मध्य प्रदेश के प्रसिद्ध व चर्चित व्यक्ति | MP Famous Personality in Hindi

 मध्य प्रदेश के प्रसिद्ध व चर्चित व्यक्ति 
MP Famous Personality in Hindi

मध्य प्रदेश के प्रसिद्ध व चर्चित व्यक्ति | MP Famous Personality in Hindi



मध्य प्रदेश के प्रसिद्ध राजनीतिक व्यक्ति

 

डां. शंकर दयाल शर्मा

  • भारत के भूतपूर्व राष्ट्रपति डॉ. शंकर दयाल शर्मा का जन्म 19 अगस्त 1918 को भोपाल में हुआ था। उनके पिता का नाम श्री खुशीलाल शर्मा और माता का नाम सुभद्रा था। डॉ. शर्मा ने सेंट जान्स कॉलेज आगरा से स्नातक, इलाहादबाद से एम.ए. लखनऊ विश्व विद्यालय से एल.एल.बी. कैम्ब्रिज विश्वविद्यालय से डॉ. की उपाधि प्राप्त की सुप्रसिद्ध लिंकन्स से इन्होंने बार एट लॉ किया। भारत लौटने के बाद डॉ. शर्मा ने 1943 से 1952 तक लखनऊ विश्वविद्यालय में विधि तथा 1946 में इन्होंने एक वर्ष केम्ब्रिज वि.वि. में कानून पढ़ाया। डॉ- शर्मा ने भारत के राष्ट्रपति पद की शपथ 16 जुलाई 1992 को ली।

 

  • 1952 में डॉ. शर्मा भोपाल स्टेट के मुख्यमंत्री बने। वे इस पर 1956 तक रहे। राज्य पुर्नगठन आंदोलन में डॉ. शर्मा ने 8 माह जेल में व्यतीत किये। वे 1967 तक म.प्र. के केबिनेट मंत्री रहे। 1969 में कांग्रेस विभाजन के दौरान डॉ. शर्मा ने  तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी का साथ दिया। वे 1968 में अखिल भारतीय कांग्रेस अध्यक्ष बनाया गया। वे इस पर 1974 तक रहे। 1974 में उनको केंद्रीय मंत्रिमण्डल में संचार मंत्री बनाया गया। 1977 तक इस पर रहने के बाद 1977 में जनता पार्टी की लहर में वे लोकसभा चुनाव हार गये। परंतु 1980 में भोपाल से चुन लिये गये अगस्त 1984 में उन्हें आंध्रप्रदेश का राजयपाल बनाया गया। 1985 में डॉ. शर्मा को पंजाब का राज्यपाल बनाकर भेजा गया। 1986 में उन्हें महाराष्ट्र का राज्यपाल बनाकर भेजा गया। 1987 में उन्होंने भारत के उपराष्ट्रपति पद को संभाला जिस पर वह 1992 तक रहे। हुए।

  • 16 जुलाई 1992 को डॉ. शर्मा भारत के राष्ट्रपति पद के लिये भारी बहुमत से विजयी हुए।  15 जुलाई 1997 को राष्ट्रपति पद से सेवानिवृत्त हुए। 26 दिसम्बर, 1999 को इनकी मृत्यु हुई।

 


 

अटल बिहारी वाजपेयी

 

  • भारतीय जनता पार्टी के प्रमुख नेता और प्रधानमंत्री श्री वाजपेयी का जन्म 25 दिसम्बर, 1924 को ग्वालियर में हुआ था। इनके पिता का नाम श्री कृष्ण बिहारी वाजपेयी था। इनकी शिक्षा ग्वालियर व कानपुर में हुई। वाजपेयी जी ने भारत छोड़ो आंदोलन में भाग लिया। इन्होंने जनसंघ की सदस्यता ग्रहण की 1951 से 1957 तक लोकसभा के सदस्य रहे। 1957 से 1962 तक श्री वाजपेयी जन संघ संसदीय दल के नेता रहे। 1957 से 1977 तक आप राज्यसभा के सदस्य रहे। 1962 से 1967 तक । राज्य सभा की सरकारी आश्वासन समिति के अध्यक्ष रहे। 1966-67 में वाजपेयी जी ने गुटनिरपेक्ष आंदोलन कनाडा सम्मेलन में भारतीय शिष्ट मण्डल का नेतृत्व किया। वे 1977 से 1980 तक जनता पार्टी के शासन काल में विदेश मंत्री रहे। इस दौरान संयुक्त राष्ट्र संघ में पहली बार उन्होंने हिन्दी में भाषण दिया। 1980 से 1986 तक श्री वाजपेयी भारतीय जनता पार्टी के संस्थापक अध्यक्ष रहे। 

