MP Current Affairs May 2020 | मध्यप्रदेश समसामयिकी 2020
विश्वविद्यालयीन परीक्षाओं के कार्यक्रम निर्धारण हेतु समिति का गठन
- प्रदेश के राज्यपाल श्री टंडन ने इसके लिए उच्च स्तर पर चिंतन-मनन कर कार्रवाई के लिए 6 सदस्यीय उच्च-स्तरीय समिति का गठन किया है।
- जीवाजी विश्वविद्यालय की कुलपति श्रीमती संगीता शुक्ला को समिति का संयोजक बनाया है।
- समिति में 5 कुलपति और उच्च शिक्षा विभाग द्वारा नामांकित एक प्रतिनिधि को शामिल किया गया है।
- समिति को आगामी 8 मई तक प्रतिवेदन प्रस्तुत करने को कहा गया है।
मंडी अधिनियम संशोधित
- किसान घर से ही बेच सकेंगे अपनी उपज, फल, अब व्यापारी लाइसेंस लेकर किसानों के घर पर जाकर अथवा खेत पर उनकी फसल खरीद सकेंगे।
- पूरे प्रदेश के लिए एक लाइसेंस रहेगा। व्यापारी कहीं भी फसल खरीद सकेंगे।
सात नए
प्रावधानों को मंडी अधिनियम में शामिल किया गया है।
ये हैं:
- निजी क्षेत्रों में मंडियों की स्थापना के लिये प्रावधान।
- गोदामों, साइलो कोल्ड स्टोरेज आदि को भी प्राइवेट मंडी घोषित किया जा सकेगा।
- किसानों से मंडी के बाहर ग्राम स्तर से फूड प्रोसेसर, निर्यातक, होलसेल विक्रेता और अंतिम उपयोगकर्ता को सीधे उपज खरीदने का प्रावधान।
- मंडी समितियों का निजी मंडियों के कार्य में कोई हस्तक्षेप नहीं रहेगा।
- प्रबंध संचालक मंडी बोर्ड से रेगुलेटरी शक्तियों को पृथक कर संचालक विपणन को दिए जाने का प्रावधान।
- पूरे प्रदेश में एक ही लाइसेंस से व्यापारियों को व्यापार करने का प्रावधान।
- ट्रेनिंग के लिए प्रावधान।
क्या
है मंडी अधिनियम 1972
- कृषि उपज मण्डी अधिनियम 1972 के प्रावधान के अनुसार अधिसूचित कृषि उपजों के विनियमन हेतु जिस क्षेत्र के लिये मण्डी स्थापित की जाती है वहां पर मण्डी अधिनियम 1972 की धारा 6 के प्रावधानों के अंतर्गत अधिसूचित कृषि उपज का नियंत्रण किया जाने का प्रावधान है ।
सौदा -पत्रक योजना
- प्रदेश में समर्थन मूल्य पर रबी फसलों की खरीदी के लिये राज्य सरकार ने व्यापक व्यवस्था के साथ-साथ किसानों की सुविधा के लिये सौदा पत्रक योजना भी लागू की है। इस योजना में किसान मंडी के बाहर भी व्यापारी को अपनी फसल बेच सकते हैं। यह योजना छोटे किसानों के लिए अधिक लाभकारी है जिससे उन्हे तुरंट नगद राशि प्राप्त हो जाती है।
संबल योजना
- मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान 5 मई को संबल योजना के श्रमिकों को विभिन्न योजनाओं के अंतर्गत 41 करोड़ रूपये की राशि सिंगल क्लिक के माध्यम से उनके खातों में ट्रांसफर किया ।
क्या है संबल योजना
- संबल योजना के अंतर्गत असंगठित श्रमिकों के लिए सामाजिक सुरक्षा की योजनाएँ शुरू की गई है। इस योजना में न केवल पंजीकृत श्रमिकों बल्कि उनके परिवार के सदस्यों को भी लाभान्वित किया जाता है। योजना के अंतर्गत असंगठित श्रमिकों के पंजीयन के लिए विशेष अभियान चलाया गया था।
- संबल योजना में असंगठित श्रमिक उन्हें माना गया है जो नौकरी, स्वरोजगार, घरों में कार्य करने वाले, किसी एजेंसी ठेकेदार के जरिए या प्रत्यक्ष रूप से कार्यरत जैसे भविष्य निधि और ग्रेजुयटी आदि समाजिक सुरक्षा का लाभ नही मिलता।
