जुलाई 2022 के प्रमुख (महत्वपूर्ण) दिवस | List Important Day July 2022
जुलाई माह के प्रमुख (महत्वपूर्ण) दिवस की सूची
- राष्ट्रीय चिकित्सक दिवस 01 जुलाई
- नेशनल चार्टर्ड एकाउंटेंट्स दिवस 01 जुलाई
- स्टेट बैंक ऑफ इंडिया स्थापना दिवस 01 जुलाई
- अमेरिकी स्वतंत्रता दिवस 04 जुलाई
- अंतर्राष्ट्रीय सहकारिता दिवस-जुलाई माह के पहले शनिवार को
- राष्ट्रीय मत्स्य किसान दिवस 10 जुलाई
- मलाला दिवस 12 जुलाई
- बैस्टिल दिवस 14 जुलाई
- विश्व युवा कौशल दिवस 15 जुलाई
- विश्व अंतर्राष्ट्रीय न्याय दिवस 17 जुलाई
- अंतर्राष्ट्रीय नेल्सन मंडेला दिवस 18 जुलाई
- मून लैंडिंग डे 20 जुलाई
- अंतर्राष्ट्रीय शतरंज दिवस 20 जुलाई
- विश्व मस्तिष्क दिवस 22 जुलाई
- विश्व् प्रकृति संरक्षण दिवस 20 जुलाई
- विश्व हेपेटाइटिस दिवस 28 जुलाई
- विश्व मानव तस्करी रोधी दिवस 30 जुलाई
जुलाई माह के प्रमुख (महत्वपूर्ण) दिवस के बारे में विस्तृत जानकारी
राष्ट्रीय चिकित्सक दिवस 01 जुलाई
- प्रतिवर्ष इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (IMA) द्वारा 01 जुलाई को ‘राष्ट्रीय चिकित्सक दिवस’ के रूप में मनाया जाता है। यह दिवस पश्चिम बंगाल के पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. बिधान चंद्र रॉय की जयंती एवं पुण्यतिथि के उपलक्ष्य में मनाया जाता है। यह दिवस उन सभी डॉक्टरों और स्वास्थ्यकर्मियों को समर्पित है, जो कोविड-19 महामारी जैसे इस चुनौतीपूर्ण समय में भी अपनी जान जोखिम में डालकर लोगों की सेवा कर रहे हैं। कोविड-19 महामारी ने एक बार पुनः दुनिया भर के डॉक्टरों और स्वास्थ्यकर्मियों द्वारा किये गए योगदान और बलिदान को याद करने का अवसर प्रदान किया है।
- यह दिवस पहली बार 1991 में मानवता की सेवा में बंगाल के पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. बी.सी. रॉय के योगदान को मान्यता देने के लिये मनाया गया था। डॉ. रॉय एक प्रसिद्ध चिकित्सक थे, जिन्होंने चिकित्सा क्षेत्र में बहुत महत्त्वपूर्ण योगदान दिया। उनका जन्म 1 जुलाई, 1882 को हुआ था और इसी तारीख को वर्ष 1962 में उनकी मृत्यु हुई। उन्हें 4 फरवरी, 1961 को भारत रत्न सम्मान से भी सम्मानित किया गया था। उन्होंने जादवपुर टीबी अस्पताल, कमला नेहरू मेमोरियल अस्पताल, विक्टोरिया इंस्टीट्यूशन (कॉलेज), चित्तरंजन कैंसर अस्पताल और महिलाओं व बच्चों के लिये चित्तरंजन सेवा सदन जैसे चिकित्सा संस्थानों की स्थापना में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। वे एक स्वतंत्रता सेनानी भी थे, जो बाद में पश्चिम बंगाल के दूसरे मुख्यमंत्री बने।
नेशनल चार्टर्ड एकाउंटेंट्स दिवस 01 जुलाई
- भारत में प्रतिवर्ष 01 जुलाई को ‘नेशनल चार्टर्ड एकाउंटेंट्स दिवस’ के रूप में मनाया जाता है। इस दिवस के आयोजन का प्रमुख उद्देश्य एक पारदर्शी अर्थव्यवस्था सुनिश्चित करने में चार्टर्ड एकाउंटेंट्स (CA) की भूमिका को रेखांकित करना है।
