Current Affairs Summary May 2022 in Hindi | समसमयिकी सारांश मई 2022

 Current Affairs Summary May 2022 in Hindi , समसमयिकी सारांश मई  2022

Current Affairs Summary May 2022 in Hindi | समसमयिकी सारांश मई  2022


Current Affairs Summary May 2022 in Hindi  (समसमयिकी सारांश मई  2022)


एकीकृत सड़क दुर्घटना डाटाबेस प्रोजेक्ट

  • केंद्र सरकार द्वारा एक केंद्रीय दुर्घटना डेटाबेस प्रबंधन प्रणाली (Central Accident Database Management System) शुरू की गई है जो भारत में इस तरह की दुर्घटनाओं को कम करने के उद्देश्य से सड़क दुर्घटनाओं के कारणों का विश्लेषण एवं सुरक्षा उपायों को विकसित करने में मददगार साबित होगी। इस प्रणाली का नाम एकीकृत सड़क दुर्घटना डाटाबेस प्रोजेक्ट (Integrated Road Accident Database-IRAD) है। यह सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय की एक पहल है जिसे भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान-मद्रास (IIT-M) द्वारा विकसित किया गया है। इस प्रणाली को राष्ट्रीय सूचना विज्ञान केंद्र द्वारा क्रियान्वित किया जा रहा है। इस  परियोजना की कुल लागत 258 करोड़ रुपए है तथा यह विश्व बैंक द्वारा वित्तपोषित है। प्रणाली को फरवरी 2022 में 6 राज्यों के 59 ज़िलों में एक पायलट प्रोजेक्ट के रूप में शुरू किया गया है, ये हैं- मध्य प्रदेश, कर्नाटक, राजस्थान, महाराष्ट्र, उत्तर प्रदेश और तमिलनाडु। हाल ही में इस प्रोजेक्ट को चंडीगढ़ में भी लॉन्च किया गया है।


अंतर्राष्ट्रीय श्रमिक दिवस 1 मई

  • प्रत्येक वर्ष विश्व के कई हिस्सों में 1 मई को ‘मई दिवस’ (May Day) अथवा ‘अंतर्राष्ट्रीय श्रमिक दिवस’ के रूप में मनाया जाता है। यह दिवस नए समाज के निर्माण में श्रमिक और उनके योगदान के रूप में मनाया जाता है। अंतर्राष्ट्रीय श्रम संगठन (ILO) संयुक्त राष्ट्र की एक एजेंसी है जो अंतर्राष्ट्रीय श्रम मानकों को स्थापित करने की दिशा में काम करती है। भारत में 1 मई, 1923 को पहली बार चेन्नई (तत्कालीन मद्रास) में मज़दूर दिवस का आयोजन किया गया। यह पहल सर्वप्रथम हिंदुस्तान की ‘लेबर किसान पार्टी’ के प्रमुख सिंगारावेलु द्वारा की गई थी। लेबर किसान पार्टी के प्रमुख मलयपुरम सिंगारावेलु चेट्टियार ने इस अवसर पर दो बैठकों का आयोजन किया। इन बैठकों में सिंगारावेलु ने एक प्रस्ताव पारित किया, जिसमें कहा गया था कि ब्रिटिश सरकार को भारत में मई दिवस या मज़दूर दिवस पर राष्ट्रीय अवकाश की घोषणा करनी चाहिये। मज़दूर दिवस या मई दिवस को भारत में 'कामगार दिन’, कामगार दिवस और अंतर्राष्ट्रीय मज़दूर दिवस के रूप में भी जाना जाता है। भारतीय संविधान श्रम अधिकारों की सुरक्षा के लिये कई सुरक्षा उपाय प्रदान करता है। ये सुरक्षा उपाय मौलिक अधिकारों और राज्य की नीति के निदेशक सिद्धांत के रूप में हैं।

 


 नियोबैंक प्लेटफॉर्म 'ओपेन' 100वाँ यूनिकॉर्न 

  • बंगलूरू स्थित नियोबैंक प्लेटफॉर्म 'ओपेन' 100वाँ यूनिकॉर्न बन गया है। नए सिरे से फंडिंग जुटाने के बाद कंपनी का मूल्य एक अरब डॉलर को पार कर गया है। भारत वर्तमान में यूनिकॉर्न का दर्जा प्राप्त कंपनियों की संख्या के मामले में वैश्विक स्तर पर तीसरे स्थान पर है (अमेरिका और चीन से पीछे, लेकिन यू.के. एवं जर्मनी से आगे)। यूनिकॉर्न, वे स्टार्ट-अप होते हैं जिनका मूल्य 1 बिलियन अमेरिकी डॉलर से अधिक होता है। इस शब्द को पहली बार कैलिफोर्निया के पालो अल्टो में स्थित एक सीड-स्टेज वेंचर कैपिटल फंड ‘काउबॉय वेंचर्स’ के संस्थापक ‘ऐलीन ली’ द्वारा गढ़ा गया था। यूनिकॉर्न मानव संसाधन क्षेत्र में भर्ती से संबंधित अवधारणा को संदर्भित करता है।

विश्व अस्थमा दिवस 3 मई

  • विश्व अस्थमा दिवस (World Asthma Day) प्रत्येक वर्ष मई महीने के पहले मंगलवार को मनाया जाता है। इस वर्ष विश्व अस्थमा दिवस 3 मई, 2022 को मनाया गया। इस वर्ष विश्व अस्थमा दिवस-2022 की थीम ‘क्लोज़िंग गैप्स इन अस्थमा केयर’ (Closing Gaps in Asthma Care) है। इसका मूल उद्देश्य विश्व भर में अस्थमा की बीमारी एवं देखभाल के बारे में जागरूकता फैलाना है। 


ग्रीन हाइड्रोजन पर भारत-जर्मनी समझौता

  • प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और जर्मन चांसलर ओलाफ शोल्ज़ ने हरित एवं सतत् विकास साझेदारी की स्थापना के लिये संयुक्त घोषणा पर हस्ताक्षर किये। इसका लक्ष्य द्विपक्षीय तथा बहुपक्षीय सहयोग में वृद्धि करना और जलवायु संरक्षण की दिशा में कार्रवाई में तेज़ी लाना है। इस साझेदारी के तहत जर्मनी ने भारत में जलवायु परिवर्तन से संबंधित परियोजनाओं में 10 बिलियन यूरो के निवेश की अग्रिम प्रतिबद्धता जताई है। यह राशि वर्ष 2030 तक निवेश की जाएगी। ग्रीन हाइड्रोजन पर भारत-जर्मनी समझौता ग्रीन हाइड्रोजन के उत्पादन, उपयोग, भंडारण व वितरण में सहयोग को मज़बूत करने के लिये एक “इंडो-जर्मन ग्रीन हाइड्रोजन टास्क फोर्स” की स्थापना करेगा। केंद्र सरकार ने वर्ष 2030 तक 5 मिलियन टन हरित हाइड्रोजन उत्पादन क्षमता स्थापित करने का लक्ष्य रखा है। ग्रीन हाइड्रोजन को हाइड्रोजन के रूप में परिभाषित किया जाता है जो सौर या पवन ऊर्जा जैसे नवीकरणीय ऊर्जा का उपयोग करके पानी को हाइड्रोजन और ऑक्सीजन में पृथक करके उत्पादित किया जाता है।


नीतिगत रेपो दर में 40 आधार अंकों की बढ़ोतरी

  • भारतीय रिज़र्व बैंक ने नीतिगत रेपो दर में 40 आधार अंकों की बढ़ोतरी की है। इसके साथ ही रेपो दर 4.4 प्रतिशत हो गई है। यह वृद्धि तत्‍काल प्रभाव से लागू हो गई है। वर्तमान आर्थिक स्थिति के आकलन के आधार पर मौद्रिक नीति समिति ने रेपो दर में वृद्धि का निर्णय लिया है। इससे मुद्रास्फीति को अपेक्षित स्तर तक बनाए रखने में मदद मिलेगी। मार्च में उपभोक्‍ता मूल्‍य सूचकांक पर आधारित खुदरा मुद्रास्‍फीति सात प्रतिशत तक पहुँच गई जिसका मुख्‍य कारण वैश्विक खाद्य मूल्‍यों में अभूतपूर्व वृद्धि होना था। रेपो दर वह दर है जिस पर किसी देश का केंद्रीय बैंक (भारत के मामले में भारतीय रिज़र्व बैंक) किसी भी तरह की धनराशि की कमी होने पर वाणिज्यिक बैंकों को धन देता है। इस प्रक्रिया में केंद्रीय बैंक प्रतिभूति खरीदता है। बढ़ी हुई मुद्रास्फीति को कम करने और भू-राजनीतिक तनाव के प्रभाव से निपटने के लिये नकद आरक्षित अनुपात (सीआरआर) को 50 आधार अंक बढ़ाकर 4.50 प्रतिशत कर दिया गया है।


मोर्से डू फिल्म समारोह

  • फ्राँस में कान फिल्म महोत्सव के साथ आयोजित आगामी मार्शे डू फिल्म में भारत सम्‍मानित राष्‍ट्र होगा। महोत्सव का आयोजन 17 मई, 2022 से शुरू होगा। फ्राँस और भारत अपने राजनयिक संबंधों के 75 वर्ष पूरे कर रहे हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की पेरिस यात्रा तथा राष्ट्रपति इमेनुअल मैक्रों के साथ उनकी बैठक से यह आयोजन और भी महत्त्वपूर्ण हो गया है। इस महत्त्वपूर्ण कूटनीतिक पृष्ठभूमि में भारत को कान फिल्म समारोह में मार्शे डू फिल्म में सम्मानित राष्‍ट्र के रूप में चुना गया है। ‘कान नेक्स्ट’ में भी भारत को सम्मानित राष्‍ट्र का दर्जा दिया गया है, जिसके अंतर्गत ऑडियो-विज़ुअल उद्योग में पाँच नए स्टार्ट-अप्स को आगे बढ़ने का अवसर मिलेगा। इस महोत्‍सव में भारत की ओर से आर. माधवन द्वारा निर्मित फिल्म रॉकेटरी का वर्ल्ड प्रीमियर भी आकर्षण का केंद्रबिंदु होगा।


