जिन पदार्थों से आवेश का प्रवाह सरलता से हो जाता है उन्हें विद्युत चालक पदार्थ कहते हैं।
सभी धातुएँ (चाँदी, पारा, ताँबा, लोहा इत्यादि) अम्लीय जल (Acitic water), लवणों (Salts) के जलीय विलयन, जीवों का शरीर (body living things) एवं पृथ्वी आदि विद्यत के चालक पदार्थ हैं।
अचालक
(Non-conductor ) क्या होते हैं
वे
पदार्थ जिनसे होकर आवेश का प्रवाह नहीं हो पाता, विद्युत के अचालक पदार्थ कहलाते हैं।
जैसे- मोम, सूखी लकड़ी, आसुत जल (Distile water), काँच, एबोनाइट, रेशम, चीनी मिट्टी,
लाख, कुचालक रबर व अधिकांश अधातुएँ विद्युत की हैं।
अर्धचालक क्या होते हैं (Semi-Conductor)
कुछ
पदार्थ ऐसे हैं जो सामान्य अवस्था में अचालक होते हैं परन्तु कुछ विशेष
परिस्थितियों (जैसे - उच्चताप या अशुद्धियाँ मिलाने पर) में चालक जैसा व्यवहार
करने लगते हैं, उन्हें अर्धचालक कहते हैं।
जैसे -
सिलिकॉन, जर्मेनियम, कार्बन व सेलेनियम इत्यादि ।
इलेक्ट्रॉनिक
उपकरणों टीवी, कम्प्यूटर, मोबाइल इत्यादि में प्रयुक्त होने वाले
ट्रांजिस्टर अर्धचालक पदार्थों से ही बनाये जाते हैं।
अतिचालक क्या होते हैं (Super Conductor)
वे पदार्थ जो निम्न ताप पर अधिक चालक
हो जाते हैं उन्हें अतिचालक (Super conductor ) पदार्थ कहते हैं।
कारण यह कि निम्न ताप पर इनका वैद्युत प्रतिरोध
अत्यंत कम हो जाता और शून्य केल्विन (OK) तक
लगभग शून्य हो जाता है। इसके द्वारा विद्युत ऊर्जा का ह्रास न के बराबर होता है।
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