 

  • ये तीन बार भारत के प्रधानमंत्री रहे प्रथम बार 13 दिन के लिए 1996 में दूसरी बार 13 महीने के लिए 1998 में तथा तीसरी बार 1999 से लेकर 2004 तक भारत के प्रधानमंत्री रहे। इन्हें वर्ष 2015 में भारत रत्न सम्मान से सम्मानित किया गया वे एक प्रसिद्ध लेखक कवि व दार्शनिक भी थे। उनकी कविता कि पुस्तक मेरी 51 कवितायें प्रसिद्ध हैं। 16 अगस्त 2018 को लंबी बीमारी के पश्चात् दिल्ली में उनका निधन हो गया।

 

कृष्णपाल सिंह

 

  • स्वतंत्रता संग्राम सेनानी गांधीवादी श्री कृष्णपाल सिंह का जन्म 2 अगस्त 1922 को ग्राम बिहरूहली, बुढ़ार जिला शहडोल म.प्र. में हुआ।

 

  • उनके राजनैतिक जीवन का आरंभ 1942 के भारत छोड़ो आन्दोलन में सक्रिय भाग लेकर हुआ। वे आचार्य नरेन्द्र देव एवं जयप्रकाश नारायण डा. लोहिया के घनिष्ठ सहयोगी रहे। और दलितों गरीवों के न्याय के लिये उन्होंने निरंतर संघर्ष किया। 1962 में प्रथम बार शहडोल जिले से विधायक चुने जाने के पश्चात वे म.प्र. विधानसभा में लगातार 6 बार विधायक चुने गये। म.प्र. में पं. द्वारका प्रसाद मिश्रा, प्रकाशचन्द्र सेठी, अर्जुन सिंह एवं श्यामाचरण शुक्ल के मंत्रिमंडल में वे वित्त, विधि, राजस्व, योजना, जेल, अधिकारी, पर्यटन, आदि प्रमुख विभागों के मंत्री रहे। इस बीच इन्होंने कई महत्वपूर्ण विदेश यात्राएं लगभग 25 देशों सोवियत रूस पांच बार अमेरिका, माल्टा, हंगरी, स्विटजरलैंड, पूर्वी जर्मनी, हांगकांर ओमान, यू.ए.ई. दुबई, नेपाल, डेनमार्क, स्वीडन, चीन, आदि देशों की यात्रा की।

 

  • वे सन् 1997-98 में गुजरात प्रदेश के गवर्नर नियुक्ति किये गये परंतु उन्होंने बीच में ही गवर्नर पद से त्याग पत्र दिया27 सितंबर 1999 को उनका देहावसान हो गया।

 

विजयाराजे सिंधिया

 

  • राजमाता सिंधिया का जन्म 12 अक्टूबर 1919 में सागर में ठाकुर महेन्द्र सिंह (नेपाल के राणा वंशज) के यहां हुआ था। इनका बचपन का नाम लेखा दिव्येश्वरी था। ये प्रथम नेपाली महिला हैं, जिन्होनें सर्वप्रथम मैट्रिक पास किया। 21 फरवरी, 1941 को इनका विवाह ग्वालियर के महाराजा जीवाजीराव सिंधिया से हुआ। इन्होने एम.ए. बनारस से व पी.एच.डी. विक्रम विश्वविद्यालय से की है। राजमाता 1957 में गुना से लोकसभा के लिये चुनी गई। 1957 में राजमाता जनसंघ में शामिल हो गई। 


  • राजमाता 1966 में विधानसभा की सदस्य रहीं व 1967-71 तक संयुक्त विधायक दल की नेता रही। 1971-77 तक पांचवी लोक सभा की सदस्य रही। 25 जून 1975 के दिन देश में आपातकाल के घोषणा के दौरान राजमाता को गिरफ्तार किया गया था। वे भारतीय जनता पार्टी के संस्थापक सदस्यों में से एक थीं। वर्ष 2001 निधन हो गया।

 

अर्जुन सिंह

 

