जनवरी 2022 में चर्चा में रहे व्यक्ति | Person in News January 2022

 जनवरी 2022 में चर्चा में रहे व्यक्ति
 Person in News January 2022

जनवरी 2022 में चर्चा में रहे व्यक्ति | Person in News January 2022


जनवरी 2022 में चर्चा में रहे व्यक्ति


विनय कुमार त्रिपाठी

  • विनय कुमार त्रिपाठी को रेलवे बोर्ड का नया अध्यमक्ष नियुक्त् किया गया है। मंत्रिमंडल की नियुक्ति समिति ने इसकी मंज़ूरी दे दी है। श्री त्रिपाठी वर्तमान में उत्त्र-पूर्व रेलवे ज़ोन के महाप्रबंधक हैं। त्रिपाठी ने रुड़की से बीटेक (इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग) किया और 1983 के इंडियन रेलवे सर्विस ऑफ इलेक्ट्रिकल इंजीनियर्स (आईआरएसईई) बैच से रेलवे में आए। उनकी पहली तैनाती उत्तर रेलवे में सहायक विद्युत अभियंता के रूप में हुई थी। मंडल रेल प्रबंधक, उत्तर मध्य रेलवे, इलाहाबाद, मुख्य विद्युत लोकोमोटिव इंजीनियर, अतिरिक्त महाप्रबंधक, पश्चिम रेलवे और रेलवे बोर्ड में अतिरिक्त सदस्य/ट्रैक्शन जैसे कई महत्त्वपूर्ण पदों पर रहे। उन्होंने स्विट्जरलैंड और अमेरिका में उच्च प्रबंधन प्रशिक्षण कार्यक्रमों में हिस्सा लिया। श्री त्रिपाठी ने अत्याधुनिक तीन चरण वाले इंजनों को सेवा में शामिल करने और उनके स्वदेशीकरण में भी महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाई, जो अब भारतीय रेलवे में सेवा में हैं। वह 1982 बैच के आईआरएसएमई अधिकारी सुनीत शर्मा का स्थान लेंगे। 

सूडान के प्रधानमंत्री अब्दुल्ला हमदोक

  • सूडान के प्रधानमंत्री अब्दुल्ला हमदोकने देश भर में हो रहे लोकतंत्र समर्थक विरोध प्रदर्शनों के बाद त्या गपत्र दे दिया है। प्रदर्शनकारियों ने सूड़ान में पूर्ण नागरिक शासन की वापसी का आह्वान किया है। 
  • सूडान में हज़ारों लोग सेना के साथ सत्ता साझा करने हेतु प्रधानमंत्री अब्दुल्ला हमदोकद्वारा किये गए एक हालिया सौदे का विरोध कर रहे हैं, गौरतलब है कि इसी वर्ष अक्तूबर माह में सेना ने सूडान में तख्तापलट किया था। सूडान पूर्वी मध्य अफ्रीका में स्थित है। यह उत्तर में मिस्र, उत्तर-पूर्व में लाल सागर , पूर्व में इरिट्रियाएवं इथियोपिया’, दक्षिण में दक्षिण सूडान गणराज्य’, दक्षिण-पश्चिम में मध्य अफ्रीकी गणराज्य’, पश्चिम में चाडऔर उत्तर-पश्चिम में लीबियासे घिरा हुआ है।
  • इथोपियन हाइलैंडसे निकलने वाली ब्लू नीलऔर मध्य अफ्रीकी झीलों से निकलने वाली व्हाइट नील नदियाँ मिलकर सूडान की राजधानी- खार्तूममें नील नदीका निर्माण करती हैं, जो उत्तर की ओर मिस्र से होते हुए भूमध्य सागर तक प्रवाहित होती है। पेट्रोलियम सूडान का प्रमुख प्राकृतिक संसाधन है। 
  • यहाँ क्रोमियम अयस्क, तांबा, लौह अयस्क, अभ्रक, चाँदी, सोना, टंगस्टन और जस्ता के महत्त्वपूर्ण भंडार हैं। भारत-सूडान के संबंध लगभग 5000 वर्ष पुराने सिंधु घाटी सभ्यता के समय के हैं। बताया जाता है कि सिंधुवासी अरब सागर और लाल सागर के रास्ते सूडान से व्यापार करते थे। 