- इस दिवस का आयोजन ‘इंस्टीट्यूट ऑफ चार्टर्ड अकाउंटेंट्स ऑफ इंडिया’ (ICAI) की स्थापना के उपलक्ष्य में किया जाता है। ICAI भारत का राष्ट्रीय पेशेवर लेखा निकाय है और विश्व का दूसरा सबसे बड़ा लेखा संगठन है।
- वर्तमान में ICAI के लगभग 2.5 लाख सदस्य और चार्टर्ड एकाउंटेंट्स हैं, जिन्हें सम्मानित करने के लिये इस दिवस का आयोजन किया जाता है।
- इंस्टीट्यूट ऑफ चार्टड अकाउंटेंट्स ऑफ इंडिया (ICAI) की स्थापना 01 जुलाई, 1949 को संसद में पारित एक अधिनियम के माध्यम से की गई थी। ध्यातव्य है कि ICAI भारत में वित्तीय ऑडिट और लेखा पेशे के लिये एकमात्र लाइसेंसिंग और नियामक निकाय है। एक पेशे के रूप में चार्टर्ड एकाउंटेंट्स (CA) के इतिहास को ब्रिटिश काल से खोजा जा सकता है।
- ब्रिटिश सरकार ने सर्वप्रथम वर्ष 1913 में कंपनी अधिनियम पारित किया था, इसमें उन पुस्तकों की एक निर्धारित सूची थी, जिन्हें अधिनियम के तहत पंजीकृत प्रत्येक कंपनी को बनाए रखना अनिवार्य था। इसके अलावा अधिनियम में एक ऑडिटर की नियुक्ति का भी प्रावधान किया गया था, जिसके पास सभी पुस्तकों के निरीक्षण की शक्तियाँ थीं।
स्टेट बैंक ऑफ इंडिया स्थापना दिवस 01 जुलाई
- देश के सबसे पुराने वाणिज्यिक बैंक ‘स्टेट बैंक ऑफ इंडिया’ (SBI) ने 01 जुलाई, 2021 को अपनी 66वीं वर्षगाँठ मनाई। भारतीय स्टेट बैंक (SBI) वर्तमान में भारत के सबसे बड़े बैंकों में से एक है।
- भारतीय स्टेट बैंक बहुराष्ट्रीय, सार्वजनिक क्षेत्र बैंकिंग और वित्तीय सेवाएँ प्रदान करने वाला सांविधिक निकाय है, जिसका मुख्यालय मुंबई में है। भारतीय स्टेट बैंक का इतिहास 18वीं शताब्दी के पहले दशक से शुरू होता है, जब बैंक ऑफ कलकत्ता, जिसे बाद में बैंक ऑफ बंगाल का नाम दिया गया, को 2 जून, 1806 को स्थापित किया गया था। बैंक ऑफ बंगाल तीन प्रेसीडेंसी बैंकों में से एक था, अन्य दो थे- बैंक ऑफ बॉम्बे (15 अप्रैल, 1840 को स्थापित) और बैंक ऑफ मद्रास (1 जुलाई, 1843 को स्थापित)। तीनों प्रेसीडेंसी बैंकों को शाही चार्टर के माध्यम से संयुक्त स्टॉक कंपनियों के रूप में निगमित किया गया था। इन तीनों बैंकों को कागज़ी मुद्रा जारी करने का विशेष अधिकार भी प्राप्त था, हालाँकि वर्ष 1861 में कागज़ी मुद्रा अधिनियम के माध्यम से भारत सरकार द्वारा यह अधिकार ले लिया गया।
- 27 जनवरी, 1921 को प्रेसीडेंसी बैंकों का विलय कर दिया गया और पुनर्गठित बैंकिंग इकाई को ‘इंपीरियल बैंक ऑफ इंडिया’ के नाम से जाना गया। ‘इंपीरियल बैंक ऑफ इंडिया’ एक संयुक्त स्टॉक कंपनी बना रहा, लेकिन इसमें सरकार की भागीदारी नहीं थी। स्वतंत्रता प्राप्ति के बाद भारतीय स्टेट बैंक अधिनियम 1955 के प्रावधानों के अनुसार, भारतीय रिज़र्व बैंक, जो कि भारत का केंद्रीय बैंक है, ने ‘इंपीरियल बैंक ऑफ इंडिया’ का नियंत्रण हासिल कर लिया। 1 जुलाई, 1955 को ‘इंपीरियल बैंक ऑफ इंडिया’ का नाम बदलकर ‘भारतीय स्टेट बैंक’ कर दिया गया।
अमेरिकी स्वतंत्रता दिवस 04 जुलाई
