लोकसेवकों के लिए आचरण संहिता |आचार संहिता की आवश्यकता एवं लाभ | Aachran SAhita Ke Laabh
लोकसेवकों के लिए आचरण संहिता |आचार संहिता की आवश्यकता एवं लाभ
लोकसेवकों के लिए आचरण संहिता
- लोकसेवकों के आचरण को स्वच्छ एवं आदर्श बनाए रखने के लिए कुछ आचार-व्यवहार के नियमों का निर्धारण कर दिया जाता है। यह लोकसेवकों के आचरण के वह नियम हैं, जिनके पालन से उनमें अनुशासन बना रहता है।
- सर्वप्रथम जर्मनी में लोक सेवकों के लिए आचार संहिता तैयार की गई थी। फ्रांस में आचार संहिता को संविधान में शामिल किया गया है। भारत और अमेरिका में यह प्रशासनिक अधिनियमों द्वारा निर्धारित की जाती है।
आचार संहिता की आवश्यकता एवं लाभ
- जनता पर लोकसेवकों के आदर्शों का प्रभाव पड़ता है।
- लोकसेवकों की राजनीतिक तटस्थता का निर्वाह होता है।
- प्रशासन में नैतिकता का उच्च स्तर बना रहता है।
- सत्ता का प्रयोग व्यक्तिगत स्वार्थ के लिये नहीं होता है।
- प्रशासनिक कुशलता का निर्वाह संभव होता है।
- लोकसेवकों की छवि स्वच्छ बनी रहती है।
- इनके द्वारा कर्तव्य पालन संभव होता है।
- भ्रष्टाचार की संभावना कम हो जाती है।
- पक्षपात व भाई-भतीजावाद के अवसर कम हो जाते हैं।
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