मनोवृत्ति/ अभिवृत्ति किसे कहते हैं | What is Attitude n Hindi
मनोवृत्ति/ अभिवृत्ति किसे कहते हैं
- मनोवृत्ति मानसिक तत्परता को कहते हैं। जो
किसी वस्तु, व्यक्ति, परिस्थिति, समाज या
देश के प्रति निर्देशित होता है। यानी यह किसी भी व्यक्ति का किसी भी वस्तु के
प्रति नजरिया, विचार, राय प्रकट करता
है जो मूल रूप से सकारात्मक या नकारात्मक हो सकता है। जो अनुकूल या प्रतिकूल हो
सकता है। उदाहरण- जापान के लोग बहुत मेहनती होते हैं, यह
जापान के लोगों के प्रति सकारात्मक नजरिया है। इसी प्रकार अमेरिकी लोग भौतिकवादी
होते हैं भारतीय रूढ़िवादी, यूरोपियन आधुनिक होते हैं। इस
प्रकार हमारी विभिन्न देशवासियों के प्रति अलग-अलग मनोवृत्ति है।
मनोवृत्ति की परिभाषा
- अजजेन (1975) के मुताबिक- “मनोवृत्ति किसी दी हुई वस्तु के संदर्भ में निरंतर अनुकूल या प्रतिकूल भाव से प्रत्युत्तर की विज्ञ पूर्ववृत्ति है। "
- इगली और चायकेन (1993) के अनुसार- 'मनोवृत्ति
एक मनोवैज्ञानिक प्रवृत्ति है जो किसी इकाई, विशेष की कुछ हद
तक पक्ष या विराम से मूल्यांकन द्वारा अभिव्यक्त किया जाता है।'
अरे वाह! नींबू पानी, मुझे बहुत पसंद है, मुझे धूम्रपान करने वाला पसंद नहीं, पर्यटन स्थलों पर घूमना अच्छा लगता है, मुझे सामान्य अध्ययन की पुस्तकें पढ़ना पसंद है, मुझे दोस्तों के साथ रहना ज्यादा पसंद है। उपर्युक्त सारे कथन यह प्रदर्शित करते हैं कि हम अपने माहौल की स्थिति, संदर्भ, विचार, मुद्दे के प्रति समीक्षात्मक ढंग से प्रत्युत्तर करते हैं।
किसी वस्तु
स्थिति, संदर्भ, विचार, मुद्दे, घटनाओं के बारे में निर्णय लेते हैं सब वह
अनुकूल या प्रतिकूल पसंद या नापसंद अच्छा या बुरा है। यही मनोवृत्ति का क्षेत्र
है। प्रत्येक वस्तु, घटनाओं, संदर्भ पर
विचार करते समय प्रत्येक व्यक्ति का निर्णय अलग-अलग हो भी सकता है या नहीं भी। जब
हम पसंद, नापसंद, प्यार, घृणा, सुख-दुःख, अच्छा-बुरा
इत्यादि शब्दों का प्रयोग कर रहे हैं, तब हम अपनी मनोवृत्ति
का वर्णन कर रहे होते हैं। इस दृष्टिकोण से मनोवृत्ति किसी विशेष समूह, कार्य अथवा चीज का मूल्यांकन है। जैसे लोगों में परमाणु ऊर्जा, शरणार्थी समस्या, पाश्चात्य संस्कृति सह शिक्षा,
समलैंगिक संबंध, सहजीवन संबंध, पर्यावरण आदि के बारे में खास मनोवृत्ति दिखाई देती है।
मनोवृत्ति और मानव व्यवहार
- मनोवृत्ति विभिन्न रूपों में मानवीय व्यवहार जीवन-शैली एवं उसके व्यक्तित्व निर्माण को प्रभावित करती है और दिशा प्रदान करती है। इसी कारण व्यक्ति के व्यवहार परिमार्जन में समस्यात्मक मनोवृत्ति का विकास-उसके अंदर होता है।
- एक प्रशासनिक अधिकारी की मनोवृत्ति आसपास की होने वाली घटनाओं, आम नागरिकों, वरिष्ठ अधिकारियों सहकर्मियो एवं अधीनस्थ अधिकारियों, नई तकनीकों एवं मानवीय मूल्यों के प्रति सकारात्मक होना चाहिए, तभी वह अपने कार्यों को कुशलतापूर्वक एवं प्रभावी रूप से सम्पन्न कर सकता है तथा सुशासन की संकल्पना को साकारित करने में सहायक हो सकता है।
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