सिंगरौली जिले का इतिहास वर्तमान एवं पर्यटक स्थल । Singrauli History Present and Tourist Spot
सिंगरौली जिले का इतिहास वर्तमान एवं पर्यटक स्थल Singrauli History Present and Tourist Spot
सिंगरौली जिले की जानकारी
- सीधी जिले के पुनर्गठन कर 24 मई, 2008 को सिंगरौली जिले को आकार दिया गया। इसका मुख्यालय बैढ़न है। इस जिले का निर्माण सीधी जिले के कुछ हिस्से को अलग करके किया गया।
- सिंगरौली जिले की पूर्व से पश्चिम दिशा की ओर लम्बाई 70 किलोमीटर है तथा उत्तर से दक्षिण की ओर 100 किलोमीटर है।
- सिंगरौली जिले की सीमा छत्तीसगढ़ के कोरिया जिले से और उत्तरप्रदेश के सोनभद्र जिले से लगती हैं।
- यह नया जिला बेशकीमती खनिजों से परिपूर्ण है। जिले में कोयले के अपार भण्डार हे। यहाँ पर नार्दन कोल्डफील्ड के अंतर्गत नौ खदानें संचालित हैं। साथ ही एन.टी.पी.सी. का 4000 मेगावाट का पावर प्लांट स्थापित है। इस जिले में अपार वन सम्पदा पाई जाती है और इसमें ऐतिहासिक गुफा माडा भी स्थित है।
सीधी जिले के दो प्राकृतिक भागों में बाँटा जा सकता है-
देवसर की पहाड़ियाँ :
- ये पहाड़ियाँ सिंगरौली के उत्तरी और पश्चिमी सीमा पर फैली हुई हैं। देवसर का अधिकांश भाग सम्मिलित होने के कारण इन्हें देवसर की पहाड़ियाँ भी कहा जाता है। ये पहाड़ियाँ विन्ध्य पर्वत माला की उच्च श्रेणियों के अंश हैं इन पर्वत श्रेणियों की औसत ऊँचाई लगभग 380 से 470 मीटर है।
सिंगरौली का मैदान :
- यह मैदान सीधी जिले के दक्षिणी-पूर्वी भाग में फैला हुआ है। सिंगरौली तहसील के दक्षिण-पूर्वी भाग पर फैले मंद ढाल वाले क्षेत्र को सिंगरौली का मैदान कहते हैं।
- पूर्व में टुन्द्वी के मैदान से जुड़े हुए इस मैदान की उत्तर-पश्चिम की लम्बाई लगभग 35 किलोमीटर और पूर्व पश्चिम की चौड़ाई लगभग 30 किलोमीटर है। यह गोंडवाना लैण्ड का अपशिष्ट भाग है।
सिंगरौली जिले की जनसंख्या :
- वर्ष 2011 की जनगणना के अनुसार जिले की जनसंख्या 17,78,273 है।
- जिले में महिलाओं की जनसंख्या 5, 64,636 है।
- जिले में साक्षरता का प्रतिशत 60.4 है। पुरुष साक्षरता की दर 71.3 और महिला साक्षरता 48.5 है।
- शहरी क्षेत्रों में साक्षरता का प्रतिशत 75.5 और ग्रामीण क्षेत्रों में 56.6 है।
- जिले में स्त्री पुरुष का अनुपात 931 है।
सिंगरौली जिले की प्रशासनिक व्यवस्था :
- सिंगरौली जिले में 6 तहसीलें देवसर, चितरंगी, सिंगरौली, सरई, माड़ा और सिंगरौली नगर में शामिल हैं।
- सिंगरौली जिले में 3 विकासखण्ड देवसर, चितरंगी और बैढ़न है।
- सिंगरौली जिले में तीन विधानसभा
क्षेत्र आए हैं। सिंगरौली (सामान्य), देवसर (अजा) और चितरंगी (अजजा) विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र
हैं।
सिंगरौली जिले की महत्वपूर्ण जानकारी
- सीधी जिले से विभाजित कर 2008 में सिंगरौली जिले का निर्माण किया गया।
- म.प्र. की ऊर्जा राजधानी भी कहा जाता है ।
- सिंगरौली में NTPC का ताप विद्युत केन्द्र स्थापित है।
- सिंगरौली कोयला भण्डार व उत्पादन हेतु प्रसिद्ध है।
- सिंगरौली जिले को 4 तहसीलों में विभाजित किया गया है।
- देवसर की पहाडियां सिंगरौली में ही पाई जाती है ।
- मारा की गुफाएं भी इसी जिले में है।
- सिंगरौली जिले का मुख्यालय बैढ़न है जो ऊर्जा हेतु पूरे प्रदेश में जाना जाता है।
- सिंगरौली की सीमा उत्तर प्रदेश व छत्तीसगढ़ को स्पर्श करती है ।
सिंगरौली जिले पर टिप्पणी लिखिए ?