सरकार ने नागरिक पंजीकरण प्रणाली रिपोर्ट, 2020 जारी की

  • केंद्र सरकार ने जन्म और मृत्यु रिपोर्ट के आधार पर नागरिक पंजीकरण प्रणाली रिपोर्ट, 2020 जारी की है। रिपोर्ट के अनुसार, वर्ष 2019 में 2.48 करोड़ जन्‍म पंजीकृत किये गए जो वर्ष 2020 में घटकर 2.42 करोड़ हो गए। यह जन्‍म दर में लगभग 2.40 प्रतिशत की कमी दर्शाती है। इस रिपोर्ट में कहा गया है कि वर्ष 2019 में पंजीकृत मृत्‍यु के मामलों की संख्‍या 76.40 लाख से बढ़कर वर्ष 2020 में 81.20 लाख हो गई जो 6.2 प्रतिशत की वृद्धि दर्शाती है। कुल पंजीकृत मौतों में लगभग 60 प्रतिशत पुरूष और लगभग 40 प्रतिशत महिलाएँ थीं। कुछ राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों जैसे- महाराष्ट्र, गुजरात, आंध्र प्रदेश, बिहार, पश्चिम बंगाल, नगालैंड, हरियाणा, कर्नाटक, तमिलनाडु, सिक्किम, पंजाब, मध्य प्रदेश, ओडिशा, राजस्थान, अंडमान और निकोबार द्वीप तथा असम में वर्ष 2019 की तुलना में वर्ष 2020 में मृत्यु दर में वृद्धि दर्ज की गई। इस बीच मणिपुर, चंडीगढ़, तेलंगाना, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, पुद्दुचेरी, अरुणाचल प्रदेश और केरल जैसे राज्यों में वर्ष 2019 की तुलना में वर्ष 2020 में मृत्यु दर में कमी देखी गई।

 

महाराष्ट्र जिवहाला योजना

  • महाराष्ट्र के जेल विभाग द्वारा महाराष्ट्र की विभिन्न जेलों में सज़ा काट रहे कैदियों के लिये जिवहाला नामक एक ऋण योजना शुरू की गई है। यह भारत में कैदियों के लिये शुरू की गई अपनी तरह की पहली योजना है। यह योजना मुख्य रूप से उन सभी सज़ायाफ्ता कैदियों के लिये शुरू की गई है, जो तीन साल से अधिक की सज़ा काट रहे हैं। ऐसे अधिकांश कैदी अपने परिवार के अकेले कमाने वाले हैं और उन्हें कैद में रखने के कारण उनके परिवारों के पास आय का कोई स्रोत नहीं है। इसलिये यह ऋण ऐसे कैदियों के परिवार के सदस्यों को कैदियों के नाम पर जारी किया जाएगा। इस योजना के शुरुआती चरण में 50,000 रुपए का ऋण प्रदान किया जाएगा। इस पर 7% ब्याज दर लागू होगी। बैंक द्वारा अर्जित किये जाने वाले ब्याज में से 1% का योगदान बैंक द्वारा कैदी कल्याण कोष में किया जाएगा। इस ऋण को जारी करने के लिये किसी गारंटर या गिरवी की आवश्यकता नहीं है। कैदी इस ऋण का उपयोग अपने परिवार के सदस्यों के चिकित्सा उपचार, अपने बच्चों की शिक्षा, कानूनी शुल्क आदि के लिये कर सकेंगे। इस योजना को यरवदा सेंट्रल जेल, पुणे में पायलट योजना के रूप में शुरू किया गया है। यह योजना महाराष्ट्र की लगभग 60 जेलों में लागू की जाएगी।


भारत का पहला ग्रीनफील्ड ग्रेन आधारित इथेनॉल संयंत्र

  • हाल ही में बिहार के मुख्यमंत्री द्वारा बिहार में भारत के पहले ग्रीनफील्ड ग्रेन (अनाज) आधारित इथेनॉल संयंत्र का उद्घाटन किया गया। इस प्लांट की स्थापना ईस्टर्न इंडिया बायोफ्यूल्स प्राइवेट लिमिटेड द्वारा की गई है, जो एक शून्य-तरल निर्वहन (ZLD) संयंत्र है। शून्य तरल निर्वहन (ZLD) एक अपशिष्ट जल प्रबंधन रणनीति है जो तरल अपशिष्ट को समाप्त कर जल उपयोग दक्षता मे वृद्धि करती है। यह संयंत्र 15 एकड़ भूमि पर बनाया गया है जो प्रतिदिन 150 टन मक्का और चावल का उपयोग करके प्रतिदिन 65,000 लीटर इथेनॉल का उत्पादन करने में सक्षम है। यह उप-उत्पाद (by-product) के रूप में DDGS (Distiller’s Dried Grains with Solubles) का भी उत्पादन करेगा, जिसे जानवरों के चारे के लिये बेचा जाएगा। यह संयंत्र ईंधन की ज़रूरत को पूरा करने के लिये गन्ना, मक्का और चावल का उपयोग कर इथेनॉल उत्पादन करने में बिहार की मदद करेगा। इथेनॉल एक स्पष्ट, रंगहीन कार्बनिक एक तरह का अल्कोहल है जिसका उपयोग वैकल्पिक ईंधन स्रोत के अलावा रासायनिक विलायक के रूप में और कार्बनिक यौगिकों के संश्लेषण में किया जाता है। भारत का लक्ष्य वर्ष 2025 तक पेट्रोल में 20% इथेनॉल का मिश्रण करना है।


केंद्रशासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर के लिये परिसीमन आदेश

  • परिसीमन आयोग ने केंद्रशासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर के लिये परिसीमन आदेश को अंतिम रूप दे दिया है। क्षेत्र के 90 विधानसभा क्षेत्रों में से 43 जम्मू के लिये और 47 कश्मीर क्षेत्र के लिये होंगे। एसोसिएट सदस्यों, राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों, नागरिकों, सिविल सोसाइ‍टी समूहों के साथ विचार-विमर्श के बाद नौ विधानसभा क्षेत्रों को अनुसूचित जनजातियों के लिये आरक्षित किया गया है। इनमें से 6 जम्मू क्षेत्र में और 3 कश्मीर घाटी में हैं। वर्ष 1995 में जम्मू-कश्मीर में विधानसभा सीटों का आखिरी बार परिसीमन वर्ष 1981 की जनगणना के आधार पर किया गया था। इस पुनर्गठन से प्रत्येक संसदीय निर्वाचन क्षेत्र में समान संख्या में 18 विधानसभा क्षेत्र होंगे। स्थानीय प्रतिनिधियों की मांग को ध्यान में रखते हुए कुछ विधानसभा क्षेत्रों के नाम भी बदले गए हैं। परिसीमन से तात्पर्य किसी राज्य में विधानसभा और लोकसभा चुनावों के लिये निर्वाचन क्षेत्र की सीमाओं का निर्धारण करना है। अनुच्छेद 82 के तहत संसद प्रत्येक जनगणना के बाद एक परिसीमन अधिनियम लागू करती है। अधिनियम लागू होने के बाद परिसीमन आयोग की नियुक्ति राष्ट्रपति द्वारा की जाती है तथा यह आयोग निर्वाचन आयोग के साथ मिलकर कार्य करता है।

 

भारत गौरव पर्यटक ट्रेन

  • रेल मंत्रालय की नई नीति के तहत 21 जून, 2022 से इंडियन रेलवे कैटरिंग एंड टूरिज़्म कॉरपोरेशन (IRCTC) की पहली ‘भारत गौरव टूरिस्ट ट्रेन’ चलाई जाएगी। यह ट्रेन उन सभी प्रमुख स्थानों को प्रदर्शित करेगी जो भगवान श्रीराम के जीवन से जुड़े हैं तथा इसमें जनकपुर, नेपाल भी शामिल है जो माता सीता का जन्मस्थान है। इस ट्रेन का 18 दिन का पहला सफर दिल्ली के सफदरजंग स्टेशन से शुरू होगा। यह स्वदेश दर्शन योजना के रामायण सर्किट पर चलेगी। भारतीय रेलवे ने देश के ऐतिहासिक स्थानों और समृद्ध सांस्कृतिक विरासत को भारत के नागरिकों के साथ-साथ विश्व भर के पर्यटकों को दिखाने के उद्देश्य से भारत गौरव पर्यटक ट्रेनों की शुरुआत की। ये ट्रेनें थीम बेस्ड टूरिस्ट सर्किट ट्रेनें हैं जिन्हें केंद्र सरकार की “देखो अपना देश” पहल के तहत लॉन्च किया गया है। भद्राचलम, तेलंगाना इस ट्रेन का अंतिम ठहराव होगा। इसके बाद ट्रेन वापस दिल्ली के लिये रवाना होगी। इस दौरान यह करीब 8000 किलोमीटर की दूरी तय करेगी।


