ग्लोबल हंगर इंडेक्स क्या है
वैश्विक सूचकांक Global Index
ग्लोबल हंगर इंडेक्स (GHI)
- ग्लोबल हंगर इंडेक्स (GHI) दुनिया के देशों में भुखमरी व कुपोषण
की गणना और इसके तुलनात्मक अध्ययन के लिए एक बहुआयामी साधन है।
- इस इंडेक्स में दिखाया जाता है कि दुनिया भर
में भूख के ख़िलाफ़ चल रही देशों की लड़ाई में कौन-सा देश कितना सफल और कितना असफल
रहा है।
- भुखमरी से लड़ने में प्रगति और असफलताओं का
आंकलन करने के लिये हर साल जीएचआई स्कोर की गणना की जाती है।
- इस इंडेक्स में उन देशों को शामिल नहीं किया
जाता है जो विकास के एक ऐसे स्तर तक पहुँच चुके हैं, जहाँ भुखमरी नाममात्र की है।
ग्लोबल हंगर इंडेक्स (GHI) को कौन जारी करता है
- आयरलैंड स्थित एक एजेंसी कंसर्न वर्ल्डवाइड (Concern Worldwide) और जर्मनी के एक संगठन वेल्ट हंगर
हिल्फे (Welt Hunger
Hilfe) द्वारा
संयुक्त रूप से ग्लोबल हंगर इंडेक्स (GHI) रिपोर्ट
को तैयार और प्रकाशित किया जाता है।
- वर्ष 2018 तक
ग्लोबल हंगर इंडेक्स (GHI)
रिपोर्ट को अंतर्राष्ट्रीय खाद्य नीति
अनुसंधान संस्थान(IFPRI) द्वारा जारी किया जाता था।
अंतर्राष्ट्रीय खाद्य नीति अनुसंधान संस्थान IFPRI
- गौरतलब है कि आईएफ़पीआरआई का गठन 1975 में हुआ था। साल 2006 में पहली बार वैश्विक भूखमरी सूचकांक
आईएफ़पीआरआई के ज़रिए ही जारी किया गया था। तब से लेकर 2018 तक हर साल आईएफ़पीआरआई के ज़रिए ही
ग्लोबल हंगर इंडेक्स जारी किया जाता रहा था। हालांकि वर्ष 2018 से आईएफ़पीआरआई ने ग्लोबल हंगर इंडेक्स
के प्रकाशन से ख़ुद को अलग करने का फैसला किया था। अब ग्लोबल हंगर इंडेक्स 'वेल्ट हंगर हिल्फे' व 'कंसर्न
वर्ल्डवाइड' की संयुक्त पहल पर जारी है।
ग्लोबल हंगर इंडेक्स को मापने के पैमाने
- अल्पपोषण (Undernourishment)
- लंबाई के अनुपात में बच्चों का कम वजन, (Child Wasting)
- आयु के अनुपात में बच्चों की कम लंबाई (Child Stunting)
- बाल मृत्यु दर (Child Mortality)
ग्लोबल हंगर इंडेक्स-2020 की रिपोर्ट से जुड़े मुख्य तथ्य
- ग्लोबल हंगर इंडेक्स-2020 की रिपोर्ट के मुताबिक, 27.2 स्कोर के साथ भारत भूख(hunger) के मामले में 'गंभीर'(serious) स्थिति में है। इसके अतिरिक्त, भारत
में करीब 14 फीसदी लोग कुपोषण के शिकार हैं ।
- ‘ग्लोबल
हंगर इंडेक्स-2020’
(Global hunger Index-2020) में भारत की रैंक 107
देशों में 94वीं है।
- भारत, अपने
कई पड़ोसी देशों से अभी भी पीछे है। इन देशों में नेपाल, श्रीलंका, म्यामांर, पाकिस्तान, बांग्लादेश, इंडोनेशिया जैसे देश शामिल हैं।
- भारत का पड़ोसी देश ‘चीन’ इस इंडेक्स में 25वें
पायदान पर है, जबकि नेपाल और पाकिस्तान क्रमश: 73वें और 88वें पायदान पर हैं।
- 2020 की
इस रिपोर्ट के मुताबिक, भारत में चाइल्ड वेस्टिंग(child wasting) की स्थित 2015 से 2019 के दौरान और खराब हुई है (2010- 14 की अवधि के मुक़ाबले)। 2015 से
2019 की अवधि के दौरान भारत में चाइल्ड
वेस्टिंग का प्रसार(prevalence)
17.3 प्रतिशत है
जबकि 2010-14 के दौरान यह 15.1 प्रतिशत थी।
- ग्लोबल हंगर इंडेक्स-2020 की रिपोर्ट के मुताबिक भारत के बच्चों
में स्टंटिंग रेट (उम्र की तुलना में कम लम्बाई) 37.4 परसेंट है।
- ‘ग्लोबल
हंगर इंडेक्स-2020’ में सिर्फ 13 देश ही ऐसे हैं जिनसे भारत आगे हैं।
इनमे प्रमुख देश हैं- रवांडा, नाइजीरिया, अफगानिस्तान, लीबिया, मोजाम्बिक और चाड।
ग्लोबल हंगर इंडेक्स में भारत
की स्थिति
- भारत वर्ष 2015
में 93वें, 2016 में 97वें, 2017 में 100वें, 2018 में 103वें और 2019 में 102वें स्थान पर रहा था।
- उपर्युक्त रिकॉर्ड बताते हैं कि भुखमरी को लेकर
भारत में संकट बरकरार है। भारत में बच्चों में कुपोषण की स्थिति भयावह है।
- ग्लोबल हंगर इंडेक्स-2020’ (Global hunger Index-2020) की रिपोर्ट जारी की गयी है। ग्लोबल
हंगर इंडेक्स में भारत 107
देशों की लिस्ट में 94 पायदान पर है।इस रिपोर्ट के अनुसार
भारत में भूख का स्तर ‘गंभीर’ है।
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