  • श्री सिंह का जन्म 5 नवम्बर, 1930 को चुरहट जिला सीधी में हुआ था। श्री अर्जुन सिंह पहली बार 1957 में विधायक चुने गये थे। 1963-67 तक म.प्र. सरकार में कृषि राज्य मंत्री बनाया गया। वे 1967 से 72 तक नियोजन और विकासमंत्री, 1972 से 77 तक शिक्षामंत्री रह चुके हैं। 1980 में इन्हें मुख्यमंत्री बनाया गया। 13 फरवरी 1988 को दुबारा प्रदेश का मुख्यमंत्री बनाया गया। यह पंजाब के राज्यपाल तथा कांग्रेस के उपाध्यक्ष भी रहे। वे केन्द्रीय मानाव संसाधन विकास मंत्री रहे वर्ष 2011 में दिल्ली में उनका निधन हो गया।

 

माधवराव सिंघिया

 

  • ग्वालियर राज्य के महाराजा जीवाजीराव सिंधिया तथा विजयराजे सिंधिया के पुत्र माधवराज सिंधिया का को हुआ था। श्री सिंधिया प्रमुख उद्योगपति व राजनीतिज्ञ हैं। 1980 में गुना से कांग्रेस (आई) के सांसद चुने गये। 1984 में 10 मार्च 1945 भारतीय जनता पार्टी के प्रमुख नेता अटलबिहारी वाजपेयी को हराकर ग्वालियर से लोकसभा सदस्य चुने गये। 194 1989 तक श्री सिंधिया केंद्र सरकार में रेल राज्यमंत्री थे। श्री सिंधिया केन्द्र सरकार में नागरिक उड्डयन मंत्री और पर्यटन मंत्री भी रह चुके हैं। 30 सितम्बर 2001 को उ.प्र. के मैनपुरी जिले में हवाई जहाज दुर्घटना आपका असामयिक निधन हो गया।

 

प्रकाश चंद्र सेठी

 

  • श्री सेठी का जन्म 19 अक्टूबर 1920 को झाबरा पटन में हुआ था। इनके पिता भंवर लाल सेठी इंदौर से कांग्रेस आई के सांसद थे। श्री सेठी 1953 से 57 तक म.प्र. कांग्रेस कार्य करणी के सदस्य तथा 1954-55 में कोषाध्यक्ष रहे हैं। श्री सेठी केंन्द्र सरकार में 1962 से 1964 तक इस्पात एवं खान मंत्री, 1964 से 66 तक लौह इस्पात उपमंत्री तथा 1970 से 71 तक रक्षा उत्पादन राज्यमंत्री रहे। 1972 में उन्हें म.प्र. की विधानसभा का सदस्य चुना गया और वे राज्य के मुख्यमंत्री बनाये गये वे इस पद पर 1975 तक रहे। 1975 में केंद्रीय सरकार के रसायन एवं उर्वरक मंत्री बने। इन्होंने सन् 1969 में कनाडा में हुए राष्ट्रकुल के वित्त मंत्रियों के सम्मेलन में भारत का प्रतिनिधित्व किया था। 1980 में उन्हें कार्य एवं आवास मंत्री तथा बाद में भारत पेट्रोलियम एवं उर्वरक मंत्री व रेल मंत्री, 1982 से 84 तक गृहमंत्री और 1984 में नियोजन एवं सिंचाई मंत्री बनाया गया था। इनका निधन 1996 में इंदौर में हुआ था।  


डॉ. कैलाशनाथ काटजू

 

  • श्री काटजू का जन्म 17 जून 1887 को म.प्र. की जावरा रियासत में हुआ था। लाहौर से बी.ए. की परीक्षा उत्तीर्ण करने के पश्चात् इन्होंने इलाहाबाद वि.वि. से इतिहास से एम.ए. तथा एल.एल.बी. किया। एल.एल.बी. में इन्हें स्वर्ण पदक से सम्मानित किया गया। एल.एल.बी. के उपरांत एल.एल.एम. और एल.एल.डी. की परीक्षाएं भी उत्तीर्ण की 1908 से कानपुर में वकालात शुरू की। 1914 में इलाहाबाद हाई कोर्ट चले गये। वकालत को त्याग कर 1937 ई. में कांग्रेस में शामिल हो गये। डाँ. काटजू 1935-37 तक इलाहाबाद नगरपालिका के अध्यक्ष रहे। 1947 ई. में काटजू उड़ीसा के राज्यपाल बनाये गये। 1948 से 1951 तक आप पं. बंगाल के राज्यपाल रहे। इसके उपरांत 1951 से वह केंद्रीय मंत्रिमण्डल में रक्षा मंत्री रहे। जनवरी 1957 से मार्च 1962 तक ये म.प्र. के मुख्यमंत्री रहे।

