मध्य प्रदेश में 112 कि.मी. लम्बे राष्ट्रीय राजमार्ग को स्वीकृति।National Highway 45 Extension in MP

 

महाकौशल अंचल में 475 करोड़ रूपये की लागत से 112 कि.मी. राष्ट्रीय राजमार्ग स्वीकृति

मध्य प्रदेश में 112 कि.मी. लम्बे राष्ट्रीय राजमार्ग को स्वीकृति।National Highway 45 Extension in MP



मध्य प्रदेश में 112 कि.मी. लम्बे राष्ट्रीय राजमार्ग को स्वीकृति

महत्वपूर्ण बिन्दु : 


  • राष्ट्रीय राजमार्ग 45 पर डिडौंरी से अमरकंटक तक 329 करोड़ रूपये की लागत से 77 कि.मी. तथा 
  • कुडंम से शाहपुरा तक 146 करोड़ रूपये की लागत से साढ़े 32 कि.मी. मार्ग को टू-लेन करने के लिए स्वीकृति प्रदान की गई है।  


राष्ट्रीय राजमार्ग 45 का विस्तार 

  • केन्द्र सरकार ने 475 करोड़ रूपये की लागत वाले 112 कि.मी. लम्बे राष्ट्रीय राजमार्ग की स्वीकृति प्रदान की है।
  • महाकौशल अंचल में बनाये जाने वाले इन मार्गों के निर्माण से अंचल के आर्थिक और सामाजिक विकास के नये आयाम स्थापित होंगे।
  • इसके तहत राष्ट्रीय राजमार्ग 45 पर डिडौंरी से अमरकंटक तक 329 करोड़ रूपये की लागत से 77 कि.मी. तथा कुडंम से शाहपुरा तक 146 करोड़ रूपये की लागत से साढ़े 32 कि.मी. मार्ग को टू-लेन करने के लिए स्वीकृति प्रदान की गई है।  

  • राष्ट्रीय राजमार्ग 45 (National Highway 45) भारत का एक राष्ट्रीय राजमार्ग है। यह मध्य प्रदेश में औबेदुल्लागंज से छत्तीसगढ़ में बिलासपुर तक जाता है। 

राष्ट्रीय राजमार्ग की अधिक जानकारी के लिए यहाँ क्लिक करें


राष्ट्रीय राजमार्ग स्वीकृति का महत्व 

  • महाकौशल अंचल नोर्थ-साऊथ कोरिडोर (ग्वालियर-झाँसी-सागर-नागपुर) तथा वाराणसी-रीवा-नागपुर एनएच 44 से सीधा जुड़ सकेगा। 
  • इसका लाभ अंचल के आदिवासी बहुल जिलों को प्राथमिकता से मिलगा। 
  • मध्यप्रदेश सरकार की महत्वपूर्ण परियोजना नर्मदा एक्सप्रेस-वे के प्रस्तावित प्रोजेक्ट को भी बल मिलेगा। 
  • अंचल के वर्ल्ड हेरीटेज भेड़ाघाट नर्मदा के उद्गम स्थल अमरकंटक इस मार्ग से जुड़ेंगे। परिणामस्वरूप अंचल में पर्यटन और व्यापार को प्रोत्साहन मिलेगा। 
  • साथ ही मध्यप्रदेश- छत्तीसगढ़ के बीच जबलपुर-रायपुर और विशाखापट्नम तक व्यापारिक कोरिडोर भी विकसित हो सकेगा।


राष्ट्रीय राजमार्ग 44 (NH 44) की जानकारी 

  • एनएच 44 भारत का सबसे लंबा राष्ट्रीय राजमार्ग है। 
  • इसकी कुल लंबाई 4112 किलोमीटर है । 

  • यह श्रीनगर से शुरू होता है और कन्याकुमारी में समाप्त होता है.
  • यह राजमार्ग जम्मू और कश्मीर, पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, तेलंगाना, आंध्र प्रदेश, कर्नाटक और तमिलनाडु से गुजरता है.
  • NH-44 का निर्माण केंद्रीय लोक निर्माण विभाग (CPWD) द्वारा किया गया था.


NH-44 मे मिलाये गए सात राष्ट्रीय राजमार्ग 
  • जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग (पूर्व NH 1A) से शुरू होकर जम्मू-कश्मीर में श्रीनगर, पंजाब में हरियाणा का पूर्व NH 1 और दिल्ली में समाप्त हो गया. 
  • पूर्व NH का भाग 2 दिल्ली से शुरू होता है और आगरा में समाप्त होता है,
  • पूर्व NH 3 (आगरा-बॉम्बे राजमार्ग के नाम से जाना जाता है) आगरा से ग्वालियर तक,
  • पूर्व NH 75 और पूर्व NH 26 से झाँसी, और 
  • पूर्व NH 7 से लखनादौन, सिवनी, नागपुर, आदिलाबाद, निर्मल , कामारेड्डी, हैदराबाद, कुरनूल और महबूबनगर, अनंतपुर, और बैंगलोर, धर्मपुरी, सलेम, नामक्कल, करूर, मदुरै, कोविलपट्टी और तिरुनेलवेली को कन्याकुमारी में समाप्त किया गया.

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