संत कुरियाकोस एलियास चावरा

  • 03 जनवरी, 2022 को केरल के कोट्टायम में संत कुरियाकोस एलियास चावरा की 150वीं पुण्यतिथि के उपलक्ष्य में समारोह का आयोजन किया गया। संत कुरियाकोस एलियास चावरा का जन्म 10 फरवरी, 1805 को त्रावणकोर राज्य के अल्लेप्पी ज़िले के एक छोटे से गाँव में हुआ था। उन्होंपने 19वीं शताब्दी में केरल में आध्यात्मिक, शैक्षिक, सामाजिक और सांस्कृतिक सुधार हेतु अपना जीवन समर्पित कर दिया। साथ ही उन्होंेने सभी समुदाय के बच्चों के लिये स्कूल खोलने और उन्हें मध्याह्न भोजन उपलब्ध कराने की महत्त्वपूर्ण पहल भी की। 23 नवंबर, 2014 को कुरियाकोस एलियास चावरा को पोप फ्राँँसिस द्वारा रोम में आधिकारिक तौर पर संतघोषित किया गया था।


नील नोंगकिरिंंह

  • शिलांग चैंबर कोइरके संस्थापक और प्रसिद्ध संगीतकार नील नोंगकिरिंंह का हाल ही में 51 वर्ष की आयु में निधन हो गया है। नील नोंगकिरिंंह का जन्म 09 जुलाई, 1970 को मेघालय के पूर्वी खासी हिल्स में हुआ था। उन्होंने अपनी प्रारंभिक शिक्षा मेघालय से प्राप्त की और संगीत की अधिकांश शिक्षा अपनी बहन पॉलीन वारजरी से प्राप्त की, जो कि एक जैज़ संगीतकार थीं।
  • वर्ष 1988 में नील नोंगकिरिंंह संगीत का अध्ययन करने हेतु यूनाइटेड किंगडम चले गए। संगीत में स्नातक की शिक्षा उत्तीर्ण करने के बाद नील ने यूनाइटेड किंगडम में पियानोवादक के रूप में कई कार्यक्रम किये। वर्ष 2001 में नोंगकिरिंंह भारत लौट आए और शिलांग में एक संगीत शिक्षक बन गए। इसी वर्ष उन्होंने प्रसिद्ध शिलांग चैंबर कोइरकी स्थापना की। गौरतलब है कि वर्ष 2010 में नील नोंगकिरिंंह के नेतृत्त्व में शिलांग चैंबर कोइर ने इंडियाज़ गॉट टैलेंटनामक एक टीवी कार्यक्रम जीता था। इसके अलावा वर्ष 2015 में उन्हें भारत के चौथे सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार पद्मश्री से सम्मानित किया गया था।


कैप्टन हरप्रीत चंडी

  • 32 वर्षीय भारतीय मूल की ब्रिटिश सिख सेना अधिकारी और फिज़ियोथेरेपिस्ट कैप्टन हरप्रीत चंडी ने अकेले दक्षिणी ध्रुव का ट्रैकिंग अभियान पूरा कर इतिहास रच दिया है और वह ऐसा करने वाली पहली अश्वेत महिला बन गई हैं। 
  • इंग्लैंड के उत्तर-पश्चिम में एक मेडिकल रेजिमेंट के हिस्से के रूप में हरप्रीत चंडी की प्राथमिक भूमिका सेना के लिये नैदानिक प्रशिक्षण अधिकारी के रूप में चिकित्सकों के प्रशिक्षण को व्यवस्थित करना है। इसके अलावा वह वर्तमान में लंदन में स्थित क्वीन मैरी विश्वविद्यालयमें खेल और व्यायाम चिकित्सा में स्नातकोत्तर (अंशकालिक) की भी पढ़ाई कर रही हैं।


स्टीफन हॉकिंग

  • 08 जनवरी, 2021 को दिग्गज टेक कंपनी गूगल ने एक एनिमेटेड डूडल के माध्यम से विश्व प्रसिद्ध ब्रह्मांड विज्ञानी, लेखक और सैद्धांतिक भौतिक विज्ञानी स्टीफन हॉकिंग को उनकी 80वीं जयंती पर श्रद्धांजलि अर्पित की। स्टीफन विलियम हॉकिंग का जन्म 08 जनवरी 1942 को इंग्लैंड के ऑक्सफोर्ड में हुआ था। वह छोटी उम्र से ही ब्रह्मांड के रहस्यों से प्रेरित थे। 
  • 21 वर्ष की आयु में वे एक न्यूरोडीजेनेरेटिव रोग से पीड़ित हो गए, जिसके कारण वह चलने और अन्य दैनिक कार्य करने में असमर्थ हो गए। स्टीफन हॉकिंग ने ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय से भौतिकी में स्नातक की डिग्री प्राप्त की, जबकि कैम्ब्रिज विश्वविद्यालय से पीएचडी की डिग्री प्राप्त की। वह ब्लैक होलके प्रति आकर्षित थे, जो कि उनके अध्ययन और शोध का एक महत्त्वपूर्ण विषय बना। 
  • वर्ष 1974 में उन्होंने अपने एक शोध में पाया कि कणयानी पार्टिकल्सब्लैक होल से बच सकते हैं, उनके इस एक सिद्धांत को भौतिकी में उनका सबसे महत्त्वपूर्ण योगदान माना जाता है। वर्ष 1974 में केवल 32 वर्ष की आयु में स्टीफन हॉकिंग प्रतिष्ठित रॉयल सोसाइटी के सदस्य चुने गए। यह उपलब्धि प्राप्त करने वाले वह विश्व के सबसे कम आयु के व्यक्ति थे। वर्ष 2003 में उन्हें फंडामेंटल फिज़िक्स पुरस्कार, वर्ष 2006 में कॉप्ले मैडल और वर्ष 2009 में प्रेसिडेंशियल मैडल ऑफ फ्रीडम से सम्मानित किया गया। उन्हें डॉक्टरेट की 14 मानद उपाधियाँ मिली थीं।

