भारतीय अंतरिक्ष कार्यक्रम |Indian Space Progamme in Hindi

 

भारतीय अंतरिक्ष कार्यक्रम 

 Indian Space Progamme in Hindi

भारतीय अंतरिक्ष कार्यक्रम |  Indian Space Progamme in Hindi



1945 में विज्ञान लेखक आर्थर सी. क्लार्क ने अपने उपन्यास में उपग्रहों के माध्यम से रेड़ियो संकेतों के प्रेषण के सिद्धांत का प्रतिपादन किया था। तब उन्हें कल्पना की दुनिया में जीने वाला उपन्यासकार कहा गया था। लगभग 15 वर्ष बाद ही क्लार्क के इस सिद्धांत को मान्यता मिलना प्रारंभ हो गई जब 1959 में ब्रिटिश वैज्ञानिकों ने चंद्रमा पर रेड़ियो संकेत भेजे जो 2.6 सेंकेड बाद ही अमेरिका स्थित एक प्रयोगशाला को प्राप्त हुए।

इसी दिशा में अनवरत अनुसंधानों के बाद 1962 में टेलस्टार नामक एक कृत्रिम उपग्रह छोड़ा गया।

1963 में सिंकोम द्वितीय एवं पुनः सिंकोम तृतीय उपग्रह छोड़ा गया। सिंकोम तृतीय उपग्रह की सहायता से टोकियो ओलंपिक का अमेरिका में सीधा प्रसारण किया गया। इस सफलता ने विश्व के देशों को आगे बढ़ने को प्रोत्सहित किया।

भारतीय अंतरिक्ष कार्यक्रम के उद्देश्य

भारतीय अंतरिक्ष कार्यक्रम का मूल उद्देश्य दूरसंचार, टेलीविजन प्रसारण, मौसम अध्ययन और संसाधनों के सर्वेक्षण तथा प्रबंधन के क्षेत्र में अंतरिक्ष प्रोद्योगिकी विकसित करना उन पर आधारित सेवाएं उपलब्ध कराना तथा इसके लिए उपग्रहों, प्रक्षेपण यानों तथा सम्बद्ध भूप्रणालियों  का विकास करना है। भारतीय अंतरिक्ष कार्यक्रम की प्राथमिकताएं इस प्रकार हैं-

1- घरेलू प्रयोजनों के लिए अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी का विकास करना।

2- संसाधन सर्वेक्षण और प्रबंध, पर्यावरण पर्यवेक्षण निगरानी और मौसम विज्ञान सेवाओं के लिए दूर संवेददन प्रणाली का विकास।

3- इन सेवाओं को उपलब्ध करने के लिए स्वदेशी उपग्रहों और प्रक्षेपण वाहनों का विकास करना और उनको कार्यकारी करना।

अंतरिक्ष आयोग

1972 में स्थापित अंतरिक्ष आयोग अंतरिक्ष विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी में अनुसंधान और विकास गतिविधियों के तालमेल के लिए सक्षम एजेंसी के रूपमें कार्य करता है। स्वायत्तवासी निकाय इसरो ISRO तथा भौतिक अनुसंधान प्रयोगशाला PRL अंतरिक्ष आयोग के अंतर्गत संचालित होते हैं। 1972 में ही स्थापित अंतरिक्ष विभाग भी अंतरिक्ष आयोग के अंतर्गत कार्य करता है।

अंतरिक्ष आयोग के अंतर्गत इसरो एवं पीआरएल के अतिरिक्त चार अन्य स्वायत्तशासी निकाय हैं जिनके माध्यम से यह आयोग अपने कार्यों को संपादित करता है-

  • राष्ट्रीय प्राकृतिक संसाधन प्रबंधन प्रणाली NNRMS
  • राष्ट्रीय दूर संवेदन एजेंसी NRSA
  • राष्ट्रीय मध्य मंडल,समताप मंडल, भारी क्षोभ मंडल रडार सुविधा NSRF

 

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