शुक्र ग्रह के लिये मिशन

  • भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) दिसंबर 2024 में शुक्र के लिये एक अंतरिक्षयान लॉन्च करने  की योजना बना रहा है। इसरो के इस मिशन का उद्देश्य शुक्र की सतह के नीचे के रहस्यों और वातावरण का अध्ययन करना है। इसरो द्वारा शुक्र मिशन के तहत निम्नलिखित प्रयोगों की योजना बनाई गई है, जिनमें शामिल हैं- सक्रिय ज्वालामुखीय हॉटस्पॉट और लावा प्रवाह सहित सतह प्रक्रियाओं एवं उथले उप-सतह स्ट्रैटिग्राफी की जांँच करना, वायुमंडल की संरचना व गतिकी का अध्ययन करना। इस अध्ययन में हाई रेज़ोल्यूशन  सिंथेटिक एपर्चर रडार का उपयोग किया जाएगा, जो ग्रह के चारों ओर बादलों के बावजूद शुक्र की सतह की जांँच करने में सक्षम होगा। शुक्र की उप-सतह (Sub-Surface) का अभी तक किसी भी देश द्वारा कोई अवलोकन नहीं किया गया है। भारत पहली बार उप-सतह पर रडार की साहयता से उड़ाएगा तथा शुक्र की उप-सतह में कुछ सौ मीटर तक प्रवेश करेगा।

 

 राजस्थान 10GW सौर क्षमता को पार करने वाला पहला राज्य

  • मेरकॉम के इंडिया सोलर प्रोजेक्ट ट्रैकर (India Solar Project Tracker) के अनुसार, राजस्थान देश का पहला राज्य बन गया है, जिसने बड़े पैमाने पर 10 गीगावाट (GW) के संचयी सौर प्रतिष्ठानों (Cumulative Large-Scale Solar Installations) को पार किया है। राजस्थान में कुल स्थापित विद्युत क्षमता 32.5 GW है। राजस्थान की कुल स्थापित विद्युत क्षमता में नवीकरणीय ऊर्जा (अक्षय ऊर्जा) का योगदान 55% है, जबकि तापीय ऊर्जा का 43% तथा शेष 2% परमाणु ऊर्जा का योगदान है। राजस्थान में सौर प्रमुख ऊर्जा स्रोत है, जो बिजली क्षमता मिश्रण का लगभग 36% और नवीकरणीय ऊर्जा का 64% हिस्सा है। मेरकॉम के इंडिया सोलर प्रोजेक्ट ट्रैकर के अनुसार, वर्तमान में राजस्थान में 16 गीगावाट से अधिक सौर परियोजनाएंँ निर्माणाधीन हैं। राजस्थान सौर ऊर्जा नीति 2019 का उद्देश्य वित्त वर्ष 2024-25 तक 30 गीगावाट सौर ऊर्जा का लक्ष्य हासिल करना है जिसमें यूटिलिटी या ग्रिड-स्केल सोलर पार्क की 24 गीगावॉट की बड़ी हिस्सेदारी होगी। दिसंबर 2021 तक भारत की संचयी सौर स्थापित क्षमता 55GW है। मेरकॉम इंडिया अमेरिका स्थित मेरकॉम कैपिटल ग्रुप की सहायक कंपनी है। यह एक स्वच्छ ऊर्जा अनुसंधान और संचार फर्म है जो भारतीय क्लीनटेक बाज़ारों में विशेषज्ञता प्रदान करती है।

 

कंचनजंगा पर्वत चोटियों को फतह करने वाली पहली भारतीय महिला

  • पश्चिमी महाराष्ट्र की सतारा निवासी प्रियंका मोहिते 05 मई, 2022 को कंचनजंगा पर्वत की चढ़ाई के बाद 8,000 मीटर से अधिक ऊँची पाँच चोटियों को फतह करने वाली पहली भारतीय महिला बन गई हैं।  प्रियंका ने 05 मई को शाम 4.52 बजे दुनिया की तीसरी सबसे ऊँची चोटी कंचनजंगा (8,586 मीटर) का अपना अभियान सफलतापूर्वक पूरा किया। प्रियंका मोहिते को वर्ष 2020 में तेनजिंग नार्गे एडवेंचर पुरस्कार से सम्मानित किया गया था। उन्होंने अप्रैल 2021 में माउंट अन्नपूर्णा चोटी को फतह किया था जो दुनिया की 10वीं सबसे ऊँची चोटी है। इसकी ऊँचाई 8,091 मीटर है।  30 साल की उम्र में ही प्रियंका मोहिते 8,485 मीटर की ऊँचाई वाले माउंट मकालू को भी फतह कर चुकी हैं। वह 5,895 मीटर ऊँचाई वाले माउंट किलिमंजारो की भी चढ़ाई कर चुकी हैं।


पुलित्ज़र पुरस्कार

  • दिवंगत फोटोग्राफर दानिश सिद्दिकी को वर्ष 2022 का पुलित्ज़र अवॉर्ड  मिला है। पुरस्कार विजेताओं में भारतीय पत्रकार अदनान आबिदी, सना इरशाद मट्टू, अमित दवे का नाम शामिल है। फोटोग्राफर दानिश सिद्दिकी की तालिबान और अफगान सेना के संघर्ष के दौरान मौत हो गई थी। पुलित्ज़र पुरस्कार को पत्रकारिता के क्षेत्र में अमेरिका का सबसे प्रतिष्ठित सम्मान माना जाता है। इस पुरस्कार की शुरुआत वर्ष 1917 में की गई थी, जिसे कोलंबिया विश्वविद्यालय और ‘पुलित्ज़र पुरस्कार बोर्ड’ द्वारा प्रशासित किया जाता है। 'पुलित्ज़र पुरस्कार बोर्ड' का गठन कोलंबिया विश्वविद्यालय द्वारा नियुक्त न्यायाधीशों द्वारा होता है। यह पुरस्कार प्रसिद्ध समाचार पत्र प्रकाशक जोसेफ पुलित्ज़र के सम्मान में दिया जाता है। जोसेफ पुलित्ज़र ने कोलंबिया विश्वविद्यालय में पत्रकारिता स्कूल को शुरू करने तथा पुरस्कार की शुरुआत करने के लिये अपनी वसीयत से धन दिया था।


संयुक्त राष्ट्र विश्व पर्यटन संगठन

  • यूक्रेन युद्ध के बीच रूस संयुक्त राष्ट्र विश्व पर्यटन संगठन से हट गया है। संयुक्त राष्ट्र विश्व पर्यटन संगठन  ने 27 अप्रैल, 2022 को यूक्रेन पर हमले को लेकर मास्को की सदस्यता को निलंबित करने के लिये वोटिंग से एक दिन पहले यह जानकारी दी। संयुक्त राष्ट्र का पर्यटन निकाय एक अंतर-सरकारी निकाय है जो पर्यटन को बढ़ावा देता है तथा राष्ट्रों के बीच अंतर्राष्ट्रीय व्यापार की सुविधा प्रदान करता है।  संयुक्त राष्ट्र विश्व पर्यटन संगठन मैड्रिड में स्थित है। इसकी स्थापना वर्ष 1975 में हुई थी। लगभग 150 लोगों को रोज़गार देने वाली इस एजेंसी ने चेतावनी दी है कि यूक्रेन में संघर्ष के कारण कोरोना महामारी के प्रभाव की तुलना में वैश्विक पर्यटन क्षेत्र के मुश्किल उभार में और अधिक देरी होगी। इसका प्रभाव द्वीप और तटीय स्थलों में सबसे अधिक महसूस होगा। वर्ष 2021 में तेलंगाना के पोचमपल्ली गाँव को संयुक्त राष्ट्र विश्व पर्यटन संगठन (UNWTO) द्वारा सर्वश्रेष्ठ पर्यटन गाँवों में से एक के रूप में चुना गया।

 

विश्‍व ल्‍यूपस दिवस  10 मई 

  • ल्‍यूपस बीमारी को लेकर जागरुकता बढ़ाने के लिये प्रत्‍येक वर्ष 10 मई को विश्व ल्‍यूपस दिवस मनाया जाता है। यह एक स्व-प्रतिरोधी रोग है, जो शरीर के किसी भी भाग को नुकसान पहुँचा सकता है। 


ऑपरेशन दुधी क्या है 

  • हाल ही में ऑपरेशन दुधी (Operation Dudhi) के जीवित सैनिकों को असम राइफल्स द्वारा सम्मानित किया गया। वर्ष 1991 में असम राइफल्स द्वारा जम्मू और कश्मीर में किये गए एक एकल आतंकवाद विरोधी अभियान में 72 आतंकवादियों को मार गिराया गया था। यह ऑपरेशन 3 मई, 1991 को शुरू किया गया था। बटालियन द्वारा 72 आतंकवादियों को मार गिराया गया तथा 13 अन्य को गिरफ्तार किया गया था। इस ऑपरेशन के दौरान भीषण गोलाबारी में सैनिक राम कुमार आर्य और कामेश्वर प्रसाद शहीद हो गए और आर.के. यादव गंभीर रूप से घायल हो गए थे, यह ऑपरेशन एक बटालियन द्वारा चलाया गया था जिसमें नायब सूबेदार पदम बहादुर छेत्री की कमान के तहत 14 अन्य रैंकों के साथ एक जूनियर कमीशंड अधिकारी (JCO) शामिल थे। यह किसी भी सुरक्षा बल द्वारा चलाया गया अब तक का सबसे सफल आतंकवाद रोधी अभियान है।

 