- 04 जुलाई, 2021 को संयुक्त राष्ट्र अमेरिका (USA) का 245वाँ स्वतंत्रता दिवस आयोजित किया गया। 04 जुलाई, 1776 को कॉन्टिनेंटल काॅॅन्ग्रेस द्वारा स्वतंत्रता की घोषणा किये जाने के बाद से यह दिन अमेरिका में एक महत्त्वपूर्ण संघीय अवकाश के रूप में मनाया जाता है।
- यद्यपि अमेरिकी क्रांतिकारी युद्ध की शुरुआत अप्रैल 1775 में हुई थी, किंतु प्रारंभ में उपनिवेशों ने ब्रिटिश शासन से पूर्ण अलगाव की मांग नहीं की थी; इसके बजाय उन्होंने ब्रिटिश साम्राज्य के भीतर अधिक स्वायत्तता की मांग की थी। हालाँकि संघर्ष के प्रारंभिक दौर में ब्रिटिश साम्राज्य द्वारा किये गए व्यवहार के चलते यह मांग धीरे-धीरे पूर्ण स्वतंत्रता में परिवर्तित हो गई।
- 2 जुलाई, 1776 को फिलाडेल्फिया के स्टेट हाउस में उत्तरी अमेरिका में ब्रिटेन के 13 उपनिवेशों में से 12 के प्रतिनिधियों ने स्वयं को ब्रिटिश साम्राज्य से अलग करने के पक्ष में मतदान किया।
- इसके पश्चात् 04 जुलाई, 1776 को कॉन्टिनेंटल काॅॅन्ग्रेस के सदस्यों ने ‘डिक्लेरेशन ऑफ इंडिपेंडेंस’ पर हस्ताक्षर किये और संपूर्ण विश्व के समक्ष अपनी स्वतंत्रता की घोषणा कर दी। इस दस्तावेज़ के निर्माण में उस समय के प्रसिद्ध राजनेता एवं राजनयिक ‘थॉमस जैफरसन’ ने महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाई थी, जो कि बाद मेंअमेरिका के तीसरे राष्ट्रपति (1801-09) बने।
अंतर्राष्ट्रीय सहकारिता दिवस- जुलाई माह के पहले शनिवार को
- प्रतिवर्ष जुलाई माह के पहले शनिवार को ‘अंतर्राष्ट्रीय सहकारिता दिवस’ का आयोजन किया जाता है। इस दिवस के आयोजन का प्राथमिक उद्देश्य आम जनमानस के बीच सहकारी समितियों के विषय में जागरूकता बढ़ाना और संयुक्त राष्ट्र द्वारा संबोधित प्रमुख समस्याओं को हल करने में सहकारी आंदोलन के योगदान को उजागर करना है।
- इस दिवस का लक्ष्य अंतर्राष्ट्रीय सहकारी आंदोलन और सरकारों, स्थानीय, राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय समेत सभी स्तरों पर हितधारकों के बीच साझेदारी को मज़बूत तथा विस्तारित करना भी है।
- गौरतलब है कि 16 दिसंबर, 1992 को संयुक्त राष्ट्र महासभा (UNGA) ने एक प्रस्ताव पारित कर जुलाई 1995 के पहले शनिवार को अंतर्राष्ट्रीय सहकारिता दिवस के रूप में घोषित किया था, जो कि अंतर्राष्ट्रीय सहकारी गठबंधन की स्थापना की शताब्दी को चिह्नित करता है। तभी से प्रतिवर्ष ‘अंतर्राष्ट्रीय सहकारिता दिवस’ का आयोजन किया जा रहा है। यह दिवस इस तथ्य को सिद्ध करने का अवसर प्रदान करता है कि किस प्रकार स्वयं सहायता और एकता के सहकारी मूल्यों के साथ-साथ सामाजिक रूप से उत्तरदायी नैतिक मानकों के आधार पर एक मानव-केंद्रित व्यवसायिक मॉडल असमानता को कम करने, साझा समृद्धि एवं कोविड-19 के विरुद्ध उचित प्रतिक्रिया देने में महत्त्वपूर्ण हो सकता है।
राष्ट्रीय मत्स्य किसान दिवस 10 जुलाई
- राष्ट्रीय मत्स्य पालन विकास बोर्ड (National Fisheries Development Board- NFDB) के सहयोग से मत्स्य पालन, पशुपालन और डेयरी मंत्रालय के मत्स्य विभाग द्वारा प्रत्येक वर्ष 10 जुलाई को राष्ट्रीय मत्स्य किसान दिवस (National Fish Farmers’ Day) मनाया जाता है।