 

वीरेन्द्र सक्लेचा

 

  • वीरेन्द्र सक्लेचा के जीवन की शुरूआत महू में वकालत से हुई ये पहली बार जनसंघ के टिकिट पर विधानसभा के लिये  निर्वाचित हुए। 1962 से 67 तक विरोधी दल के नेता रहे। 1967 की राज्य सरकार में उपमुख्मंत्री रहे लेकिन कुछ दिनों के बाद ही इन्होंने इस पद को त्याग दिया। 7969 में इन्हें उप मुख्यमंत्री बनाया गया। 18 जनवरी 1978 से 15 जनवरी 1980 तक ये प्रदेश के मुख्यमंत्री पद पर आसीन रहे।

 

कैलाशचंद्र जोशी

 

  • 1951 में श्री जोशी भारतीय जनसंघ के सदस्य बने और देवास जिले के मंत्री रहे। हाटपीपल्या से 1955 और 1962 में विधानसभा के सदस्य निर्वाचित हुए 1963 से 1966 तक जनसंघ विधायक दल के सभापति रहे। 1972-75 में विधानसभा में दल के नेता एवं प्रतिपक्ष के नेता बने। जोशी 23 जून 1977 को म.प्र. के मुख्यमंत्री बने, किंतु खराब स्वास्थ्य के कारण इन्होंने 17 जनवरी 1978 को मुख्यमंत्री पद से त्यागपत्र दे दिया। श्री जोशी 1980 से 82 तक भारतीय जनता पार्टी के प्रांतीय अध्यक्ष रहे।

 

मोतीलाल वोरा

 

  • श्री वोरा का जन्म 20 दिसम्बर, 1928 को हुआ था। 1968 ई. में इन्होंने राजनीति में प्रवेश किया। 13 मार्च 1985 को इनको प्रदेश का मुख्यमंत्री बनाया गया ये केंद्र सरकार में स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्री तथा नागरिक उड्डयन मंत्री रह चुके हैं ये उ. प्र. के राज्यपाल भी रह चुके हैं।

 

बालकवि बैरागी

 

  • मंदसौर में जन्में श्री वैरागी प्रसिद्ध कवि तथा सक्रिय कांग्रेस कार्यकर्ता एवं सांसद रहे हैं। 1980 में भारतीय राष्ट्रीय मजदूर संघ के अध्यक्ष चुने गये। 1969 से 1972 तक सूचना तथा प्रसारण राज्यमंत्री एवं 1980 में खाद्य राज्यमंत्री भी रहे।

 

उमा भारती 

  • मध्यप्रदेश कि पहली महिला मुख्यमंत्री (2003) उमा भारती का जन्म टीकमगढ़ जिले डूडा गॉव में 1959 को हुआ था ये वर्ष 1989, 91, 96, 98, 99, 2014 लोक सभा सदस्य बनी और 2014 में केन्द्रीय मंत्री बनी।

 

सुंदर लाल पटवा 

  • मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्मंत्री सुंदर लाल पटवा का जन्म मन्दसौर जिले के कुकड़ेश्वर 1924 में मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री रहे। वर्ष 2016 में भोपाल में उनका निधन हो गया।

 

मध्य प्रदेश के पत्रकारिता के क्षेत्र के प्रसिद्ध व्यक्ति 

 

पं. माखनलाल चतुर्वेदी

 

  • पं. माखनलाल चतुर्वेदी भारत के सुप्रिद्ध साहित्यकार थे। उनका जन्म 4 अप्रैल, 1888 को होशंगाबाद जिले के बाबई कस्वे में हुआ था। प्रारम्भिक शिक्षा बाबई में ही प्राप्त कर माखनलाल जी शिक्षक बने। इन्होंने देश के स्वतंत्रता संग्राम में भी भाग लिया। इन्होंने कविता के माध्यम से जनजागरण किया। 30 जनवरी, 1968 को पं. चतुर्वेदी की मृत्यु हो गयी। उनकी प्रमुख रचनाएं युग चारण, हिमकिरीटिनी, हिमतरंगिनी, माता समर्पण, मरण ज्वार साहित्य देवता, कृष्णार्जुन युद्ध आदि हैं। इन्होंने कर्मवीर नामक अखबार का संपादन किया। इनके नाम से भोपाल में माखनलाल पत्रकारिता विश्व वि.वि. कि स्थापना की गई।

