मिशन इन्द्रधनुष क्या है | मिशन इन्द्रधनुष के वर्जन | Mission Indra Dhanush Kya Hai
मिशन इन्द्रधनुष क्या है ?
मिशन इंद्रधनुष अभियान को भारत सरकार के केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने सभी बच्चों को टीकाकरण के अंतर्गत लाने के लिये "'मिशन इंद्रधनुष'" को सुशासन दिवस के अवसर पर 25 दिसंबर 2014 प्रारंभ किया गया
- भारत सरकार के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय ने 25 दिसंबर 2014 को ‘मिशन इन्द्रधनुष’ की शुरुआत की थी।
- मिशन इन्द्रधनुष एक बूस्टर टीकाकरण कार्यक्रम है जो कम टीकाकरण कवरेज वाले 201 ज़िलों में शुरू हुआ था।
- यह यूनिवर्सल टीकाकरण कार्यक्रम में शामिल किये गए 7 रोगों के खिलाफ 7 टीकों का प्रतिनिधित्व करता है।
- तपेदिक (Tuberculosis),
- पोलियोमाइलाइटिस (Poliomyelitis),
- हेपेटाइटिस बी (Hepatitis B),
- डिप्थीरिया (Diphtheria),
- पर्टुसिस (Pertussis),
- टेटनस (Tetanus) और
- खसरा (Measles)
- इसके अलावा खसरा रूबेला (Measles
Rubella), रोटावायरस (Rb otavirus), हिमोफिलस
इन्फ्लूएंजा टाइप-बी (Haemophilus Influenza Type-B ) और
पोलियो (Polio) के खिलाफ टीकों को शामिल करने के बाद इन
टीकों की संख्या 12 हो गई है।
- कुछ चुने गए राज्यों और ज़िलों में, जापानी एन्सेफलाइटिस ( (Japanese Encephalitis) और
न्यूमोकोकस (Pneumococcus) के खिलाफ भी टीके दिये गए हैं।
- अप्रैल 2015 से जुलाई 2017 के बीच चले इस कार्यक्रम के अंतर्गत लगभग 25.5 मिलियन बच्चों और 6.9 मिलियन गर्भवती महिलाओं को कवर किया गया।
- इससे पूर्ण टीकाकरण कवरेज में 6.7% की वृद्धि हुई।
- इस वृद्धि को गति देने के लिये भारत
ने एक महत्त्वाकांक्षी योजना - तीव्र मिशन इन्द्रधनुष (Intensified
Mission Indradhanush) की शुरुआत की है।
तीव्र मिशन इन्द्रधनुष
- इस कार्यक्रम के माध्यम से भारत सरकार का लक्ष्य दो वर्ष से कम आयु के प्रत्येक बच्चे और उन सभी गर्भवती महिलाओं तक पहुँचना है, जिनका नियमित टीकाकरण कार्यक्रम के तहत टीकाकरण नहीं हो पाया है।
- मिशन के अंतर्गत 2020 तक पूर्ण टीकाकरण का लक्ष्य रखा गया है।
सघन मिशन इन्द्रधनुष 1.0
- इस कार्यक्रम को वर्ष 2017 में प्रारंभ किया गया।
- मिशन इन्द्रधनुष 1.0 के तहत उन शहरी क्षेत्रों पर अधिक ध्यान दिया गया जो मिशन इन्द्रधनुष के तहत छूट गए थे।
- इसके तहत वर्ष 2020 के बजाय दिसंबर 2018 तक 90% से अधिक पूर्ण टीकाकरण सुनिश्चित करने हेतु चुनिंदा ज़िलों और शहरों में टीकाकरण कवरेज में सुधार करने पर ध्यान केंद्रित किया गया।
सघन मिशन इन्द्रधनुष 2.0
- यह पल्स पोलियो कार्यक्रम (2019-20) के 25 वर्षों को चिह्नित करने के उद्देश्य से शुरू किया गया एक राष्ट्रव्यापी टीकाकरण अभियान था।
- इसमें 27 राज्यों के कुल 272 ज़िलों में पूर्ण टीकाकरण कवरेज का लक्ष्य रखा गया।
- इस कार्यक्रम का उद्देश्य वर्ष 2022 तक कम-से-कम 90% अखिल भारतीय टीकाकरण कवरेज के लक्ष्य को हासिल करना।
सघन मिशन इन्द्रधनुष 3.0
- कोविड-19 महामारी के दौरान नियमित टीकाकरण में छूटे बच्चों और गर्भवती महिलाओं को कवर करने के उद्देश्य से सघन मिशन इन्द्रधनुष 3.0 (Intensified Mission Indradhanush- IMI 3.0) योजना शुरू की गई है।
सघन मिशन इन्द्रधनुष (IMI) 3.0 योजना
के बारे में:
