अनुसन्धान: अर्थ, परिभाषा विशेषताएँ और प्रकार सोपान विधियाँ | Research kaise karte hain

 अनुसन्धान: अर्थ, विशेषताएँ और प्रकार
 Research Kaise Karte Hain

 

 

अनुसन्धान: अर्थ, परिभाषा विशेषताएँ और प्रकार सोपान विधियाँ | Research kaise karte hain

अनुसन्धान का अर्थ  Meaning of Research in Hindi

मानव प्रगति में अनुसन्धान का सर्वाधिक महत्त्व रहा है। मानव के समक्ष प्रकृति और समय निरन्तर चुनौतियाँ प्रस्तुत करते रहे हैं। उन्हें दूर करने के लिए मानव तर्क एवं प्रयोग के द्वारा अनुसन्धान कर प्रगति के पथ पर अग्रसर हुआ. 


अनुसन्धान की परिभाषाएँ 

जेम्स ड्रेवर के अनुसार

"किसी क्षेत्र में ज्ञान अथवा सत्यापन हेतु की जाने वाली क्रमबद्ध खोज हो अनुसन्धान है।'


रेडमैन व अन्य के अनुसार

"अनुसन्धान नवीन ज्ञान प्राप्त करने हेतु एक व्यवस्थित प्रयास है।"


ट्रेवर्स के अनुसार

"शैक्षिक अनुसन्धान वह प्रक्रिया है जो शैक्षिक परिस्थितियों में एक व्यवहार सम्बन्धी विज्ञान के विकास की ओर अग्रसर होती है।"


रामेल जे. फ्रांसिस का मानना है कि

 "अनुसन्धान नवीन सूचनाओं या सम्बन्धों की खोज हेतु सावधानीपूर्वक किया गया शोध व जांच-पड़ताल हैजो विद्यमान ज्ञान में अभिवृद्धि करती है तथा उसे सत्यापित करती है।"


वेस्टर के अन्तर्राष्ट्रीय शब्दकोश के अनुसार

"अनुसन्धान केवल सत्य के लिए खोज मात्र नहीं है अपितु यह दीर्घकालीन सघन और सादृश्य संधान है।"


उपरोक्त परिभाषाओं के आधार पर यह निष्कर्ष निकाला जा सकता है कि अनुसन्धान वह क्रमबद्ध वैज्ञानिक प्रक्रिया हैजिसमें वैज्ञानिक उपकरणों के प्रयोग द्वारा वर्तमान ज्ञान का परिमार्जनउसका विकास अथवा किसी नए तथ्य की खोज द्वारा ज्ञानकोश में वृद्धि की जाती है।


अनुसन्धान शब्द का अर्थ 

अंग्रेजी में अनुसन्धान को 'रिसर्चकहते हैंजो दो शब्दों से मिलकर बना है Research = Re+ Search. 

'Re' का अंग्रेजी में अर्थ होता है, "फिर से यानी बार-बारतथा 'Search' का अर्थ है 'खोजना'


  • अंग्रेजी का यह शब्द 'रिसर्चशोध की प्रक्रिया को प्रस्तुत करता है कि शोधकर्ता किसी तथ्य को बार-बार देखता हैजिससे वह उसके सम्बन्ध में प्रदत्तों को एकत्रित करता है और उसके आधार पर निष्कर्ष निकालता है। शोधकार्य द्वारा चरों का सह-सम्बन्ध ज्ञात किया जाता है। प्रयोगात्मक शोध से कारण प्रभावसह-सम्बन्ध तथा सर्वेक्षण शोध कार्य द्वारा सामान्य सह-सम्बन्ध ज्ञात किया जाता है। विकासात्मक शोधकार्यों में चरों की प्रभावशीलता का अध्ययन किया जाता है। ऐतिहासिक शोधकार्यों में नवीन तथ्यों की खोज की जाती है।

 