- इस आयोजन का उद्देश्य स्थायी स्टॉक एवं स्वस्थ पारिस्थितिकी तंत्र सुनिश्चित करने के लिये देश के मत्स्य संसाधनों के प्रबंधन के तरीके को बदलने पर ध्यान आकर्षित करना है। यह दिवस मत्स्य किसानों, उद्यमियों, मछुआरों, हितधारकों और मत्स्य पालन में योगदान के लिये मत्स्य पालन से जुड़े किसी अन्य व्यक्ति को सम्मानित करने हेतु मनाया जाता है।
- यह दिवस वैज्ञानिक डॉ केएच अलीकुन्ही और डॉ एचएल चौधरी की याद में प्रतिवर्ष मनाया जाता है, जिन्होंने जुलाई, 1957 में कार्प मछलियों का प्रेरित प्रजनन का आविष्कार किया था। वर्ष 2021 में 21वाँ राष्ट्रीय मत्स्य किसान दिवस मनाया जा रहा है।
मलाला दिवस 12 जुलाई
- संयुक्त राष्ट्र द्वारा प्रतिवर्ष 12 जुलाई को महिलाओं और बच्चों के अधिकारों का सम्मान करने के लिये वैश्विक स्तर पर ‘मलाला दिवस’ का आयोजन किया जाता है।
- 12 जुलाई, 1997 को पाकिस्तान में जन्मी मलाला यूसुफज़ई एक सामाजिक कार्यकर्त्ता हैं, जो महिला शिक्षा को बढ़ावा देने की दिशा में अनवरत संघर्ष कर रही हैं। उन्होंने पाकिस्तान में बालिका शिक्षा पर प्रतिबंध का सार्वजनिक और ज़ोरदार विरोध किया तथा बालिकाओं को शिक्षित करने की आवश्यकता की वकालत की।
- मलाला को अंतर्राष्ट्रीय ख्यति तब प्राप्त हुई जब मात्र 15 वर्ष की आयु में कट्टरपंथियों द्वारा उनकी हत्या का प्रयास किया गया।
- गौरतलब है कि 10 अक्तूबर, 2014 को मलाला युसुफजई को ‘बच्चों और महिलाओं की शिक्षा के लिये संघर्ष करने हेतु भारतीय बाल अधिकार कार्यकर्त्ता कैलाश सत्यार्थी के साथ संयुक्त तौर पर नोबेल शांति पुरस्कार से सम्मानित किया गया था। इस तरह वह सबसे छोटी उम्र की नोबेल शांति पुरस्कार प्राप्तकर्त्ता हैं। इसके अलावा वर्ष 2012 में उन्हें पाकिस्तान सरकार द्वारा राष्ट्रीय युवा शांति पुरस्कार से सम्मानित किया गया था। उन्होंने युवा लड़कियों को स्कूल जाने में मदद करने के लिये एक गैर-लाभकारी संगठन ‘मलाला फंड’ की भी स्थापना की है। मलाला को कनाडा की मानद नागरिकता से भी नवाज़ा जा चुका है।
बैस्टिल दिवस 14 जुलाई
- प्रतिवर्ष 14 जुलाई को फ्रांँस के राष्ट्रीय दिवस का आयोजन किया जाता है, जिसे अंग्रेज़ी में प्रायः ‘बैस्टिल दिवस’ के रूप में भी जाना जाता है। इस दिवस को औपचारिक रूप से फ्रांँस में ‘ला फेट नेशनल’ कहा जाता है।
- गौरतलब है कि यह दिवस 14 जुलाई, 1789 को फ्रांँस में बैस्टिल (एक प्रकार का सैन्य किला और जेल) के पतन का प्रतीक है, जब एक क्रोधित भीड़ ने बैस्टिल पर धावा बोल दिया था, जो कि फ्रांँसीसी क्रांति की शुरुआत का संकेत था।
- बैस्टिल को प्रारंभ में लगभग 1300 के दशक के दौरान पेरिस शहर के पूर्वी प्रवेश द्वार की रखवाली करने वाले किले के रूप में बनाया गया था। बाद में इसे 17वीं और 18वीं शताब्दी के दौरान जेल एवं महत्त्वपूर्ण व्यक्तियों की नज़रबंदी के लिये एक कैदखाने के रूप में उपयोग किया जाने लगा। इसी के साथ ‘बैस्टिल’ को राजशाही के प्रतीक के रूप में देखा जाने लगा।
