मलाला दिवस : इतिहास उद्देश्य महत्त्व (Malala Day Details in Hindi)
मलाला दिवस 12 जुलाई (Malala Day Details in Hindi)
संयुक्त राष्ट्र द्वारा प्रतिवर्ष 12 जुलाई को महिलाओं और बच्चों के अधिकारों का सम्मान करने के लिये वैश्विक स्तर पर ‘मलाला दिवस’ का आयोजन किया जाता है।
12 जुलाई, 1997 को पाकिस्तान में जन्मी मलाला यूसुफज़ई एक सामाजिक कार्यकर्त्ता हैं, जो महिला शिक्षा को बढ़ावा देने की दिशा में अनवरत संघर्ष कर रही हैं। उन्होंने पाकिस्तान में बालिका शिक्षा पर प्रतिबंध का सार्वजनिक और ज़ोरदार विरोध किया तथा बालिकाओं को शिक्षित करने की आवश्यकता की वकालत की।
मलाला को अंतर्राष्ट्रीय ख्यति तब प्राप्त हुई जब मात्र 15 वर्ष की आयु में कट्टरपंथियों द्वारा उनकी हत्या का प्रयास किया गया।
गौरतलब है कि 10 अक्तूबर, 2014 को मलाला युसुफजई को ‘बच्चों और महिलाओं की शिक्षा के लिये संघर्ष करने हेतु भारतीय बाल अधिकार कार्यकर्त्ता कैलाश सत्यार्थी के साथ संयुक्त तौर पर नोबेल शांति पुरस्कार से सम्मानित किया गया था। इस तरह वह सबसे छोटी उम्र की नोबेल शांति पुरस्कार प्राप्तकर्त्ता हैं। इसके अलावा वर्ष 2012 में उन्हें पाकिस्तान सरकार द्वारा राष्ट्रीय युवा शांति पुरस्कार से सम्मानित किया गया था। उन्होंने युवा लड़कियों को स्कूल जाने में मदद करने के लिये एक गैर-लाभकारी संगठन ‘मलाला फंड’ की भी स्थापना की है। मलाला को कनाडा की मानद नागरिकता से भी नवाज़ा जा चुका है।
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