अनुसन्धान की विशेषताएँ  Characteristics of Research in Hindi

अनुसन्धान की मूलभूत विशेषताएँ 

  • अनुसन्धान की प्रक्रिया वैज्ञानिकवस्तुनिष्ठव्यवस्थित तथा सुनियोजित होती है।
  • इस प्रक्रिया से नवीन ज्ञान की वृद्धि एवं विकास किया जाता है।
  • इस कार्य में गुणात्मक तथा परिमाणात्मक प्रदतों की व्यवस्था की जाती है और उनका विश्लेषण करके निष्कर्ष निकाले जाते हैं।
  • शोधकार्य का आलेख शोध प्रबन्ध सावधानीपूर्वक तैयार किया जाता है।
  • प्रत्येक शोधकार्य को अपनी विधि व प्रविधियाँ होती हैंजो शोध के उद्देश्यों की प्राप्ति में सहायक होती है।
  • इस प्रक्रिया में प्रदतों के आधार पर परिकल्पनाओं की पुष्टि की जाती है। 
  • प्रत्येक शोधकार्य से निष्कर्ष निकाल कर उनका सामान्यीकरण किया जाता है।
  • इसमें व्यक्तिगत पक्षोंभावनाओं तथा विचारों को महत्व नहीं दिया जाता है। 
  • अनुसन्धान कार्य सैद्धान्तिक तथा व्यावहारिक दो प्रकार से हो सकते हैं।
  • यह प्रक्रिया कई चरणों में सम्पन्न की जाती है।

 

अनुसन्धान के प्रकार Types of Research in Hindi

 किसी समस्या के समाधान प्राप्त करने के दो मुख्य कारण होते हैं

 (1) बौद्धिक तथा

 (2) व्यावहारिक।

 इसी के आधार पर समस्त अनुसन्धानों को दो वर्गों में विभक्त किया जाता है

 (I) मूलभूत अनुसन्धान

 (ii) व्यावहारिक अनुसन्धान

 

मूलभूत अनुसन्धान क्या होते हैं 

  • इसका मूल उद्देश्य नई प्ररचनाओं का निर्माण करना है। इस प्रकार के अनुसन्धान के निष्कर्ष से विशेष वैज्ञानिक नियमों का प्रतिपादन होता है। इस प्रकार के अनुसन्धान का मुख्य कारण तथ्यों का   एकत्रीकरण है। मूलभूत अनुसन्धान हमारे ज्ञान की वृद्धि करता है। यह व्यावहारिक अनुसन्धान के लिए आधार तथ्यों की खोज तथा एकत्रीकरण करता है।

 

व्यावहारिक अनुसन्धान क्या होते हैं ?

  • इसके तहत ऐसे अनुसन्धान आते हैंजिनके द्वारा किसी समस्या विशेष का समाधान आवश्यक हो तथ्यों द्वारा यदि अनुसन्धानकर्ता किसी क्रियात्मक समस्या का समाधान करे तो यह अनुसन्धान व्यावहारिक अनुसन्धान की श्रेणी में आता है।
  • यद्यपि अनुसन्धानों का इस प्रकार वर्गीकरण किया गया हैतथापि मूलभूत अनुसन्धान और व्यावहारिक अनुसन्धान को अलग करना एक कठिन कार्य है। 
  • मूलभूत अनुसन्धानों से प्राप्त तथ्यों की पुष्टि व्यावहारिक अनुसन्धान से की जाती है। अनुसन्धान में इन तथ्यों व निष्कर्षो का अनुप्रयोग होता है। सामाजिक विज्ञान के क्षेत्र में क्रियात्मक समस्याओं पर किए अनुसन्धान नए सिद्धान्तों व नियमों को बनाने में सहायक होते हैं।

 

अनुसन्धान कार्य की श्रेणियां

सामाजिक विज्ञानों के अन्तर्गत किए जाने वाले अनुसन्धान कार्य को निम्न श्रेणियों में विभाजित किया जाता है-

  •  प्रयोगशाला प्रयोग
  •  क्षेत्र प्रयोग
  •  क्षेत्र अध्यन
  •  सर्वेक्षण अनुसन्धान


अनुसन्धान के सोपान Steps of Research in hindi

अनुसन्धान एक क्रमबद्ध वैज्ञानिक प्रक्रिया है। अनुसन्धान प्रक्रिया को विशिष्ट ढंग से क्रमबद्ध किया जाता है। यह प्रक्रिया कई क्रियाओं के मिलने से पूरी होती हैजो परस्पर जुड़ी होती हैं। 

 सामान्यतः अनुसन्धान की प्रक्रिया में छः चरण होते हैं-

  •  समस्या का चयन
  •  परिकल्पना का प्रतिपादन
  •  शोध की रूपरेखा
  •  आंकड़ों/डाटा का संकलन
  •  प्रदत्तों का विश्लेषण
  • सामान्यीकरण तथा निष्कर्षों का प्रतिपादन


