नागरिक समाज (सिविल सोसायटी) अवधारणीकरण- प्रमुख अंशदाता | Civil society concept in Hindi

नागरिक समाज (सिविल सोसायटी) अवधारणीकरण- प्रमुख अंशदाता
Civil society concept in Hindi
नागरिक समाज (सिविल सोसायटी) अवधारणीकरण- प्रमुख अंशदाता | Civil society concept in Hindi


 

अब हम उन प्रमुख अंशदाताओं की पहचान कर सकते हैं जिनके विचारों ने नागरिक समाज अवधारणीकरण को समृद्ध किया तथा राज्य नागरिक समाज से सम्बंधित मुद्दों का स्पष्टीकरण किया।

 

प्रतिकूलक तत्व

 

  • यूनानियों की दृष्टि में राजनीतिक समाज मानव के लिए स्वभाविक था इसलिए यूनानी राजनीतिक संस्कृति के लिए स्वतंत्र अस्तित्व रख पाने की जहाँ किसी व्यक्ति के लिए निजी गैर-राज्य क्षेत्र का विचार होकल्पना ही नहीं की जा सकती थी। रोमन कानून के अनुसार व्यक्ति द्वारा निजी सम्पत्ति के अधिग्रहण का प्रावधान किया गया। इस प्रकार राजनीतिक समुदाय के बाहर व्यक्तिगत अलग अस्तित्व के विचार को रोमन कानून में मान्यता दी गई।

 

आधुनिक रूप में नागरिक समाज (सिविल सोसायटी) की अवधारणा

  • आधुनिक रूप मेंनागरिक समाज की अवधारणा के प्रारंभ को 17वीं और 19वीं शताब्दियों के आरंभ में देखा जा सकता है। सामाजिक अनुबंध सिद्धान्त के दो प्रमुख व्यक्तियों हॉब्स और लॉक को नागरिक समाज की अवधारणा तैयार करने के मामले में अग्रणी व्यक्तियों के रूप में माना जा सकता है। 


  • लॉक ने राज्य की स्थिति के विरोध में राजनीतिक या नागरिक समाज के बारे में लिखा हॉब्स और लॉक दोनों ही ने प्रकृति के राज्य के अवधारणात्मक विरोधों में एक नागरिक समाज का निर्माण किया। नागरिक समाज एक कृत्रिम सृजन है जहाँ प्रकृति का राज्य मानव के प्राकृतिक रूप में रहने की पूर्व नागरिक समाज की स्थिति में था। 


  • अनुबंध आधारित नागरिक और सामाजिक सम्बंध ने नागरिकता की दशाओं को तैयार किया इसके विपरीत प्रकृति का अनियंत्रित राज्य जीवन और सम्पत्ति की सुरक्षा तथा सुव्यवस्थित जीवन के लिए अनुकूल नहीं था। 


  • नागरिकता विशेष रूप से गठित राजनीतिक सत्ता का सृजन थी। लॉक की अवधारणा में संवैधानिक राज्य सही मार्ग का अनुसरण करने वाले व्यक्तियों के लिए था। इन अधिकारों ने प्रभुसत्ता को सीमित कर दिया।


  • हॉब्स ने भी आत्मरक्षा के व्यक्ति के अधिकार के सम्मान के रूप में राज्य की सीमाएँ निर्धारित की थी। लेकिन नीरा चंडोक ने यह सही ही कहा कि अनुबंध सिद्धान्त वाले लोग नागरिक समाज के वास्तव में सिद्धान्तवादी नहीं हैं। "नागरिक समाज के बारे में बाद में उदार नियमों को तैयार करते समय जो प्रमुख विषय उभरे इन सिद्धान्तों में भ्रूण रूप में पाए जाते हैं।

 

नागरिक समाज (सिविल सोयसायटी) विषय सूची- 





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