मध्य प्रदेश करेंट अफेयर्स 2021 | मध्य प्रदेश समसामयिकी | मार्च 2021 | MP Current Affairs March 2021

मध्य प्रदेश करेंट अफेयर्स 2021
मध्य प्रदेश समसामयिकी
MP Current Affairs March 2021
मध्य प्रदेश करेंट अफेयर्स 2021 मध्य प्रदेश समसामयिकी MP Current Affairs March 2021


MP Current Affair Quick Revision

  • आदिम-जाति कल्याण विभाग का नाम बदलकर जनजातीय कार्य विभाग किया गया है ।
  • ग्वालियर में सिरोल पहाड़ी पर अटल पार्क की स्थापना प्रस्तावित है। 
  • साहित्य महोत्सव  19 से 21 मार्च की अवधि में इंदौर में आयोजित किया गया ।
  • मुख्यमंत्री द्वारा हाल ही में ग्वालियर कलेक्टर कार्यालय की ई-ऑफिस कार्य-प्रणाली का शुभारंभ किया गया।
  • वैद्य आपके (मरीज के) द्वार’’ के अंतर्गत मरीजों को आयुर्वेद पद्धति से उपचार की घर पहुँच सेवा दी जाती है । सहभागिता संवाद महिला-बाल विकास विभाग द्वारा विभागीय अधिकारी-कर्मचारियों, आँगनवाड़ी कार्यकर्ताओं, किशोरी बालिकाओं तथा जन-सामान्य के लिये प्रारम्भ किया गया है ।     
  • मध्य प्रदेश के 1033 अनुसूचित-जाति बहुल ग्रामों का चयन आदर्श ग्राम के रूप में विकसित किये जाने के लिये किया गया है। प्रदेश में योजना का क्रियान्वयन अनुसूचित-जाति कल्याण विभाग द्वारा किया जा रहा है। प्रदेश में इस योजना में 31 मार्च, 2022 तक कार्य पूरा किये जाने का कार्यक्रम तैयार किया गया है।
  • 13-15 फरवरी को 'मांडू फेस्टिवल' और विश्व प्रसिद्ध पर्यटन स्थल खजुराहो में 20 से 26 फरवरी तक खजुराहो नृत्य समारोह-2021 का आयोजन मध्यप्रदेश शासन और एमपी टूरिज्म बोर्ड द्वारा किया गया ।
  • मंदसौर जिले के सीतामऊ में प्राचीन कोटेश्वर महादेव मंदिर में नक्षत्र-वाटिका का निर्माण किया जाएगा।
  • विदिशा के टाउन हॉल में श्रीमती सुषमा स्वराज की प्रतिमा की स्थापना की जाएगी श्रीमती सुषमा स्वराज विदिशा रायसेन संसदीय क्षेत्र की सांसद रही थीं ।
  • होशंगाबाद जिले के ग्राम बावरी का नाम जनता की सार्वजनिक मांग पर बलरामपुर और बावरी-घाट का नाम बलरामपुर घाट किया गया।
  • खजुराहो में ''फूड क्राफ्ट इंस्टीट्यूट खजुराहो'' का लोकापर्ण  पर्यटन, संस्कृति और आध्यात्म मंत्री सुश्री उषा ठाकुर ने किया । 
  • राज्य शासन ने पशुपालन विभाग का नाम परिवर्तित कर पशुपालन एवं डेयरी विभाग कर दिया है।
  •  मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान घोषणा की है की अब से होशंगाबाद जिले का नाम अब नर्मदापुरम होगा।

 

MP Current Affair With Details

''चरखा खादी मेला 2021''

  • मध्यप्रदेश खादी तथा ग्रामोद्योग बोर्ड द्वारा भोपाल के रविन्द्र भवन परिसर में 7 मार्च से 16 मार्च 2021 तक ''चरखा खादी मेला 2021'' आयोजित किया जायेगा।
  • चरखा खादी मेले के आयोजन का मुख्य उद्देश्य आमजन में खादी के प्रति लगाव को बढ़ावा देना और खादी वस्त्रों के क्षेत्र में किए गये नवाचारों से रू-ब-रू कराना है। मेले में वस्त्रों के अलावा खादी ग्रामोद्योग के अन्य उत्पाद भी उपलब्ध रहेंगे। 


मध्य प्रदेश बना तेंदुआ प्रदेश 

  • बाघ प्रदेश के बाद देश के 26 प्रतिशत तेन्दुओं की संख्या के साथ मध्यप्रदेश तेन्दुआ प्रदेश भी बन गया है। भारत में तेन्दुओं की संख्या 12 हजार 852 है, जबकि मध्यप्रदेश में तेन्दुओं की संख्या 3 हजार 721 है।

 

मध्यप्रदेश के वेटलैण्ड स्थल

  •  भोपाल का भोज वेटलैण्ड (बड़ा एवं छोटा तालाब) प्रदेश का एकमात्र घोषित रामसर साइट है।
  • मध्यप्रदेश के भोज वेटलैण्ड भोपाल और सिरपुर वेटलैण्ड इंदौर का केन्द्र शासन द्वारा 100 दिवसीय वेटलैण्ड संरक्षण कार्यक्रम के प्रथम चरण में चयन किया गया है।

