मैदान किसे कहते हैं | मैदान के प्रकार | Maidan Kya Hote Hain
मैदान किसे कहते हैं | मैदान के प्रकार
मैदान क्या हैं
मैदान (Plains)-भूपटल पर निचले और समतल क्षेत्र मैदान कहलाते हैं. मैदान ऊँचे-नीचे भी हो सकते हैं. ऊँचाई की दृष्टि से मैदान समुद्र तल से 150 मीटर तक ऊँचे भू-भाग हैं. मैदान का ऊपरी धरातल प्रायः समतल तथा सपाट होता है और ढाल मंद होता है ऊँचाई, स्थिति, आकार और धरातलीय स्वरूप के आधार पर मैदानों को कई भागों में बाँटा जा सकता है.
मैदानों का वर्गीकरण
स्थिति के आधार पर मैदानों का वर्गीकरण
स्थिति के आधार पर मैदान दो प्रकार के होते हैं-
(1) तटीय मैदान (Coastal Plain ) -
- सागर तटों के निकट के मैदान तटीय मैदान कहलाते हैं. जैसे-फ्लोरिडा का मैदान और भारत का पूर्वी तटीय मैदान.
(2) आन्तरिक मैदान (Interior Plain) -
- महाद्वीपों के आन्तरिक भाग में पाए जाने वाले मैदान आन्तरिक मैदान कहलाते हैं जैसे-यूरोप का मैदान.
रचना के आधार पर मैदान पर मैदानों का वर्गीकरण
रचना के आधार पर मैदान चार प्रकार के होते हैं
1. समतल मैदान-
- ये मैदान सपाट और विस्तृत होते है इनकी सामान्यतः ऊँचाई 15 मीटर होती है इन्हें समतल मैदान कहते हैं
- गंगा, ह्वांगहो, यांगटिसीक्यांग आदि नदियों द्वारा निर्मित निक्षेपणात्मक मैदान समतल मैदान कहलाते हैं।
- निक्षेपण का कार्य केवल नदियाँ ही नहीं करतीं बल्कि वायु और हिमानी के द्वारा निपेक्षण से भी मैदानों की संरचना होती है
नदी द्वारा निक्षेपण से बने मैदान
निक्षेपण के अनुसार मैदानों के निम्नलिखित प्रकार हैं
(1) नदी द्वारा निक्षेपण से बने मैदान नदी
द्वारा गिरिपाद, बाढ़ क्षेत्र और डेल्टा में निक्षेपण
किया जाता है अतः इन्हीं के नाम से इन्हें निम्नलिखित तीन भागों में बाँट सकते हैं
(अ) गिरिपाद जलोढ़ मैदान-
- नदी के साथ बहा कर लाए गए बड़े-बड़े शिलाखण्ड व मलवा पर्वत व पहाड़ियों के पादों (Foots) पर निक्षेपित कर दिया जाता है अतः इन्हें गिरिपाद जलोढ़ मैदान कहते हैं भारत में इन मैदानों को भावर कहते हैं हिमालय के गिरिपादों पर ऐसे मैदानों का विस्तार है।
(ब) बाढ़ मैदान-
- बाढ़ के समय नदी अपने तलछट और मलवे को अपने मार्ग में ही निक्षेपित करती जाती है इस प्रकार बने मैदान बाढ़ के मैदान कहलाते हैं गंगा सतलज, यांगटिसीक्यांग, ह्वांगहो, नील और मिसीसिपी नदियों द्वारा बने बाढ़ के विश्व विख्यात मैदान हैं. ये कृषि की दृष्टि से अति उपजाऊ मैदान हैं।
(स) डेल्टा का मैदान-
- नदी अपनी वृद्धावस्था में जब समुद्र या झील में गिरती है, तो उसके वेग में कमी आ जाती है और उसका तलछट वहीं निक्षेपित हो जाता है. इस प्रकार के बने मैदान भी अत्यन्त उपजाऊ समतल और सपाट होते हैं. कहीं कहीं इन मैदानों में दलदल भी बन जाते हैं. गंगा, सिन्धु, नील, मिसीसिपी, पो. ह्वांगहो आदि नदियों के मुहानों पर बने मैदान डेल्टाई मैदान हैं.
(2) झीलकृत मैदान-
- झीलों में जब नदियाँ गिरती हैं, तो अपने साथ लाए हैं तलछट और मलवों को भी झील में जमा करती जाती हैं. कालान्तर में झील का भाग हि
- सपाट हो जाता है और एक मैदान बन जाता है, संयुक्त राज्य अमरीका, कनाडा और पश्चिमी यूरोपीय देशों में इस प्रकार के अनेक मैदान हैं
2. लावा मैदान-
ज्वालामुखी उद्गार से निकला लावा जब पतली चादर के रूप में निचले भागों में निक्षेपित हो जाता है तो वह भाग उपजाऊ मैदान बन जाता है इटली, न्यूजीलैण्ड, संयुक्त राज्य अमरीका, अर्जेन्टाइना आदि देशों उदाहरण विद्यमान हैं ।
3. पवन द्वारा निक्षेपित मैदान
पवन द्वारा
निक्षेपित मैदानों में मरुस्थलीय मैदान और लोयस का मैदान सम्मिलित हैं मरुस्थलीय
प्रदेशों में पवन बालू व रेत आदि को उड़ाकर अन्यत्र निक्षेपित कर देती इस प्रकार
बने मैदान मरुस्थलीय मैदान कहलाते हैं अफ्रीका के सहारा व भारत थार मरुस्थल में
ऐसे मैदानों के उदाहरण ब मिलते हैं. लोयस का मैदान मरुस्थलों दूर बनते हैं. तीव्र
वेग की पवनें मिट्टी कणों को उड़ाकर अधिक दूर तक ले जाती है हैं जहाँ पर उनकी गति
मन्द पड़ जाती है वहीं पर इन पदार्थों का निक्षेपण होने लगता है, जिसे लोयस का मैदान कहते हैं.
4. हिमानी द्वारा निक्षेपित मैदान
हिमनदी या हिमानी द्वारा मलवा के निक्षेपण अपने से बने मैदानों को हिमानीकृत मैदान कहते धीरे हैं. उत्तरी यूरोप और उत्तरी अमरीका में अनेक प्लीस्टोसीन हिमाच्छादन के कारण निर्मित हिमानी मैदान अत्यधिक विस्तृत क्षेत्रों में मिलते हैं. इन मैदानों में टिल मैदान व हिमोढ मैदान प्रमुख हैं .
विश्व के प्रमुख मैदान
- अमेजन का मैदान-द. अमरीका
- पैण्टेगोनिया का मैदान-द अमरीका
- पम्पास का मैदान-द. अमरीका
- फ्रांस का मैदान-यूरोप
- यूरोप का बड़ा मैदान यूरोप
- द. साइबेरिया का मैदान-एशिया
- सहारा मैदान-अफ्रीका
- नील नदी का मैदान-मिस्र
- अफ्रीका का पूर्वी तटीय मैदान
- अफ्रीका का पश्चिमी तटीय मैदान
- मलागासी का मैदान मलागासी
- गंगा-यमुना का मैदान (भारत)
- सिन्ध का मैदान-भारत एवं पाकिस्तान
- ब्रह्मपुत्र का मैदान-बांग्लादेश एवं भारत
- अरब का बड़ा मैदान-सउदी अरब, इराक तथा ईरान आदि
- चीन का मैदान
- आस्ट्रेलिया का पूर्वी मैदान
Post a Comment