टमाटर फ्लू

  • हाल ही में केरल राज्य के कई हिस्सों में टमाटर फ्लू के मामले दर्ज किये गए। इस वायरल बीमारी ने बड़ी संख्या में बच्चों को अपना शिकार बनाया है। टमाटर फ्लू या टोमैटो फ्लू एक सामान्य वायरल संक्रमण है, जिसमें पाँच वर्ष से कम उम्र के बच्चों को बुखार आता है। आमतौर पर त्वचा में जलन और शरीर में पानी की कमी के साथ इस बीमारी की शुरुआत होती है। फ्लू से संक्रमित बच्चे के शरीर में टमाटर की तरह चकते बन आते हैं, जो आमतौर पर लाल रंग के होते हैं, इसलिये इसे 'टमाटर फ्लू' या 'टमाटर बुखार' कहा जाता है। वर्तमान में यह संक्रमण केवल केरल के कोल्लम ज़िले के कुछ हिस्सों में बताया गया है, लेकिन स्वास्थ्य अधिकारियों ने चेतावनी दी है कि यदि निवारक उपाय नहीं किये गए तो संक्रमण अन्य क्षेत्रों में भी फैल सकता है।

 

रॉयल गोल्ड मेडल, 2022

  • अहमदाबाद स्थित ‘बालकृष्ण विट्ठलदास दोशी’ को ‘रॉयल इंस्टीट्यूट ऑफ ब्रिटिश आर्किटेक्ट्स’ (RIBA) द्वारा ‘रॉयल गोल्ड मेडल, 2022 से सम्मानित किया गया है, जो कि वास्तुकला के लिये विश्व का सर्वोच्च सम्मान है। 94 वर्षीय बालकृष्ण दोशी को उनके सात दशकों लंबे कॅरियर के दौरान देश भर में 100 से अधिक परियोजनाओं को पूरा करने के लिये यह सम्मान दिया जा रहा है। गौरतलब है कि ‘रॉयल गोल्ड मेडल’ एक ऐसे व्यक्ति या समूह को प्रदान किया जाता है, जिसका वास्तुकला की उन्नति में महत्त्वपूर्ण योगदान रहा हो। वर्ष 2018 में वह प्रित्ज़कर आर्किटेक्चर पुरस्कार से सम्मानित होने वाले पहले भारतीय बने। इस पुरस्कार को वास्तुकला का नोबल पुरस्कार कहा जाता है। रॉयल गोल्ड मेडल प्राप्त करने के बाद वह दोनों पुरस्कार प्राप्त करने वाले पहले भारतीय बन गए हैं। उन्हें वर्ष 2020 में भारत सरकार द्वारा पद्मभूषण से सम्मानित किया गया था। यह देश का तीसरा सबसे बड़ा नागरिक पुरस्कार है। उनकी कुछ महत्त्वपूर्ण परियोजनाओं में भारतीय प्रबंधन संस्थान, बैंगलोर, अहमदाबाद स्कूल ऑफ आर्किटेक्चर, अरण्य लो-कॉस्ट हाउसिंग, भारतीय प्रबंधन संस्थान, उदयपुर, टैगोर हॉल और मेमोरियल थियेटर, अहमदाबाद तथा निफ्ट दिल्ली शामिल हैं।

हंगरी की पहली महिला राष्ट्रपति

  • कैटलिन नोवाक हंगरी की पहली महिला राष्ट्रपति चुनी गई हैं। वह 44 साल की उम्र में हंगरी की सबसे कम उम्र की राष्ट्रपति भी हैं। राष्ट्रपति के रूप में उन्होंने जेनोस एडर की जगह ली है। नोवाक पाँच साल के कार्यकाल के लिये इस पद पर रहेंगी। वर्ष 2022 के राष्ट्रपति चुनाव के दौरान पीटर रोना उनके प्रतिद्वंद्वी थे। वह Fidesz – हंगेरियन सिविक एलायंस की सदस्य हैं। उन्होंने वर्ष 2018 से 2022 तक नेशनल असेंबली के सदस्य के रूप में भी काम किया है। चौथी विक्टर ओर्बन सरकार के तहत उन्होंने वर्ष 2020 से 2021 तक पारिवारिक मामलों की मंत्री के रूप में भी कार्य किया था।


थॉमस कप

  • भारत ने पहली बार थॉमस कप बैडमिंटन चैंपियनशिप जीतकर इतिहास में अपना नाम दर्ज कराया है। भारत ने 14 बार यह टूर्नामेंट जीतने वाली टीम इंडोनेशिया को 3-0 से पराजित किया है, लक्ष्य सेन ने पहले मैच में और सात्विक चिराग की जोड़ी ने दूसरे मैच में भारत को जीत दिलाई। इसके बाद किदांबी श्रीकांत ने तीसरा मैच जीतकर भारतीय टीम को पहली बार थॉमस कप का चैंपियन बनाया। थॉमस कप के 73 साल के इतिहास में भारतीय टीम पहली बार चैंपियन बनी है। यह टूर्नामेंट वर्ष 1949 से खेला जा रहा था, लेकिन अब तक इंडोनेशिया, चीन, डेनमार्क और मलेशिया जैसी टीमों का इस टूर्नामेंट में दबदबा रहा था, जिसे भारत ने खत्म किया है। भारत छठी टीम है, जिसने यह टूर्नामेंट जीता है। थॉमस कप (Thomas Cup) एक बैडमिंटन टूर्नामेंट है, जिसमें फिलहाल 16 टीमें भाग लेती हैं। बैडमिंटन खिलाड़ियों के लिये थॉमस कप टूर्नामेंट आयोजित करने का आइडिया सबसे पहले इंग्लिश बैडमिंटन प्लेयर सर जॉर्ज एलन थॉमस (Sir George Alan Thomas) के दिमाग में आया था। वे खुद भी एक बेहतरीन बैडमिंटन खिलाड़ी थे। पहली बार वर्ष 1948-49 में थॉमस कप आयोजित किया गया। पहले यह टूर्नामेंट 3 साल में आयोजित होता था, लेकिन वर्ष 1982 के बाद से इसे 2 साल में आयोजित किया जाता है।


भारतीय दूरसंचार विनियामक प्राधिकरण का रजत जंयती समारोह

  • 17 मई, 2022 को भारतीय दूरसंचार विनियामक प्राधिकरण का रजत जंयती समारोह मनाया जा रहा है। इस कार्यक्रम के दौरान भारतीय प्रौद्योगिकी संस्‍थान-आईआईटी, मद्रास के नेतृत्‍व में आठ संस्‍थानों के समूहिक सहयोग से विकसित 5-जी टेस्‍ट बेड भी जारी किये जाएंगे। इस परियोजना में शामिल अन्‍य संस्‍थान हैं- आईआईटी दिल्‍ली, आईआईटी हैदाराबाद, आईआईटी बॉम्बे, आईआईटी कानपुर, आईआईएससी बंगलूरू, सोसायटी फॉर एप्लाइड माइक्रोवेव इलेक्‍ट्रॉनिक्‍स इंजीनियरिंग एंड रिसर्च तथा वायरलेस प्रौद्योगिकी उत्‍कृष्‍टता केंद्र। भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (Telecom Regulatory Authority of India- TRAI) की स्थापना 20 फरवरी, 1997 को भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण अधिनियम, 1997 द्वारा की गई थी। TRAI का मिशन देश में दूरसंचार के विकास के लिये अनुकूल परिस्थितियों का निर्माण करना एवं इसे बेहतर बनाना है। TRAI दूरसंचार सेवाओं के लिये टैरिफ के निर्धारण/संशोधन सहित दूरसंचार सेवाओं को नियंत्रित करता है जो पहले केंद्र सरकार के क्षेत्राधिकार में आता था। इसका उद्देश्य एक स्वच्छ और पारदर्शी वातावरण प्रदान करना है जिससे कंपनियों के मध्य निष्पक्ष और स्वस्थ प्रतिस्पर्द्धा हो। भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण का मुख्यालय नई दिल्ली में स्थित है।


देश का 52वाँ टाइगर रिज़र्व  रामगढ़ विषधारी अभयारण्य 

  • केंद्रीय पर्यावरण मंत्री ने 16 मई, 2022 को सोशल मीडिया के माध्यम से राजस्थान के रामगढ़ विषधारी अभयारण्य को देश का 52वाँ टाइगर रिज़र्व घोषित किया है। राष्ट्रीय बाघ संरक्षण प्राधिकरण (NTCA) द्वारा वन्यजीव (संरक्षण) अधिनियम 1972 की धारा 38 के प्रावधान के अंतर्गत 5 जुलाई, 2021 को रामगढ़ विषधारी वन्यजीव अभयारण्य व निकटवर्ती क्षेत्रों को टाइगर रिज़र्व बनाए जाने की सैद्धांतिक स्वीकृति प्रदान की गई थी। वर्तमान में रामगढ़ विषधारी टाइगर रिज़र्व में टाइगर टी-91 और टी-62 बाघ हैं। पिछले एक साल से टी-115 का लगातार इस रिज़र्व में मूवमेंट बना हुआ है। यह अभयारण्य रणथंभौर टाइगर रिज़र्व और कोटा के मुकुंदरा हिल्स के बीच एक गलियारे के रूप में स्थित है। इस कारण यहाँ बाघों की आवाजाही जारी रहती है। बाघों के मूवमेंट और उपलब्ध प्राकृतिक संसाधनों को देखते हुए कई सालों से रामगढ़ विषधारी अभयारण्य को टाइगर रिज़र्व घोषित करने की माँग की जा रही थी। रामगढ़ विषधारी टाइगर रिज़र्व की विशेषता इसके पारिस्थितिकी तंत्र और बाघों के अनुकूल वातावरण है। साथ ही यह संरक्षित क्षेत्र भेड़िया, तेंदुआ, धारीदार लकड़बग्घा, भालू, सुनहरे सियार, चिंकारा, नीलगाय और लोमड़ी जैसे जंगली जानवरों का आदर्श निवास स्थल भी है। यह अभयारण्य बाघ संरक्षण के अलावा पारिस्थितिकी तंत्र के साथ-साथ पुष्प प्रजातियों के लिये भी प्रसिद्ध है।