 

विश्व वेटलैण्ड दिवस 

  • तालाब, झील, वेटलैण्ड और सभी जलीय संसाधनों के संरक्षण और संवर्धन के लिये पर्यावरण विभाग द्वारा  2 फरवरी को विश्व वेटलैण्ड दिवस की 50वीं वर्षगाँठ मनाई गयी ।
  • विश्व में जलीय संसाधनों के प्रति बढ़ती मानवीय लापरवाही और उपेक्षा के कारण मनुष्य और प्रकृति के बीच पर्यावरण संतुलन को बनाये रखने के लिये ईरान के रामसर शहर में 2 फरवरी, 1971 को रामसर संधि पर हस्ताक्षर किये गये। इसके कारण इस दिन को विश्व वेटलैण्ड दिवस के रूप में मनाया जाता है।
  • प्रदेश में एमपीसीए योजना के अंतर्गत शिवपुरी के तालाब, सिंध सागर तालाब, अशोकनगर, सिरपुर वेटलैण्ड इंदौर, भोज वेटलैण्ड भोपाल में योजनाएँ क्रियान्वित की जा रही हैं। अमृत सागर तालाब रतलाम में 21 करोड़ एवं सीतासागर तालाब दतिया के लिये 14 करोड़ की राशि केन्द्र एवं राज्य सरकार द्वारा संरक्षित योजना के तहत स्वीकृत की गयी है।

 

दीनबंधु अभियान  

  • इंदौर संभाग में फुटपाथ पर रहने वाले लोगों और भिक्षावृत्ति में संलग्न व्यक्तियों के पुनर्वास, सहायता, स्वास्थ्य रक्षा आदि के लिए अभियान दीनबंधु प्रारंभ किया गया है। 


दीनबंधु अभियान के बारे में 

  • इस विशेष अभियान के अंतर्गत संभाग के सभी जिलों में एक साथ पुनर्वास तथा राहत की कार्रवाई प्रारंभ कर दी गई है।
  • संभाग के जिलों में ठंड से बचाव के लिये जरूरतमंदों को कहीं कंबल बांटे जा रहे हैं तो कहीं संवेदनशील पहल करते हुए उनके खाने-पीने तथा आश्रय की व्यवस्था की जा रही है।
  • इस अभियान में जनप्रतिनिधियों, विभिन्न सामाजिक संगठनों, एनजीओ के प्रतिनिधियों आदि का सहयोग भी लिया जायेगा।

 
फर्स्ट एशियन ऑनलाईन शूटिंग चैम्पियनशिप

  • मध्यप्रदेश राज्य शूटिंग अकादमी की प्रतिभावान खिलाड़ी मनीषा कीर ने दिल्ली से ऑनलाइन शूटिंग चैंपियनशिप में भागीदारी करते हुए कुवैत में आयोजित फर्स्ट एशियन ऑनलाईन शूटिंग चैम्पियनशिप में देश को कांस्य पदक दिलाया।
  • मनीषा ने यह पदक वूमेन ट्रैप इवेंट में प्रदर्शन करते हुए 136 अंकों के साथ अर्जित किया। कुवैत शूटिंग फेडरेशन द्वारा फर्स्ट एशियन ऑनलाइन शूटिंग चैंपियनशिप का आयोजन किया गया।

 

मनीषा कीर के बारे में 

  • मत्स्य पालक की बेटी मनीषा कीर ने वर्ष 2013 में मध्यप्रदेश राज्य शूटिंग अकादमी में प्रवेश लिया और शूटिंग अकादमी के मुख्य प्रशिक्षक श्री मनशेर सिंह के मार्गदर्शन में शॉटगन खेल का प्रशिक्षण प्रारंभ किया।
  • शूटिंग में अपना कैरियर बनाने वाली मनीषा ट्रैप इवेंट की प्रतिभावान खिलाड़ी हैं।
  • उन्होंने अन्तर्राष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में अब तक दो स्वर्ण, 5 रजत और 4 कांस्य सहित 11 पदक देश को दिलाए हैं।
  • मनीषा ने राष्ट्रीय शूटिंग प्रतियोगिताओं में 21 स्वर्ण, 6 रजत एवं 6 कांस्य पदक इस प्रकार कुल 33 पदक अर्जित कर प्रदेश को गौरवान्वित किया है।

 

कुरावर जल-प्रदाय योजना

  • मध्यप्रदेश अर्बन डेवलपमेंट कंपनी की भोपाल क्रियान्वयन इकाई द्वारा राजगढ़ जिले के कुरावर में एशियन डेव्हलपमेंट की सहायता से जल-प्रदाय योजना का कार्य किया जा रहा है। 
  • दस वर्षो के संचालन व संधारण सहित कार्य की कुल लागत 37 करोड़ है। परियोजना अंतर्गत लगभग 14 हजार जनसंख्या वाले कुरावर कस्बे में दो ओवर हेड टैंक का निर्माण किया जा रहा है।
  • टैंको की क्षमता 110 के.एल. एवं 300 के.एल. रहेगी। इन टैंको में कुंवर चैन सागर बाँध से पानी भरा जायेगा और 55 किलोमीटर लंबी वितरण पाइप लाइन के माध्यम से जल वितरित होगा। वहीं मुख्य पाइप लाइन की लंबाई 35 किलोमीटर है।

