स्वैच्छिक संगठनों के प्रकार |Types of Voluntary Organisations in Hindi
स्वैच्छिक संगठनों के प्रकार (Types of Voluntary Organisations)
भौगोलिक आधार पर स्वैच्छिक संगठन
- इससे तात्पर्य यह है कि इनके कार्य करने के क्षेत्र (Geographical Area) के आधार पर वर्गीकरण जिसके अन्तर्गत अन्तर्राष्ट्रीय स्वैच्छिक संगठन, राष्ट्रीय स्वैच्छिक संगठन और स्थानीय स्वैच्छिक संगठन आते हैं।
- अन्तर्राष्ट्रीय स्वैच्छिक संगठन वे होते हैं जो दो या अधिक देशों में अपना कार्य करते हैं। इनमें रेडक्रस सोसायटी, केयर, आगा खाँ फाउन्डेशन इत्यादि आते हैं। राष्ट्रीय स्वैच्छिक संगठन वे है जो किसी एक देश के सम्पूर्ण क्षेत्र या बहुत से क्षेत्र में कार्य करते हैं। जैसे भारत में रामकृष्ण मिशन सेवा, हेल्पएज, परिवार, प्रयास इत्यादि आते हैं। स्थानीय स्वैच्छिक संगठन में वे संगठन आते हैं जिन्हें ग्रास रूट संगठन (Grasroot Organisation) कहा जाता है। ये छोटे तथा सीमित क्षेत्र में कार्य करते हैं। ये स्थानीय आवश्यकताओं के अनुसार स्थानीय व्यक्तियों के लिये कार्य करते हैं तथा स्थानीय व्यक्तियों द्वारा गठित भी किये जाते हैं। जैसे महिला मंडल, आंगनबाड़ी इत्यादि ।
कार्य प्रगति के आधार पर स्वैच्छिक संगठन
स्वैच्छिक संगठनों को उनकी कार्य प्रकृति के आधार पर बहुत प्रकार से विभाजित किया जा सकता है। जैसे
(1) समाज कल्याण से संबंधित स्वैच्छिक संगठन जो दलितों, रोगियों, पिछड़े वर्गों, वृ, महिलाओं, बच्चों, निराश्रितों तथा निःशक्तजनों के कल्याण के लिये कार्यरत हैं। (2) विकास से संबंधित स्वैच्छिक संगठन जिनका कार्य क्षेत्र सरकारी एवं अन्य विकास योजनाओं से संबंधित होता है।
(3) नियामकीय कार्य से संबंधित स्वैच्छिक संगठन जिसमें पुलिस, उपभोक्ता संरक्षण, कारागार या कर प्रशासन के साथ मिलकर जनकल्याण के कार्य करते हैं।
(4) जन जागरूकता से संबंधित स्वैच्छिक संगठन जिसमें 'सामाजिक परिवर्तन' से संबंधित कार्य आते हैं जैसे- शिक्षा, स्वास्थ्य, पर्यावरण, स्वच्छता, सामाजिक कुरीतियाँ इत्यादि आते हैं।
(5) रोजगारोन्मुखी एवं व्यावसायिक शिक्षा देने वाली स्वैच्छिक संगठन इस श्रेणी में शिक्षण संस्थान, पौढ़ शिक्षा सहयोग, महिला मंडल इत्यादि आते हैं।
(6) पुनर्वास कार्य में लगे स्वैच्छिक संगठन जैसे बाढ़, भूकंप, आकाल, तूफान, दंगे, यु, आतंकवाद इत्यादि के समय पुनर्वास से संबंधित कार्य आते हैं।
( 7 ) विविध की श्रेणी में वैसे स्वैच्छिक संगठन आते हैं जिनका मुख्य कार्य कला संस्कृति संरक्षण, पशु अत्याचार निवारण, वन्य विकास एवं जीव संरक्षण इत्यादि से होता है।
कार्य क्षेत्र के आधार पर स्वैच्छिक संगठन
- यहाँ कार्य क्षेत्र का तात्पर्य आर्थिक नीति वाले क्षेत्र (Sector) से है। स्वैच्छिक संगठनों के मुख्य कार्यक्षेत्र के अन्तर्गत समाज कल्याण, महिला एवं बाल विकास, जनजातीय विकास, वन एवं पर्यावरण शिक्षा एवं प्रौढ़ शिक्षण, नाशामुक्ति, निःशक्तजन कल्याण, परिवार कल्याण, पुनर्वास इत्यादि आते हैं।
इस प्रकार स्वैच्छिक संगठनों को छोटे बड़े परम्परागत एवं आधुनिक इत्यादि में भी विभक्त कर सकते हैं। आजकल कोई भी स्वैच्छिक संगठन विशु रूप से किसी एक गतिविधियों से संबंधित नहीं होता बल्कि अधिकतर संगठन बहुयामी (Multidimensional) होते हैं और यह इसकी विशेषता भी कही जा सकती है।
विषय सूची
स्वैच्छिक संगठन- इतिहास अर्थ परिभाषा एवं उद्देश्य
स्वैच्छिक संगठन (संस्थाओं) की विशेषतायें
स्वैच्छिक संगठन का गठन एवं कार्यप्रणाली
स्वैच्छिक संगठनों की समस्यायें या कमियाँ
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