- संल योजना में पंजीकृत असंगठित श्रमिकों की सामान्य मृत्यु की दशा में सहायता राशि2 लाख रूपये की अनुग्रह राशि का प्रावधान है। दुर्घटना में मृत्यु की दशा में अनुग्रह सहायताराशि 4 लाख रूपये स्थायी अपंगता पर अनुग्रह सहायताराशि 2 लाख रूपये और आशिंक स्थायी अपंगता में अनुग्रह सहायताराशि 1 लाख रूपये देने का प्रावधान है।मृत्यु होने पर श्रमिक के उत्तराधिकारी को तत्काल 5 हजार की राशि अंत्येष्टि सहायता के रूप मेंदी जाती है।
- संबल योजना के अंतर्गत पंजीकृत श्रमिकों के परिवार को नि:शुल्क चिकित्सा सुविधा तथा महाविद्यालयीन स्तर तक नि:शुल्क शिक्षा की सुविधा भी प्रदान की जाती है।
ई-संजीवनी ओपीडी
- कोरोना संक्रमण के चलते लोगों में अस्पताल जाने में एक झिझक भी है, व्यवाहारिक रूप से अभी अस्पतालों में भीड लगाना उचित भी नहीं है।
- पूर्व में लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मध्यप्रदेश द्वारा टेलीमेडिसिन के माध्यम से होम क्वेरेण्टाईन लोगों को चिकित्सीय सलाह एवं परामर्श हेतु 51 जिलों में टेलीमेडिसिन सुविधाएं प्रारंभ की थी।
- इसी क्रम में अन्य बिमारियों के लिये प्रदेश के जिला चिकित्सालय में विश फाउण्डेशन के तकनीकी सहयोग से ई संजीवनी ओपीडी प्रारंभ की गयी है । लोगों को घर बैठे स्वास्थ्य सेवाएं चिकित्सीय परामर्श एवं उपचार ई-संजीवनी मे माध्यम से उपलब्ध होंगी।
- जैसा कि ई-संजीवनी नाम से स्पष्ट है, यह स्वास्थ्य सेवाएं ऑनलाईन सेवाएं होंगी और इसके लिये मरीज को टेबलेट, लेपटॉप या डेस्कटॉप जिसमें वेब केमरा, स्पीकर, माईक एवं इंटरनेट हो, की आवश्यकता होगी, ताकि वह चिकित्सक से सीधा ऑडियो-विजुअल संवाद स्थापित कर सके।
- ई-संजीवनी का ओपीडी समय प्रात- 9 बजे से दोपहर एक बजे तक रहेगा।
US-India Strategic Partnership
Fourm (USISPF)
- कोविड-19 संक्रमण के उपरांत औद्योगिक परिदृश्य एवं भविष्य में चीन से अमेरिकन कम्पनीज को मध्यप्रदेश में आकर्षित करने के लिये उच्च अधिकारियों ने US-India Strategic Partnership Fourm (USISPF) के माध्यम से विभिन्न अमेरिकन कम्पनीज के साथ वेबिनार पर चर्चा की।
कृषि सलाहकार परिषद् निरस्त
- 15 मई 2020 को सामान्य प्रशासन विभाग ने आदेश जारी कर 5 फरवरी, 2020 को गठित कृषि सलाहकार परिषद् को तत्काल प्रभाव से निरस्त कर दिया है।
डॉग ब्रीडिंग सेंटर और पेट शॉप
- मध्यप्रदेश में पशुओं के प्रति क्रूरता निवारण अधिनियम 1960 के अन्तर्गत डॉग ब्रीडिंग एण्ड मार्केटिंग रूल्स 2017 और प्रिवेंशन ऑफ क्रूऐलिटि टू एनिमल (पेट शॉप) रूल्स 2018 प्रभावशील है।
- डॉग ब्रीडिंग सेंटर एवं पेट शॉप द्वारा विधिमान्य रीति से व्यवसाय सुनिश्चित करने के लिये उक्त नियमों के तहत पंजीयन कराना अनिवार्य है।
- पंजीयन के अधिकार जिले में कलेक्टर की अध्यक्षता में गठित जिला पशु क्रूरता निवारण समिति को हैं।
श्री लक्ष्मण दास केसवानी
- हाल ही मे भोपाल निवासी वरिष्ठ पत्रकार और स्वतंत्रता सेनानी श्री लक्ष्मण दास केसवानी के निधन हो गया।
- स्व. केसवानी राष्ट्र की स्वतंत्रता के पूर्व से पत्रकारिता से जुड़े थे।
- देश विभाजन के बाद वे भोपाल आकर बसे। आपातकाल के दौरान भी वे कारावास में रहे।
जल जीवन मिशन समिति का पुनर्गठन
- लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग के 'राज्य जल एवं स्वच्छता मिशन' के अन्तर्गत गठित समिति का मुख्य सचिव की अध्यक्षता में जल जीवन मिशन समिति का पुनर्गठन किया है ।