 

बंदर डायमंड प्रोजेक्ट

  • छतरपुर जिले के 364 हेक्टेयर क्षेत्र में बंदर डायमंड प्रोजेक्ट में 34.20 मिलियन केरेट हीरों का भण्डार है, जिसका अनुमानित बाजार मूल्य लगभग 55,049 करोड़ है। इस प्रोजेक्ट की नीलामी में उच्चतम बोली एक्सेल माइनिंग एंड इंडस्ट्रीज लिमिटेड की थी।
  • गौरतलब है कि प्रोजेक्ट में खनन कार्य प्रारंभ होने के बाद प्रदेश को लगभग 23 हजार 632 करोड़ रूपये की राजस्व प्राप्ति होने की संभावना है।

 

मेट्रो रेल का बना नया 'लोगो'

  • मध्यप्रदेश मेट्रो रेल कार्पोरेशन लिमिटेड के लिए नया ''LOGO'' बनाया गया है। इसमें स्पेक्ट्रम के प्राथमिक रंग यानी नीला, लाल और हरे रंग का समावेश किया गया है। नीला रंग जिम्मेदारी, लाल रंग ऊर्जा और हरा रंग सुरक्षा को दर्शाता है। मेट्रो 'लोगो' में प्रदर्शित तीन अक्षर मेट्रो की लाइन ट्रैक को और विभिन्न डॉट्स मेट्रो स्टेशनों को दर्शाते हैं। 'लोगो' का महत्वाकांक्षी मेगा-परियोजना का प्रयोजन, जन विकास एवं द्रुत गति परिवहन को आम-जन के लिए सुलभ कराने के लिए रचनात्मक डिजाइन तैयार किया गया है। यह रचनात्मक 'लोगो' एक शानदार दृश्य अपील करता है, जो प्रकृति में वैश्विक है। यह MP METRO का न केवल राज्य बल्कि दुनिया को परिचय देने के लिए तैयार है। 

  • मध्यप्रदेश मेट्रो रेल कार्पोरेशन लिमिटेड के अंतर्गत भोपाल एवं इंदौर शहर में मेट्रो रेल परियोजना का क्रियान्वयन किया जा रहा है। भोपाल में एम्स से करोंद चौराहा तथा भदभदा चौराहे से रत्नागिरी तिराहे तक दो अनुमोदित मेट्रो कॉरिडोर का लगभग 30 कि.मी. का निर्माण किया जा रहा है। इंदौर में अनुमोदित मेट्रो रिंग कॉरिडोर (बंगाली स्क्वायर-भंवरसाला-एयरपोर्ट-पलासिया-बंगाली स्क्वायर) का लगभग 31.5 कि.मी. का निर्माण कार्य किया जा रहा है। 
  • मध्यप्रदेश मेट्रो रेल कार्पोरेशन लिमिटेड का पुनर्गठन किया गया है। भारत सरकार एवं मध्यप्रदेश शासन के संयुक्त उद्यम की बैठक विगत दिसम्बर माह में हो चुकी है। संयुक्त उद्यम में भारत सरकार एवं मध्यप्रदेश शासन के 5-5 नामांकित संचालक शामिल हैं। यह मध्यप्रदेश मेट्रो रेल कार्पोरेशन लिमिटेड से संबंधित सभी निर्णय लेने के लिए सक्षम होंगे।

 

'खजुराहो नृत्य समारोह-2021'

  • विश्व-प्रसिद्ध पर्यटन स्थल खजुराहो में 20 से 26 फरवरी 2021 तक 'खजुराहो नृत्य समारोह-2021' का आयोजन किया गया।
  • भारतीय शास्त्रीय नृत्य शैलियों पर केन्द्रित यह देश का शीर्षस्थ समारोह है, जो राष्ट्रीय तथा अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर ख्याति प्राप्त है।
  • समारोह लगभग 44 वर्ष बाद एक बार फिर मंदिर प्रांगण की आभा बनेगा। यह भगवान की भक्ति और नृत्य का बेजोड़ संगम होगा। 
  • यहाँ भारतीय नृत्य-शैलियों के सांस्कृतिक परिदृश्य एवं कला-यात्रा की प्रदर्शनी, भरतनाट्यम पर एकाग्र-नेपथ्य, ललित कलाओं का मेला-आर्ट मार्ट, संस्कृति के विभिन्न आयामों पर विमर्श-कलावार्ता, देशज कला परम्परा का मेला-'हुनर' के साथ-साथ कला, कलाकार एवं कला परम्परा पर केन्द्रित फिल्मों का उपक्रम-चलचित्र और टेराकोटा एवं सिरेमिक पर केन्द्रित कार्यशाला एवं प्रदर्शनी-समष्टि जैसे प्रमुख आयोजन भी होंगे। 
  • खजुराहो नृत्य समारोह की शुरुआत 1975 में मंदिर प्रांगण से ही हुई थी। आरंभ के दो-तीन वर्षों बाद ही इसे मंदिर प्रांगण में करने की अनुमति नहीं मिली। इसके परिणाम स्वरूप यह समारोह बाहर मैदान में किया जाने लगा। समारोह के आयोजक संस्कृति विभाग ने समारोह को मंदिर प्रांगण में कराने की कोशिशें लगातार जारी रखी और अंततः इस वर्ष सफलता मिली।

