Computer Study in Hindi : इनपुट / आउटपुट पोर्ट (Input / Output-I/O Port )

Computer Study in Hindi

Computer Study in Hindi :   इनपुट / आउटपुट पोर्ट (Input / Output-I/O Port )


 इनपुट / आउटपुट पोर्ट (Input / Output-I/O Port )

 

  • पेरिफेरल डिवाइसेज को कम्प्यूटर से जोड़ने के लिए जिस माध्यम का प्रयोग होता हैउन्हें इनपुट/आउटपुट पोर्ट (Input/Output Port) कहते हैं। यह एक बाह्य (External) इण्टरफेस होता हैजिसमें इनपुट/आउटपुट डिवाइसजैसे प्रिण्टरमोडम (Modem) और जॉयस्टिक आदि को कम्प्यूटर से जोड़ते हैं। |


इनपुट/आउटपुट पोर्ट निम्न प्रकार के होते हैं-

 

1. पैरेलल पोर्ट (Parallel Port) 

  • पैरेलल पोर्ट एक माध्यम होता हैजिसमें आठ या उससे अधिक तारों (Wires) को जोड़ सकते हैं। इसमें आठों तारों से एक साथ डेटा ट्रान्सफर होता है। इसी वजह से इसकी डेटा स्थानान्तरण (Transmission) की स्पीड काफी तेज होती है। इसका प्रयोग कम्प्यूटर से प्रिण्टर को जोड़ने के लिए किया जाता है।

 

2. सीरियल पोर्ट (Serial Port) 

  • सीरियल पोर्ट के द्वारा एक बार में एक ही बिट डेटा भेजा जा सकता है। इसके द्वारा काफी धीमी गति से डेटा स्थानान्तरण होता है। इसका प्रयोग मोडम (Modem), प्लॉटरबार कोड रीडर आदि को कम्प्यूटर से जोड़ने के लिए करते हैं। इस पोर्ट को कम्यूनिकेशन पोर्ट अथवा कॉम (COM) भी कहा जाता है।

 

3.यूनिवर्सल सीरियल बस (Universal Serial Bus-USB ) 

  • यह सर्वाधिक प्रयोग में आने वाला बाह्य पोर्ट है जो लगभग सभी कम्प्यूटरों में लगा होता है। सामान्यतः दो से चार USB पोर्ट कम्प्यूटर में लगे होते हैं। USB में प्लग (Plug) और प्ले (Play) फीचर होते हैं जो किसी डिवाइस को कम्प्यूटर से जोड़ने तथा चलाने में सहायक होते हैं। एक सिंगल USB पोर्ट में 127 डिवाइसेज को जोड़ा (Connect) जा सकता

 

5 फायर वायर (Fire Wire) 

  • इसका प्रयोग ऑडियोंवीडियो या मल्टीमीडिया डिवाइसेज़ जैसे की वीडियो कैमरा आदि को जोड़ने के लिए किया जाता है। यह एक महँगी तकनीक हैजिसका प्रयोग बड़ी मात्रा में डेटा ट्रान्सफर करने के लिए करते हैं। हार्ड डिस्क ड्राइव और नई DVD ड्राइव को फायर वायर के द्वारा कम्प्यूटर से कनेक्ट किया जाता है। इसके द्वारा 400 MB / सेकण्ड की दर से डेटा स्थानान्तरित किया जा सकता है।

 


 Computer  other Fact in Hindi


  • मॉडम (Modem) का प्रयोग डेटा को प्राप्त (Receive) तथा प्रेषित करने में किया जाता है।

 

  • कम्प्यूटर को चलाए जाने के लिए आवश्यक युक्तियों को स्टैण्डर्ड युक्तियाँ कहा जाता हैजैसे- कीबोर्डफ्लॉपी ड्राइवहार्ड डिस्क आदि। 
  • मॉनीटर की रिफ्रेश रेट हर्ट्ज में नापी जाती है। 
  • मजबूत चुम्बकीय क्षेत्र बनने के कारण मॉनीटर की स्क्रीन काली या रंगहीन हो जाती है। जो एक वायरस की तरह कार्य करता है। अतः मॉनीटर का प्रयोग करते समय सभी चुम्बकीय उपकरण हटा देने चाहिए। 
  • ग्राफिक डिस्प्ले यूनिट मॉनीटर अल्फा न्यूमेरिक अक्षरो के साथ-साथ ग्राफ्स एवं डायग्राम्स को भी प्रदर्शित कर सकते हैं।

No comments:

Post a Comment

Powered by Blogger.