जानवरों की आंखें क्‍यों चमकती हैं? रात में जानवरों की आंखे चमकने का कारण। why do some animals' eyes glow at night?

 रात में जानवरों की आंखे चमकने का  वैज्ञानिक कारण 


रात में जानवरों की आंखे चमकने का  वैज्ञानिक कारण



 जानवरों की आंखें क्‍यों चमकती हैं


हम रातों को अक्सर कहते हैं कि हमारे आस-पास पाए जाने वाले जानवर जैसी बिल्ली, कुत्ते आदि की आंखें रात को चमकती हैं जबकि इंसानों की आंखें नहीं चमकती आइए जानते हैं इसके पीछे का वैज्ञानिक कारण-

 

 

  • बहुत से जानवर जिनकी आंखे रात को चमकती है, उनके रेटिना के ठीक पीछे एक विशेष, परावर्तक सतह होती हैजिसे टेपेटम ल्यूसिडम (tapetum lucidum) कहते हैं। यह प्रकाश परावर्तक सतह जानवरों को अंधेरे में बेहतर देखने में मदद करता है। और इसी टेपेटम ल्यूसिडम के कारण जानवरों की आंखे रात के समय चमकती हैं।

  •  जब प्रकाश आंख में प्रवेश करता है, तो यह एक फोटोरिसेप्टर से टकराता है जो सूचना को मस्तिष्क तक पहुंचाता है। लेकिन कभी-कभी प्रकाश फोटोरिसेप्टर से नहीं टकराता है, इस परिस्थिति में टेपेटम ल्यूसिडम  दर्पण के रूप में कार्य करता है और प्रकाश को फोटोरिसेप्टर से टकराने का दूसरा मौका देता है। 
जानवरों की आंखें क्‍यों चमकती हैं?  रात में जानवरों की आंखे चमकने का कारण। why do some animals' eyes glow at night?
टेपेटम ल्यूसिडम के द्वारा प्रकाश का परावर्तन


  • हिरण, कुत्ते, बिल्ली, मवेशी, घोड़े सहित बड़ी संख्या में जानवरों में टेपेटम ल्यूसिडम होता है जिसके कारण वे रात को बेहतर तरीके से देख पाते हैं और उनकी आंखें चमकती हैं।

  • मनुष्य की आंखों में यह नहीं पाया जाता इसके कारण हमारी आंखें नहीं चमकती हैं और ना ही हम रात को बेहतर तरीके से देख पाते हैं

 जानवरों की आंखों की चमक रंग-बिरंगी क्यों होती है 

  •  टेपेटम ल्यूसिडम का अपना रंग भी होता है जिसके कारण जानवरों की आंखों की चमक रंग-बिरंगी होती है. इसका रंग उन खनिजों पर भी निर्भर करता है जिनसे प्रतिबिंबित टेपेटम ल्यूसिडम क्रिस्टल बना होता है। आंखों के सबसे आम रंगों में नीली परिधि (कुत्तों में)हरे रंग (बाघों में)सुनहरा हरा रंग या एक जैसे लैवेंडर में पीला-नीला रंग होता है. इसलिए कुछ जानवरों की आंखें  रात में अलग-अलग रंग में चमकती हैं।

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