उर्जित पटेल AIIB के उपाध्यक्ष नियुक्त

  • भारतीय रिज़र्व बैंक (RBI) के पूर्व गवर्नर उर्जित पटेल को बीजिंग स्थित एशियन इन्फ्रास्ट्रक्चर इन्वेस्टमेंट बैंक (AIIB) का उपाध्यक्ष नियुक्त किया गया है। उर्जित पटेल इस बहुपक्षीय विकास बैंक के पाँच उपाध्यक्षों में से एक के रूप में तीन साल का कार्यकाल पूरा करेंगे और गुजरात के पूर्व मुख्य सचिव डी.जे. पांडियन, जो उपाध्यक्ष के रूप में एआईआईबी के निवेश कार्यों और दक्षिण व दक्षिण-पूर्व एशिया में सभी संप्रभु तथा गैर-संप्रभु ऋण देने का नेतृत्व कर रहे थे, का स्थान लेंगे। 
  • उर्जित पटेल ने दो वर्ष की सेवा के बाद "व्यक्तिगत कारणों" का हवाला देते हुए दिसंबर, 2018 में एक आश्चर्यजनक निर्णय में आरबीआई गवर्नर पद से इस्तीफा दे दिया था। वर्ष 2015 में बीजिंग में लॉन्च किये गए AIIB ने बैंक के किसी भी अन्य सदस्य की तुलना में भारत के लिये अधिक ऋण स्वीकृत किये हैं। चीन इसका सबसे बड़ा शेयरधारक है और भारत दूसरा सबसे बड़ा। अमेरिका और जापान इसके 104 सदस्यों में से नहीं हैं।


डॉ. एस सोमनाथ

  • प्रख्यात रॉकेट वैज्ञानिक एस. सोमनाथ को भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) का अध्यक्ष और अंतरिक्ष सचिव नियुक्त किया गया है। एस. सोमनाथ कैलासवादिवू सिवान की जगह लेंगे, जो शुक्रवार को अपना विस्तारित कार्यकाल पूरा कर रहे हैं। 
  • डॉ. सोमनाथ लॉन्च व्हीकल डिज़ाइन सहित कई विषयों के विशेषज्ञ हैं। उन्हें लॉन्च व्हिकल सिस्टम इंजीनियरिंग, स्ट्रक्चरल डिज़ाइन, स्ट्रक्चरल डायनामिक्स, इंटीग्रेशन डिज़ाइन और प्रोसेड्योर, मेकैनिज़्म डिज़ाइन तथा पायरोटेक्नीक में महारत हासिल है।
  • वर्तमान में डॉ. एस सोमनाथ केरल के तिरुवनंतपुरम में विक्रम साराभाई अंतरिक्ष केंद्र (VSSV) के निदेशक हैं। अपने कॅरियर की शुरुआत में वह पोलर सैटेलाइट लॉन्च व्हीकल (PSLV) के इंटीग्रेशन के दौरान टीम लीडर थे। 
  • डॉ. सोमनाथ एक ऐसे महत्त्वपूर्ण मोड़ पर इसरो की बागडोर संभाल रहे हैं, जब इस अंतरिक्ष एजेंसी की आगे की यात्रा को परिभाषित करने के लिये व्यापक सुधार और महत्त्वपूर्ण मिशन निर्धारित हैं। विचार यह है कि अंतरिक्ष पारिस्थितिकी तंत्र अधिक जीवंत, आर्थिक रूप से व्यवहार्य और आत्मनिर्भर बनना चाहिये। 
  • ऐसे समय में जब IN-SPACe एक नए मॉडल को परिभाषित कर रहा है, जिसे हमारी अंतरिक्ष अर्थव्यवस्था का विस्तार करने के लिये भी डिज़ाइन किया गया है, इसे आगे बढ़ाने की ज़िम्मेदारी नए अध्यक्ष की होगी। इसरो वर्ष 2022 में गगनयान मिशन की योजना पर कार्य कर रहा है, इस मिशन में भारत स्वयं के बल पर 3 भारतीयों को अंतरिक्ष में भेजने की योजना बना रहा है। इस योजना की सफलता के पश्चात् इसरो इस मिशन को जारी रखना चाहता है। इस परिप्रेक्ष्य में भारत को स्वयं के अंतरिक्ष स्टेशन की आवश्यकता है। भारत ने वर्ष 2017 में ही स्पेस डॉकिंग जैसी तकनीक पर शोध करने के लिये बजट का प्रावधान किया था। ऐसे महत्त्वपूर्ण मिशनों को आगे ले जाने की ज़िम्मेदारी भी नए अध्यक्ष के समक्ष होगी।