- समिति द्वारा जल जीवन मिशन के क्रियान्वयन के लिये जारी दिशा-निर्देशों के अनुरूप राज्य में ग्रामीण जलप्रदाय कार्यक्रम के क्रियान्वयन संबंधी कार्य किया जाएगा।
केन्द्रीय वीर्य संस्थान भोपाल
- देश एवं प्रदेश में गौ-भैंस वंशीय पशुओं की उन्नत नस्ल तैयार कराने में मध्यप्रदेश राज्य पशुधन एवं कुक्कुट विकास निगम द्वारा संचालित केन्द्रीय वीर्य संस्थान भोपाल अग्रणी भूमिका निभा रहा है।
- यह संस्थान भारत सरकार से ए ग्रेड तथा आईएसओ 2001-2015 प्रमाण पत्र प्राप्त संस्थान है।
- भदभदा स्थित इस संस्थान में 16 उन्नत नस्ल के नंदी रखे गए हैं। उच्च श्रेणी के साण्डों के वीर्य का उपयोग उनकी संतति की दुध उत्पादन क्षमता में महत्वपूर्ण योगदान देता है।
- ऐसे साण्डों से उत्पन्न हिमीकृत वीर्य का उपयोग किसी भी प्रजनन में अत्यधिक महत्व रखता है।
कुलपति नियुक्ति
- श्री शिव शेखर शुक्ला को साँची बौद्ध भारतीय ज्ञान अध्ययन विश्वविद्यालय, सांची और राजा मानसिंह तोमर संगीत एवं कला विश्वविद्यालय, ग्वालियर का कुलपति नियुक्त किया है।
- दोनों विश्वविद्यालय के कुलपति का पद प्रमुख सचिव संस्कृति श्री पंकज राग के स्थानांतरित हो जाने के कारण रिक्त हो
श्री एस.आर. तिवारी
- नानाजी देशमुख पशु चिकित्सा विज्ञान विश्वविद्यालय के कुलपति श्री एस.आर. तिवारी हैं ।
श्री राजेन्द्र तिवारी
- वरिष्ठ पत्रकार स्व. श्री राजेन्द्र तिवारी जी का हाल ही मे निधन हो गया ।
- वे वर्तमान मे दैनिक नईदुनिया ,भोपाल के प्रबंध संपादक, वरिष्ठ पत्रकार थे।
- पहले नई दुनिया इंदौर और बाद में वर्ष 1991 से भोपाल से दैनिक नई दुनिया के प्रकाशन में श्री राजेंद्र तिवारी का महत्वपूर्ण योगदान रहा।
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उन्होने ने नई दुनिया के रूप में प्रिंट मीडिया को एक नया कलेवर प्रदान किया।
- श्री राजेन्द्र तिवारी जी को पत्रकारिता के पितामाह रूप मे प्रदेश मे जाना जाता था।
'रोजगार सेतु'
योजना
- प्रदेश में कुशल प्रवासी मजदूरों को उनके कौशल के अनुरूप उद्योगों, नियोजनों, निर्माण कार्यों आदि में कार्य देने के लिये 'रोजगार सेतु' योजना प्रारंभ की गयी है।
- इस प्रकार की योजना बनाने वाला मध्यप्रदेश देश का पहला राज्य है।
- योजना के अंतर्गत प्रत्येक ग्राम पंचायत में कुशल प्रवासी मजदूरों के सर्वेक्षण का कार्य भी प्रारंभ कर दिया गया है।
- सर्वेक्षण के दौरान प्रत्येक ग्राम पंचायत में आये प्रवासी मजदूरों के संबंध में उनके कौशल सहित अन्य जानकारी एकत्रित की जा रही है।
- वहीं दूसरी ओर उद्योगों, कारखानों, नियोजनों आदि से जानकारी एकत्रित की जा रही है कि उन्हें किस कौशल के मजदूरों की आवश्यकता है।
- इस प्रकार एक रोजगार सेतु का निर्माण किया जा रहा है जिसके माध्यम से कुशल मजदूरों को उनके कौशल के अनुसार कार्य मिल सकेगा, वहीं उद्योगों, नियोजनों, निर्माण कार्यों के लिये कुशल श्रमिक आसानी से उपलब्ध हो सकेंगे।
- गृहस्थ संत पूज्य देव प्रभाकर शास्त्री दद्दा जी का 17 मई को निधन हो गया ,कटनी झिझरी स्थित दद्दाधाम मे उनका आश्रम स्थित है ।
मध्यप्रदेश सामान्य ज्ञान
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