- 14 जुलाई, 1789 को क्रांतिकारियों की क्रोधित भीड़ ने इस पर धावा बोल दिया और धरनास्थल पर हिरासत में लिये गए सात कैदियों को रिहा कर दिया गया। इस घटना को मुख्य तौर पर फ्रांँसीसी क्रांति के आरंभ का संकेत माना जाता है, जिसे विश्व इतिहास में एक महत्वपूर्ण घटना माना जाता है।
विश्व युवा कौशल दिवस 15 जुलाई
- विश्व भर में प्रतिवर्ष 15 जुलाई को ‘विश्व युवा कौशल दिवस’ आयोजित किया जाता है। इस दिवस के आयोजन का प्राथमिक उद्देश्य युवाओं को आवश्यक कौशल बढ़ाने के महत्त्व को समझने में मदद करना है, ताकि उन्हें रोज़गार, कार्य और उद्यमिता के बारे में महत्त्वपूर्ण निर्णय लेने में मदद मिल सके। यह दिवस संयुक्त राष्ट्र नामित एक कार्यक्रम है जो युवाओं, तकनीकी और व्यावसायिक शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थानों, फर्मों, नियोक्ताओं, श्रमिक संगठनों, नीति निर्माताओं तथा विकास भागीदारों के बीच संवाद का एक अनूठा अवसर प्रदान करता है।
- 18 दिसंबर, 2014 को संयुक्त राष्ट्र महासभा ने एक प्रस्ताव पारित कर 15 जुलाई को विश्व युवा कौशल दिवस के रूप में नामित किया था।
- यह दिवस ‘इंचियोन घोषणा: एजुकेशन 2030’ की स्थापना को भी चिह्नित करता है, जो सतत् विकास लक्ष्य-4 का एक हिस्सा है। ज्ञात हो कि शिक्षण और प्रशिक्षण ‘एजेंडा-2030’ का महत्त्वपूर्ण भाग है तथा SDG-4 ‘समावेशी एवं समान गुणवत्ता वाली शिक्षा सुनिश्चित करने व सभी के लिये सीखने के अवसरों को बढ़ावा देने’ पर ज़ोर देता है। ‘एजुकेशन 2030’ मिशन मुख्यतः तकनीकी एवं व्यावसायिक कौशल विकास पर ध्यान केंद्रित करता है।
विश्व अंतर्राष्ट्रीय न्याय दिवस 17 जुलाई
- वैश्विक स्तर पर अंतर्राष्ट्रीय न्याय प्रणाली के प्रयासों को मान्यता देने एवं इस प्रणाली को और अधिक मज़बूत करने हेतु प्रतिवर्ष 17 जुलाई को विश्व अंतर्राष्ट्रीय न्याय दिवस मनाया जाता है। यह दिवस पीड़ितों के अधिकारों, न्याय हेतु समर्थन, अपराध को रोकने और विश्व में शांति, सुरक्षा एवं कल्याण सुनिश्चित करने में न्याय प्रणाली की भूमिका को बढ़ावा देता है।
- इस दिवस का प्राथमिक लक्ष्य दंड से मुक्ति के खिलाफ लड़ने तथा युद्ध अपराधों, मानवता एवं नरसंहार के पीड़ितों को न्याय दिलाना है। इस वर्ष विश्व अंतर्राष्ट्रीय न्याय दिवस की मुख्य विषय-वस्तु ‘ए कॉल फॉर सोशल जस्टिस इन द डिजिटल इकॉनमी’ है।
- यह दिवस वर्ष 1998 में ‘रोम घोषणा’ को स्वीकार करने के उपलक्ष में मनाया जाता है। गौरतलब है कि अंतर्राष्ट्रीय आपराधिक न्यायालय पर ‘रोम संविधि’ के माध्यम से ही ‘अंतर्राष्ट्रीय आपराधिक न्यायालय’ (ICC) की स्थापना की गई थी।
- 1 जुलाई, 2002 रोम संविधि के लागू होने के साथ ही ‘अंतर्राष्ट्रीय आपराधिक न्यायालय’ ने अपना कार्य प्रारंभ किया था। ‘अंतर्राष्ट्रीय आपराधिक न्यायालय’ (ICC) का गठन शांति और कानून के शासन की स्थापना के उद्देश्य से किया गया था। हालाँकि यह राष्ट्रीय न्याय प्रणाली का स्थान नहीं लेता है। इस न्यायालय की संधि पर 139 देशों ने हस्ताक्षर किये गए हैं।