- सिंगरौली मध्य प्रदेश राज्य का 50 वाँ जिला है, जिसे 24 मई 2008 को सीधी जिले से विभाजित कर के बनाया गया, जिसमें मध्य प्रदेश के सीधी जिले के पूर्वी भाग और उत्तर प्रदेश के सोनीभद्र जिले के आसपास के क्षेत्र शामिल हैं। ऐतिहासिक रूप से सिंगरौली रीवा की एक रियासत थी, जो बघेलखंड क्षेत्र का हिस्सा था। यह प्राकृतिक और खनिज संसाधनों से संपन्न एक क्षेत्र है । प्राचीन काल में यह क्षेत्र घने जंगलों और दुर्गम इलाकों से ढंका हुआ था। खनिज संसाधनों और तापीय विद्युत संयंत्रों के प्रचुरता के कारण इसे उर्जांचल नाम दिया गया है |
- जिला मुख्यालय बैढन से 32 किलोमीटर की दूरी पर माडा में, 7 से 8 वीं शताब्दी की अवधि में कलात्मक रूप से नक्काशीदार रॉक कट गुफाएं देखी जा सकती हैं। प्रसिद्ध गुफाओं में गणेश माडा , विवाह माडा, शंकर माडा, जलजलिया और रावण माडा शामिल हैं। ये गुफाएँ रॉक कट वास्तुकला के सुंदर उदाहरण हैं।
सिंगरौली जिले के पर्यटक स्थल
माडा गुफाएं
- इस क्षेत्र में रॉक कट गुफाओं का समूह है जो 7-8 वीं शताब्दी ईसा पूर्व में वाडा में 32 किमी की दूरी पर है। माडा की गुफा सिंगरौली जिले के माडा तहसील में स्थित हैं।
- प्रसिद्ध गुफाओं में विवाह माडा, गणेश माडा और शंकर माडा, जलनालिया और रावण मोडा शामिल हैं।
- रॉक कट गुफाओं के अलावा, सिंगरौली में रॉक आश्रयों में चित्रित हैं। सिंगरौली के चित्रांगि तहसील में रानीमची, ढोलगिरी और गौरा पहाड़ झूठ हैं। ये पेंटिंग रॉक आश्रय मायक्रॉलीथिक औजार संस्कृति के मेसोथोथिक युग से संबंधित हैं।
जलजलिया माडा गुफाएं
- इस गुफा परिसर में दो गुफाएं हैं जिनमें से एक मंदिर गुफा है और दूसरा एक भूमिगत गुफा है, जो एक पूल के रूप में है।
- मंदिर में भगवान शिव प्रतिमा और देवी की मूर्ति है। सबसे दिलचस्प पहलू यह है कि पूल गुफा में पानी का एक अज्ञात स्रोत है और संभवतः प्राचीन समय में स्नान पूल के रूप में इस्तेमाल किया जाता था। इस गुफा से करीब 200 मीटर की दूरी पर, एक छोटे से मंदिर देवी सीता को समर्पित है जिसे सीता कुटी नाम से जाना जाता है। यह एक छोटा झरना है, जो कि इच्छा-पूरा जलप्रपात के रूप में भी जाना जाता है और इसलिए स्थानीय लोगों में लोकप्रिय है।
सिंगरौली प्रश्न उत्तर
सिंगरौली जिले का गठन कब हुआ ?
- सिंगरौली मध्य प्रदेश राज्य का 50 वाँ जिला है, जिसे 24 मई 2008 को सीधी जिले से विभाजित कर के बनाया गया।
सिंगरौली जिले में कितनी तहसील हैं ?
- 6 तहसीलें देवसर, चितरंगी, सिंगरौली, सरई, माड़ा और सिंगरौली नगर
सिंगरौली जिले में कितने विकास खंड हैं ?
- 3 विकासखण्ड देवसर, चितरंगी और बैढ़न
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