- सार्वभौमिक टीकाकरण कार्यक्रम (Universal Immunisation Programme- UIP) के तहत उपलब्ध सभी टीकों के साथ आबादी के उस हिस्से तक पहुँचना जहाँ टीकों के वितरण का अभाव है और जिससे सभी बच्चों एवं गर्भवती महिलाओं में टीकाकरण किया जा सके, साथ ही टीकाकरण कवरेज कार्यक्रम में तीव्रता लाई जा सके ।
- यह टीकाकरण कार्य इस वर्ष दो चरणों में संपन्न होगा जिसे 29 राज्यों/केंद्रशासित प्रदेशों के 250 पूर्व-चिह्नित ज़िलों/शहरी क्षेत्रों में आयोजित किया जाएगा।
- टीकाकरण हेतु 313 ज़िलों को कम जोखिम, 152 को मध्यम जोखिम और 250 को उच्च जोखिम वाले ज़िलों में वर्गीकृत किया गया है।
- प्रव्रजन क्षेत्रों (Migration Areas) और दूरदराज़ के क्षेत्रों में उन लभार्तियों को लक्षित किया जाएगा जो महामारी के दौरान टीके की खुराक से वंचित रह गए हैं।
- महत्त्व: यह सतत् विकास लक्ष्यों (Sustainable Development Goals) को प्राप्त करने के उद्देश्य से भारत द्वारा किये जाने वाले प्रयासों में वृद्धि करेगा।
सर्वभौमिक टीकाकरण कार्यक्रम क्या है
- भारत में टीकाकरण कार्यक्रम को वर्ष 1978 में स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय द्वारा ‘विस्तृत टीकाकरण कार्यक्रम’ (Expanded Programme of Immunization- EPI) के रूप में शुरू किया गया था।
- वर्ष 1985 में इसे सार्वभौमिक टीकाकरण कार्यक्रम में परिवर्तित कर दिया गया।
सार्वभौमिक टीकाकरण कार्यक्रम का उद्देश्य:
- टीकाकरण कवरेज को तेज़ी से बढ़ाना।
- सेवाओं की गुणवत्ता में सुधार।
- स्वास्थ्य सुविधाओं के स्तर पर एक विश्वसनीय कोल्ड चेन सिस्टम (Reliable Cold Chain System) की स्थापना।
- टीकाकरण कार्यक्रम के प्रदर्शन की निगरानी हेतु ज़िलेवार प्रणाली की स्थापना।
- टीके उत्पादन के क्षेत्र में आत्मनिर्भरता प्राप्त करना।
सार्वभौमिक टीकाकरण कार्यक्रम का विश्लेषण:
- UIP 12 वैक्सीन- रोकथाम योग्य बीमारियों के खिलाफ बच्चों और गर्भवती महिलाओं में मृत्यु दर एवं रुग्णता को रोकती है लेकिन अतीत में यह देखा गया कि टीकाकरण कवरेज में धीमी वृद्धि रही जो वर्ष 2009 से 2013 के मध्य प्रतिवर्ष 1% की दर से ही बढ़ी।
- टीकाकरण कवरेज में तेज़ी लाने हेतु वर्ष 2015 से पूर्ण टीकाकरण कवरेज को 90% तक बढ़ाने के उद्देश्य से मिशन इन्द्रधनुष की परिकल्पना और उसका कार्यान्वयन किया गया था।
मिशन इन्द्रधनुष में कितनी बीमारियों को कवर किया गया है ?
टीकाकरण के तहत कवर की जाने वाली बीमारियाँ:
- मिशन इन्द्रधनुष में 12 वैक्सीन-प्रिवेंटेबल डिज़ीज़ (Vaccine-Preventable Diseases- VPD) के खिलाफ टीकाकरण शामिल है जिनमें-
- डिफ्थीरिया (Diphtheria),
- काली खांँसी (Whooping Cough),
- टेटनस (Tetanus),
- पोलियो (Polio),
- क्षय (Tuberculosis),
- हेपेटाइटिस-बी (Hepatitis B),
- मैनिन्जाइटिस (Meningitis),
- निमोनिया (Pneumonia), हेमोफिलस इन्फ्लुएंज़ा टाइप बी संक्रमण (Haemophilus Influenzae Type B Infections),
- जापानी एनसेफेलाइटिस(Japanese Encephalitis),
- रोटावायरस वैक्सीन (Rotavirus Vaccine),
- न्यूमोकोकल कंजुगेट वैक्सीन (Pneumococcal Conjugate Vaccine) और
- खसरा-रूबेला (Measles-Rubella) शामिल हैं।
- हालाँकि
जापानी एनसेफेलाइटिस और हीमोफिलस इन्फ्लुएंज़ा टाइप बी के खिलाफ टीकाकरण
कार्यक्रम देश के चुनिंदा ज़िलों में किया जा रहा है।
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