 

नाइलिट केंद्र,  राष्ट्रीय इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी संस्थान (NIELIT) 

  • केंद्रीय इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी, संचार और रेलवे मंत्री ने 17 मई, 2022 को राष्ट्रीय इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी संस्थान (NIELIT) केंद्र लेह, एक्सटेंशन सेंटर कारगिल और हस्तशिल्प एवं हथकरघा क्षेत्र के लिये आईटी सक्षम इनक्यूबेशन सेंटर का वर्चुअल उद्घाटन किया। इलेक्ट्रॉनिकी और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय, भारत सरकार के प्रशासनिक नियंत्रण के अंतर्गत राष्ट्रीय इलेक्ट्रॉनिकी एवं सूचना प्रौद्योगिकी संस्थान (नाइलिट) एक निकाय है जिसे वर्तमान में देश के सभी क्षेत्रों तथा समाज के सभी खंडों तक पहुँच की दृष्टि से अद्वितीय स्थान प्राप्त है। नाइलिट, भारत में एक प्रोफेशनल परीक्षा निकाय भी है, जो विशेष रूप में शिक्षण एवं प्रशिक्षण के अनौपचारिक क्षेत्र में सूचना प्रौद्योगिकी तथा इलेक्ट्रॉनिकी में प्रशिक्षण कार्यक्रमों को परिचालित करता है। यह सूचना प्रौद्योगिकी, इलेक्ट्रॉनिकी, संचार प्रौद्योगिकियों, हार्डवेयर, साइबर कानून, साइबर सुरक्षा, बौद्धिक संपदा अधिकार, क्लाउड कम्प्यूटिंग, ई-गवर्नेंस  तथा संबद्ध विषयों पर अर्हता प्राप्त मानव संसाधन के विकास में सक्रियता से शामिल है।


वैश्विक सुगम्यता जागरूकता दिवस

  • वैश्विक सुगम्यता जागरूकता दिवस हर वर्ष मई के तीसरे गुरुवार को मनाया जाता है, इस दिन का उद्देश्य लोगों को दुनिया के 1.2 बिलियन दिव्यांगों के लिये डिजिटल (वेब, सॉफ़्टवेयर, मोबाइल आदि) सुगम्यता और समावेश के बारे में बात करने, सोचने और सीखने हेतु प्रेरित करना है।


राष्ट्रीय महिला आयोग   

  • राष्ट्रीय महिला आयोग (NCW) ने महिलाओं से संबंधित मुद्दों और मीडिया में महिलाओं के चित्रण पर ध्यान केंद्रित करने के लिये 18 मई, 2022 को 'मीडिया कर्मियों हेतु क्षमता निर्माण एवं संवेदीकरण कार्यक्रम' विषय पर एक कार्यशाला का आयोजन किया गया। इस कार्यशाला को तीन तकनीकी सत्रों में विभाजित किया गया था; 'मीडिया संचालन और सामग्री में मीडिया के लिये लिंग-संवेदनशील संकेतक', 'महिला मीडिया पेशेवरों द्वारा सामना की जाने वाली चुनौतियाँ’ तथा 'महिलाओं के सशक्तीकरण में मीडिया की भूमिका'31 जनवरी, 2022 को राष्ट्रीय महिला आयोग का 30वांँ स्थापना दिवस मनाया गया। भारत में महिलाओं की स्थिति पर गठित समिति (CSWI) ने लगभग पाँच दशक पहले शिकायतों के निवारण एवं महिलाओं के सामाजिक-आर्थिक विकास में तीव्रता लाने हेतु निगरानी के लिये ‘राष्ट्रीय महिला आयोग’ की स्थापना की सिफारिश की थी। राष्ट्रीय महिला आयोग अधिनियम, 1990 के तहत राष्ट्रीय महिला आयोग की स्थापना जनवरी 1992 में एक वैधानिक निकाय के रूप में की गई थी। आयोग का गठन 31 जनवरी, 1992 को ‘जयंती पटनायक’ की अध्यक्षता में किया गया था। आयोग में एक अध्यक्ष, एक सदस्य सचिव और पाँच अन्य सदस्य होते हैं। राष्ट्रीय महिला आयोग के अध्यक्ष को केंद्र सरकार द्वारा नामित किया जाता है। वर्तमान में सुश्री रेखा शर्मा राष्ट्रीय महिला आयोग की अध्यक्ष हैं।


G5-साहेल’

  • 19 मई, 2022 को अफ्रीका के लिये संयुक्त राष्ट्र की शीर्ष राजनीतिक अधिकारी ने माली के ‘साहेल क्षेत्रीय आतंकवाद रोधी बल’ (G5-Sahel या G5S) से हटने की जानकारी दी। अफ़्रीकी संघ के सुझाव और संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के समर्थन के बाद 16 फरवरी, 2014 को नौकोचोट, मॉरिटानिया में इस संयुक्त बल का गठन हुआ, जिसे G5-साहेल नाम दिया गया. इसमें शामिल देश हैं- बुर्किना फासो, माली, मॉरिटानिया, नाइज़र और चाड. G5-साहेल का उद्देश्य क्षेत्र में आतंकवादी गुटों से निपटने हेतु बेहतर समन्वय स्थापित करना और आर्थिक विकास तथा सुरक्षा के लिये सहयोग बढ़ाना है। माली पश्चिमी अफ्रीका के सहारा रेगिस्तान में फैला एक विशाल स्थलाबद्ध देश है। वर्तमान में यह जिहादी हमलों और जातीय हिंसा से जूझ रहा है।


कांस इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल 2022 

  • हाल ही में कांस इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल में केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री और बांग्लादेश के सूचना व प्रसारण मंत्री ने संयुक्त रूप से श्री श्याम बेनेगल द्वारा निर्देशित भारत-बांग्लादेश सह-निर्मित फीचर फिल्म ‘मुजीब- द मेकिंग ऑफ ए नेशन’ का 90 सेकंड का ट्रेलर ज़ारी किया। भारत और बांग्लादेश द्वारा सह-निर्मित यह फिल्म प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की पहल थी। यह फिल्म बंगबंधु शेख मुजीबुर रहमान की जन्म शताब्दी पर उपहार के साथ-साथ अच्छे पड़ोसी संबंधों का भी उदाहरण है। कांस इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल, फ्रांँस में आयोजित वार्षिक फिल्म समारोह है, जिसमें दुनिया भर के वृत्तचित्रों सहित सभी शैलियों की नई फिल्मों का पूर्वावलोकन किया जाता  है। यह दुनिया का सबसे प्रतिष्ठित और प्रचारित फिल्म समारोह है। यह प्रत्येक वर्ष (आमतौर पर मई में) पालिस डेस फेस्टिवल्स एट डेस कॉन्ग्रेस में आयोजित किया जाता है। इस महोत्सव की बड़े पैमाने पर लोकप्रियता को देखते हुए कई फिल्म हस्तियाँ इसमें शामिल होती हैं, साथ ही फिल्म निर्माताओं हेतु अपनी नई फिल्मों को लॉन्च करने और दुनिया भर से आए वितरकों के समक्ष इन फिल्मों का प्रदर्शन करने के लिये यह एक लोकप्रिय स्थान है।

 


भारतीय महिला बॉक्सर निखत ज़रीन

  • भारतीय महिला बॉक्सर निखत ज़रीन ने गुरुवार को 52 किग्रा. कैटेगरी में थाईलैंड की जिटपॉन्ग जुटामस (Jitpong Jutamas) को 5-0 से हराकर वर्ल्ड बॉक्सिंग चैंपियनशिप (World Boxing Championship) में गोल्ड मेडल जीता। 25 साल की निखत ज़रीन 5वीं भारतीय महिला बॉक्सर हैं, जिन्होंने वर्ल्ड बॉक्सिंग चैंपियनशिप में गोल्ड मेडल अपने नाम किया। बॉक्सिंग लीजेंड मैरीकॉम ने इस चैंपियनशिप में 6 बार गोल्ड  मेडल जीतकर रिकॉर्ड बनाया है। इस चैंपियनशिप में मैरीकॉम, निखत के अलावा सरिता देवी, जेनी आरएल और लेखा सी. भी गोल्ड जीत चुकी हैं।

अंतर्राष्ट्रीय चाय दिवस 21 मई

  • संयुक्त राष्ट्र संघ ने 21 दिसंबर, 2019 को '21 मई' को अंतर्राष्ट्रीय चाय दिवस घोषित किया है। वर्ष 2022 की अंतर्राष्ट्रीय चाय दिवस की थीम है- "चाय और निष्पक्ष व्यापार।" 


ग्लोबल हेल्थ लीडर्स अवार्ड

  • प्रधानमंत्री नरेंद मोदी ने विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के महानिदेशक के ग्लोबल हेल्थ लीडर्स अवार्ड से सम्मानित आशा कार्यकर्त्ताओं की टीम के प्रति प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा कि स्वस्थ भारत सुनिश्चित करने में आशा कार्यकर्त्ता सबसे आगे हैं और उनका समर्पण एवं दृढ़ संकल्प सराहनीय है। भारत में दस लाख से अधिक आशा कार्यकर्त्ताओं (महिला स्वयंसेवक) का समूह है। यह सम्मान उन्हें COVID-19 महामारी के दौरान समुदाय को स्वास्थ्य प्रणाली से जोड़ने तथा ग्रामीण गरीबों को प्राथमिक स्वास्थ्य देखभाल सेवाओं तक पहुंँच सुनिश्चित करने में उनकी महत्त्वपूर्ण भूमिका के लिये प्रदान किया गया है। इस छठे ग्लोबल हेल्थ लीडर्स अवार्ड की घोषणा WHO के महानिदेशक डॉ टेड्रोस अदनोम घेब्येयियस ने की। ग्लोबल हेल्थ लीडर्स अवार्ड के पुरस्कार विजेताओं का फैसला WHO के महानिदेशक द्वारा किया जाता है। यह पुरस्कार उन लोगों को प्रोत्साहित करने के लिये प्रदान किया जाता  है जिन्होंने दुनिया भर में स्वास्थ्य की रक्षा और उसे बढ़ावा देने में उत्कृष्ट योगदान दिया है।


