प्रसार शिक्षा के साथ अन्य विषयों का सम्बन्ध |Extension education and other subjects
प्रसार शिक्षा के साथ अन्य विषयों का सम्बन्ध
विद्यार्थियों, प्रसार शिक्षा ने अन्य क्षेत्रों से विचारों, सिद्धांतों व विधियों को लेकर खुद को एक विषय के रूप में विकसित किया है। अब आगे हम यह जानेंगे कि कसी यह विषय अन्य विषयों से सम्बंधित है।
प्रसार शिक्षा व गृह विज्ञान Extension Education and Home Science
- गृह विज्ञान परिवार के सभी पहलुओं जैसे घर, इसका निर्माण रखरखाव, साज सज्जा, परिवार के लोगों का भोजन, वेशभूषा व बच्चों के पालन आदि से सम्बंधित है। गृह विज्ञान का उद्देश्य शिक्षा के माध्यम से लोगों के जीवन में वांछनीय परिवर्तन लाना है। प्रसार शिक्षा भी ज्ञान तकनीकों व कौशल का प्रसार लोगों के जीवन व उनके परिवार में वांछनीय बदलाव लाने के लिए करता है। इस उद्देश्य के लिए प्रसार शिक्षा गृह विज्ञान से कई अवधारणाओं को स्वास्थ्य में सुधार हेतु, अर्थशास्त्र गतिविधियों, परिवार सम्बन्ध व परिवार की पोषण स्थिति के लिए लेता है। इसलिए गृह विज्ञान एवं प्रसार शिक्षा का बहुत नजदीकी सम्बन्ध है।
प्रसार शिक्षा एवं शारीरिक विज्ञान Extension Education and Physical Sciences
- शारीरिक विज्ञान अन्य विज्ञानों का आधार है। इसके अंतर्गत बुनियादी सिद्धांत व परिकल्पना तैयार की जाती है जिससे सभी विषयों की नीव तैयार होती है। पृथ्वी व पर्यावरण का ज्ञान लोगों को खाद्य पदार्थों के उत्पादन व उपभोग, आवास व स्वास्थ्य के बारे में शिक्षित करने हेतु किया जाता है। भौतिक विज्ञान से सम्बंधित संकल्पना को आसान रूप देकर प्रसार शिक्षा के साथ संयुक्त करके जन जन तक पहुंचाया जाता है।
प्रसार शिक्षा व समाज शास्त्र Extension Education and Sociology
- समाज शास्त्र के अंतर्गत समाज, सामाजिक संरचनाओं, समूहों व उनके संगठन का अध्ययन किया जाता है। इस ज्ञान का उपयोग प्रसार शिक्षा के क्षेत्र में किया जाता है। प्रसार शिक्षा के अंतर्गत लोगों की सामाजिक तथा सांस्कृतिक प्रथाओं के अनुरूप कौशलों, पद्धतियों तथा क्रियाविधियों में विकास किया जाता है। जब किसी तकनीक या विचार को उस स्थान की सामाजिक प्रथाओं को ध्यान में रखकर पारित किया जाता है तो उसे वहाँ के लोगों द्वारा जल्दी स्वीकार किया जाता है। इस प्रकार समाज शास्त्र जमीनी स्तर पर लोगों में ज्ञान एवं तकनीकी के प्रसार को आसान करने में मदद करता है ।
प्रसार शिक्षा और मनोविज्ञान Extension Education and Psychology
- मनोविज्ञान के अंतर्गत हम किसी व्यक्ति के व्यवहार व उसको प्रभावित करने वाले कारकों का अध्ययन करते हैं। प्रसार शिक्षा भी लोगों के व्यवहार के अध्ययन से सम्बंधित है। किसी व्यक्ति या व्यक्तियों के में वांछनीय परिवर्तन लाने हेतु प्रसार शिक्षा का उनके व्यवहार के सम्बन्ध में जानना अति आवश्यक है। उदाहरणार्थ सीखने, ग्रहण करने तथा प्रेरणा के सिद्धांत जिनका अध्ययन तथा वर्णन मनोविज्ञान में होता है ये सभी प्रसार शिक्षा के अंतर्गत भी लागू किये जाते हैं।
प्रसार शिक्षा तथा अर्थशास्त्र Extension Education and Economics
- प्रसार शिक्षा तथा अर्थशास्त्र दोनों का उद्देश्य लोगों के जीवन में सुधार लाने हेतु धन व अन्य संसाधनों का अध्ययन करना है। लागत-लाभ, फायदा व खाते का ज्ञान अर्थशास्त्र के एक भाग के रूप में प्राप्त होता है। यह ज्ञान प्रसार कार्यकर्ताओं द्वारा लोगों में लघु उद्योगों या कृषि सम्बंधित उद्योगों की स्थापना करने, चलाने व विकास के लिए जागरूकता फैलाने के लिए किया जाता है।
प्रसार शिक्षा व मीडिया संचार Extension education and media communication
- मीडिया और संचार लोगों के मध्य सूचना प्रसारित करने के तरीकों और मार्गों का अध्ययन करता है। ये कौशल व तरीके प्रसार कार्यकर्ता द्वारा उनकी सूचनाओं को प्रसारित करने हेतु प्रयोग में लाये जाते हैं। हम यह भी कह सकते हैं कि मीडिया व संचार का उपयोग समुदाय के विभिन्न समूहों के बीच कुशलतापूर्वक व प्रभावी ढंग से जानकारी प्रसारित करने के वाहक के रूप में प्रयोग किया जाता है।
प्रसार शिक्षा और प्रबंधन Extension Education and Management
- लक्ष्य प्राप्त करने की अवधारणा, तरीकों, प्रक्रिया और तकनीकों का अध्ययन प्रबंधन में किया जाता है। प्रसार शिक्षा बड़े पैमाने में इन प्रक्रियाओं और तकनीकों का उपयोग लोगों के सामाजिक व आर्थिक स्तर में सुधार लाने के लिए करता है। नियोजन, एकीकृत, क्रियान्वयन, बजट नियंत्रण व मूल्यांकन की अवधारणा व तरीकों सभी का उपयोग प्रसार कार्यक्रमों में किया जाता है। ये सभी लक्ष्यों की प्रभावी व कुशल उपलब्धि में प्रसार शिक्षकों की मदद करते हैं।
प्रसार शिक्षा व शिक्षा Extension education and education
- प्रसार शिक्षा वयस्कों व युवाओं की आवश्यकता आधारित शिक्षा है। इस प्रयोजन के लिए यह शिक्षा के पारंपरिक क्षेत्र से सभी प्रासंगिक तकनीकों व तरीकों का प्रयोग करता है। शिक्षा में प्रयोग होने वाली पठान प्रक्रिया और श्रव्य दृश्य सामग्री का उपयोग प्रसार शिक्षा हेतु भी किया जाता है। इसलिए प्रसार शिक्षा में आम जनता को शिक्षित करने के लिए शिक्षा के बुनियादी और नये ज्ञान का प्रयोग किया जाता है
अतः हम यह निष्कर्ष निकाल सकते हैं कि प्रसार शिक्षा कई विषयों विशेष रूप से व्यवहार विज्ञान के साथ मिलकर बना है। इनमे से कई विषय आपने विद्यालय में पढ़े होंगे या वर्तमान में गृह विज्ञान, मनोविज्ञान या समाज शास्त्र के रूप में पढ़ रहे होंगे ।
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