13 अप्रैल, 2021 को भारतीय सेना द्वारा सियाचिन के
वीर शहीदों को याद करते हुए सियाचिन दिवस मनाया जाता है । सियाचिन दिवस पर
भारतीय सैनिकों द्वारा दुनिया में सबसे ऊँचे और सबसे ठंडे युद्धक्षेत्र को
सुरक्षित करने के लिये उनके अदम्य साहस को याद किया जाता है।
दरअसल 13 अप्रैल, 1984 को भारतीय सेना द्वारा‘ऑपरेशन मेघदूत’ लॉन्च किया गया था।इस ऑपरेशन के तहत
भारतीय सैनिकों ने संपूर्ण सियाचिन ग्लेशियर पर सफलतापूर्वक नियंत्रण हासिल
कर लिया था। सियाचिन ग्लेशियर या सियाचिन हिमनद हिमालय की काराकोरम रेंज में
भारत-पाक नियंत्रण रेखा के समीप स्थित है।
सियाचिन ग्लेशियर
सियाचिन ग्लेशियर 76.4 किमी लंबा है और
लगभग 10,000 वर्ग किमी. क्षेत्र को कवर करता
है। सामरिक दृष्टिकोण से यह स्थान अत्यंत महत्त्वपूर्ण है क्योंकि यहाँ पर
भारत और पाकिस्तान की सीमाएँ मिलती हैं। पर्यावरण की दृष्टि से यह
अति-संवेदनशील क्षेत्र है इसलिये यहाँ पर मानवीय हस्तक्षेप को सीमित रखा गया
था। हालाँकि इस क्षेत्र में पर्यटकों द्वारा किये जाने वाले प्रदूषण की
समस्या काफी गंभीर है और भारतीय सेना लगातार इस चुनौती से निपटने का प्रयास
कर रही है।
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