क्‍वाड’ शिखर बैठक

  • भारत के प्रधानमंत्री मोदी क्‍वाड नेताओं की शिखर बैठक में हिस्‍सा लेने के लिये 23 मई, 2022 को जापान की दो दिवसीय यात्रा पर रवाना हुए। जापान, भारत के सबसे महत्त्ववपूर्ण भागीदारों में से एक है। प्रधानमंत्री मोदी ने भारत-जापान संबंधों को इस क्षेत्र हेतु महत्त्वपूर्ण बताया है। जापान के प्रधानमंत्री की हाल की भारत यात्रा के सकारात्‍मक परिणाम रहे हैं जिसमें जापान से भारत में अगले पाँच वर्षों में 50 खरब येन यानी लगभग 40-42 अरब डॉलर का सरकारी और निजी निवेश शामिल है। क्‍वाड चतुर्भुज सुरक्षा संवाद’ (Quadrilateral Security Dialogue) अर्थात् क्वाड भारत, अमेरिका, जापान और ऑस्ट्रेलिया के बीच अनौपचारिक रणनीतिक वार्ता मंच है। ‘क्वाड’ समूह की स्थापना नवंबर 2017 में हिंद-प्रशांत क्षेत्र को किसी बाहरी शक्ति (विशेषकर चीन) के प्रभाव से मुक्त रखने हेतु नई रणनीति बनाने के लिये की गई थी और आसियान शिखर सम्मेलन के एक दिन पहले इसकी प्रथम बैठक का आयोजन किया गया था।


अंतर्राष्ट्रीय जैव विविधता दिवस 22 मई 

  • प्रतिवर्ष संयुक्त राष्ट्र द्वारा जैव विविधता के मुद्दों पर लोगों में समझ और जागरूकता बढाने के लिये 22 मई को अंतर्राष्ट्रीय जैव विविधता दिवस (International Day for Biological Diversity) के रूप में मनाया जाता है। अंतर्राष्ट्रीय जैव विविधता दिवस 2022 की थीम है- ‘सभी जीवों के साझे भविष्य का निर्माण’ (Building a shared future for all life)

 

हिंद-प्रशांत आर्थिक रूपरेखा

  • अमेरिका के राष्‍ट्रपति जो बाइडेन ने समृद्धि के लिये 'हिंद-प्रशांत आर्थिक ढाँचा’ (IPEF) पहल की शुरुआत की। वर्तमान में इसमें अमेरिका के अलावा 12 अन्‍य देश- भारत, ऑस्‍ट्रेलिया, जापान, ब्रुनेई, इंडोनेशिया, कोरिया, मलेशिया, न्‍यूज़ीलैंड, फिलीपिंस, सिंगापुर, थाईलैंड और वियतनाम शामिल हैं। ये देश विश्‍व के सकल घरेलू उत्‍पाद के 40% का प्रतिनिधित्‍व करते हैं। IPEF का उद्देश्‍य आने वाले दशकों में हिंद-प्रशांत क्षेत्र में प्रौद्योगिकी नवाचार और वैश्विक अर्थव्‍यवस्‍था के लिये संबंधों को मज़बूत करना है। यह अमेरिका एवं हिंद-प्रशांत क्षे्त्र में अधिक मज़बूत और समायोजी अर्थव्‍यवस्‍था सृजित करेगा। ये देश साथ मिलकर 21वीं सदी की अर्थव्‍यवस्‍था के लिये नए नियम तय कर रहे हैं, जिनसे उनकी अपनी अर्थव्‍यवस्‍थाएंँ तेज़ गति से विकसित होगी। जो  बाइडेन ने हिंद-प्रशांत के सभी देशों के साथ मिलकर काम करने की प्रतिबद्धता व्‍यक्‍त की है। इस अवसर पर प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि IPEF पहल में समायोजी आपूर्ति शृंखला की आधारशिला रखने पर विशेष ध्‍यान दिया जाएगा जो आपसी विश्वास, पारदर्शिता और समयबद्धता के साथ महत्त्वपूर्ण आर्थिक मुद्दों पर चीन के कदमों का विकल्‍प साबित होगी।


"द अवध क्वाट्रेन" का मंचन

  • चीन की राजधानी पेईचिंग में भारतीय दूतावास तथा हॉन्गकॉन्ग, शंघाई और ग्वांगझोउ में भारत के महावाणिज्य दूतावास ने भारत के स्वाधीनता संग्राम के इतिहास को याद करते हुए आज़ादी का अमृत महोत्सव आयोजित किया। इस अवसर पर अवध के अंतिम शासक नवाब वाजिद अली शाह और उनकी पत्नी बेगम हजरत महल के ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी के साथ 1857 के संघर्ष पर आधारित नाटक "द अवध क्वाट्रेन" का मंचन किया गया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 12 मार्च, 2021 को अहमदाबाद के साबरमती आश्रम में आज़ादी के ‘अमृत महोत्सव’ (India@75) का उद्घाटन किया था। आज़ादी का ‘अमृत महोत्सव’ भारत की स्वतंत्रता की 75वीं वर्षगाँठ मनाने हेतु भारत सरकार द्वारा आयोजित कार्यक्रमों की एक शृंखला है। यह महोत्सव जनभागीदारी की भावना के साथ जन उत्सव के रूप में मनाया जा रहा है। ध्यातव्य है कि ये कार्यक्रम आगामी 15 अगस्त, 2022 के 75 सप्ताह पूर्व से आयोजित किये जा रहे हैं।


जलवायु कार्य गठबंधन की भारतीय शाखा

  • विश्‍व आर्थिक मंच ने भारत में जलवायु गतिविधियों और कार्बन मुक्ति प्रयासों में तेज़ी लाने के लिये जलवायु कार्य गठबंधन की भारतीय शाखा आरंभ की है। विश्‍व आर्थिक मंच के जलवायु कार्यबल के अंग के रूप में यह गठबंधन पिछले साल ज़ारी किये श्‍वेत-पत्र मिशन 2070 में तय किये गए लक्ष्‍यों को प्राप्‍त करने का प्रयास करेगा। वर्ष 2070 तक भारत को कम कार्बन उत्सर्ज़न वाला देश बनाने का भी लक्ष्‍य रखा गया है। प्रधानमंत्री नरेंद मोदी के महत्त्वाकांक्षी संकल्‍प पंचामृत को पूरा करने के लिये इस अभियान में सरकार, व्‍यापार जगत और अन्‍य पक्षकारों को शामिल किया जाएगा। प्रबंधन सलाहकार संस्‍था कियरने और भारतीय विचार मंच ऑब्ज़र्वर रिसर्च फाउंडेशन के बीच सहयोग से यह गठबंधन नेताओं को जलवायु लक्ष्‍य प्राप्‍त करने की योजनाएंँ और कार्यक्रम तैयार करने में सहयोग करेगा।


शिरुई लिली महोत्सव

  • हाल ही में मणिपुर में राज्य स्तरीय शिरुई लिली महोत्सव 2022 के चौथे संस्करण की शुरुआत हुई है। यह वार्षिक उत्सव मणिपुर सरकार के पर्यटन विभाग द्वारा शिरुई लिली के फूल के बारे में जागरूकता पैदा करने के लिये आयोजित किया जाता है। चार दिवसीय महोत्सव का उद्घाटन मणिपुर के राज्यपाल और मुख्यमंत्री द्वारा उखरुल ज़िले के शिरुई गाँव में किया गया। यह त्योहार अप्रैल और मई के आसपास आयोजित किया जाता है क्योंकि यह शिरुई लिली के खिलने का समय होता है। यह फूल केवल मणिपुर के उखरुल ज़िले में पाया जाता है और इसे विश्व में कहीं भी नहीं उगाया जा सकता है। इस पुष्प की खोज मणिपुर में वर्ष 1946 में अंग्रेज़ वैज्ञानिक फ्रैंक किंग्डन-वार्ड (Frank Kingdon-Ward) द्वारा की गई थी। अपनी विशेषताओं के कारण इस पुष्प ने वर्ष 1948 में रॉयल हॉर्टिकल्चरल सोसाइटी (Royal Horticultural Society- RHS) लंदन के एक फ्लॉवर शो में श्रेष्ठता पुरस्कार जीता था। शिरुई लिली मणिपुर का राजकीय पुष्प है। यह तीन फीट लंबा और घंटी के आकार का नीला-गुलाबी रंग का पुष्प है। इसका वैज्ञानिक नाम लिलियम मैकलिनिया (Lilium Mackliniae) है। शिरुई लिली, ग्राउंड लिली (Ground Lily) की एक प्रजाति है जो केवल मणिपुर की शिरुई पहाड़ी (Shirui Hills) के आसपास पाई जाती है। इस क्षेत्र में तांगखुल नागा जनजाति निवास करती है। तांगखुल जनजाति द्वारा इसे स्थानीय भाषा में काशोंग तिम्रावोन (Kashsong Timrawon) कहा जाता है, जो तिम्रावोन के नाम पर रखा गया है।


आभा मोबाइल एप क्या है ?