अनुसन्धान प्रक्रिया का पहला चरण

  • अनुसन्धान प्रक्रिया के पहले चरण में समस्या का चयन किया जाता है। समस्या की परिभाषा और सीमा को परिभाषित किया जाता है ताकि इसे व्यावहारिक रूप दिया जा सके।


अनुसन्धान प्रक्रिया का दूसरा  चरण

  • दूसरे चरण में इस समस्या के सभी सम्भावित समाधानों के लिए परिकल्पना की जाती है। इसके लिए कथन दिए जाते हैं। इन्हें परिकल्पना कहते हैं। इन्हीं परिकल्पनाओं से समस्या का समाधान होता है।


अनुसन्धान प्रक्रिया का तीसरा चरण

  • तीसरे चरण में परिकल्पनाओं की पुष्टि के लिए रूपरेखा तैयार की जाती है। इससे शोध विधि तथा प्रविधियों के बारे में निर्णय लिया जाता है।


अनुसन्धान प्रक्रिया का चौथा चरण

  • चौथे चरण में परिकल्पना से सम्बन्धित प्रदतो/आंकड़ों का भिन्न तरीकों से संकलन किया जाता है।

अनुसन्धान प्रक्रिया का पंचवा चरण

  • पाँचवे चरण में प्रदत्तों को सार्थक बनाने के लिए सांख्यिकीय प्रविधियों को प्रयुक्त किया जाता है। आँकड़ों या तथ्यों के विश्लेषण से परिकल्पनाओं की पुष्टि की जाती है और उनके आधार पर निर्णय लिया जाता है। प्रदत्तों के विश्लेषणों के परिणामों की व्याख्या की जाती है।


अनुसन्धान प्रक्रिया का छठवा चरण

छठे चरण में प्रदत्तों के विश्लेषण और परिणामों के आधार पर निष्कर्षों का प्रतिपादन किया जाता है। बार-बार निष्कर्षों की पुनरावृत्ति होने पर वे सामान्य नियम या सिद्धान्त बन जाते हैंजो नए ज्ञान की वृद्धि करते हैं और जिनके द्वारा क्रियाओं में सुधार और विकास लाया जाता है।


सभी प्रकार के अनुसन्धान कार्यों में इन्हीं सोपानो का अनुसरण किया जाता है।

 

अनुसन्धान की विधियाँ  Methods of Research in Hindi

प्रत्येक अनुसन्धान एक विशेष प्रकृति की समस्या का वैज्ञानिक समाधान प्रस्तुत करता है। समस्या की  प्रकृति के अनुसार अनुसन्धान की विधि निर्धारित की जाती है।


अनुसन्धान का अन्वेषणात्मक प्रारूप प्राथमिक दिशाएँ प्रदान करता है। जब तक किसी अनुसन्धानकर्ता को समस्या की सुस्पष्ट व्याख्याउसके सैद्धान्तिका परिप्रेक्ष्यों तथा प्रयोगात्मक पक्षों का ज्ञान नहीं होगातब तक यह अनुसन्धान करने में समर्थ नहीं होगा। 


अन्वेक्षणात्मक अनुसन्धान प्ररचना की निम्न पद्धतियाँ है-

  • सम्बन्धित साहित्य का सर्वेक्षण एवं सिंहावलोकन
  •  आनुभविक व्यक्तियों से सर्वेक्षण
  •  एकल विषय अध्ययन


अनुसन्धान की विधियों का वर्गीकरण विद्वानों ने अनेक प्रकार से किया है। किसी ने विषय क्षेत्र के अनुसार वर्गीकरण किया और किसी ने शिक्षा सम्बन्धीमनोविज्ञान सम्बन्धी तथा इतिहास सम्बन्धी अनुसन्धान के रूप में वर्गीकृत किया। किसी विद्वान ने इसके ऑकड़े प्राप्त करने की विधि के आधार पर तो किसी ने उसके उद्देश्य के आधार पर वर्गीकरण किया है।

सामान्य तौर पर अनुसन्धान विधियों को निम्नलिखित रूप में वर्गीकृत किया जा सकता है-

  •  ऐतिहासिक अनुसन्धान (Historical Research) 
  • वर्णनात्मक अनुसन्धान (Descriptive Research)
  • प्रयोगात्मक अनुसन्धान (Experimental Research)
  • क्रियात्मक अनुसन्धान (Actionable Research)
  • अन्तर- अनुशासनात्मक अनुसन्धान (Inter-disciplinary Research) .

विषय सूची ... 






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