लाल बहादुर शास्त्री

  • 11 जनवरी, 2022 को देश में पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री की पुण्यतिथि मनाई गई। लाल बहादुर शास्त्री का जन्म 2 अक्तूबर, 1904 को उत्तर प्रदेश के मुगलसराय में हुआ था। वह एक भारतीय राजनीतिज्ञ थे जिन्होंने भारत के दूसरे प्रधानमंत्री के रूप में कार्य किया। उन्होंने जय जवान जय किसानका नारा दिया और भारत के भविष्य को आकार देने में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाई। 
  • उन्होंने असहयोग आंदोलन एवं नमक सत्याग्रह में भाग लिया। भारत को आजादी मिलने के बाद वर्ष 1961 में उन्हें भारत के गृह मंत्री के रूप में और भ्रष्टाचार निरोधक समितिमें नियुक्त किया गया। उन्होंने प्रसिद्ध शास्त्री फॉर्मूलाबनाया जिसमें असम एवं पंजाब में भाषा आधारित आंदोलन शामिल थे। उन्होंने भारत में आनंद, गुजरात के अमूल दूध सहकारी समितिका समर्थन और राष्ट्रीय डेयरी विकास बोर्डका निर्माण करके श्वेत क्रांतिको बढ़ावा दिया। 
  • भारत के खाद्य उत्पादन को बढ़ावा देने की आवश्यकता को रेखांकित करते हुए लाल बहादुर शास्त्री ने वर्ष 1965 में भारत में हरित क्रांति को भी बढ़ावा दिया। उन्होंने 10 जनवरी, 1966 को पाकिस्तान के राष्ट्रपति मोहम्मद अयूब खान के साथ वर्ष 1965 के भारत-पाकिस्तान युद्ध को समाप्त करने के लिये ताशकंद घोषणापत्र पर हस्ताक्षर किये। 11 जनवरी, 1966 को ताशकंद में ही उनकी मृत्यु हो गई। उन्हें वर्ष 1966 में मरणोपरांत भारत के सर्वोच्च नागरिक सम्मान भारत रत्न से सम्मानित किया गया था।


इब्राहिम बाउबकर केस्टा

  • माली के अपदस्थ राष्ट्रपति इब्राहिम बाउबकर केस्टा का 76 वर्ष की आयु में निधन हो गया है। केस्टा ने माली का वर्ष 2020 (सात साल) तक नेतृत्व किया, जिहादी अशांति से निपटने के लिये सरकार विरोधी भारी आंदोलन के बाद उन्हें तख्तापलट में हटा दिया गया था। आर्थिक संकट और विवादित चुनावों ने भी उनके शासन के खिलाफ प्रदर्शनों को बढ़ावा दिया। 
  • केस्टा तीन दशकों से अधिक समय तक राजनीति में शामिल रहे, उन्होंने  वर्ष 1994 से 2000 तक समाजवादी प्रधान मंत्री के रूप में कार्य किया। उनका जन्म कौटियाला में हुआ, उनके पिता एक सिविल सेवक थे, उन्होंने पेरिस में साहित्य, इतिहास और अंतर्राष्ट्रीय संबंधों का अध्ययन किया। 
  • वह वर्ष 1980 में माली लौटने से पूर्व वे यूरोपीय विकास कोष के सलाहकार के रूप में पहली बार काम करने से पहले पेरिस विश्वविद्यालय में अध्यापन सहित दशकों तक फ्राँस में रहे और काम किया। वर्ष 2012 में आज़ादी और जिहादी विद्रोहों के फैलने के बाद से माली सुरक्षा एवं राजनीतिक संकट की चपेट में है। 
  • राष्ट्रपति केस्टा वर्ष 2013 में "शांति और सुरक्षा लाने" के वादे पर चुने गए, लेकिन फिर भी उनकी सरकार माली की गंभीर सुरक्षा चुनौतियों को समाप्त करने में विफल रही, और उन्हें अगस्त 2020 में सेना द्वारा हटा दिया गया।


