अंतर्राष्ट्रीय बालिका दिवस 2021 इतिहास थीम विषय महत्व उद्देश्य |अंतर्राष्ट्रीय बालिका दिवस निबंध |Antarrashtriya balika divas 2021
अंतर्राष्ट्रीय बालिका दिवस 2021 इतिहास थीम विषय महत्व उद्देश्य
अंतर्राष्ट्रीय बालिका दिवस 2021 (International Day of the Girl Child)
- हर साल 11 अक्तूबर को अंतरराष्ट्रीय बालिका दिवस मनाया जाता है। इस बार यानी वर्ष 2021 में 9वाँ अंतराष्ट्रीय बालिका दिवस मनाया जा रहा है।
- अंतर्राष्ट्रीय बालिका दिवस 11 अक्तूबर को जबकि राष्ट्रीय बालिका दिवस 24 जनवरी को मनाया जाता है।
- पहली बार अंतर्राष्ट्रीय बालिका दिवस का आयोजन वर्ष 2012 में किया गया था।
अंतर्राष्ट्रीय बालिका दिवस की थीम विषय
अंतर्राष्ट्रीय बालिका दिवस की थीम 2021
- Digital generation. Our generation
अंतर्राष्ट्रीय बालिका दिवस की थीम 2020
- My voice, our equal future
अंतर्राष्ट्रीय बालिका दिवस की थीम 2019
- "Girl Force: Unscripted and Unstoppable" है जबकि राष्ट्रीय बालिका दिवस की थीम “उज्जवल कल के लिये लड़कियों का सशक्तीकरण” ('Empowering Girls for a Brighter Tomorrow') थी।
अंतर्राष्ट्रीय बालिका दिवस की थीम 2018
- “With Her: A Skilled GirlForce”
अंतर्राष्ट्रीय बालिका दिवस के उद्देश्य:
- बालिकाओं के अधिकारों का संरक्षण करना
- उनके समक्ष आने वाली चुनौतियों एवं कठिनाईयों की पहचान करना
- समाज में जागरूकता लाकर बालिकाओं को बालकों के समान अधिकार दिलाना
अंतर्राष्ट्रीय बालिका दिवस पहली बार कब मनाया गया
- पहली बार अंतर्राष्ट्रीय बालिका दिवस का आयोजन वर्ष 2012 में किया गया था। प्रथम अंतर्राष्ट्रीय बालिका दिवस की थीम “बाल विवाह की समाप्ति” (Ending Child Marriage) थी।
बालिकाओं से संबंधित भारत सरकार की प्रमुख
पहलें:
- बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ
- सुकन्या समृद्धि योजना
- किशोरियों के सशक्तीकरण के लिये राजीव गांधी योजना (सबला), आदि
राष्ट्रीय बालिका दिवस (National Girl Child Day)
- 24 जनवरी को पूरे भारत में राष्ट्रीय बालिका दिवस के रूप में मनाया जाता है। ध्यातव्य है कि अंतर्राष्ट्रीय बालिका दिवस हर साल 11 अक्तूबर को मनाया जाता है।
- राष्ट्रीय बालिका दिवस 2021 की थीम "Aware girl child, Able Madhya Pradesh.
- राष्ट्रीय बालिका दिवस 2019 की थीम ‘उज्ज्वल कल के लिये लड़कियों का सशक्तीकरण’ (Empowering Girls for a Brighter Tomorrow) है।
- राष्ट्रीय बालिका दिवस को मनाने की शुरुआत पहली बार 2008 में महिला और बाल विकास मंत्रालय
द्वारा की गई थी।
- राष्ट्रीय बालिका दिवस का उद्देश्य लड़कियों के सामने आने वाली
विषमताओं को उजागर करना, बालिकाओं के अधिकारों, शिक्षा के महत्त्व, स्वास्थ्य और पोषण, गिरते हुए बाल लिंग अनुपात (Child Sex Ratio-CSR) सहित कई विषयों पर जागरूकता को बढ़ावा
देना और बालिकाओं के आस-पास सार्थक वातावरण बनाना है।
अंतरराष्ट्रीय बालिका दिवस पर निबंध
अंतरराष्ट्रीय बालिका दिवस प्रतिवर्ष 11 अक्टूबर को मनाया जाता है। संयुक्त
राष्ट्र महासभा ने 19 दिसंबर वर्ष 2011 को प्रस्ताव पारित करके 11 अक्तूबर को अंतराष्ट्रीय बालिका दिवस
के रूप में मनाने की घोषणा की थी। इस दिवस का उद्देश्य बालिकाओं के अधिकारों का
संरक्षण और उनके समक्ष आने वाली चुनोतियों की पहचान करना है।
अंतरराष्ट्रीय बालिका दिवस निम्नलिखित उद्देश्य से मनाया जाता है-
- बालिकाओं द्वारा सामना की जाने वाली चुनौतियों को उजागर करना तथा उनकी आश्यकताओं को पहचानना।
- बालिकाओं के सशक्तिकरण को बढ़ावा देना।
- उनके मानवाधिकारों की पूर्ति में मदद करना।
- यह दिवस किशोरियों के सहयोग में प्राप्त करने वाली उपलब्धियों को पहचानने तथा किशोरियों की वर्तमान और आगामी पीढ़ी के सहयोग के लिए प्रेरणा देने का समय है, ताकि वे सतत विकास लक्ष्यों (एसडीजी) की प्राप्ति में अपनी क्षमताओं के माध्यम से महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकें।
- भारत सरकार ने ज्ञान, मूल्यों और कौशल से किशोरियों को सशक्त करने के लिए विभिन्न शुरूआते की है, जिससे वर्तमान और भविष्य में परिवारों और समुदायों को सकारात्मक लाभ मिलें।
- बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओं: भारत सरकार ने राष्ट्रीय अभियान के माध्यम से बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओं की शुरूआत की है। यह महिला एवं बाल विकास मंत्रालय, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय (एमओएचएफडब्ल्यू) तथा मानव संसाधन विकास मंत्रालय की संयुक्त पहल है।
इस पहल के उद्देश्य इस प्रकार से हैं:
- लैंगिक आधार पर लिंग निर्धारण पर प्रतिबंध।
- बालिका उत्तरजीविता और संरक्षण सुनिश्चित करना।
- बालिका शिक्षा और भागीदारी सुनिश्चित करना।
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