तरंगों के गुण | Properties of waves in Hindi
तरंगों के गुण
Properties of waves in Hindi
आयाम Amplitude
- तरंगों के विभव का माध्य स्थिति से महत्तम विस्थापन उसका आयाम कहलाता है। इसे 'a' से प्रदर्शित करते हैं।
आवर्तकाल Time Period
- आवर्ती तरंगों को एक चक्र पूरा करने या एक तरंगदैर्घ्य की दूरी तय करने में लगा समय उसका आवर्तकाल कहलाता है। इसे 'T' से व्यक्त करते हैं। इसका मात्रक सेकेण्ड (Sec) होता है।
तरंगदैर्घ्य Wavelength
- तरंग द्वारा एक चक्र पूरा करने में तय की गई दूरी या निकटम श्रृंगो या गर्तों के बीच की दूरी तरंगदैर्घ्य कहलाती हैं इसे 𝞴 से प्रदर्शित करते हैं।
- तरंगदैर्घ्य आवृत्ति का व्युत्क्रमानुपाती होता है।
- निम्न आवृत्ति तरंगों का तरंगदैर्घ्य अधिक जबकि उच्च आवृत्ति तरंगों का तरंग दैर्घ्य कम होता है।
आवृत्ति Frequency
- किस तरंग द्वारा एक सेकेंड में पूरा किए गए चक्रों या कंपनों की संख्या उसकी आवृत्ति कहलाता हैं इसे 'n' या 'f' से प्रदर्शित करते हैं। इसका मात्रक हर्ट्ज Hertz (Hz) होता है।
1 Hz = 1 कंपन प्रति सेकेण्ड
n = 1/T
आवृत्ति = 1/ आवर्तकाल
तरंग वेग Wave Velocity
- 1 सेकेण्ड में तरंग द्वारा तय की गई दूर उस तरंग का वेग कहलाता है। इसे 'V' द्वारा प्रदर्शित करते हैं।
v = n x 𝞴
तरंग वेग = आवृत्ति x तरंगदैर्घ्य
- विद्युत चुम्बकीय तरंगों का वेग प्रकाश के वेग (3 x 10 की घात 8 m/sec) के बराबर होता है। इनके संचरण के लिए किसी माध्यम की आवश्यकता नहीं होती तथा ये निर्वात में सभी संचरित हो सकते हैं।
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