  

होम स्टे पोर्टल का उद्घाटन

  • पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री सुश्री उषा ठाकुर ने प्रदेश में पर्यटन को बढ़ावा देने के उद्देश्य से 2 फरवरी को होम-स्टे पोर्टल का उदघाटन किया।
  • ऑनलाइन पोर्टल पर पंजीयन के अतिरिक्त प्रदेश में स्थित पंजीकृत इकाइयों की बुकिंग, उपलब्ध होम-स्टे की जानकारी, सभी योजनाओं एवं पंजीयन से पहले और बाद में पूछे जाने वाले प्रश्नों की जानकारी उपलब्ध रहेगी।

 

होम-स्टे योजना 

  • योजना से प्रदेश के ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों, पर्यटन स्थलों के निजी क्षेत्र के हितधारक तेजी से बढ़ते हुए पर्यटन व्यवसाय से जुड़ेंगे। वे यहाँ की संस्कृति, परिवेश एवं स्थाेनीय परम्पराओं का अनुभव प्रदान करेंगे साथ ही वे आय के वैकल्पिक स्रोतों को भी सृजित कर सकेंगे।
  • होम-स्टे संबंधी योजनाओं के जरिये स्थानीय हितधारकों के हर वर्ग को जोड़ने का प्रयास किया गया है, जिसमें गृहणियाँ, स्थानीय युवा, टूर-ट्रेवल्स, गाइड, नेचुरलिस्ट, हेरिटेज सम्पत्तियाँ, पारम्परिक चिकित्सा पद्धति से जुड़े विशेषज्ञ, सेवानिवृत्त अधिकारी-कर्मचारी, स्थानीय व्यवसाई, ग्रामीण स्व-सहायता समूह, पंजीकृत पर्यटन सोसायटी, स्थानीय कला एवं हस्तकला के कारीगर, स्थानीय खान-पान के विशेषज्ञ तथा उन्नत तकनीक का उपयोग करने वाले कृषक सम्मिलित हैं।

 

अंतर्राष्ट्रीय घुड़सवारी प्रतियोगिता

 

  • अंतर्राष्ट्रीय घुड़सवारी प्रतियोगिता में प्रदेश के स्वर्ण पदक विजेता खिलाड़ी राजू सिंह भदौरिया, रजत पदक विजेता खिलाड़ी फराज खान और सुदीप्ति हजेला तथा कांस्य पदक विजेता खिलाड़ी प्रणय खरे और परिधि जोशी ने उत्कृष्ट प्रदर्शन किया ।
  • आयोजित अंतर्राष्ट्रीय घुड़सवारी प्रतियोगिता में अकादमी के खिलाड़ियों ने एक स्वर्ण, दो रजत और दो कांस्य पदक देश को दिलाए हैं।
  • इसी तरह राष्ट्रीय घुड़सवारी प्रतियोगिताओं में खिलाड़ियों ने आठ स्वर्ण, नौ रजत और आठ कांस्य सहित कुल 25 पदक अर्जित किए हैं।

 

नशामुक्ति की ऑनलाइन शपथ लेकर विश्व रिकार्ड

 

  • रतलाम जिलें में एक दिवस में 52190 नागरिकों द्वारा नशामुक्ति की ऑनलाइन शपथ लेकर विश्व रिकार्ड बनाया गया। विगत 27 जनवरी को बने वर्ल्ड रिकार्ड को वज्र वर्ल्ड रिकार्ड बुक, युनिवर्सल रिकार्डस, कलाम वर्ल्ड रिकार्डस, ब्रावो इंटरनेशनल बुक ऑफ वर्ल्ड रिकार्डस में दर्ज कर प्रमाण पत्र मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान को कलेक्ट्रेट सभागार में वर्ल्ड रिकार्ड ज्यूरी मेंबर्स श्री शैलेन्द्र सिंह सिसौदिया के द्वारा भेंट किया गया। 

  • यह रिकार्ड जिला प्रशासन एवं सामाजिक न्याय एवं निःशक्तजन कल्याण विभाग रतलाम के नाम दर्ज हुआ। भारत सरकार की वेबसाइट पर नशामुक्ति की ऑनलाइन शपथ विगत 27 जनवरी को संपूर्ण जिले में 52190 नागरिकों द्वारा नशामुक्ति की ऑनलाइन शपथ ली गयी।

 

