अर्थशास्त्र शब्दावली -भुगतान संतुलन |Economics Glossary - Balance of Payments
अर्थशास्त्र शब्दावली -भुगतान संतुलन
भुगतान संतुलन लेखाविधि:
- भुगतान संतुलन लेखाविधि दोहरे खाता प्रणाली (Double entry system) पर आधारित होती है। जिसके अनुसार प्रत्येक सौदे को जमा (Credit) एवं देय या नाम (debit) दोनों ओर लिखा जाता है । देय एवं जमा की प्रत्येक राशि समान होनी चाहिए ।
आर्थिक सौदे:
- आर्थिक सौदे वे सौदे होते है जिनमें मूल्य का हस्तान्तरण होता है । जिसके अन्तर्गत एक देश को दूसरे देश से या तो भुगतान प्राप्त करना होता है अथवा दूसरे देश को भुगतान चुकाने की बात होती है ।
हस्तान्तरण भुगतान:
- हस्तान्तरण भुगतान एकतरफा हस्तान्तरण भुगतान होते है जो बिना किसी प्रतिफल के होते है तथा उनके पुनर्भुगतान का दायित्व नहीं होता है । उदाहरणार्थ, एक भारत के नागरिक का विदेश में रहने वाले किसी सम्बन्धी को उपहार में कुछ राशि या ( डालर) भेजना है इसके अतिरिक्त, पेन्सन, निजी प्रेषण (remittances) दान आदि भी हस्तान्तरण भुगतान के उदाहरण है।
दृश्य मदें:
- भौतिक वस्तुओं के आयात एवं निर्यात दृश्य मदें (visible items) कहलाती है।
अदृश्य मदें:
- सेवाओं तथा हस्तान्तरण भुगतान में सम्मिलित मदें अदृश्य मदें कहलाती है जैसे स्वदेशी एवं विदेशी कम्पनियों द्वारा दी गई सेवाएँ- बीमा, जहाजरानी, बैंकिंग और भाड़ा आि इसके अतिरिक्त स्कालरशिप, ब्याज, लाभ, रायल्टी राजनयिकों, मिलेट्री कर्मचारियों और दूतावासों एवं वैज्ञानिकों पर व्यय इत्यादि । अदृश्य मदों को बन्दरगाह पर रिकार्ड नहीं किया जाता है।
प्रत्यक्ष विदेशी विनियोगः
- प्रत्यक्ष विदेशी विनियोग से अभिप्राय किसी विदेशी नागरिक या संगठन द्वारा दूसरे देश में अपनी पूँजी द्वारा उत्पादन इकाई की स्थापना करने या खरीदने से है । ऐसे विनियोजन पर विनियोजक का स्वामित्व प्रबन्ध में नियंत्रण रहता है।
पोर्टफोलियो विनियोग:
- इसके अन्तर्गत विदेशी कम्पनियाँ भारतीय कम्पनियों के ऋण पत्र (बाण्ड) या अंश (शेयर) खरीदकर विनियोग करती है। इस प्रकार के विनियोग में विदेशी कम्पनियों का स्वामित्तव, प्रबन्ध व नियन्त्रण पर नहीं होता है। इनका स्वामित्व मात्र लाभांश व ब्याज प्राप्त करने तक सीमित होता है ।
विशेष आहरण अधिकार (Special Drawing Right, SDRs):
- SDRs को कागजी सोना भी कहते है । SDR लेखा की अन्तर्राष्ट्रीय इकाई है जो 'अन्तर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष विशेष आहरण में ' विदेशी विनिमय रिजर्व परिसम्पत्ति के पूरक के रूप में रखी जाती है कोष सामान्य लेखा मे सभी मुद्राओं के कोटों का मूल्य-निर्धारण SDR में किया जाता है अन्तर्राष्ट्रीय तरलता में वृद्धि करने के लिए कोष' द्वारा SDR का निर्माण 1969 में किया गया था।
व्यापार चक्र:
- ऐसे अर्थिक उतार-चढ़ाव जिनकी प्रवृत्ति नियमित रूप से बार-बार (recurrent) उत्पन्न होने की होती है, 'व्यापार चक्र' (Trade Cycle या Business Cycle) कहलाते है अमेरिकी अर्थशास्त्री बर्न्स तथा मिचेल के अनुसार प्रत्येक व्यापार चक्र में गर्त (Trough) तथा शिखर ( Peak ) की दो अवस्थाओं के अतिरिक्त दो अन्य अवस्थाएँ इन दोनों के बीच की होती है। ये अवस्थाएँ है (1) मंदी या संकुचन (Depression or Contraction) (2) पुनरूत्थान (Recovery or Revival) (3) समृद्धि, तेजी अथवा विस्तार (Prosperity, Boom or Expansion) तथा सुस्ती या प्रतिसार ( Recession )
अधिमूल्यनः
- अधिमूल्यन का अर्थ देश की मुद्रा के वाह्य मूल्य को अधिक करना है । इसके अन्तर्गत मुद्रा की आन्तरिक क्रय शक्ति में परिवर्तन नहीं किया जाता है । विनिमय नियंत्रण: विनिमय नियंत्रण से अभिप्राय विनिमय दर के स्तर को प्रभावित करने वाले सरकारी हस्तक्षेप से है ।
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