सरकार की पुनः खोज ।सरकार की पुनर्खोज का मॉडल | Reinventing Government Model in Hindi

सरकार की पुनः खोज Reinventing Government

सरकार की पुनः खोज ।सरकार की पुनर्खोज का मॉडल | Reinventing Government Model in Hindi


 आस्बॉर्न तथा गैबलर द्वारा प्रस्तुत सरकार की पुनर्खोज का मॉडल

  • लोक प्रशासन के प्रति प्रबंध दृष्टिकोण को 1990 के दशक में अर्थव्यवस्थाओं के उदारीकरण के साथ अमेरिका में गति मिली। ब्रिटेन में मारग्रेट थैचर (Margaret Thatcher) तथा अमेरिका में रॉनल्ड रीगन (Ronald Reagan) के द्वारा 1980 के दशक में प्रारम्भ की गई नीतियों के कारण इसने गति पकड़ी। 
  • 1992 डैविड आस्बॉर्न तथा टैड गैब्लर (David Osborne and Ted Gaebler) द्वारा सरकार की पुनः खोज की अवधारणा की प्रसिद्धियां के प्रचलन के साथ सरकारी प्रजातियों के बदलाव में नया मोड़ आया। उन्होंने अपनी पुस्तक री इनवेन्टिंग गर्वनमेंटहाऊ द एण्टरप्रेन्योरियल स्प्रिट इज़ ट्रान्सफॉर्मिंग द पब्लिक सैक्टर (Reinventing Government, How the Entrepreneurial Spirit in Transforming the Public Sector) में नौकरशाही सरकार को एक उद्यमी सरकार में बदलने का व्यापक पक्ष तैयार किया था। उनका नुस्खा या निदेश सरकार को समाप्त करने के लिए नहींअपितु उस की पुनर्खोज का है। 
  • उद्यमी सरकार की अवधारणा वह है जो कभी स्थिर नहीं होतीअपितु अनुकूलनशील संवेदनशीलकुशल तथा प्रभावी होती है। यह सरकार को गुणवत्ता युक्त वस्तुए तथा सेवाए उत्पन्न करने में योग्य करता हैतथा नागरिकों के प्रति संवेदनशील होने में भी मदद करता है। 


ऑसबार्न तथा गैबलर (Osborne and Gaebler, op.cit.) ने एक ऐसी विशेष प्रकार की सरकार की आवश्यकता की परिकल्पना की थीजो एक विकसित समाज के लिए आवश्यक है। जिस उद्यमी सरकार की उन्होंने चर्चा या व्यवस्था की थीउसका संबंध सरकार क्या करती हैसे उतना नहीं थाजितना कि वह उसे किस प्रकार करती है से था।  उन्होंने बल दिया कि


क) सरकार केवल व्यापार की नहीं हो सकतीक्योंकि सरकार तथा व्यापार के उद्देश्य अलग हैंवे दोनों महत्वपूर्ण व आवश्यक हैतथा


ख) प्रश्न यह नहीं है कि हमारी सरकार कितनी बड़ी हैबल्कि यह है कि हमारी सरकार किस प्रकार की है। इसलिए उन्होंने परिवर्तित होने वाली या स्वंय की पुनः खोज करने वाली सरकार का पक्ष प्रस्तुत किया

 

जिस प्रतिमान को उन्होंने अवधारित कियाउसके दस रूप निम्नलिखित हैं: 


1) उत्प्रेरक सरकार (Catalystic Governemnt) - केवल सेवाएं प्रदान करना ही नहीं अपितु समस्याओं के समाधान में सभी क्षेत्रों को कार्य गति में लाने में उत्प्रेरणा देना है |

 

2) समुदायोन्मुख सरकार सेवा आपूर्ति में नागरिकों का सशक्तीकरण करना है ।

 

3) प्रतिस्पर्धी सरकार (Competitive Government - अलग-अलग सेवा-दाताओं के बीच प्रतिस्पर्धा को बढ़ावा देना है। 

4) उद्देश्य या प्रयोजन संचालित सरकार- नियमों तथा विनियमों के स्थान पर प्रयोजन या उद्देश्य से संचालित । 

5) परिणामोन्मुख सरकार संगठनों की निष्पादकता को आगतों की अपेक्षा उनके परिणामों के आधार पर मापना है । 

6 ) ग्राहकोन्मुख सरकार- ग्राहकों को खरीददारों के रूप में पुनर्याशित करना तथा उन्हें सेवा देयता या सेवा-आपूर्ति में चयन करने का अवसर देना है। 

7) उद्यमी सरकार- केवल मात्र खर्च करने के स्थान पर धनार्जन करने की ओर प्रयासों को जुटाना है। 

8) पूर्वानुमान वाली सरकार- समास्याओं के पैदा होने से पहले उन्हें रोकने के संदर्भ में पहले से ही क्रियाशील होना है। 

9) विकेन्द्रीयकृत सरकार- नागरिकों के समीप वाले निर्णयन को ले जाने के उद्देश्य से सत्ता के विकेन्द्रीकरण का सहारा लेना है। 

10) बाजारोन्मुख सरकार सेवा प्रदत्तीकरण में नौकरशाही व्यवस्था की अपेक्षा बाजार व्यवस्था पर आश्रित होना या भरोसा करना है।

 

  • आस्बॉर्न तथा गैबलर का मानना है कि ये परिवर्तन संकट की स्थितियों के द्वारा आवश्यक हुएजिनमें दूरदृष्टि वाले लोगनेतृत्व की गुणवत्ता तथा सामाजिक संस्थाओं सहित बिजनैस तथा सरकार के समर्थन की आवश्यकता थी। 


  • आस्बॉर्न तथा गैबलर द्वारा प्रस्तुत सरकार की पुनर्खोज का मॉडल एन.पी.एम. परिप्रेक्ष्य में एक व्यापक क्रिया है। यह बढ़ती हुई कुशलताविकेन्द्रीकरणउत्तरदायित्व तथा बाजारीकरण के सुधार एंजेंडा की पुनःस्वीकृति करता है । 

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