अंतर्राष्ट्रीय नेल्सन मंडेला दिवस 18 जुलाई
- शांति के लिये नोबेल पुरस्कार विजेता और दक्षिण अफ्रीका के पूर्व राष्ट्रपति नेल्सन मंडेला के जन्मदिवस (18 जुलाई) को संयुक्त राष्ट्र द्वारा ‘अंतर्राष्ट्रीय नेल्सन मंडेला दिवस’ के तौर पर मनाया जाता है।
- वर्ष 2010 में प्रतिवर्ष 18 जुलाई को यह दिवस मनाने का निर्णय लिया गया था। गौरतलब है कि कि दक्षिण अफ्रीका में रंगभेदी शासन के दौरान नेल्सन मंडेला ने अपने जीवन के 27 साल वहाँ की जेलों में बिताए थे। यह दिवस, शांति स्थापना, रंगभेद उन्मूलन, मानवाधिकारों की रक्षा और लैंगिक समानता की स्थापना के प्रति नेल्सन मंडेला द्वारा किये गए सतत् प्रयासों को मान्यता प्रदान करता है।
- नेल्सन मंडेला को साहस, करुणा और स्वतंत्रता, शांति एवं सामाजिक न्याय के लिये प्रतिबद्धता का वैश्विक प्रतीक माना जाता है। वह 10 मई, 1994 से 14 जून, 1999 तक दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति रहे तथा अफ्रीका के पहले अश्वेत राष्ट्रपति थे।
- वर्ष 2014 में संयुक्त राष्ट्र महासभा ने उन लोगों की उपलब्धियों को पहचानने के लिये नेल्सन मंडेला पुरस्कार की शुरुआत की जिन्होंने मानवता की सेवा के लिये अपना जीवन समर्पित कर दिया।
मून लैंडिंग डे 20 जुलाई
- प्रतिवर्ष 20 जुलाई को वैश्विक स्तर पर ‘मून लैंडिंग डे’ का आयोजन किया जाता है। यह दिवस वर्ष 1969 में चंद्रमा पर पहली बार कदम रखने वाले व्यक्तियों एवं उनकी उपलब्धियों के सम्मान में मनाया जाता है।
- गौरतलब है कि ‘अपोलो-11’ अंतरिक्ष मिशन में कमांडर नील आर्मस्ट्रांग और मॉड्यूल पायलट- बज़ एल्ड्रिन तथा माइकल कॉलिन्स शामिल थे। यद्यपी बज़ एल्ड्रिन और नील आर्मस्ट्रांग ने चंद्रमा की सतह पर पहली क्रू लैंडिंग की थी, वहीं माइकल कॉलिन्स चंद्रमा के चारों ओर अपोलो-11 कमांड मॉड्यूल कोलंबिया को उड़ा रहे थे।
- दो अंतरिक्ष यात्रियों ने चंद्रमा की सतह से 21.5 किलोग्राम वज़न के नमूने एकत्र किये थे, जिन्हें विश्लेषण के लिये पृथ्वी पर वापस लाया गया था।
- ‘नेशनल मून डे’ या ‘मून लैंडिंग डे’ को वर्ष 1971 में तत्कालीन अमेरिकी राष्ट्रपति रिचर्ड निक्सन द्वारा घोषित किया गया था। इस मिशन की सफलता के बाद नासा ने इस लैंडिंग को ‘सबसे बड़ी तकनीकी उपलब्धि’ के रूप में वर्णित किया था।
- 20 जुलाई न केवल अमेरिका के इतिहास में बल्कि दुनिया के सबसे महत्त्वपूर्ण दिनों में से एक है, क्योंकि इस दिन आकाश में अन्वेषण और संभावनाओं का नवीन मार्ग प्रशस्त हुआ।
अंतर्राष्ट्रीय शतरंज दिवस 20 जुलाई
- विश्व भर में प्रत्येक वर्ष 20 जुलाई को अंतर्राष्ट्रीय शतरंज दिवस (International Chess Day) मनाया जाता है, इसका आयोजन प्रत्येक वर्ष 20 जुलाई को अंतर्राष्ट्रीय शतरंज संघ (International Chess Federation-FIDE) के स्थापना दिवस की याद में किया जाता है।