  • राष्ट्रीय स्वास्थ्य प्राधिकरण ने स्वास्थ्य संबंधी रिकार्ड रखने के लिये आयुष्मान भारत स्वास्थ्य खाता यानी आभा मोबाइल एप की शुरुआत की है। स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा है कि आभा एप राष्ट्रीय डिजिटल स्वास्थ्य मिशन के अंतर्गत  हेल्थ रिकॉर्ड्स एप का ही नया रूप है। इसे गूगल प्ले स्टोर से डाउनलोड किया जा सकता है। इस एप में उपलब्ध सुविधाओं के माध्यम से व्यक्ति कभी भी और कहीं भी अपने स्वास्थ्य रिकॉर्ड की जानकारी प्राप्‍त कर सकता है। आभा मोबाइल एप्लीकेशन में नई व्यावहारिक चीजें हैं, जैसे- एडिट प्रोफाइल, आभा नंबर (14 अंक वाला) को आभा एड्रेस के साथ लिंक और अन-लिंक करना। इसके अलावा फेस ऑथेंटिकेशन/फिंगरप्रिंट/बायोमेट्रिक द्वारा लॉग-इन तथा पंजीकरण संबंधी एबीडीएम आधारित सुविधा एवं काउंटर पर क्यूआर कोड की स्कैनिंग सुविधाओं को भी जल्द शुरू किया जाएगा।

 


राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम, 2013

  • खाद्य और सार्वजनिक वितरण विभाग ने राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम, 2013 के अंतर्गत राज्य के भीतर खाद्यान्न के परिवहन, रख-रखाव और उचित मूल्य की दुकान के डीलरों को भुगतान किये जाने वाले मार्जिन पर होने वाले खर्च को पूरा करने के लिये राज्यों/केंद्रशासित प्रदेशों को भुगतान की केंद्रीय सहायता के मानदंडों को 23 मई, 2022 को एक अधिसूचना के माध्यम से संशोधित किया है। राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम, 2013 में राज्यों/केंद्रशासित प्रदेशों को अंतर्राज्यीय परिवहन और उचित मूल्य की दुकान के डीलरों के मार्जिन पर केंद्रीय सहायता का प्रावधान है ताकि इस लागत का भार उच्च कीमतों के रूप में लाभार्थी पर न पड़े और अधिनियम के अंतर्गत परिकल्पित मूल्यों की एकरूपता को बनाए रखा सके। ये मानदंड पहली बार वर्ष 2015 में तय किये गए थे। केंद्रीय सहायता जारी करने के लिये राज्यों/केंद्रशासित प्रदेशों को दो श्रेणियों अर्थात् सामान्य श्रेणी के राज्यों और विशेष श्रेणी के राज्यों के अंतर्गत वर्गीकृत किया गया है। पूर्वोत्तर क्षेत्र, पहाड़ी और द्वीपीय राज्य विशेष श्रेणी के राज्यों के अंतर्गत आते हैं,  जबकि शेष राज्य/केंद्रशासित प्रदेश सामान्य श्रेणी के राज्यों के अंतर्गत आते हैं।


भारत ड्रोन महोत्सव 2022

  • प्रधानमंत्री श्री नरेंद्न मोदी आज (27 मई, 2022) नई दिल्ली के प्रगति मैदान में भारत के सबसे बड़े ड्रोन उत्सव– भारत ड्रोन महोत्सव 2022 का उद्घाटन करेंगे। भारत ड्रोन महोत्सव 2022 दो दिवसीय कार्यक्रम है, जो 27 और 28 मई को आयोजित किया जा रहा है। महोत्सव में सरकारी अधिकारियों, विदेशी राजनयिकों, सशस्त्र बलों, केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों, सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों, निजी कंपनियों और ड्रोन स्टार्टअप आदि सहित 1600 से अधिक प्रतिनिधि हिस्सा लेंगे। प्रदर्शनी में 70 से अधिक प्रदर्शक ड्रोन के विभिन्न उपयोगों का प्रदर्शन करेंगे। महोत्सव में अन्य कार्यक्रमों के अलावा ड्रोन पायलट प्रमाणपत्र का वर्चुअल वितरण, उत्पादों की लॉचिंग, पेनल चर्चा, उड़ान प्रदर्शन, मेड इन इंडिया ड्रोन टैक्सी प्रोटोटाइप की प्रदर्शनी आदि को भी शामिल किया गया है।


अंतर्राष्ट्रीय बुकर पुरस्कार 2022 

  • हिंदी लेखिका गीतांजलि श्री के उपन्यास 'टॉम्ब ऑफ सैंड' को अंतर्राष्ट्रीय बुकर पुरस्‍कार मिला है। 'टॉम्ब ऑफ सैंड' प्रतिष्ठित अंतर्राष्ट्रीय पुरस्कार जीतने वाला किसी भी भारतीय भाषा से अनुवादित पहला उपन्‍यास है। हिंदी भाषा के इस उपन्‍यास का अनुवाद किया गया है। गीतांजलि श्री न केवल हिंदी की पहली पुरस्‍कार विजेता हैं, बल्कि यह पहली बार है कि किसी भारतीय भाषा में लिखी गई पुस्‍तक ने बुकर पुरस्‍कार जीता है। इस उपन्‍यास का अनुवाद डेजी रॉकवेल ने किया था। 'टॉम्ब ऑफ सैंड' ने 135 किताबों के बीच प्रतिस्‍पर्द्धा के बाद यह पुरस्‍कार जीता है। गीतांजलि श्री तीन उपन्यासों और कई लघु कहानी संग्रहों की लेखिका हैं। 'टॉम्ब ऑफ सैंड' ब्रिटेन में प्रकाशित उनकी पहली पुस्तक है। डेजी रॉकवेल अमेरिका के वर्मोंट में रहने वाली चित्रकार, लेखिका और अनुवादक हैं। उन्‍होंने हिंदी तथा उर्दू साहित्य की कई रचनाओं का अनुवाद किया है। ज्ञात हो कि ‘अंतर्राष्ट्रीय बुकर पुरस्कार’ अंग्रेज़ी भाषा के प्रतिष्ठित ‘बुकर पुरस्कार’ के समकक्ष हैं। ‘अंतर्राष्ट्रीय बुकर पुरस्कार’ अंग्रेज़ी भाषा से इतर अन्य भाषाओं में कार्य करने वाले लेखकों पर केंद्रित है और इसके तहत प्राप्त 50 हज़ार पाउंड यानी 44 लाख रुपए की धनराशि को अनुवादक एवं लेखक के मध्य विभाजित किया जाता है। अंतर्राष्ट्रीय बुकर पुरस्कार (पूर्ववर्ती मैन बुकर अंतर्राष्ट्रीय पुरस्कार) मूल बुकर पुरस्कार के हिस्से के रूप में वर्ष 2005 में शुरू किया गया था।


राष्ट्रीय खनिज कॉन्ग्रेस

  • कोयला मंत्रालय ने विद्युत मंत्रालय, इस्पात मंत्रालय और खान मंत्रालय के सहयोग से आज भुवनेश्वर में राष्ट्रीय खनिज कॉन्ग्रेस का आयोजन किया। वर्चुअल माध्यम से कॉन्ग्रेस को संबोधित करते हुए कोयला मंत्रालय में सचिव श्री अनिल कुमार जैन ने राष्ट्रीय खनिज कॉन्ग्रेस की सफलता की कामना की और हितधारकों के विचार-विमर्श के माध्यम से मूल्यवान परिणाम प्राप्त करने की आशा व्यक्त की। कोयला मंत्रालय ने वर्ष 2030 तक 100 मीट्रिक टन कोयला गैसीकरण प्राप्त करने के लिये एक राष्ट्रीय मिशन दस्तावेज़ तैयार किया है। कोयला गैसीकरण एक ऐसी प्रक्रिया है जिसमें ‘फ्यूल गैस’ बनाने के लिये कोयले को वायु, ऑक्सीजन, वाष्प या कार्बन डाइऑक्साइड के साथ आंशिक रूप से ऑक्सीकृत किया जाता है। इस गैस का उपयोग पाइप्ड प्राकृतिक गैस, मीथेन और अन्य के स्थान पर ऊर्जा प्राप्त करने हेतु किया जाता है। कोयले का ‘इन-सीटू’ गैसीकरण या भूमिगत कोयला गैसीकरण कोयले को गैस में परिवर्तित करने की तकनीक है, इसे कुओं के माध्यम से निकाला जाता है। कोयला गैसीकरण से प्राप्त हाइड्रोजन का उपयोग विभिन्न उद्देश्यों हेतु किया जा सकता है, जैसे- अमोनिया का निर्माण, हाइड्रोजन इकॉनमी को मज़बूती प्रदान करने में। कोयले को जलाने की तुलना में कोयला गैसीकरण को स्वच्छ विकल्प माना जाता है। गैसीकरण कोयले के रासायनिक गुणों के उपयोग की सुविधा प्रदान करता है।


आईएनएस खंडेरी’