सांस अभियान क्या है

'सांस' (सोशल अवेयरनेस एंड एक्शन टू न्यूट्रीलाइज निमोनिया सक्सेसफुली)

  • लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ. प्रभुराम चौधरी विशेष अभियान 'सांस' (सोशल अवेयरनेस एंड एक्शन टू न्यूट्रीलाइज निमोनिया सक्सेसफुली) शुक्रवार 5 फरवरी को शुभारंभ किया।
  • 'सांस' अभियान प्रदेश के 5 वर्ष से कम उम्र के बच्चों को निमोनिया रोग से बचाने के लिये संचालित होगा।

 
चिकित्सा शिक्षा छात्र बीमा योजना

  • यह देश की पहली ‘‘चिकित्सा शिक्षा छात्र बीमा योजना’’ है जो मध्यप्रदेश में लागू की गयी है ।
  • प्रदेश के मेडिकल, डेन्टल, नर्सिंग और पैरा मेडिकल के 18 से 35 वर्ष के चिकित्सा छात्रों को उनकी पढ़ाई के दौरान स्वास्थ्य बीमा एवं व्यक्तिगत दुर्घटना बीमा का लाभ दिया जाएगा। योजना में छात्रों को 2 लाख का मेडिक्लेम मिलेगा।
  • व्यक्तिगत दुर्घटना बीमा के अतर्गत स्थाई डिसेबिलिटी और मृत्यु होने पर 10 लाख रूपये का मेडिक्लेम दिया जायेगा। योजना में 5 लाख रूपये का अस्थायी डिसेबिलिटी कवर शामिल है।
  • इस योजना में प्रदेश के चिकित्सा शिक्षा विभाग के अधीन शासकीय/स्वशासी शासकीय महाविद्यालयों में  पढ़ रहे 15 हजार से अधिक छात्रों को लाभ मिल सकेगा। योजना में चिकित्सा शिक्षा छात्रों को चयनित बीमा कंपनी द्वारा मेडिक्लेम के लिये केशलेस कार्ड की सुरक्षा दी जायेगी।
  • केशलेस कार्ड से चिकित्सा शिक्षा छात्र देश के किसी भी शासकीय/निजी अस्पताल में अपना इलाज और जाँच करा सकेंगे। मेडिक्लेम में क्रिटिकल बीमारियों का इलाज भी शामिल रहेगा। साथ ही योजना में छात्रों की पूर्व से मौजूद बीमारियों को भी मेडिक्लेम में शामिल किया जायेगा। ओपीडी सेवा, जाँच और अस्पताल में भर्ती होने पर सभी उपचार इस बीमा योजना के लाभ में शामिल रहेंगे।

 

मध्य प्रदेश में गिद्ध गणना

  • प्रदेश में गिद्ध गणना का अंतिम चरण 6 फरवरी से प्रारंभ किया गया।
  • प्रदेश के सभी 16 वृत्त और 8 संरक्षित क्षेत्रों में गिद्ध गणना कार्य वन विभाग के अधिकारी-कर्मचारी, डब्ल्यू.डब्ल्यू.एफ., डब्ल्यू.डब्ल्यू.आई. के प्रतिभागियों के अलावा स्वयं-सेवक और फोटोग्राफर द्वारा संयुक्त रूप से किया जा रहा है
  • गणना के बाद डाटा संकलन का कार्य वन विहार राष्ट्रीय उद्यान, भोपाल में होगा।
  • मध्य प्रदेश में  गिद्धों की गणना की शुरूआत वर्ष 2018 से की गई थी। इसमें 7 हजार 28 गिद्धों का आंकलन किया गया था।
  • वर्ष 2019 में यह संख्या 8 हजार 398 पायी गयी।
  • गिद्ध गणना का कार्य दो चरणों में किया जाता है। पहला चरण अक्टूबर-नवम्बर माह में और द्वितीय चरण जनवरी-फरवरी माह में आयोजित किया जाता है।

मध्य प्रदेश में  गिद्ध

 मध्यप्रदेश में कुल 7 प्रजातियों में गिद्ध पाये जाते हैं। इनमें से 4 प्रजाति स्थानीय और 3 प्रजाति प्रवासी हैं, जो शीत काल समाप्त होते ही वापस चली जाती है।

 गिद्ध गणना किस प्रकार की जाती है 

  • गिद्धों की गणना प्रथम चरण में तब की जाती है, जब सभी प्रजाति के गिद्ध घोंसले बनाकर अपने अंडे दे चुके होते हैं या देने की तैयारी में होते हैं।
  • इसी प्रकार से फरवरी माह आने तक इन घोंसलों में अंडों से नवजात गिद्ध निकल जाते हैं और वे उड़ने की तैयारी में रहते हैं।
  • इसलिये गिद्धों की गणना करने के लिये शीत ऋतु का अंतिम समय ठीक माना जाता है, ताकि स्थानीय और प्रवासी गिद्धों की समुचित गणना हो जाये।
  • गणनाकर्मी और स्वयं-सेवक सूर्योदय के तुरंत बाद प्रथम चरण में चयनित गिद्धों के घोंसलों के निकट पहुँच जाते हैं और घोंसलों के आसपास बैठे गिद्धों एवं उनके नवजातों की गणना करते हैं।
  • इसमें इस बात का विशेष ख्याल रखा जाता है कि आवास-स्थलों पर बैठे हुए गिद्धों को ही गणना में लिया जाये। उड़ते गिद्धों को गणना में नहीं लिया जाता।

