जलवायु विज्ञान क्या है | मौसम क्या होता है |जलवायु क्या होती है | Climatology in Hindi

 जलवायु विज्ञान क्या है

जलवायु विज्ञान क्या है | मौसम क्या होता है |जलवायु क्या होती है  | Climatology in Hindi


 जलवायु विज्ञान Climatology in Hindi

  • जलवायु विज्ञान के अन्तर्गत वायु मण्डलीय दशाओं के मौसम तथा जलवायु का क्रमबद्ध एवं प्रादेशिक स्तर पर अध्ययन किया जाता है. इसमें पृथ्वी की विभिन्न प्रकार की जलवायु तथा प्राकृतिक वातावरण पर उसके प्रभावों का अध्ययन किया जाता है. 


क्रिचफील्ड के शब्दों में- 

  • 'जलवायु विज्ञान वह विज्ञान है जो जलवायु की प्रकृति, कि वह एक स्थान से दूसरे स्थान में असमान क्यों होती है तथा यह प्राकृतिक पर्यावरण के अन्य तत्वों एवं मानवीय क्रियाओं से किस तरह सम्बन्धित हैं, का वर्णन तथा व्याख्या करता है.

 

मौसम क्या होता है 

  • फिंच एवं ट्रिवार्था अनुसार थोड़े समय के लिए किसी स्थान की वायुमण्डलीय अवस्थाओं (तापमान, वायुदाब, आर्द्रता और हवाओं) का कुल योग ही वहाँ का मौसम होता है. 
  • दूसरे शब्दों में, वायुमण्डलीय दशाओं यथा तापमान, वायुदाब पवन, आर्द्रता, वर्षा, दृश्यता आदि के किसी स्थान विशेष में निश्चित समय के अन्तर्गत अल्प कालीन विभिन्नताओं की दशा को मौसम की संज्ञा दी जाती है.

 

जलवायु क्या होती है  

  • लम्बी अवधि (30 से 50 वर्षों) के दौरान मौसम सम्बन्धी दशाओं के साधारणीकरण को जलवायु कहते हैं अर्थात् भू-पृष्ठ के विस्तृत क्षेत्र में मौसम की दशाओं की समग्र जटिलता, उसके औसत लक्षण और परिवर्तन का परिसर जलवायु कहलाता है. सामान्यतः ये दशाएँ अनेक वर्षों की दशाओं का परिणाम होती हैं और ताप वायुमण्डलीय दाब, वायु आर्द्रता, मेघ, वर्षण तथा अन्य मौसम तत्वों के कारण उत्पन्न होती हैं.

 

वायुमण्डल क्या है  

  • वायुमण्डल अनेक गैसों का यांत्रिक सम्मिश्रण है. इसमें नाइट्रोजन, ऑक्सीजन, कार्बन डाइऑक्साइड, आर्गन, हाइड्रोजन, हीलियम, नियोन, क्रिप्टोन, जिनोन तथा ओजोन आदि गैसें पाई जाती हैं. 
  • वायुमण्डल का 99% भाग केवल नाइट्रोजन (78%) व ऑक्सीजन (21% ) गैसों से निर्मित है . शेष 1% भाग में सभी गैसें सम्मिलित हैं. गैसों के साथ-साथ वायुमण्डल में जलवाष्प तथा । धूलि कणों का भी योग होता है. भूतल के 5 किमी तक के वायुमण्डल में समस्त वायु का 90% भाग रहता है. यदि वायुमण्डल की समस्त वायु का संघनन (Condensation)  कर दिया जाए, तो सम्पूर्ण पृथ्वी के चारों ओर जल की एक इंच मोटी परत बन सकती है.


Also Read...

वायुदाब पेटियाँ

वायुमण्डल की संरचना 

सूर्याभिताप 

तापमान का सामान्य प्रादेशिक वितरण 

No comments:

Post a Comment

Powered by Blogger.