  • रक्षामंत्री श्री राजनाथ सिंह ने 27 मई, 2022 को कर्नाटक में कारवाड़ नौसेना बेस की यात्रा के दौरान भारतीय नौसेना के शक्तिशाली प्लेटफॉर्म में से एक ‘आईएनएस खंडेरी’ पर समुद्र की यात्रा की। ऑपरेशन सॉर्टी के साथ पश्चिमी बेड़े के जहाज़ों की तैनाती, पी-81 एमपीए द्वारा एंटीसबमरीन मिशन सॉर्टी और सी-किंग हेलीकॉप्टर, मिग 29-के युद्धक विमानों द्वार फ्लाइपास्ट तथा खोज और बचाव क्षमता का प्रदर्शन भी किया गया। रक्षामंत्री द्वारा 28 सितंबर, 2019 को आईएनएस खंडेरी को कमीशन किया गया था। INS खंडेरी गहरे समुद्र में बिना आवाज़ किये 12 हज़ार किमी. तक सफर कर सकती है। इसकी लंबाई लगभग 67.5 मीटर और चौड़ाई 12.3 मीटर है। 40 से 45 दिन तक पानी में रहने की क्षमता वाली यह पनडुब्बी 350 मीटर की गहराई तक उतर सकती है तथा इसमें सभी अत्याधुनिक उपकरण लगे हैं। प्रोजेक्ट 75 सबमरीन की इस दूसरी सबमरीन का निर्माण ‘मेक इन इंडिया’ पहल के अंतर्गत मझगाँव डॉक शिपबिल्डर्स लिमिटेड में 7 अप्रैल, 2009 को शुरू हुआ था। 12 जनवरी, 2017 को इसे लॉन्च किया गया और इसका नामकरण किया गया। इस पनडुब्बी में कुल 360 बैटरियाँ लगी हैं, जिनमें से प्रत्येक का वज़न 750 किग्रा. है। इसमें 6 टॉरपीडो ट्यूब लगे हैं। इसमें से 2 ट्यूब से मिसाइल भी दागी जा सकती है। इसके भीतर कुल 12 टॉरपीडो रखने की व्यवस्था है। इसे ‘खंडेरी’ नाम मराठा सेना के द्वीपीय किले के नाम पर दिया गया है। इसके अलावा खंडेरी को ‘टाइगर शार्क ’ भी कहते हैं। स्कॉर्पीन श्रेणी की बनी पहली पनडुब्बी INS कलवरी है। देश में वर्तमान में 49 जहाज़ों और पनडुब्बियों का निर्माण किया जा रहा है।।

 

आईएनएस गोमती 

  • 34 वर्षों तक देश और भारतीय नौसेना की सेवा करने के बाद आईएनएस गोमती को 28 मई, 2022 को मुंबई के नेवल डॉकयार्ड में कार्यमुक्त कर दिया गया। कप्तान सुदीप मलिक की कमान में जहाज़ को सेवामुक्त किया गया। आईएनएस गोमती का नाम गतिशील नदी गोमती से लिया गया है और 16 अप्रैल, 1988 को तत्कालीन रक्षा मंत्री के. सी. पंत द्वारा बॉम्बे के मझगाँव डॉक लिमिटेड में इसे कमीशन किया गया था। गोदावरी क्लास गाइडेड-मिसाइल फ्रिगेट्स का तीसरा जहाज़ आईएनएस गोमती कार्यमुक्त किये जाने के समय पश्चिमी बेड़े का सबसे पुराना जहाज़ था। अपनी सेवा के दौरान उसने ऑपरेशन कैक्टस, पराक्रम और इंद्रधनुष तथा कई द्विपक्षीय एवं बहुराष्ट्रीय नौसैनिक अभ्यासों में हिस्सा लिया। राष्ट्रीय समुद्री सुरक्षा में उल्लेखनीय और असाधारण योगदान के लिये उसे दो बार- पहली बार वर्ष 2007-08 में और फिर वर्ष 2019-20 में प्रतिष्ठित यूनिट प्रशस्ति पत्र से सम्मानित किया गया। कार्यमुक्त किये जाने के बाद जहाज़ की विरासत को लखनऊ में गोमती नदी के तट पर स्थापित किये जा रहे एक ओपन एयर संग्रहालय में रखा जाएगा, जहांँ उसकी कई युद्ध प्रणालियों को सैन्य और युद्ध अवशेषों के रूप में प्रदर्शित किया जाएगा।

 

देश का पहला नैनो लिक्विड यूरिया प्लांट 

  • प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 28 मई, 2022 को गुजरात के गांधीनगर में देश के पहले नैनो लिक्विड यूरिया प्लांट का उद्घाटन किया। यह  यूरिया के परंपरागत विकल्प के रूप में पौधों को नाइट्रोजन प्रदान करने वाला एक पोषक तत्त्व (तरल) है। नैनो यूरिया को पारंपरिक यूरिया के स्थान पर विकसित किया गया है और यह पारंपरिक यूरिया की आवश्यकता को न्यूनतम 50 प्रतिशत तक कम कर सकता है। इसकी 500 मिली. की एक बोतल में 40,000 मिलीग्राम/लीटर नाइट्रोजन होता है, जो सामान्य यूरिया के एक बैग/बोरी के बराबर नाइट्रोजन पोषक तत्त्व प्रदान करेगा। परंपरागत यूरिया पौधों को नाइट्रोजन पहुँचाने में 30-40% प्रभावी है, जबकि नैनो यूरिया लिक्विड की प्रभावशीलता 80% से अधिक है। नैनो यूरिया लिक्विड को पौधों के पोषण के लिये प्रभावी और कुशल पाया गया है। यह बेहतर पोषण गुणवत्‍ता के साथ उत्‍पादन बढ़ाने में भी सक्षम है। यह मिट्टी में यूरिया के अत्यधिक उपयोग को कम करके संतुलित पोषण कार्यक्रम को बढ़ावा देगा और फसलों को पोषक व स्वस्थ बनाकर उन्हें कमज़ोर होकर टूटने (Lodging) आदि प्रभावों से बचाएगा।

 'ब्लॉक दिवस'

  • केंद्रशासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर में प्रशासन द्वारा प्रत्‍येक सप्ताह 'ब्लॉक दिवस' का आयोजन किया जाता है जिसे 'यौम-ए-ब्लॉक' के रूप में भी जाना जाता है। यह महत्त्वाकांक्षी 'जन अभियान' कार्यक्रम का हिस्सा है। इस दौरान ज़िला विकास आयुक्त और अन्य अधिकारी, विकास कार्यों की प्रगति का आकलन करते हैं तथा जनता के मुद्दों, शिकायतों को सुनने के साथ ही उनकी मांगों पर ध्यान केंद्रित करते हैं। 'ब्लॉक दिवस' लोगों के साथ सीधे बातचीत करने, उनसे प्रतिक्रिया प्राप्त करने और मौके पर शिकायत का निवारण करने का अवसर प्रदान करता है। ज्ञात हो कि जम्मू-कश्मीर को 17 अक्तूबर, 1949 को भारतीय संव‍िधान के अनुच्‍छेद 370 के तहत एक 'अस्थायी प्रावधान' के रूप में जोड़ा गया था, जिसमें जम्मू-कश्मीर को विशेष संवैधानिक छूट दी गई थी लेकिन 5 अगस्त, 2019 को भारत सरकार ने संविधान के अनुच्छेद 370 के तहत तत्कालीन जम्मू-कश्मीर राज्य की विशेष संवैधानिक स्थिति को समाप्त कर दिया, साथ ही अनुच्छेद 35A को भी निरस्त कर दिया। अनुच्छेद 35A के तहत जम्मू-कश्मीर को अपने 'स्थायी निवासी' परिभाषित करने और उनसे जुड़े अधिकारों एवं विशेषाधिकारों को निर्धारित करने की अनुमति दी गई थी। इस पूर्ववर्ती राज्य को दो केंद्रशासित प्रदेशों- लद्दाख (बिना विधायिका के) और जम्मू-कश्मीर (विधायिका के साथ) में विभाजित किया गया।

 

जेन नेक्स्ट डेमोक्रेसी नेटवर्क

  • भारतीय सांस्कृतिक संबंध परिषद (ICCR) का दस दिन का जेन नेक्स्ट डेमोक्रेसी नेटवर्क कार्यक्रम संपन्न हुआ। समापन समारोह में छह देशों- घाना, बांग्लादेश, पेरू, नेपाल, ब्रुनेई और नॉर्वे से आए 27 प्रतिनिधियों ने भारत यात्रा के अपने-अपने अनुभव साझा किये। इसके तहत दुनिया के 75 लोकतांत्रिक देशों के उभरते युवा नेताओं को भारत की सांस्कृतिक विविधता, कला, लोकतंत्र एवं अन्य विषयों की जानकारी तथा विचारों के आदान-प्रदान का अवसर प्राप्त हुआ। घाना के सांसद ने भारत की प्रशंसा की और कहा कि भारत की संस्कृति, भाषा एवं लोग अद्भुत हैं। जेन-नेक्स्ट डेमोक्रेसी नेटवर्क कार्यक्रम का उद्देश्य विभिन्न स्तरों पर भारत की लोकतांत्रिक शासन संरचना को परिभाषित करना है और दुनिया भर में भारत की लोकतांत्रिक यात्रा की सफलता की समझ विकसित करना है। ICCR ने आज़ादी का अमृत महोत्सव के तहत नवंबर 2021 में जेन-नेक्स्ट डेमोक्रेसी कार्यक्रम के पहले बैच का आयोजन किया था, जिसमें भूटान, जमैका, पोलैंड, मलेशिया, स्वीडन, श्रीलंका, तंजानिया और उज़्बेकिस्तान जैसे आठ देशों के प्रतिनिधि शामिल थे। प्रतिनिधिमंडल 25 नवंबर से दो दिसंबर 2021 तक भारत की समृद्ध लोकतांत्रिक परंपराओं को समझने के लिये भारत के दौरे पर रहा, जबकि दूसरा बैच 29 मई, 2022 को सम्पन्न हुआ। तीसरा बैच इस वर्ष जुलाई में शुरू होने वाला है।

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