राष्ट्रीय युवा दिवस 2024: थीम इतिहास महत्व उद्देश्य
National Youth Day 2024 Theme History Importance
राष्ट्रीय युवा दिवस 2024: थीम इतिहास महत्व उद्देश्य
- प्रति वर्ष 12 जनवरी को भारत राष्ट्रीय युवा दिवस "युवा दिवस" या "स्वामी विवेकानंद जन्म दिवस" के रूप में मनाया जाता है।
- अन्तरराष्ट्रीय युवा दिवस (International Youth Day) पूरे विश्व में 12 अगस्त को मनाया जाता है। पहली बार सन 200 में इसका आयोजन आरम्भ किया गया था।
राष्ट्रीय युवा दिवस प्रथम बार कब मनाया गया
- राष्ट्रीय युवा दिवस के रुप में स्वामी विवेकानंद के जन्म दिवस को मनाने के लिये वर्ष 1984 में भारतीय सरकार द्वारा इसे पहली बार घोषित किया गया था।
- 1985 से पूरे देश भर में राष्ट्रीय युवा दिवस के रुप में इसे मनाने की शुरुआत हुई।
राष्ट्रीय युवा दिवस का इतिहास
- भारत सरकार ने घोषणा की कि सन 1985 से 12 जनवरी यानी स्वामी विवेकानन्द जयन्ती का दिन राष्ट्रीय युवा दिन के रूप में देशभर में सर्वत्र मनाया जाए|
- राष्ट्रीय युवा दिवस का मुख्य लक्ष्य भारत के युवाओं के बीच स्वामी विवेकानंद के आदर्शों और विचारों के महत्व को फैलाना है।
12 जनवरी को राष्ट्रीय युवा दिवस क्यों मनाया जाता है?
- स्वामी विवेकानंद जी का जन्म 12 जनवरी 1863 को हुआ था । स्वामी विवेकानंद का दर्शन और उनके आदर्श की ओर देश के सभी युवाओं को प्रेरित करने के लिये के उद्देश्य से प्रति वर्ष उनके जन्म दिवस को राष्ट्रीय युवा दिवस के रूप में मनाया जाता है ।
राष्ट्रीय युवा दिवस थीम (विषय) सूची
- 2011 की थीम थी “सबसे पहले भारत।”
- 2012 की थीम थी “विविधता में एकता का जश्न।”
- 2013 की थीम थी “युवा शक्ति की जागरुकता।”
- 2014 की थीम थी “ड्रग्स मुक्त संसार के लिये युवा।”
- 2015 की थीम थी “यंगमंच और स्वच्छ, हरे और प्रगतिशील भारत के लिये युवा।” “(इसका नारा था, ‘हमसे है नयी शुरुआत’)”।
- 2016 की थीम है “विकास, कौशल और सद्भाव के लिए भारतीय युवा।”
- वर्ष 2017 में राष्ट्रीय युवा दिवस के लिए थीम "डिजिटल इंडिया के लिए युवा" था।
- वर्ष 2018 में राष्ट्रीय युवा दिवस के लिए थीम "संकल्प से सिद्ध" था।
- वर्ष 2019 में राष्ट्रीय युवा दिवस के लिए थीम राष्ट्र निर्माण में युवा शक्ति का इस्तेमाल.
- वर्ष 2020 में राष्ट्रीय युवा दिवस के लिए थीम राष्ट्र निर्माण के लिए चैनलाइजिंग यूथ पावर
- वर्ष 2021 में राष्ट्रीय युवा दिवस के लिए थीम "YUVAAH - उत्सव नए भारत का"
स्वामी विवेकानंद जीवन परिचय
- वास्तविक नाम- नरेन्द्र नाथ दत्त
- जन्म- 12 जनवरी 1863
- जन्म स्थान- कलकता,बंगाल
- पिता- विश्वनाथ दत्त
- माता- भुवनेश्वरी देवी
- गुरु - राम कृष्ण परमहंस
- गुरु माता - शारदा देवी
स्वामी विवेकानंद पर वन लाइनर
- स्वामी विवेकानंद का जन्म 12 जनवरी, 1863 को हुआ तथा उनके बचपन का नाम नरेंद्र नाथ दत्त था।
- वह रामकृष्ण परमहंस के एक मुख्य शिष्य और भिक्षु थे।
- शिकागो में 1893 में आयोजित विश्व धर्म महासभा में भारत की ओर से सनातन धर्म का प्रतिनिधित्व किया था
- उन्होंने वेदांत और योग के भारतीय दर्शन का परिचय पश्चिमी दुनिया को कराया।
- वर्ष 1897 में विवेकानंद ने अपने गुरु रामकृष्ण परमहंस की मृत्यु के पश्चात् रामकृष्ण मिशन की स्थापना की। इस मिशन ने भारत में शिक्षा और लोकोपकारी कार्यों जैसे- आपदाओं में सहायता, चिकित्सा सुविधा, प्राथमिक और उच्च शिक्षा तथा जनजातियों के कल्याण पर बल दिया।
स्वामी विवेकानन्द की रचनायेँ
- कर्म योग
- राज योग
- वेदांत फिलोसफी:एन एड्रेस बिफोरदी ग्रेज्युएट फिलोसोफिकल सोसाइटी
- लेक्चर्स फ्रॉम कोलोंबो टु अल्मोरा
- मूलर,एफमैक्स,रामकृष्ण-हिज लाइफ एंड सेइंग्स
स्वामी विवेकानंद की मृत्यु
- 1899 में अमेरिका से लौटते हुए वो बीमार हो गए, और उनकी बिमारी 2-3 वर्षों तक रही इसके बाद 4 जुलाई 1902 को उनका स्वर्गवास हो गया.
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