 

मौलाना बरकतउल्ला

 

  • इनका जन्म 1862 में भोपाल में हुआ, इन्होंने अमेरिका में गदर पार्टी की स्थापना की और विदेशों में भारत की आजादी के लिये अपना पक्ष रखा। 1 नबम्बर, 1913 को इन्होंने केलिफार्निया 'गदर' नामक साप्ताहिक पत्र निकाला। सितम्बर 1927 को सैनफ्रांसिसकों में इस महान देशभक्त का निधन हुआ।

 

शरद जोशी 

  • प्रसिद्ध पत्रकार शरद जोशी का जन्म उज्जैन में हुआ। इनकी प्रसिद्ध रचना परिक्रमा, किसी बहाने, तिलिस्म, दूसरी सतह आदि हैं।

 

राजेंद्र माथुर 

  • पत्रकारिता से जुड़े श्री माथुर का जन्म 17 अगस्त 1935 को धार में हुआ। उन्होंने अंग्रेजी साहित्य से एम.ए. किया और इसके उपरांत इंदौर से प्रकाशित नई दुनिया में राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय राजनीति लेखन कार्य प्रारंभ किया। 1955 से 1976 तक ये गुजराती कॉलेज इंदौर में अध्यापक रहे। 1970 से 1981 तक नई दुनिया में सम्पादक रहे। इसके उपरांत ये नवभारत टाइम्स नई दिल्ली में प्रधान संपादक रहे।

 

मध्य प्रदेश के सिनेमा जगत के व्यक्तित्व

 

अशोक कुमार

 

  • दादा मुनि उप नाम से विख्यात अशोक कुमार का जन्म 13 अक्टूबर 1911 को हुआ था। इन्होने अपना अभिनय सफर नैया फिल्म से किया। ये खण्डवा जिले के रहने वाले थे। इन्हें संगीत नाटक अकादमी फिल्म फेयर पुरस्कार तथा दादा साहेब फाल्के पुरस्कार से सम्मानित किया गया है इनका निधन 10 दिसम्बर 2001 को हुआ।

 

किशोर कुमार

 

  • एक गायक गीतकार अभिनेता निर्देशक रहे किशोर कुमार का जन्म खण्डवा में हुआ इन्होनें हजारों फिल्मी गीत गाये कई प्रसिद्ध फिल्मों में अभिनय किया जिसमें चलती का नाम गाड़ी हाफ टिकट पड़ोसन आदि है प्रदेश सरकार इनके नाम से प्रति वर्ष पुरस्कार प्रदान करती है।

 

लता मंगेश्कर

 

  • इन्दौर में जन्मी भारत रत्न लता मंगेश्कर देश में स्वर कोकिला के नाम से विख्यात हैं। हजारों फिल्मी गाने अनेक भाषाओं में गायन और देश भक्ति के गानों के माध्यम से विश्व में उनकी पहचान है। प्रदेश सरकार इनके नाम से प्रति वर्ष पुरस्कार प्रदान करती है।

 

जया बच्चन

 

  • भारतीय सिनेमा जगत कि ख्यात अभिनेत्री का जन्म जबलपुर में हुआ पूना फिल्म इंस्टीट्यूट से अभिनय कि शिक्षा प्राप्त करने के पश्चात वे फिल्म जगत में सक्रीय हुई और अत्यधिक सफल रहीं। इनका विवाह महानायक अमिताभ बच्चन के साथ सम्पन्न हुआ वे राज्य सभा की सदस्या रही और समाज सेवी के क्षेत्र में कार्यरत हैं।

 

कवि प्रदीप

 

  • कवि प्रदीप का असली नाम रामचन्द्र द्विवेदि था इनका जन्म बड़नगर (उज्जैन) में हुआ। इन्होने अपने देशभक्ति एवं फिल्मी में गीतों के माध्यम से देश विदेश में बहुत ख्याति अर्जित कि और अनेक कविताओं के माध्यम से साहित्य अपनी अनूठी पहचान बनाई 1998 मुम्बई में इनका निधन हुआ।

 

अन्नू कपूर 

  • अन्नूकपूर का जन्म भोपाल में हुआ था। अन्नू कपूर ने अपना कैरियर रूका हुआ फैसला नाटक से शुरू किया लेकिन इन्हे अंताक्षरी टी. वी. सीरियल से प्रसिद्धि मिली व ये अपनी अनोखी अभिनय प्रतिभा के दम से ख्याति अर्जित करने में सफल रहे।