इब्राहिम अश्क

  • मशहूर गीतकार इब्राहिम अश्क (Ibrahim Ashq) का रविवार को निधन हो गया। वह कोरोना वायरस से संक्रमित थे और साथ ही निमोनिया के भी मरीज़ थे।  इब्राहिम अश्क मूल रूप से मध्य प्रदेश के रहने वाले थे और उनकी पहचान एक गीतकार के साथ शायर की भी थी। उन्होंने करियर की शुरुआत एक पत्रकार के रूप में की थी और कई अखबार एवं मैग्ज़ीन के लिये काम किया था। 
  • इब्राहिम अश्क की शुरुआती पढ़ाई उज्जैन के बंदनगर से हुई। इंदौर विश्वविद्यालय से उन्होंने ग्रेजुएशन और मास्टर्स की डिग्री ली। 
  • बॉलीवुड में उन्होंने कहो ना प्यार है’, ‘कोई मिल गया’, ‘जानशीन’, ‘ऐतबार’, ‘आप मुझे अच्छे लगने लगे’, ‘कोई मेरे दिल से पूछेऔर धुंधजैसी फिल्मों के लिये गाने लिखे। कहो ना प्यार हैका टाइटल ट्रैक, गाना ना तुम जानो ना हमउन्होंने ही लिखा था।


बिरजू महाराज

  • हाल ही में प्रसिद्ध कथक नर्तक पंडित बिरजू महाराज का निधन हो गया। वे 83 साल के थे। पंडित बिरजू महाराज लखनऊ घराने से ताल्लुक रखते थे। उनका जन्मि 4 फरवरी 1938 को लखनऊ में हुआ था। उनका असली नाम पंडित बृजमोहन मिश्र था। वे कथक नर्तक होने के साथ साथ शास्त्रीय गायक भी थे। 
  • बिरजू महाराज के पिता और गुरु अच्छन महाराज, चाचा शंभु महाराज और लच्छू महाराज भी प्रसिद्ध कथक नर्तक थे। पंडित बिरजू महाराज ने डेढ़ इश्किया, देवदास, उमराव जान और बाजी राव मस्तानी जैसी कामयाब और हिंदी सिनेमा में मील का पत्थार मानी जाने वाली फिल्मों के लिये डांस कोरियोग्राफ की। उन्हें वर्ष 1986 में भारत के दूसरे सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार, पद्म विभूषण से सम्मानित किया गया था।


भारतीय बैडमिंटन खिलाड़ी लक्ष्य सेन

  • भारतीय बैडमिंटन खिलाड़ी लक्ष्य सेनने हाल ही में पुरुष एकल फाइनल में सिंगापुर के मौजूदा विश्व चैंपियन को हराकर इंडिया ओपन बैडमिंटनटूर्नामेंट जीत लिया है। 20 वर्षीय खिलाड़ी लक्ष्य सेनका विश्व बैडमिंटन संघदौरे पर यह पहला सुपर 500’ खिताब है। 
  • उन्होंने इससे पहले वर्ष 2021 विश्व चैंपियनशिप के सेमीफाइनल में श्रीकांत से हारकर कांस्य पदक जीता था। इंडिया ओपन एक वार्षिक बैडमिंटन प्रतियोगिता है, जो वर्ष 2008 से भारत में आयोजित की जा रही है और यह एक BWF वर्ल्ड टूर सुपर 500 ग्रेड अंतर्राष्ट्रीय बैडमिंटन टूर्नामेंट का हिस्सा है।


सानिया मिर्ज़ा

  • भारतीय टेनिस खिलाड़ी सानिया मिर्ज़ा ने हाल ही में संन्यास लेने की घोषणा की है। सानिया मिर्ज़ा के मुताबिक, वर्ष 2022 के सीज़न में वे अपना आखिरी मैच खेलेंगी। टेनिस खिलाड़ी के रूप में अपने असाधारण कॅॅरियर में 35 वर्षीय सानिया मिर्ज़ा ने छह ग्रैंड स्लैम जीते हैं और महिला टेनिस संघयुगल रैंकिंग के शिखर तक पहुँची हैं। सानिया मिर्ज़ा महिला टेनिस संघएकल रैंकिंग में शीर्ष 30 में पहुँचने वाली पहली भारतीय महिला हैं। इसके अलावा वह वर्ष 2005 में डब्ल्यूटीए एकल खिताब जीतने वाली पहली भारतीय बनी थीं।


