प्रशासन में सत्यनिष्ठा और नैतिकता बढ़ाने के उपायों की चर्चा करें। Ethics in Administration
प्रशासन में सत्यनिष्ठा और नैतिकता बढ़ाने के उपायों की चर्चा करें?
प्रशासन में सत्यनिष्ठा और नैतिकता बढ़ाने के उपायों की चर्चा करें ?
उत्तर- सत्यनिष्ठा, और नैतिकता सुनिश्चित करने केलिए निम्नलिखित उपाय और प्रयास किए जाने चाहिए।
1. सूचना का अधिकार -
- प्रशासन तंत्र में लिए जने वाले निर्णय और उनकी कार्यवाहियों के बारे में आम जनता को सूचना की उपलब्धता ही सूचना का अधिकार है। यह अधिकार न होने से प्रशासन के कार्यों की समयबद्धता प्रभावित होती है। इन्हीं समस्याओं को करने शुवत्ता तथा के लिए गोपनीय सूचना कानून 1921 को प्रतिस्थापित कर वर्ष 2005 में सूचना का अधिकार अधिनियम लाया गया लेकिन वर्तमान समय में सूचना का अधिकार अधिनियम को में व्यापकता सीमित ही है जिसका कारण जन जागरूकता का अभाव और प्रशासन का गैर जिम्मेदाराना रवैया भी हैं, इस जनजागरूकता को स्वयं सेवी संगठनों के सहयोग से सुनिश्चित किया जा सकता है.
2. जवाबदेयता का जन्म होता है-
- विवेकाधीन अधिकारों से और इस विवेकाधिकारों को सोभित किया जा सकता है प्रशासन तंत्र में सूचना तकनीकी के द्वारा इसका सफल उदाहरण म.प्र. सरकार एम.पी. ऑनलाइन, राज, सरकार का ई-मित्र एवं कर्नाटक का फ्रेंडस तथा आन्ध्र प्रदेश का स्मार्ट, गुजरात सरकार का भू-लेख।
3.जागरूक मीडिया
- जागरूक मीडिया के द्वारा भी प्रशासन तंत्र में जवाबदेयता और सत्यनिष्ठा सुनिश्चित की जा सकती है और सरकारों को भी मीडिया को इस दिशा में कार्य करने को प्रोत्साहित करने की आवश्यकता है।
सेवाओं की गुणवत्ता
- सेवाओं की गुणवत्ता के मानकों की सार्वजनिक घोषणा के द्वारा भी लोक सेवाओं में भी सत्यनिष्ठता तथा पारदर्शिता जवाबदेयता को भी सुनिश्चित किया जा सकता है। इसका उदाहरण नागरिक घोषणा-पत्र है, जिसमें कि प्रत्येक कार्यालय द्वारा उपलब्ध कराये जाने वाली सेवाओं, गुणवत्ता, सम्बद्धता और शिकायत निवारण तंत्र का वर्णन होता है। म.प्र. सरकार का लोक सेवा गारंटी अधिनियम नागरिक घोषणा पत्र का ही एक रूप है।
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