 

रंगकर्मी श्री बंसी कौल

  • हाल ही में रंगकर्मी श्री बंसी कौल के निधन हो गया।
  • बंसी कौल का निधन रंगमंच ने देश -विदेश में अपने रंग प्रस्तुतियों एवं रंग प्रयोगों के माध्यम से समाज को सशक्त संदेश दिया।
  • स्वर्गीय श्री बंसी कौल ने 100 से अधिक नाटकों का निर्देशन किया, रंग शिविरों का संचालन किया तथा अभिनव प्रशिक्षण पद्धति पर कई शोध किए।
  • श्री कौल को पद्मश्री, संगीत नाटक अकादमी पुरस्कार तथा मध्य प्रदेश सरकार का कालिदास सम्मान एवं शिखर सम्मान प्राप्त हुए।

 

कूनो राष्ट्रीय उद्यान

  • हाल ही में कूनो राष्ट्रीय उद्यान के अंतर्गत कूनो नदी में 25 घड़ियाल छोड़े गए। यह घड़ियाल मुरैना जिले के देवरी घड़ियाल प्रजनन केन्द्र में पिछले तीन साल से पाले जा रहे थे। 
  • अब प्रजनन केन्द्र से छोड़े गए घड़ियालों की संख्या अब 50 हो गई है। इनमें 10 नर और 40 मादा घड़ियाल हैं। छोड़े गए घड़ियालों की लम्बाई 120 से 150 सेंटीमीटर के बीच है।
  • विगत वर्ष चम्बल नदी में घड़ियालों का अध्ययन कर रहे वन्य प्राणी वैज्ञानिकों द्वारा पाया गया कि चम्बल नदी में रेडियो टैग किये गये घड़ियालों में से एक मादा घड़ियाल ने कूनो राष्ट्रीय उद्यान में अण्डे दिये थे।


इलेक्ट्रॉनिक्स विकास निगम एम पी एस ई डी सी (MPSEDC)

  • मेप आई टी यानी एजेंसी फॉर प्रमोशन ऑफ़ इन्फार्मेशन टेक्नालॉजी (MAP_IT) का विघटन कर इसे इलेक्ट्रॉनिक्स विकास निगम एम पी एस ई डी सी (MPSEDC) में मर्ज कर दिया गया है।
  • मेप आई टीम के स्वीकृत पदों को म.प्र. राज्य इलेक्ट्रॉनिक्स विकास निगम को हस्तांतरित किया गया है।
  • मेप आई टी की समस्त आस्तियों एवं देयताओं को मध्यप्रदेश राज्य इलेक्ट्रॉनिक्स विकास निगम को हस्तांतरित किया गया है ।


सघन मिशन इन्द्रधनुष-3

  •  22 फरवरी से प्रदेश में सघन मिशनइन्द्रधनुष-3 अभियान प्रदेश के 7 जिलों भोपाल, भिण्ड, बुरहानपुर, छिंदवाड़ा, ग्वालियर, इंदौर और खरगोन में संचालित किया जा रहा है। अभियान का दूसरा चरण 22 मार्च से आयोजित किया गया । अभियान में टीकाकरण से छूटे हुए बच्चों और गर्भवती माताओं का टीकाकरण किया जायेगा।

 

दीनदयाल अंत्योदय रसोई योजना

  • योजना का मुख्य उददेश्य ''किसी जरूरतमंद की थाली-नहीं रहेगी खाली'' है। 
  • रसोई केन्द्र में सोमवार से शनिवार तक 10 रूपये प्रति थाली भोजन दिया जायगा। भोजन वितरण सुबह 10 से दोपहर 3 बजे तक किया जायेगा। 
  • रसोई केन्द्र की स्थापना बस स्टेण्ड़, रेलवे स्टेशन, जिला अस्पताल के पास की गयी है। योजना से शहर के गरीब लोगों के साथ ही गाँवों से मजदूरी के लिए शहर आने वाले लोग भी लाभान्वित होंगे। दीनदयाल रसोई थाली में रोटी, मौसमी सब्जी, दाल एवं चावल दिया जाता है ।
  • मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान 26 फरवरी को दोपहर 3 बजे मिंटो हाल में दीनदयाल अंत्योदय रसोई योजना के द्वितीय चरण में सुदृढ़ीकृत एवं नवीन 100 रसोई केन्द्रों का वर्चुअल शुभारंभ किया

 

इनोवेशन विथ इम्पेक्ट अवार्ड

  • 14वें इंडिया इनर्जी समिट में मध्य क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी को देश में परफॉरमेंस इम्प्रूवमेंट श्रेणी में सर्वश्रेष्ठ कंपनी का अवार्ड मिला है। परफॉरमेंस इम्प्रूवमेंट में मध्य क्षेत्र कंपनी देश में अव्वल है। मध्य क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी के महाप्रबंधक सूचना प्रौद्योगिकी श्री अभिषेक मार्तण्ड ने वेबीनार कार्यक्रम में यह अवार्ड प्राप्त किया। ।