रोबर्टा मेट्सोला

  • रोबर्टा मेट्सोला को यूरोपीय संसद की अब तक की सबसे कम उम्र की अध्यक्ष चुना गया है और वह 20 वर्षों के लिये यह भूमिका अदा करेंगी। रोबर्टा मेट्सोला, ‘माल्टासे संबद्ध हैं। रोबर्टा मेट्सोला, यूरोपीय संघ के रूप में एक ऐसी संस्था का नेतृत्व करेंगी, जो बीते कुछ वर्षों में काफी शक्तिशाली हो गई है और जिसने डिजिटल अर्थव्यवस्था, जलवायु परिवर्तन और ब्रेक्ज़िट जैसे मुद्दों पर 27-राष्ट्र ब्लॉक की नीति तय करने में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाई है।


आर. नागास्वामी

  • पुरातत्व विभाग के पहले निदेशक आर. नागास्वामी का 23 जनवरी, 2022 को उम्र संबंधी जटिलताओं के कारण निधन हो गया। वह 92 वर्ष के थे। पुरातत्व, वास्तुकला, पुरालेख, मुद्राशास्त्र, प्रतिमा विज्ञान, दक्षिण भारतीय कांस्य और मंदिर अनुष्ठानों से संबंधित नागास्वामी ने COVID-19 महामारी के दौरान तमिलनाडु में मंदिरों को बंद करने के विचार का समर्थन किया था। 
  • नागास्वामी का जन्म इरोड ज़िले के कोडुमुडी में हुआ था। उन्हें तमिल और संस्कृत का गहरा ज्ञान था। उन्होंने मद्रास विश्वविद्यालय से संस्कृत में एमए की डिग्री प्राप्त की। उन्होंने पुणे विश्वविद्यालय से भारतीय कला विषय पर पी.एच.डी. की। विभिन्न क्षमताओं के साथ पुरातत्व विभाग की सेवा करने के बाद वह वर्ष 1966 में इसके निदेशक बने और वर्ष 1988 में अपनी सेवानिवृत्ति तक इस पद पर रहे। 
  • उन्होंने वर्ष 1983 में एक किताब मास्टरपीस ऑफ अर्ली साउथ इंडियन ब्रोंजेसलिखी और विश्व शास्त्रीय तमिल सम्मेलन को चिह्नित करने के लिये तमिलनाडु सरकार हेतु एक पुस्तक का संकलन किया। उनकी अन्य महत्त्वपूर्ण पुस्तकें माम्मलपुरम से संबंधित हैं, जो ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी प्रेस, उत्तरमेरुर और गंगईकोंडचोलपुरम द्वारा प्रकाशित हैं। उन्होंने तमिल में भी किताबें प्रकाशित की थीं।


लाला लाजपत राय

  • 28 जनवरी, 2022 को देश भर में प्रसिद्ध स्वतंत्रता सेनानी लाला लाजपत राय की जयंती मनाई गई। लाला लाजपत राय का जन्म 28 जनवरी, 1865 को पंजाब के फिरोज़पुर ज़िले के धुडीकेनामक एक छोटे से गाँव में हुआ था। 
  • लाला लाजपत राय भारत के महानतम स्वतंत्रता सेनानियों में से एक थे। उन्होंने लाहौर के गवर्नमेंट कॉलेज से कानून की पढ़ाई की। वे स्वामी दयानंद सरस्वती से प्रभावित होकर लाहौर में आर्य समाज (Arya Samaj) में शामिल हो गए। बिपिन चंद्र पाल और बाल गंगाधर तिलक के साथ मिलकर उन्होंने चरमपंथी नेताओं की एक तिकड़ी (लाल-बाल-पाल) बनाई। 
  • उन्होंने वर्ष 1917 में अमेरिका में होम रूल लीग ऑफ अमेरिकाकी स्थापना की और इसके द्वारा अमेरिका में अंतर्राष्ट्रीय समुदाय से भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन के लिये नैतिक समर्थन मांगा। उन्होंने  अकाल पीड़ित लोगों की मदद करने और उन्हें मिशनरियों के चंगुल से बचाने के लिये वर्ष 1897 में हिंदू राहत आंदोलनकी स्थापना की। 
  • इसके अलावा उन्होंने वर्ष 1921 में सर्वेंट्स ऑफ पीपुल सोसाइटीकी स्थापना की। वे आर्य गजट के संपादक एवं संस्थापक थे। साथ ही उन्होने वर्ष 1894 में पंजाब नेशनल बैंक की आधारशिला भी रखी। उन्हें 'पंजाब केसरी' (Punjab Kesari) और 'पंजाब का शेर' (Lion of Punjab) नाम से भी जाना जाता था।


