मध्यप्रदेश की जनसंख्या वृद्धि दर
मध्यप्रदेश की जनसंख्या वृद्धि दर का वर्णन
कीजिए ? MPPSC Mains-2018
जनसंख्या का अध्ययन डीमोग्राफी में किया जाता
है। जनसंख्या की दृष्टि से मध्यप्रदेश भारत का छटा राज्य है लेकिन तेलंगाना के गठन
के बाद पाॅचवा राज्य हो गया है। देश की 6 प्रतिशत जनसंख्या मध्यप्रदेश
में निवास करती हैं 2011
की 15वीं जनगणना के अनुसार मध्यप्रदेश की
जनसंख्या इस प्रकार है-
1- 2011 के अंतिम आंकडों के अनुसार
प्रदेश की कुल जनसंख्या 72626809 है जिसमें पुरूष जनसंख्या 37612306 एवं महिला जनसंख्या 3501420 है।
2-मध्यप्रदेश में एक हजार पुरूषों में महिलाओं की संख्या 931 है। सर्वाधिक लिंगानुपात 1021 प्रदेश के बालाघाट जिले में है तथा
सबसे कम लिंगानुपात 83 भिंड जिले में है।
3- प्रदेश की कुल आबादी में शहरी आबादी 20069405 है जबकि ग्रामीण आबादी 52557404 के अर्थात् शहरी आबादी 27.6 प्रतिशत एवं ग्रामीण आबादी 72.4 प्रतिशत है।
4- मध्यप्रदेश की जनंसख्या घनत्व 236 व्यक्ति प्रति किलोमीटर है। सर्वाधिक जनसंख्या घनत्व भोपाल जिले का 855 व्यक्ति/वर्ग किमी है, वहीं इंदौर का 841
प्रति वर्ग किमी है। सबसे कम घनत्व डिंडोरी जिल का 95 है।
5- मध्यप्रदेश की साक्षरता 69.3 प्रतिशत है जिसमें पुरूष साक्षरता 78.7 प्रतिशत तथा महिला साक्षरता
59.2 प्रतिशत है। सर्वाधिक साक्षरता वाला
जिला जबलपुर 81.0 प्रतिशत है जबकि सबसे कम साक्षरता
वाला जिला अलीराजपुर 36.1 प्रतिशत है।
6- मध्यप्रदेश की दशकीय जनसंख्या वृद्धि दर 20.30 प्रतिशत है जबकि भारत की 17.7 प्रतिशत है। सर्वाधिक दशकीय वृद्धि
इंदौर में 32.9 प्रतिशत हुई है वहीं सबसे कम वृद्धि
अनूपपुर जिले में 12.3 प्रतिशत हुई है।
7- मध्यप्रदेश में 0-6
आयु समूह के बच्चों का लिंगानुपात 918/1000 है। सर्वाधिक लिंगानुपात अलीराजपुर 978/1000 तथा सबसे कम मुरैना 829 है।
उपरोक्त आंकड़ो के विश्लेषण से स्पष्ट है कि
म.प्र. की स्थिति 2001 की अपेक्षा 2011 में बेहतर हुई है लेकिन शिशु लिंगानुपात
कम हुआ है जिसे प्रदेश सरकार की ‘बेटी
बचाओ कार्यक्रम‘ के माध्यम से किये गये प्रयास सराहनीय
हैं।
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