भारत में राजनीतिक दलों के प्रकार | Rajnitik Dalon Ke prakar
भारत में राजनीतिक दलों के प्रकार Rajnitik Dalon Ke Prakar
राजनीतिक दलों को वर्गीकृत किया है:
- राष्ट्रीय राज्य / क्षेत्रीय और पंजीकृत दल. वर्तमान में भारत में लगभग 2300 राजनीतिक दल है। जिनमें 07 राष्ट्रीय दल, 36 राज्य मान्यता प्राप्त दल, 329 क्षेत्रीय दल और लगभग 2044 पंजीकृत / अपरिचित दल शामिल है। अपने चुनाव निष्पादन के आधार पर इन दलों की संख्या बदलती रहती है। और इस इकाई में आप विभिन्न प्रकार के दलों के बारे में पढ़ेंगे।
भारत में राजनीतिक दलों के प्रकार
राजनीतिक दलों को
राष्ट्रीय राज्य / क्षेत्रीय और पंजीकृत दलों के रूप में वर्गीकृत करने के लिए
भारत के चुनाव आयोग द्वारा दिए गए मापदंडों की व्याख्या की गई है।
राष्ट्रीय दल के लिए योग्यताऐं
निर्वाचन आयोग के अनुसार किसी दल को राष्ट्रीय
पार्टी होने के लिए कम से कम निम्नलिखित योग्यताऐं होनी चाहिए:
i) उसे कम से कम तीन राज्यों से लोकसभा में कम से कम दो प्रतिशत सीटें प्राप्त करनी होती है;
ii) आम चुनाव में पार्टी को छह प्रतिशत वोट मिलें हों कम से कम चार लोकसभा सीटें जीते;
iii) चार या उससे अधिक राज्यों में दल को राज्य स्तरीय पार्टी के रूप में मान्यता दी जानी चाहिए।
2020 में भारत में सात राष्ट्रीय दल है:
- भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस (आई.एन. सी),
- भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी),
- बहुजन समाज पार्टी (बी.एस.पी).
- भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (सी.पी. आई),
- भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी
- मार्क्सवादी पार्टी (सी.पी.आई) एम, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एन.सी.पी) और
- अखिल भारतीय तृणमूल कांग्रेस दल
राज्य दल या क्षेत्रीय दल
- चुनाव आयोग क्षेत्रीय दल के संकल्प का उपयोग नहीं करता है। इसके बजाय में उन्हें राज्य दल की धारणा का उपयोग करते हैं। तथापि शैक्षणिक साहित्य में और सामान्य भाषा में राज्य और क्षेत्रीय दलों को एक दूसरे के लिए उपयोग किया जाता है। परन्तु निर्वाचन आयोग और शैक्षणिक बहस के मामले में राज्यों और प्रादेशिक दलों की परिभाषा भिन्न है ।
- चुनाव आयोग कई राज्यों में अपने चुनावी प्रदर्शन के आधार पर क्षेत्रीय दल की पहचान करता है।
- शैक्षणिक साहित्य विशिष्ट क्षेत्रों या राज्यों में अपनी नीतियों, गतिविधियों, सहायक आधार और मार्गदर्शन के आधार पर क्षेत्रीय / राज्य पार्टी को परिभाषित करता है,
राज्य पार्टी बनने के लिए योग्यताएँ
निर्वाचन आयोग के अनुसार जिस दल को
राज्य पार्टी माना जाए, उस दल के पास निम्नलिखित योग्यताएँ
होनी चाहिए
i) उसे कम से कम पाँच वर्षों तक राजनीतिक गतिविधि में होना चाहिए।
ii) उसे आम चुनावों में चार प्रतिशत तथा राज्य चुनावों में तीन प्रतिशत स्थान प्राप्त हुआ होना चाहिए।
iii) इसके अलावा इसमें छह प्रतिशत वोटो का समर्थन होना चाहिए ।
iv) किसी इकाई को राज्य पार्टी का दर्जा तब ही दिया जा सकता है भले ही वह
लोकसभा में या विधानसभा में कोई स्थान नहीं प्राप्त किया हो यदि वह पूरे राज्य में
डाले गए कुल मतों में से कम से कम आठ प्रतिशत जीत होनी चाहिए।
2020 में भारत में ऐसे 36
राज्य / क्षेत्रीय दल है जो अपने-अपने राज्यों का प्रतिनिधित्व करती है। कुछ
मान्यता प्राप्त दलों में आम आदमी पार्टी (आप), अखिल भारतीय अन्ना द्रविड मुन्नेन्न कझगम (ए.आई.ए. डी. एम. के.
द्रविड़ मुन्नेत कझगम (डी.एम. के), बीजू जनता दल (बी. जे. डी), जनता दल (संयुक्त) (जे.डी.यू.) राष्ट्रीय जनता दल (आर. जे. डी), समाजवादी पार्टी (एस.पी.) ।
पंजीकृत / गैर मान्यता प्राप्त दल
- पंजीकृत दल वह दल होता है जिसे न तो राज्य माना जाता है और न ही राष्ट्रीय दल माना जाता है परन्तु उसका पंजीकरण निर्वाचन आयोग के पास होता है। इसे अपरिचित दल भी कहा जाता है। वर्तमान में भारत में 2000 से अधिक पंजीकृत दल हैं।
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