वर्ल्ड यूनिवर्सिटी रैंकिंग 2023 : क्यूएस वर्ल्ड यूनिवर्सिटी रैंकिंग के बारे में जानकारी । QS World University Ranking 2023

वर्ल्ड यूनिवर्सिटी रैंकिंग 2023 : क्यूएस वर्ल्ड यूनिवर्सिटी रैंकिंग के बारे में जानकारी

वर्ल्ड यूनिवर्सिटी रैंकिंग 2023 : क्यूएस वर्ल्ड यूनिवर्सिटी रैंकिंग के बारे में जानकारी । QS World University Ranking 2023

क्यूएस वर्ल्ड यूनिवर्सिटी रैंकिंग के बारे में जानकारी 

 

  • क्यूएस वर्ल्ड यूनिवर्सिटी रैंकिंग 2023 जारी की गई है।
  • क्वाक्वेरेली साइमंड्स (QS) महत्त्वाकांक्षी पेशेवरों के लिये एक प्रमुख वैश्विक कॅॅरियर और शैक्षिक नेटवर्क है, जिसका लक्ष्य व्यक्तिगत एवं व्यावसायिक विकास को आगे बढ़ाना है।
  • क्यूएस, संस्थानों की गुणवत्ता की पहचान करने के लिये तुलनात्मक डेटा संग्रह और विश्लेषण के तरीकों को विकसित करके उन्हें सफलतापूर्वक लागू करता है।
  • 'क्यूएस वर्ल्ड यूनिवर्सिटी रैंकिंग' विश्वविद्यालय रैंकिंग का एक वार्षिक प्रकाशन है जिसमें वैश्विक समग्र और विषय रैंकिंग शामिल है।


क्यूएस वर्ल्ड यूनिवर्सिटी रैंकिंग के मापदंड और उनका भारांश:

  • अकादमिक प्रतिष्ठा (40%)
  • नियोक्ता प्रतिष्ठा (10%)
  • संकाय/छात्र अनुपात (20%)
  • उत्कृष्टता प्रति संकाय (20%)
  • अंतर्राष्ट्रीय संकाय अनुपात (5%)
  • अंतर्राष्ट्रीय छात्र अनुपात (5%)



क्यूएस वर्ल्ड यूनिवर्सिटी रैंकिंग में शीर्ष रैंक:

  • अमेरिका का मैसाचुसेट्स इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (MIT) लगातार 11वें साल टॉप यूनिवर्सिटी है।
  • दूसरा स्थान कैम्ब्रिज विश्वविद्यालय को मिला, इसके बाद स्टैनफोर्ड विश्वविद्यालय है।

 

क्यूएस वर्ल्ड यूनिवर्सिटी रैंकिंग में भारतीय संस्थान:

  • भारतीय विज्ञान संस्थान (IISC) को सर्वोच्च स्थान दिया गया, इसके बाद क्रमशः IIT बॉम्बे और IIT दिल्ली का स्थान है। वैश्विक स्तर पर शीर्ष 1,000 में भारतीय संस्थानों की कुल संख्या 22 से बढ़कर 27 हो गई है।
  • IISc बंगलूरू दुनिया का शीर्ष अनुसंधान विश्वविद्यालय है, जिसने इस मीट्रिक के लिये 100/100 स्कोर प्राप्त किया है।
  • इसके अलावा IISc बंगलूरू QS वर्ल्ड यूनिवर्सिटी रैंकिंग टॉप-200 में सबसे तेज़ी से बढ़ता दक्षिण एशियाई विश्वविद्यालय है।
  • कुल मिलाकर भारतीय शिक्षा संस्थानों (जिनमें से 41 ने रैंकिंग में जगह बनाई) ने कई प्रमुख मानकों में खराब प्रदर्शन किया है।
  • उदाहरण के लिये 41 में से 30 विश्वविद्यालयों को केवल चार रिकॉर्डिंग सुधारों के साथ संकाय छात्र अनुपात (FSR) संकेतक में गिरावट का सामना करना पड़ा है।
  • रिपोर्ट से पता चलता है कि शीर्ष 500 श्रेणी में भारत की उपस्थिति यह सिद्ध करती है कि दुनिया भर के अन्य IIT की तरह ही भारत के IIT संचालित हैं।
  • IISc के अलावा आठ IIT (दिल्ली, बॉम्बे, मद्रास, कानपुर, खड़गपुर, रुड़की, गुवाहाटी, इंदौर) को विश्व स्तर पर शीर्ष 500 में स्थान दिया गया है।
  • इंस्टीट्यूट ऑफ एमिनेंस योजना की शुरुआत के बाद से किसी भी अन्य भारतीय विश्वविद्यालय, सार्वजनिक या निजी को विश्व स्तर पर शीर्ष 500 श्रेणी में जगह नहीं मिली है।

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