 

हरबाखेड़ी मध्यम सिंचाई परियोजना 

  • हाल ही में मध्य प्रदेश केबिनेट ने बनी (हरबाखेड़ी) मध्यम सिंचाई परियोजना जिला उज्जैन के लिए 93 करोड़ 75 लाख रूपये की प्रशासकीय स्वीकृति दी।
  • इस परियोजना से 3, 050 हेक्टेयर में सिंचाई हो सकेगी।

 

राम अधीर पत्रकार और साहित्यकार

  • हाल ही में  पत्रकार और साहित्यकार श्री राम अधीर का निधन हो गया।
  • आर्वी (महाराष्ट्र) निवासी श्री राम अधीर मध्यप्रदेश को कर्मभूमि बनाया और विभिन्न समाचार-पत्रों में सेवाएँ दीं।
  • उन्होंने साहित्यिक पत्रकारिता में भी विशेष स्थान बनाया।
  • वे गीत विधा पर केंद्रित पत्रिका ''संकल्प रथ'' के संपादक थे।

 
36वीं राष्ट्रीय जूनियर एथलेटिक्स प्रतियोगिता-2021
 

  • गुवाहाटी में खेली जा रही 36वीं राष्ट्रीय जूनियर एथलेटिक्स प्रतियोगिता के अंतिम दिन मध्यप्रदेश को बालक एवं बालिका अंडर-18 वर्ग की 1500 मीटर दौड़ में दो स्वर्ण पदक हासिल हुए। 
  • एथलेटिक्स अकादमी के खिलाड़ी अर्जुन वास्कले ने 1500 मीटर दौड़ 3 मिनट 50.38 सेकेण्ड में पूरी कर जहाँ मध्यप्रदेश को स्वर्ण पदक दिलाया, वहीं नया मीट रिकार्ड भी बनाया। इससे पहले कोयंबटूर में वर्ष 2016 में आयोजित राष्ट्रीय प्रतियोगिता में एथलीट शंकर ने 1500 मीटर दौड़ 3 मिनट 53.63 सेकेण्ड में पूरी कर यह रिकार्ड बनाया था। 
  • प्रतियोगिता के बालिका अंडर-18 वर्ग की 1500 मीटर दौड़ में अकादमी की खिलाड़ी बुशरा खान गौरी ने 4 मिनट 53.47 सेकेण्ड में रेस पूरी कर मध्यप्रदेश को दूसरा स्वर्ण पदक दिलाया।
  • मध्यप्रदेश को प्रतियोगिता में 13 पदक हासिल हुए है। इनमें 7 स्वर्ण, 3 रजत और 3 कांस्य पदक शामिल है

 

कम्प्यूटर सोसायटी ऑफ इण्डिया 2020 के लिये मध्य प्रदेश स्टेट केटेगरी में पुरस्कृत 

  • कम्प्यूटर सोसायटी ऑफ इण्डिया ने मध्यप्रदेश इलेक्ट्रॉनिक डेव्हलपमेंट कॉर्पोरेशन को मध्यप्रदेश में ई-ऑफिस के क्रियान्वयन में उत्कृष्ट योगदान के लिये शुक्रवार को लखनऊ में सम्पन्न हुई कॉन्फ्रेंस में वर्ष 2020 के लिये स्टेट केटेगरी में पुरस्कृत किया है।
  • यह पुरस्कार एमपीएसईडीसी के साथ ही सामान्य प्रशासन विभाग और एनआईसी को संयुक्त रूप से दिया गया है।
  • कॉर्पोरेशन ने पोर्टल का विकास करते हुए मध्यप्रदेश शासन के सभी विभागों के अधिकारियों को ट्रेनिंग देने के साथ ही बजट और मंत्रालय के कामकाज को ई-ऑफिस बनाने में योगदान दिया है।

 

खोजने में खो जाओ" माण्डू उत्सव

 

  • 'खोजने में खो जाओ' थीम पर तीन दिवसीय "माण्डू उत्सव" 13 फरवरी से शुरू किया गया ।

 

पर्यटक स्थल माण्डू के बारे में जानकारी

 

  • माण्डू का पुराना नाम मांडव है, जो मध्यप्रदेश के धार जिले मे स्थित एक प्राचीन गाँव है। माण्डू मालवा के पठार पर स्थित है जिसकी समुद्रतल से ऊँचाई करीब 2 हजार फीट है। मान्डव के दक्षिण दिशा मे निमाड क्षेत्र का विस्तार है। बुंदेलखंड के वीर योद्धा आल्हा ऊदल ने इसी जगह आकर युद्ध किया था, जिसे इतिहास मे माड़ौगढ की लड़ाई के नाम से जाना जाता है| 10वीं सदी मे परमार वंश के शासकों ने सर्वप्रथम मांण्डू को अपनी राजधानी बनाया था। परमार वंश के प्रतापी राजा जयवर्मन और भोजराज हुए, नीलकंठ महादेव मंदिर उसी काल का बना है। राजा भोजराज ने माण्डू से दूर अन्य जगह झीलों के किनारे अपनी नई राजधानी बनाई, जिसका बाद मे नाम भोपाल पड़ा।

