पूर्वाग्रह और विभेद में अन्तर | Purvagrah evam Vibehd Mein Antar
पूर्वाग्रह और विभेद में अन्तर
⧭ पूर्वाग्रह एक मनोवृत्ति (attitude) है जबकि विभेद पूर्वाग्रह की व्यवहारात्मक अभिव्यक्ति (behavioural Menifestation) है।
⧭ आलपोर्ट के अनुसार पूर्वाग्रह से
पाँच तरह की क्रियाएँ उत्पन्न होती हैं, जिसमें विभेद एक है। अन्य चार क्रियाएँ
है प्रतिवाग्मिता (antilocution) परिहार (avoidance),
शारीरिक हमला (Physical
attack) उन्मूलन
(extermination) आदि।
⧭ विभेदक का स्वरूप, स्वीकारात्मक (Positive) भी हो सकता है तथा नकारात्मक भी।
⧭ फैल्डमेन (Feldman 1985)
के अनुसार, “पूर्वधारणा
की व्यवहारात्मक अभिव्यक्ति विभेद कहलाती है। विभेद में किसी खास समूह में सदस्यता
के कारण उस समूह के सदस्यों के साथ धनात्मक या ऋणात्मक ढंग से व्यवहार किया जाता
है।”
⧭ पूर्वाग्रह एवं विभेद में समाज मनोवैज्ञानिकों ने एक खास सम्बन्ध बतलाया है।
⧭ व्यक्ति में पूर्वाग्रह होने पर भी वह हमेशा लक्ष्य
समूह (target group) के
प्रति विभेद दिखलायेगा ही, यह कोई जरूरी नहीं है। ऐसा इसलिए होता है कि सामाजिक परिस्थितियां (social
situations) ही
कुछ ऐसी होती हैं जो पूर्वाग्रहित व्यक्ति को खुलकर विभेद दिखलाने की अनुमति नहीं
देता है।
पूर्वाग्रह और विभेद में अन्तर का उदाहरणार्थ-
- एक उच्च जाति का जातीय पूर्वाग्रह से ग्रसित आफिसर कार्यालय में एक दलित के प्रति किसी प्रकार की नकारात्मक आज्ञा नहीं देता है। दूसरी तरफ जब कोई व्यक्ति किसी धर्म, जाति, या समुदाय के प्रति विभेद दिखलाता है तो उसमें एक पूर्वाग्रह होगा ही, यह कोई जरूरी नहीं है। हालाँकि विभेद करते देखकर आसानी से लोग अब अधिकतर परिस्थिति में यह अनुमान लगा लेते हैं कि व्यक्ति पूर्वाग्रहित है।
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