डॉ. वी. अनंत नागेश्वरन

  • हाल ही में केंद्र सरकार ने डॉ. वी. अनंत नागेश्वरनको मुख्य आर्थिक सलाहकार नियुक्त किया है। इससे पहले डॉक्टर नागेश्वरन एक लेखक, शिक्षक और सलाहकार के रूप में काम कर चुके हैं। उन्होंने भारत तथा सिंगापुर में कई बिज़नेस स्कूलों एवं प्रबंधन संस्थानों में अध्यापक के रूप में भी अपनी सेवाएँ दी हैं। 
  • डॉक्टर नागेश्वरन आईएफएमआर ग्रेजुएट स्कूल ऑफ बिज़नेसके डीन भी रह चुके हैं। इसके साथ ही वे क्रिआ विश्वविद्यालयमें अर्थशास्त्र के विजिटिंग प्रोफेसर भी हैं। डॉक्टर नागेश्वरन वर्ष 2019 से वर्ष 2021 तक प्रधानमंत्री के आर्थिक सलाहकार परिषद के अंशकालिक सदस्य के रूप में भी कार्य कर चुके हैं। उन्होंने भारतीय प्रबंधन संस्थान, अहमदाबाद से प्रबंधन में स्नातकोत्तर डिप्लोमा और मैसाचुसेट्स विश्वविद्यालय से डॉक्टरेट की डिग्री प्राप्त की है। 
  • ज्ञात हो कि मुख्य आर्थिक सलाहकार (CEA) भारत सरकार में एक पद है, जो कि भारत सरकार के सचिव के पद के बराबर होता है। भारत सरकार के मुख्य आर्थिक सलाहकार के रूप में डॉ. वी. अनंत नागेश्वरन का प्राथमिक कार्य वित्त मंत्रालय के तहत आर्थिक मामलों के विभागका नेतृत्त्व करना होगा।

विश्व की नंबर एक खिलाड़ी एश्ले बार्टी 

  • विश्व की नंबर एक खिलाड़ी एश्ले बार्टी ने इतिहास रच दिया है। उन्होंने पहली बार ऑस्ट्रेलियन ओपन का खिताब अपने नाम किया है। महिला एकल वर्ग के खिताबी मुकाबले में उन्होंने अमेरिका की डेनिएल कॉलिन्स को सीधे सेटों में 6-3, 7-6 से हराया। बार्टी का ऑस्ट्रेलियाई ओपन में अब जीत-हार का रिकॉर्ड 24-8 का हो गया है। जहाँ उन्हें अमेरिकी सोफ़िया केनिन के हाथों हार झेलनी पड़ी थी। 
  • ऑस्ट्रेलियन ओपन वर्ष में होने वाले टेनिस के चार ग्रैंडस्लैम में से पहला ग्रैंडस्लैम है (अन्य ग्रैंडस्लैम फ्रेंच ओपन, विंबलडन और अमेरिकन ओपन) यह जनवरी महीने के अंतिम पखवाड़े के बीच में आयोजित होता है। ऑस्ट्रलियन ओपन की शुरुआत वर्ष 1905 में हुई थी तब से लेकर 1987 तक यह ग्रास कोर्ट में आयोजित हुआ। वर्ष 1988 के बाद से यह मेलबोर्न पार्क के हार्ड कोर्ट में आयोजित होने लगा।


रानी वेलु नचियार

  • 03 जनवरी, 2022 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रानी वेलु नचियार’ की जयंती पर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की। रानी वेलु नचियार तमिलनाडु के शिवगंगई ज़िले की 18वीं सदी की रानी हैंजिन्होंने अपने राज्य को वापस प्राप्त करने हेतु ब्रिटिश शासन के खिलाफ लड़ाई लड़ी थी। रानी वेलु नचियार को औपनिवेशिक सत्ता के खिलाफ लड़ने वाली पहली रानी के रूप में जाना जाता है। 
  • वेलू नचियार का जन्म 3 जनवरी 1730 को हुआ था। उन्हें तीरंदाज़ीघुड़सवारीमार्शल आर्ट और विभिन्न हथियारों के प्रयोग का प्रशिक्षण दिया गया था। साथ ही वे फ्रेंचउर्दू और अंग्रेज़ी जैसी कई भाषाओं की जानकार भी थीं। 16 वर्ष की उम्र में वेलु नचियार का विवाह शिवगंगई के राजा मुथु वदुगनाथपेरिया से हुआ। 
  • वर्ष 1772 में ब्रिटिश सेना और आर्कोट के नवाब ने एक साथ शिवगंगई पर आक्रमण किया। इस युद्ध के दौरान राजा मुथु वदुगनाथपेरिया अपने राज्य के लिये लड़ते हुए मारे गए। वहीं युद्ध के दौरान रानी वेलु नचियार’ किसी तरह स्वयं को बचाने में सफल हो गईं। इसके पश्चात् उन्होंने आसपास के क्षेत्रों के विभिन्न राजाओं के साथ गठबंधन किया और अपना राज्य वापस लेने हेतु ब्रिटिश शासन के खिलाफ युद्ध शुरू कर दिया। युद्ध के पश्चात् रानी वेलु नचियार’ ने अपने राज्य को पुनः प्राप्त कर लिया और अपने शासनकाल के दौरान उन्होंने उदइयाल’ नामक एक महिला टुकड़ी का गठन भी किया।