 

  • 13वीं सदी मे माण्डू पर मुगलों ने कब्जा कर लिया था। ग्यासुद्दीन और बाजबहादुर के काल मे यहाँ अनेक महल और किले बनवाये गये, इसलिये माण्डू को किलों की नगरी भी कहते हैं। बाद मे मांडव इन्दौर की मराठा रियासत के अधिपत्य मे आ गया था। दिल्ली दरवाजा, जहाँगीर दरवाजा, तारापुर दरवाजा इस नगर के प्रमुख प्रवेश द्वार हैं।

 

  • माण्डू एक छोटा सा, कम आबादी वाला विस्तृत क्षेत्रफल मे फैला पहाड़ी गाँव है। पहाड़ी इलाका होने से वर्ष भर यहाँ हरियाली बिछी रहती है। नीम, आम, अमरूद, इमली और बरगद के पेड़ यहाँ बड़ी संख्या में है। झरने, तालाब, मंदिर, मस्जिद, किले, वन, बगीचे और महलों के कारण माण्डू का वातावरण आनंदित करने वाला रहता है, इसलिये इसे खुशियों का शहर भी कहते है।

 

जहाज महल 

  • दो जलाशयों के मध्य निर्मित दो मंजिला आयताकार यह महल बरसात में पानी पर तैरते एक जहाज की तरह नजर आता है, इसलिये इसे जहाज महल कहते हैं। इसका निर्माण खिलजी शासक ने 14 वीं सदी मे करवाया था। इस महल के सामने तालाब और बगीचे का समागम महल की सुंदरता पर चार चाँद लगाता है। महल की छतों पर बरसाती जल निकासी का उत्कृष्ट उदाहरण देखने को मिलता है।

 

हिंडोला महल 

  • पत्थर की टेढ़ी और सपाट बाहरी दीवारों से बना यह महल जहाज महल के पास बना हुआ है, जिसे ग्यासुद्दीन ने बनवाया था। हिंडोला महल के दाई तरफ चम्पा बाबड़ी और हमाम खाना महल वास्तुकला के बेजोड़ दर्शनीय स्थल है।

 

 तबेली महल 

  • जहाज महल के सामने दो मंजिला छोटा सा महल है, जिसमे संग्रहालय संचालित है। तबेली महल मे जाकर पुरातन कालीन वस्तुएँ निहारी जा सकती हैं

 

नीलकंठ मंदिर 

  • सोनगढ किले से एक किलोमीटर पहले महादेव जी का मंदिर पहाड़ी के तल मे बना है। यहाँ जाने के लिये सीढ़ियों से उतरकर पहुँचना होता है। पत्थरों से निर्मित यह मंदिर पहाड़ को काटकर बनाया गया है। मंदिर के अंदर शिव लिंग पर प्राकृतिक पानी की धारा गिरती है।

 

बाजबहादुर महल 

  • संगीत के शौकीन मुगल शासक बाजबहादुर ने रेवाकुंड के सामने पहाड़ी की ढलान पर बाजबहादुर महल का निर्माण करवाया था। चौकोर आकार मे बने इस महल के अंदर एक सुंदर बगीचा भी है।

 

रूपमती महल 

  • राजा बाजबहादुर ने अपनी प्रियतम रानी रूपमती के लिये इस महल का निर्माण करवाया था। बाजबहादुर के महल से थोडा आगे चलने पर रूपमती का महल ऊँची पहाड़ी पर स्थित है। रूपमती महल के ऊपर दोनों ही किनारों पर छतरीनुमा चौकोर खुले कक्ष बने है। महल की छत से माण्डू का नजारा सर्वाधिक दूर तक मनोहारी दिखता है।

 

काँकडा खोह 

  • धार रोड पर माण्डू से 4 किलामीटर पहले कांकडा खोह नाम के स्थान पर एक झरना है, यहाँ 100 फुट के करीब गहरी खाई है। बरसात मे बड़ी जलधारा पर्वतों से होते हुई इसी जगह झरने का रूप लेती हुई नीचे गिरती है। यहाँ आकर काँकडा घाटी का नजारा ऊँट की सवारी करते हुए भी ले सकते हैं। बच्चों के लिये यहाँ विशेष मनोरंजन पार्क बनाये गये है।

 

मांडू के अन्य स्थान

  • माण्डू के अन्य दर्शनीय स्थलों मे अशर्फी महल, होशंगशाह का संगमरमर से बना मकबरा, जामी मस्जिद, हिंगलाज मंदिर और लोहानी गुफा आदि प्रमुख हैं। मध्यप्रदेश सरकार के मालवा रिट्रीट होटल के अलावा यहाँ और भी अनेक होटल ठहरने के लिये हैं।

 

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