- हाल ही में 20 जुलाई, 2021 को अंतर्राष्ट्रीय शतरंज संघ (FIDE) की 97वीं वर्षगाँठ मनाई गई। दुनिया भर में खेले जाने वाले शतरंज को हमारे युग के सबसे पुराने खेलों में शामिल किया जाता है।
- अंतर्राष्ट्रीय शतरंज संघ (FIDE) अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर शतरंज के खेल का शासी निकाय है और यह सभी अंतर्राष्ट्रीय शतरंज प्रतियोगिताओं को नियंत्रित करता है।
- एक गैर-सरकारी संस्थान के रूप में अंतर्राष्ट्रीय शतरंज संघ (FIDE) की स्थापना 20 जुलाई, 1924 को पेरिस (फ्रांँस) में की गई थी। गौरतलब है कि वर्ष 1966 से प्रतिवर्ष 20 जुलाई को अंतर्राष्ट्रीय शतरंज दिवस के रूप में मनाया जाता रहा है। ध्यातव्य है कि अंतर्राष्ट्रीय ओलंपिक समिति ने वर्ष 1999 में अंतर्राष्ट्रीय शतरंज संघ (FIDE) को एक वैश्विक खेल संगठन के रूप में मान्यता प्रदान की थी।
विश्व मस्तिष्क दिवस 22 जुलाई
- दुनिया भर में मस्तिष्क स्वास्थ्य से संबंधित जागरूकता बढ़ाने के उद्देश्य से प्रतिवर्ष 22 जुलाई को ‘विश्व मस्तिष्क दिवस’ का आयोजन किया जाता है। गौरतलब है कि यह दिवस 22 जुलाई, 1957 को ‘वर्ल्ड फेडरेशन ऑफ न्यूरोलॉजी’ की स्थापना के उपलक्ष में मनाया जाता है।
- 22 सितंबर, 2013 को ‘वर्ल्ड काॅन्ग्रेस ऑफ न्यूरोलॉजी’ की ‘पब्लिक अवेयरनेस एंड एडवोकेसी कमेटी’ ने प्रतिवर्ष 22 जुलाई को ‘विश्व मस्तिष्क दिवस’ अथवा ‘वर्ल्ड ब्रेन डे’ के रूप में मनाए जाने का प्रस्ताव रखा था, जिसके पश्चात् 22 जुलाई, 2014 को पहली बार इस दिवस का आयोजन किया गया था।
- इस वर्ष ‘विश्व मस्तिष्क दिवस’ की विषय-वस्तु ‘स्टॉप मल्टीपल स्केलेरोसिस’ है, जो ‘मल्टीपल स्केलेरोसिस’ के बारे में वैश्विक जागरूकता बढ़ाने पर ज़ोर देती है। ‘वर्ल्ड फेडरेशन ऑफ न्यूरोलॉजी’ द्वारा प्रस्तुत आँकड़ों के मुताबिक दुनिया भर में 2.8 मिलियन से अधिक लोग ‘मल्टीपल स्केलेरोसिस’ रोग से पीड़ित हैं। दुनिया के कई हिस्सों के लोगों की इलाज और प्रशिक्षित स्वास्थ्य पेशेवरों तक पहुँच नहीं है।
विश्व् प्रकृति संरक्षण दिवस 20 जुलाई
- प्राकृतिक संसाधनों के संरक्षण के लिये लोगों में जागरुकता पैदा करने हेतु प्रतिवर्ष 20 जुलाई को ‘विश्वस प्रकृति संरक्षण दिवस’ का आयोजन किया जाता है। इस दिवस के आयोजन का प्राथमिक उद्देश्य दुनिया को स्वस्थ रखने के लिये पर्यावरण और प्राकृतिक संसाधनों को संरक्षित करने की आवश्यकता के बारे में जागरूकता पैदा करना है। विलुप्त होने की कगार पर मौजूद पौधों और जानवरों को बचाना विश्व प्रकृति संरक्षण दिवस का प्राथमिक लक्ष्य है।
- इस दिवस पर प्रकृति के विभिन्न घटकों को अक्षुण्ण बनाए रखने पर भी ज़ोर दिया जाता है। इनमें वनस्पति और जीव, ऊर्जा संसाधन, मृदा, जल तथा वायु आदि शामिल हैं। यह भावी पीढ़ी के लिये पर्यावरण के संरक्षण की आवश्यकता को भी रेखांकित करता है। प्राकृतिक संसाधनों के अत्यधिक दोहन के कारण मानव समाज आज ग्लोबल वार्मिंग, विभिन्न बीमारियों, प्राकृतिक आपदाओं, बढ़े हुए तापमान आदि के प्रकोप का सामना कर रहा है।
