जाति व्यवस्था बदली परिस्थितियों में अपनी भूमिका को नये सिरे से व्यवस्थित करने का प्रयास कर रही है।
औद्यौगीकरण, शहरीकरण, सामाजिक धार्मिक सुधार, व्यावसायिक गतिशीलता, बाजारी अर्थव्यवस्था में वृद्धि का जाति व्यवस्था पर बहुत अधिक प्रभाव पड़ा है। इन कारकों के प्रभाव के कारण हमें जाति में आये परिवर्तन को भी समझना पड़ेगा। जैसा कि हम चर्चा कर चुके हैं, जाति ने देश की राजनीति में जबरदस्त भूमिका निभाई है, तथा यह भी सत्य है कि जाति ने गैर-चुनावी क्षेत्र में भूमिका निभाई है।
यह अपेक्षा की जाती है कि शिक्षा के प्रसार से लोग उदार, तर्कशील एवं विस्तृत सोच के बनेंगे। इसी प्रकार भारत में साक्षरता दर में वृद्धि ने लोगों की सोच में परिवर्तन आएगा। इसके कारण जातिवाद एवं जाति की मानसिकता में भी परिवर्तन आएगा।
लेकिन साक्षरता में वृद्धि से जातियों में चेतना का भी विकास हुआ है। इससे सभी जातियाँ अपने हितों की रक्षा करना चाहती है। इसी के आधार पर जातियाँ संगठित हो रही है एवं संघ एवं दबाव समूह बना रही है। ये समूह मुख्य रूप से शिक्षा के मुद्दे, स्वास्थ्य एवं धार्मिक मुद्दों को उठाते हैं। ये संगठन हॉस्टल एवं हास्पीटल, स्कूल एवं कॉलेज, धर्मशाला और मंदिर भी चलाते है।
ये जातिवादी संगठन अपने सदस्यों को नेतृत्व दिलाने के लिए भी प्रयत्न करते हैं और उन्हें अपनी जाति का प्रवक्ता भी बनाते हैं।
जाति संगठन अपने सदस्यों के प्रति वफादारी निभाते हैं और उनकी जातिगत पहचान को मजबूत बनाते यद्यपि, जाति पंचायतों की भूमिका में कमी हो रही हैं परन्तु जाति संगठन बढ़ रहे हैं। इनमें से कुछ संगठनों का अपना लिखित संविधान भी है तथा प्रबंध समिति भी है जिससे वे जाति के विषय एवं प्रथा को बनाये रखते है।
कुछ जाति संगठनों के अपने अखबार, समाचार बुलेटिन, पत्रिकाऐं, इत्यादि भी होते हैं, जिनके माध्यम से अपने सदस्यों को संगठन की गतिविधियों एवं कार्यक्रमों की जानकारी देते हैं। जातियों के बीच एकता या एकीकरण करने के कई प्रयास किये गये हैं इनमें जाति आधारित ट्रस्टों की स्थापना या इकाई भी शामिल है।
ये ट्रस्ट वार्षिक सम्मेलन, मिलन समारोह, वार्षिक डिनर, या त्यौहारों का भी आयोजन करते हैं। ये गरीब बच्चों को छात्रवृत्तियों भी प्रदान कराते हैं। इनमें कुछ ट्रस्ट अपने स्कूल, कॉलेज, हॉस्टल, इत्यादि भी चलाते हैं।
ये संगठन अपने सदस्यों की आर्थिक स्थिति सुधार के लिए सामूहिक क्रेडिट सोसाइटी एवं औद्यौगिक सोसाइटी भी स्थापित करते हैं।
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