अभिक्षमता परीक्षण।सिविल सेवक के अभिक्षमताएँ। Aptitude Testing For Civil Servant
अभिक्षमता परीक्षण,सिविल सेवक के अभिक्षमताएँ
अभिक्षमता परीक्षण (Aptitude Testing)-
- प्रत्याशियों की सीखने की क्षमता को परखने के लिए प्राय: अभिवृत्ति परीक्षण का सहारा लिया जाता है। सामान्य अभिवृत्ति परीक्षण में एक साथ कई क्षेत्रों के लिए अभिवृत्ति का परीक्षण किया जाता है।
- जैसे CSAT Civil Service Aptitude Test, MAT- Management Aptitude Test, CAT Clarical Aptitude Test के माध्यम से व्यक्ति की क्षमता को परखा जाता है। सिविल सेवा में अभिक्षमता परीक्षण परीक्षा, मुख्य परीक्षा एवं साक्षात्कार के माध्यम से अभ्यर्थी को वर्तमान योग्यता एवं उसकी मनोवृत्ति का परीक्षण किया जाता है कि भविष्य में अच्छे प्रशासक बनने की क्षमता है या नहीं।
अच्छे सिविल सेवक के लिए निम्नलिखित अभिक्षमताएँ होनी चाहिए -
1. सिविल सेवा में निर्णयन की संपूर्ण प्रक्रिया नोटिंग एवं ड्राफ्टिंग के माध्यम से होती है जिससे प्रतिवेदनों को लिखना, पढ़ना और समझना भी होता हैं। यदि शब्द का शुद्ध अर्थ की बजाय अशुद्ध अर्थ समझ जाएँ या अर्थ का अनर्थ निकाल लें तो एक गलती से देश को भारी नुकसान / हानि पहुँच सकती है। अत: जटिल से जटिल कथन, और उलझी हुई बातों को सरल तथा पारदर्शी भाषा में लिखने की क्षमता अच्छे सिविल सेवक के लिए आवश्यक है।
जैसे, प्रथम कथन लाखनसिंह तोमर गये ।
कथन द्वितीय लाखनसिंह तो मर गये।
अर्थात एक सिविल सेवक को लिखने एवं पढ़ने में अच्छी तरह समझ होना चाहिए। नहीं तो जहाँ कथन प्रथम लाखनसिंह तोमर गये का अर्थ द्वितीय कथन में लाखनसिंह तोमर को स्वर्ग पहुँचा दिया। अतः एक सेवक में भाषा की उत्कृष्टता हो में जरूरी है।
- 2. एक अच्छे सिविल सेवक से आशा की जाती है कि वह समाज को उचित नेतृत्व दे सके। लोक कल्याणकारी राज्य में जनता को भी प्रशासन में भागीदार बनाने के लिए एक सिविल सेवक को सक्रिय रूप से उन्हें भागीदारी बनाने का पूर्णत: प्रयास करना चाहिए। जिससे प्रशासन पर जनता का विश्वास बढ़ेगा, साथ ही प्रशासन में पारदर्शिता रहेगी।
- इसलिए एक लोक सेवक को दक्षता के साथ एक अच्छा संचार एवं संप्रेषण हमेशा करते रहना चाहिए। इसके लिए प्रिंट मीडिया, ऑडियो, वीडियो, NGOs, वरिष्ठजनों से सतत संपर्क में रहना चाहिए। जिससे सिविल सेवक के विचार बातें एवं भावनाओं को जनता तक पहुंचाया जा सके। इसी का महत्व देखते हुए CSAT (Civil Service Aptitude Test) में अंतरवैयक्तिक संप्रेषण क्षमताओं को भी सिलेबस में रखकर प्रश्न पूछे जाते हैं।
- 3. सिविल सेवक को जटिल परिस्थितियों को समझना, विभिन्न क्षेत्रों के तथ्यों को आपस में जोड़ना, विश्लेषण करना एवं निष्कर्ष पर पहुँचना आदि कार्य करने होते हैं इसलिए एक सिविल सेवक में उच्च तर्कक्षमता होना जरूरी है।
- 4. एक सिविल सेवक को आँकड़ों को लिखने एवं समझने का ज्ञान होना चाहिए वैसे बैंक एवं क्लर्क की तरह लगातार गणित का प्रयोग तो नहीं करना होता है फिर भी एक सिविल सेवक को गणित की आधारभूत धारणाओं की समझ होनी चाहिए जिससे सामान्य गणनाएँ में समस्याएँ न हो। उसके सभी प्रतिवेदन आँकड़ों के प्रस्तुतीकरण पर आधारित होते हैं और उन्हें कई प्रतिवेदन पढ़ने, समझने व विश्लेषित करने होते हैं जिनमें जटिल से जटिल आँकड़ों में अलग अलग तरीके से प्रदर्शित किया जा सके। इसीलिए वर्तमान में CSAT में सामान्य गणित के साथ साथ आंकड़ों की व्याख्या, विश्लेषण से जुड़े प्रश्न भी पूछे जाते हैं।