फातिमा शेख की जन्म वर्षगाँठ

  • गूगल ने 9 जनवरी, 2022 को शिक्षक और समाज सुधारक फातिमा शेख को उनकी 191वीं जयंती पर होमपेज पर डूडल बनाकर सम्मानित किया। फातिमा शेख का जन्म 9 जनवरी को वर्ष 1831 में पुणे में हुआ था। वह शिक्षक और समाज सुधारक ज्योतिबा फुले व उनकी पत्नी सावित्रीबाई फुले की सहयोगी थीजिन्होंने जातिसती प्रथामहिला सशक्तीकरणविधवा पुनर्विवाहअंतर्जातीय विवाह और शिक्षा के मुद्दों पर ध्यान केंद्रित करने के लिये फातिमा शेख के साथ लगातार काम किया। 
  • तत्कालीन समाज में फातिमा शेख को एक नारीवादी प्रतीक माना जाता था और स्वतंत्र भारत में उन्हें देश में बदलाव लाने के लिये सामाजिक बहिष्कार और भेदभाव से लड़ना पड़ा। उन्होंने वर्ष 1848 में फुले के साथ स्वदेशी पुस्तकालय की सह-स्थापना की जो लड़कियों के लिये भारत के पहले स्कूलों में से एक था। 
  • उन्होंने निम्न जाति में पैदा हुए लोगों को अवसर प्रदान करने के लिये फुले के साथ काम करते हुए जो प्रयास कियेउन्हें सत्यशोधक समाज आंदोलन के रूप में मान्यता मिली। वर्ष 2014 में शेख की उपलब्धियों को सरकार द्वारा उर्दू पाठ्यपुस्तकों में एक प्रोफ़ाइल के रूप में उनके समय के ऐसे अन्य अनुकरणीय और दृढ़ शिक्षकों के साथ चित्रित किया गया था।

 

सावित्रीबाई फुले

  • 03 जनवरी, 2022 को प्रख्यात समाजसेवी और भारत में महिला शिक्षा की प्रबल समर्थक सावित्रीबाई फुले को देश भर में श्रद्धांजलि अर्पित की गई। महाराष्ट्र में इस दिवस को बालिका दिवस’ के रूप में मनाया जाता है। सावित्रीबाई फुले का जन्म 3 जनवरी, 1831 को महाराष्ट्र स्थित नायगाँव (सतारा ज़िला) में हुआ था और उन्हें भारत की प्रारंभिक आधुनिक नारीवादियों में से एक माना जाता है। 
  • वर्ष 1848 में उन्होंने देश में लड़कियों के लिये पुणे के भिडेवाडा में पहला विद्यालय शुरू किया था। महिला शिक्षा के बारे में जागरूकता फैलाने के उनके प्रयासों के कारण उन्हें पुरुष प्रधान समाज से बहिष्कार और अपमान का सामना करना पड़ा। 
  • मात्र 9 वर्ष की उम्र में सामाजिक कार्यकर्त्ता और समाज सुधारकज्योतिराव फुले के साथ उनका बाल विवाह कर दिया गयाऔर महिला शिक्षा को बढ़ावा देने की दिशा में सावित्रीबाई फुले के संघर्ष में ज्योतिराव फुले ने उनका पूरा समर्थन किया तथा उन्हीं की सहायता से सावित्रीबाई फुले पढ़ना और लिखना सीख सकीं। 
  • उस समय लड़कियों को पढ़ाना एक कट्टरपंथी विचार माना जाता था। जब वह स्कूल जाती थीं तो लोग अक्सर उन पर गोबर और पत्थर फेंकते थे लेकिन फिर भी वह अपने कर्त्तव्य पथ से विमुख नहीं हुईं। वह एक कवयित्री भी थींउन्हें आधुनिक मराठी काव्य का अग्रदूत माना जाता है। 10 मार्च, 1897 को प्लेग के कारण सावित्रीबाई फुले का निधन हो गया।
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