अनुवाद तथा लिप्यंतरण |Translation Transliteration in Hindi
अनुवाद तथा लिप्यंतरण (Translation Transliteration in Hindi)
अनुवाद तथा लिप्यंतरण (Translation Transliteration in Hindi)
- अनुवाद (Translation) के साथ ही जुड़ा पद लिप्यतंरण (Transliteration) है। भाषा का रूपांतरण अनुवाद है जबकि लिपिमात्र का परिवर्तन लिप्यंतरण। कई शब्द ऐसे होते हैं जिनका अनुवाद न तो सम्भव है और न ही समीचीन। दैनिक व्यववहार के अनेक शब्द ऐसे हैं जिनका अनुवाद हो नहीं सकता या अटपटा लगता है शब्द को लिप्यंतरित किया जाना चाहिए। विदेशी नामों का अनुवाद नहीं किया जाता उच्चारण के आधार पर उसे लक्ष्य-भाषा में लिखा जाता है। विज्ञान और तकनीकी क्षेत्र में इस तरह के कई उदाहरण मिलते हैं। इस स्थिति में लिपि का सामर्थ्य काम आता है। देवनागरी लिप्यतंरण के लिए संसार की सबसे सक्षम लिपि है क्योंकि इसमें हम जैसा बोलते हैं वैसा ही लिखते भी हैं। समाचारों की दुनिया में कई पद यथा महत्वपूर्ण व्यक्तियों स्थानों संस्थानों विज्ञान एवं तकनीकी उपकरणों और प्रक्रियाओं आदि के नाम सटीक लिप्यंतरण द्वारा ही हिंदी में प्रस्तुत किए जाते हैं।
- लिप्यंतरण का प्रयोग खेल के क्षेत्र में बहुत अधिक होता है। खेल से जुड़े विभिन्न क्षब्द हिन्दी में अंग्रेजी से जस के तस ले लिए जाते हैं और फिर वह खेल प्रेमियों की जुबान पर इस तरह चढ़ जाते हैं कि यह सोचना भी मुश्किल हो जाता है कि ये शब्द हमारी भाषा के नहीं हैं। फुटबाल, क्रिकेट, बॉल, गोल्फ, टाई, ड्रा आदि अनेक ऐसे शब्द हैं जो हिन्दी में हिन्दी शब्दों की तरह ही रच बस गए हैं।
- लिप्यंतरण में इस बात का खास ध्यान देना चाहिए कि व्यक्तिपरक शब्दों का लिप्यंतरण वैसा ही हो जैसा मूल भाषा मे उसका उच्चारण होता है। अनेक बार किसी स्पेनिश, डच या दक्षिण अमेरिकी देश के किसी महत्वपूर्ण कवि लेखक या कलाकार के अचानक प्रसिद्धि पा जाने पर अलग-अलग अखबारों व पत्रिकाओं में उनके नाम अलग-अलग तरह से लिखे जाते हैं।
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