मध्य प्रदेश ग्रामीण यांत्रिकी सेवा विभाग के बारे में जानकारी | MP Rural Engineering Services Department GK
मध्य प्रदेश ग्रामीण यांत्रिकी सेवा विभाग के बारे में जानकारी
ग्रामीण यांत्रिकी सेवा की प्रशासनिक संरचना
- पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग के अंतर्गत तकनीकी एवं निर्माण प्रकोष्ठ के रूप में ग्रामीण यांत्रिकी सेवा, ग्रामीण क्षेत्रों में अधोसंरचना विकास कार्यों के क्रियान्वयन हेतु कार्यरत है।
- पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग के अंतर्गत रु. 15 लाख लागत तक के निर्माण कार्यों का संपादन ग्राम पंचायतों के माध्यम से किया जाता है तथा शेष निर्माण कार्य ग्रामीण यांत्रिकी सेवा के माध्यम से सीधे संपादित किये जाते हैं।
ग्रामीण यांत्रिकी सेवा के विभाग के कार्य एवं दायित्व
- प्रथम दायित्व के रूप में त्रिस्तरीय पंचायत राज संस्थाओं द्वारा संपादित किये जा रहे समस्त निर्माण कार्यों पर तकनीकी सलाह एवं तकनीकी नियंत्रण का कार्य ।
- द्वितीय दायित्व के रूप में विभिन्न विभागों एवं पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग के अधोसंरचना के कार्यों का क्रियान्वयन।
मध्य प्रदेश ग्रामीण यांत्रिकी सेवा अभियंता
- मध्य प्रदेश ग्रामीण यांत्रिकी सेवा प्रमुख अभियंता के अंतर्गत जबलपुर, इन्दौर तथा भोपाल में कुल तीन क्षेत्रीय मुख्य अभियंता कार्यरत हैं।
- इन क्षेत्रीय मुख्य अभियंताओं के अंतर्गत प्रत्येक राजस्व संभाग में एक मण्डल कार्यालय कार्यरत है, जो कि अधीक्षण यंत्री के प्रभार में है।
- वर्तमान में 10 मण्डल कार्यालय कार्यरत हैं। जिलों का आकार एवं कार्यभार के अनुसार ग्रामीण यांत्रिकी सेवा में 60 संभागीय कार्यालय कार्यरत हैं, जिनका कार्य संपादन कार्यपालन यंत्रियों द्वारा किया जा रहा है।
- इन 60 संभागीय कार्यालय के अंतर्गत 182 उपसंभागीय कार्यालय कार्यरत है। जनपदों में एवं उपसंभागीय कार्यालयों हेतु 643 सहायक यंत्री के पद निर्मित हैं।
- जनपद पंचायतों एवं ग्रामीण यांत्रिकी सेवा को मिलाकर 1459 उपयंत्री के पद निर्मित हैं।
ग्रामीण यांत्रिकी सेवा द्वारा सम्पादित कार्य :
ग्रामीण यांत्रिकी सेवा के द्वारा संपादित किये जा रहे निर्माण कार्यों का संक्षिप्त कार्य-
- मुख्यमंत्री ग्राम सड़क योजना
- ग्रामीण खेल मैदान (स्टेडियम निर्माण)
- विकास भवन सह ई-गवर्नेस सेंटर का निर्माण
- मुख्यमंत्री ग्राम सरोवर योजना
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