प्रतिनिधि लोकतंत्र व्यवहार में |Representative democracy in practice

प्रतिनिधि लोकतंत्र व्यवहार में

प्रतिनिधि लोकतंत्र व्यवहार में |Representative democracy in practice


 

प्रतिनिधि लोकतंत्र व्यवहार में

इस जानकारी के बाद अब हम प्रतिनिधि लोकतंत्र के वास्तविक कार्यकलाप पर दृष्टिपात करेंगे। कार्यकारी लोकतंत्र की मुख्य विशेषताएं हैं:

 

  • स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव 
  • मुक्त और जिम्मेदार सरकार, 
  • नागरिक और राजनीतिक अधिकार;

 

नीचे दिया गया स्तंभ इन विशेषताओं को अच्छी तरह से प्रकट करता है।

 

 

प्रतिनिधि लोकतंत्र व्यवहार में |Representative democracy in practice

 

 

राजनीतिक दल : 

  • राजनीतिक दल राजनीतिक प्रक्रिया में निर्णायक भूमिका अदा करते हैं। बड़े पैमाने पर राजनीतिक दल प्रजातांत्रिक प्रणाली के कार्यशील चरित्र को उजागर करते हैं। वे प्रणाली की संस्थाओं की क्रियाशीलता की लिए प्रमुख राजनीतिक गति प्रदान करते हैं।

 

  • आर. जी. गेट्टेल के अनुसारएक राजनीतिक दल में कम या ज्यादा संगठित नागरिकों का एक समूह होता हैजो राजनीतिक इकाई के रूप में कार्य करता है। अपने मताधिकार के प्रयोग के आधार पर उनका लक्ष्य सरकार पर नियंत्रण तथा अपनी सामान्य नीतियों को बढ़ावा देना होता है। 


राजनीतिक दल की कुछ अनिवार्य विशेषतायें हैं :

 

1) राजनीतिक दल संगठित करने वाले लोगों का मौलिक सिद्धांतों पर एक आम सहमति होती है। 

2) वे अपने लक्ष्य प्राप्ति के लिए संवैधानिक तरीकों का इस्तेमाल करते हैं।

3) एक राजनीतिक दल का उद्देश्य समूह हित की अपेक्षा राष्ट्रीय हित को बढ़ावा देना होता है। 

4) यह सार्वजनिक हित के उद्देश्य से राजनीतिक शक्ति को प्राप्त करता है ।

 

राजनीतिक दल लोकतंत्र के आधार स्तंभ का निर्माण करते हैं और निम्नलिखित कार्यों का संपादन करते हैं: 


i) दल जनमत का निर्माण करते हैं: 

  • राजनीतिक दलजनता के फायदे के विभिन्न मुद्दे और समस्याऐंजैसे आवास जीवन स्तर शिक्षाविदेशी संबंधोंबजट इत्यादि को जोरदार शब्दों में सरकार के समक्ष रखते हैं।

 

i) दल चुनाव संचालन में एक भूमिका निभाते हैं:

  • विधायिका का चुनाव दल के आधार पर होता है। राजनीतिक दल पार्टी टिकट के लिए उपयुक्त उम्मीदवार का चुनाव करते हैं। मतदान के दिन दल अधिक से अधिक मतदाताओं की भागीदारी को सुनिश्चित करने का प्रयास करते हैं।

 

ii) राजनीतिक दल सरकार बनाते हैं: 

  • दलजो बहुमत प्राप्त करता हैवह सरकार बनाता है। यदि किसी भी दल को बहुमत प्राप्त नहीं होता है तो दलों का एक मोर्चाजोकि संयुक्त मोर्चा के नाम से जाना जाता हैसरकार बनाता है।

 

iv) विरोधी दल सरकार पर नियंत्रण रखता है 

  • विरोधी दल सरकार के कार्यों और नीतियों पर नजर रखता है और उसकी कमियों और असफलताओं को उजागर करता है।

 
v) राजनीतिक दल सरकार और लोगों के बीच संपर्क का कार्य करते हैं: 

  • पार्टियाँ सरकार की नीतियों के बारे में लोगों को बताती है तथा लोगों की प्रतिक्रिया को संसद तथा सार्वजनिक अधिकारियों तक पहुँचाते हैं।

 

vi) राजनीतिक दल लोगों को शिक्षा देते हैं 

  • राजनीतिक दल लोगों को उनके राजनीतिक अधिकारों और सरकार में उनके हितों के प्रति सजग बनाते हैं।

 

vii) राजनीतिक दल एकजुट शक्ति का कार्य करते हैं

  •  राजनीतिक दल विभिन्न भागों के देशवासियों सभी वर्गों के लोगों का समर्थन पाने के लिए कटिबद्ध होते हैं। अतः वे एकता सूत्र का कार्य करते हैं।

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