भारत के प्रमुख योग गुरू (Famous Yoga Guru in India)
भारत के प्रमुख योग गुरू (Famous Yoga Guru in India)
तिरुमलई कृष्णामाचार्य-
इन्हें आधुनिक योग का पिता भी कहा जाता है। इन्हें आधुनिक योग
विज्ञान में प्रचलित विन्यास योग का रचयिता भी माना जाता है।हठ योग कोसे पुनः चलन में लाने का श्रेय इन्हें ही जाता है।
स्वामी शिवानंद-
स्वामी शिवानंद ने पूरी दुनिया को ''त्रिमूर्ति योग'' (Trimurti Yoga) के बारे में
सिखाया है। इस योग को दुनिया भर में Yoga of Trinity के नाम से भी पहचाना जाता है। इस योग में हठ
योग (Hatha Yoga), कर्म योग (Karma Yoga) और मास्टर योग (Master Yoga) को शामिल किया जाता है।
आचार्य बी के एस आयंगर
आचार्य बी के एस आंगर, कृष्णामाचार्य के सबसे पहले विद्यार्थियों में से एक थे, जिन्होंने योग को विदेशों
में लोकप्रिय बनाया। इनका बचपर बीमारियों से जूझते हुए बीता था और इन्हीं के इलाज
की खोज में इन्होंने पतंजलि के योग सूत्र का अध्ययन किया और अपने अध्ययन के आधार
पर ही उन्होंने पूरी दुनिया को ''आयंगर योग'' से परिचित कराया।
दुनिया के 70 से अधिक देशों में इनके योग अनुयायी है। इनके द्वारा योग
पर लिखी पुस्तक ''लाइट ऑन योग'' (Light on Yoga) बहुत अधिक
प्रसिद्ध हुई।
के पट्टभि जॉयस
आचार्य के. जॉयस ने अष्टांग विन्यास योग या अष्टांग योग में
महारत प्राप्त की थी। संस्कृत मेंलिखित
अष्टांग योगको 5000 साल पहले किसी योगी ने
लिखा है जिसमें उन्होने योग पर सूत्र लिखेहैं । इन सूत्रों को योग कारुंथ के नाम से जाना जाता है।
महर्षि महेश योगी
महर्षि महेश योगी को ''पारलौकिक ध्यान योग'' (Transcendental Meditation Technique) में महारत हासिल
थी, इनके योग से
प्रभावित होकर विश्व प्रसिद्ध म्यूजिक बैंड बीटल्स भारत आए थे। यह योग मंत्र
मेडिटेशन का ही एक प्रकार है जिसका अभ्यास बंद आंखों के साथ किया जाता है।
परमहंस योगानंद
इन्होंने पश्चिमी दुनिया को मेडिटेशन और क्रिया योग से
परिचित करवाया था। इनके योग का उद्देश्य निराकार से साकार को मिलाने की क्रिया को
संपूर्ण करना था।
जग्गी वासुदेव
ईशा फाउंडेशन के संस्थापकके संस्थापक श्री जग्गी वासुदेव जी पूरी दुरिया सदगुरू के नाम से जानती है, ये । ये अपनी संस्था के
माध्यम से पूरी दुनिया में योग के विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन करते है।
श्री श्री रवि शंकर
आर्ट ऑफ लिविंग के संस्थापक एवं हिंदू आध्यात्मिक गुरु श्री
श्री रवि शंकर ने पूरी दुनिया को ''सुदर्शन क्रिया'' से परिचित कराया यह एक लय में सांस लेने की क्रिया है।
इन्हें सुदर्शन क्रिया का ज्ञान अपने 10 दिने के मौन अवस्था में योग का अभ्यास करते हुए प्राप्त
हुआ था।
स्वामी रामदेव बाबा
बाबा रामदेव ने पूरी दुनिया में कपाल भाति और अनुलोम.विलोम
का बहुत अधिक प्रचलित कराया, 1995 में दिव्य योग मंदिर ट्रस्ट की स्थापना की। 2003 से आस्था टीवीके माध्यम से हर सुबह बाबा रामदेव का योग का
कार्यक्रम दिखाना प्रारंभ किया जिसमें उन्हें अभूतपूर्व सफलता प्राप्त हुई। भारत
में आज जो घर-घर योग की चर्चा है उसमें इनका बहुत अधिक योगदान है, इन्होने टीवी एवं विशाल
योग शिविर के माध्यम से योग को घर-घर तक पहुंचाया.
बिक्रम चौधरी
इन्होंने पूरी दुनिया में बिक्रम योग को मशहूर किया है। इस
योग का अभ्यास 40 डिग्री तापमान
वाले गर्म कमरे में किया जाता है। बिक्रम योग का एक सत्र 90 मिनट का होता है। इस
दौरान योगी के पूरे शरीर से जमकर पसीना बहता है।
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