- पर्यावरण के लिये सबसे बड़े खतरों में से एक प्लास्टिक का उपयोग है। यद्यपि प्लास्टिक एक सस्ती और सुविधाजनक सामग्री है, किंतु यह प्रकृति को गंभीर रूप से प्रभावित करती है। प्लास्टिक उत्पाद गैर-बायोडिग्रेडेबल होते हैं। ऐसे में पर्यावरण संरक्षण की दिशा में पहला कदम प्लास्टिक उत्पादों के उपयोग में कटौती करना है। भारत सरकार द्वारा प्राकृतिक संरक्षण के लिये स्वच्छ भारत अभियान और प्रोजेक्ट टाइगर जैसी कई प्रमुख पहलें शुरू की गई हैं।
विश्व हेपेटाइटिस दिवस 28 जुलाई
- प्रत्येक वर्ष 28 जुलाई को ‘विश्व हेपेटाइटिस दिवस’ मनाया जाता है। इस वर्ष विश्व हेपेटाइटिस दिवस की थीम ‘हेपेटाइटिस कैन नॉट वेट’ है।
- यह दिवस नोबेल पुरस्कार विजेता वैज्ञानिक डॉ बारूक ब्लमबर्ग के जन्मदिवस को चिह्नित करता है, जिन्होंने ‘हेपेटाइटिस बी वायरस’ (HBV) की खोज की थी। उन्होंने हेपेटाइटिस बी वायरस के इलाज के लिये एक नैदानिक परीक्षण और टीका भी विकसित किया था।
- इस दिवस का उद्देश्य हेपेटाइटिस A, B, C, D और E नामक संक्रामक रोगों के बारे में वैश्विक जागरूकता बढ़ाना तथा हेपेटाइटिस की रोकथाम, निदान एवं उपचार को प्रोत्साहित करना है।
- दुनिया भर में वायरल हेपेटाइटिस के कारण वार्षिक तौर पर लगभग 1.3 मिलियन मौतें होती हैं, वहीं 300 मिलियन लोग इस बीमारी के साथ जीवन जी रहे हैं किंतु वे अपने संक्रमण की स्थिति से अनजान हैं। वर्ष 2016 में विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने ‘एलिमिनेट हेपेटाइटिस बाई 2030’ नामक अभियान शुरू किया था। स्क्रीनिंग एवं शुरुआती पहचान इस बीमारी से निपटने का एकमात्र तरीका है। हालाँकि हेपेटाइटिस A एवं B वायरस के लिये टीका उपलब्ध है।
विश्व मानव तस्करी रोधी दिवस 30 जुलाई
- मानव तस्करी के विरुद्ध जागरूकता पैदा करने के उद्देश्य से प्रतिवर्ष 30 जुलाई को ‘विश्व मानव तस्करी रोधी दिवस’ का आयोजन किया जाता है।
- इस दिवस का लक्ष्य आम जनमानस को मानव तस्करी जैसे गंभीर अपराध के विषय में शिक्षित करना है, ताकि महिलाओं और बच्चों को जबरन श्रम एवं वेश्यावृत्ति से बचाया जा सके। यह दिवस मानव तस्करी के कारण होने वाले नुकसान तथा आम लोगों के जीवन पर इसके गंभीर प्रभाव को समझने का अवसर प्रदान करता है।
- ‘विश्व मानव तस्करी रोधी दिवस’ को संयुक्त राष्ट्र महासभा द्वारा मानव तस्करी के मुद्दों से निपटने के साधन के रूप में वर्ष 2013 में नामित किया गया था। साथ ही इस दिवस के माध्यम से मानव तस्करी से पीड़ित लोगों को वित्तीय सहायता प्राप्त करने में भी मदद मिलती है।
- वर्ष 2003 से ‘यूएन ऑफिस ऑन ड्रग्स एंड क्राइम’ (UNODC) लोगों को बंदी बनाने वाले रैकेट से बचाने और उनकी पहचान करने की दिशा में महत्त्वपूर्ण कार्य कर रहा है।
- वर्ष 2021 के लिये इस दिवस की थीम ‘विक्टिम्स वॉइस लीड द वे’ है। यह थीम मानव तस्करी से पीड़ित लोगों के अनुभवों को साझा करने व उनसे सीखने के महत्त्व पर प्रकाश डालती है।
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