- 5. सिविल सेवक जिसके कैरियर में कई बार ऐसे मौके आते हैं जब उसे स्पष्ट एवं कठिन निर्णय लेने होते हैं उन्हें दिन-प्रतिदिन अपने कर्मचारियों से लेकर क्षेत्र की जनता की विभिन्न समस्याओं का समाधान करना होता है, जिनके लिए एक सकारात्मक सुलझा हुआ दृष्टिकोण आवश्यक है। जैसे- साम्प्रदायिक दंगों के समय, कर्मचारियों की हड़ताल के समय। इसलिए CSAT में जटिल परिस्थितियों में अभ्यर्थी की निर्णयन क्षमता को जाँचा जाता है ताकि योग्य सिविल सेवक प्राप्त हो सके।
सिविल सेवा हेतु अभिक्षमता एवं उनके परीक्षण के उपाय
- एक सिविल सेवक की अभिक्षमता क्षेत्र विशेष की माँग एवं आवश्यकता के अनुसार व्यक्ति में विद्यमान योग्यता, क्षमता एवं सहायता को इंगित करता है और प्रत्येक क्षेत्र के लिए अलग-अलग अभिक्षमता होती है। जैसे- एक प्रोफेसर के लिए पढ़ाने की क्षमता एवं कक्षा का अनुशासन को देखना, लिपिक वर्ग के लिए टंकण कम्प्यूटर को चलाने की गति को देखना। एक सिविल सेवा की माँग है कि अभ्यर्थी में भाषा, ज्ञान, गति, सटीकता, अंतरवैयक्तिक कौशल, तर्कशक्ति, संचार, संप्रेषण, विश्लेषण एवं समस्या को सुलझाने और निर्णय लेने में बुद्धिमत्ता, स्थितियों के अनुसार तत्काल औचित्यपूर्ण निर्णय लेने की क्षमता, सामान्य मानसिक योग्यता, गणित की आधारभूत धारणाओं की समझ होना आवश्यक है।
- साथ ही ज्ञानात्मक पक्ष से युक्त होने के साथ-साथ आस-पास होने वाले घटनाओं, अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर परिवर्तन, प्रभाव, उसके कारणों व निदानों के प्रति जागरूक हो । देश में सर्वोच्च प्रशासनिक पदों पर आसीन होने वाले उम्मीदवारों में अनुशासन, धैर्य, आत्मविश्वास, मानसिक सजगता, सकारात्मक मनोवृत्ति, समीक्षात्मक दृष्टिकोण स्पष्ट एवं धार्मिक संप्रेषण, नेतृत्व क्षमता, संतुलित निर्णय की शक्ति, रुचि, संगठन की योग्यता, बौद्धिकता, नैतिकता, ईमानदार, समस्याओं को समग्र रूप से देखने की प्रवृत्ति, टीम वर्क की योग्यता, नवाचार की क्षमता, सकारात्मक बॉडी लैंग्वेज का होना आवश्यक है।
- देश के इतिहास- कला, संस्कृति, भौगोलिक स्थिति और उसको प्रभावित करने वाले कारक देश के संविधान एवं उसके निहित - मूल्य, व्यक्ति के अधिकार, कर्तव्य, सरकार की कार्यप्रणाली, नवीन वैचारिक खोजें, प्रभाव, भारतीय अर्थव्यवस्था की मूलभूत संरचना, नवीन चुनौतियाँ, प्रभाव, नई नीतियाँ, कल्याणकारी कार्यक्रम से अवगत होने की क्षमता होना आवश्यक है। LPG के दौर में भारत की बदलती हुई स्थिति, नई चुनौतियाँ, परिणामों से परिचित हो, जिन्हें अंतर्राष्ट्रीय, राष्ट्रीय, राज्य घटनाक्रमों, आर्थिक नीतियों, IT ( सूचना प्रौद्योगिकी) में नवीन विकास, विदेश नीति से संबंधित मामलों में पर्याप्त जानकारी हो ।
- एक सिविल सेवा के अध्ययनों में इन क्षमताओं का आकलन साक्षात्कार के माध्यम से विभिन्न क्षेत्रों के अनुभवी, वरिष्ठ, निष्पक्ष, ईमानदार विशेषज्ञों के माध्यम से की जाती है, जिससे जो अभ्यर्थी खरा उतरता है उनका चयन सिविल सेवा के लिए किया जाता है। उन्हें समुचित प्रशिक्षण एवं कौशल प्रदान कर संबंधित क्षेत्र में कार्य करने हेतु नियुक्त किया जाता है।
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