्यापार एवं उद्योग, शैक्षिक संस्थाओं, विद्धानों एवं लोगों के बीच घनिष्ठ अंत:क्रिया को प्रोत्साहित
करना।
हिंद
महासागर की भौगोलिक स्थिति का वर्णन
- हिंद महासागर दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा जल निकाय है और पृथ्वी की सतह पर उपस्थित जल का लगभग 20 प्रतिशत भाग इसमें समाहित है।
- हिंद महासागर उत्तर में भारतीय उपमहाद्वीप से, पश्चिम में पूर्व अफ्रीका, पूर्व में चीन, सुंडा द्वीप समूह और ऑस्ट्रेलिया तथा दक्षिण में दक्षिण ध्रुवीय महासागर से घिरा है।
- हिंद महासागर भारत को दक्षिण-एशिया, दक्षिण पूर्व एशिया, अफ्रीका, पश्चिम एशिया और ओशिनिया तक पहुँच
प्रदान करता है।
- हिंद महासागर मछली पकड़ने और खनिज संसाधनों के लिये एक मूल्यवान स्रोत भी है.
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