 

राजीव वर्मा 

  • राजीव वर्मा फिल्म तथा दूरदर्शन के कलाकार है। इनका जन्म होशंगाबाद में हुआ था। इनको अनेक पुरस्कार से सम्मनित किया जा चुका है। फिल्म मैने प्यार किया से ख्याति प्राप्त हुई ये थियेटर जगत में कि है।

 

जॉनी वॉकर 

  • जबलपुर में जन्में जॉनीवाकर (बदरूद्दीन जमालुद्दीन काजी) भारतीय फिल्म जगत के अत्यन्त ख्यात हास्य अभिनेता रहे इनकी मृत्यु वर्ष 2003 मुंबई में हुई।

 

गोविन्द नामदेव 

  • सागर में जन्में गोविन्द नामदेव तीन दशक से फिल्म जगत में सक्रीय हैं। उनकी कुछ चर्चित फिल्मों में बैंडिट क्वीन, ओ माई गाड, वान्टेड है।

 

आशुतोष राणा 

  • मध्य प्रदेश के प्रसिद्ध व चर्चित व्यक्ति गाडरवाड़ा नरसिंहपुर में जन्में दो दशक से फिल्म जगत में सक्रीय हैं। उनकी कुछ चर्चित फिल्मों में दुश्मन संघर्ष एवं धड़क हैं।

 

मनोज तिवारी 

  • सागर में जन्में मनोज तिवारी दो दशक से फिल्म जगत में सक्रीय हैं। उनकी कुछ चर्चित फिल्मों में चाइनागेट, गोलमा इत्यादि है।

 

अर्जुन रामपाल

 

  • जबलपुर में जन्में ख्यात मॉडल अभिनेता अर्जुन रामपाल विगत तीन दशकों से माडलिंग फिल्म जगत में सक्रीय है।

 

दिव्यंका त्रिपाठी

 

  • भोपाल में जन्मी ख्यात टेलिविजन अभिनेत्री टेलिविजन जगत की प्रथम पंक्ति की लोकप्रिय अभिनेत्री है। उन्होंने टेलीविज के कई चर्चित धारावाहिकों में अपने अभिनय का लोहा मनवाया है।

 

मध्य प्रदेश के विधि क्षेत्र के प्रसिद्ध व्यक्ति 

 

  • श्री जे. एस. वर्मा का जन्म सतना में हुआ उन्होने भारत के सर्वोच्च न्यायालय के 27वे मुख्य न्यायाधीश के रूप में व 1997-1998 में कार्य किया बाद में वे राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग के अध्यक्ष (1999-2003) रहे वर्ष 2013 में इनका निध हो गया।

 

रमेश चन्द्र लाहोटी

 

  • गुना में जन्में श्री आर.सी. लाहोटी भारत के सर्वोच्च न्यायालय के 35 वे मुख्य न्यायाधीश के रूप में वर्ष 2004-2005 तक कार्य किया । 

 

मध्य प्रदेश आध्यात्म क्षेत्र के प्रसिद्ध व्यक्ति 

 

आचार्य रजनीश

 

  • कुचबाड़ा (रायसेन) में जन्में आचार्य रजनीश ओशो के उपनाम से विश्व प्रसिद्ध दार्शनिक एवं आध्यात्मिक गुरू रहे उन्हो अमेरिका एवं पूना में अपने आश्रम कि स्थापना की उनके लाखों भक्त रहे वर्ष 1990 में पूना में निधन हो गया।

 

महर्षि महेश योगी

 

  • सीहोरा तहसील जबलपुर में जन्में महर्षि महेश योगी प्रसिद्ध योग आचार्य रहे है। भारतीय योग को विश्व प्रसिद्ध कराने इनका महत्तवपूर्ण योगदान रहा है। इन्होने हॉलैण्ड में रहते हुए अनेक वर्षों तक लोगो को योग सिखाया महर्षि महेश यो वैदिक विश्व विद्यालय एवं महर्षि स्कूल कि स्थापना की उन्होने एक राजनैतिक पार्टी आजेय भारत पार्टी कि भी स्थापना क वर्ष 2008 में ब्लोडोर्फ (हॉलैण्ड) में निधन हो गया।

Also Read....

मध्यप्रदेश के प्रमुख व्यक्ति भाग -01

No comments:

Post a Comment

Powered by Blogger.