रामकृष्ण मिशन के सामाजिक शैक्षणिक योगदानों का सविस्तार वर्णन कीजिए। MPPSC Mains 2018 Old Question Answer
रामकृष्ण मिशन के सामाजिक शैक्षणिक योगदानों का सविस्तार वर्णन कीजिए ?
रामकृष्ण मिशन के सामाजिक शैक्षणिक योगदानों का सविस्तार वर्णन कीजिए।
MPPSC 2018 Paper 1
उत्तर-
विवेकानंद का जन्म 12 जनवरी, 1863 में एक क्षत्रिय परिवार में हुआ था, उनके बचपन का नाम नरेन्द्र दत्त था। उन्होंने बी.ए. किया। उन पर यूरोप के बुद्धिवाद और उदारवाद का प्रभाव था। उन्होंने जान स्टुअर्ट मिल, ह्यूम, स्पेन्सर, रूसो जैसे पाश्चात्य दार्शनिकों का अध्ययन किया था। वे ब्रह्म समाज की ओर आकर्षित हुए। बाद में दक्षिण में रामकृष्ण से मिलने गए।
शिकागो सर्वधर्म सम्मेलन- इस विदेश यात्रा के तीन उद्देश्य थे-
1. भारतीयों के अन्धविश्वासों को समाप्त करना चाहते थे कि वे समुद्र यात्रा नहीं कर सकते
2. भारतीय को अपना आदर स्वयं करना चाहिए और दूसरों को प्रभावित करना चाहिये ।
3. विश्व के सभी धर्म एक ही धर्म के विभिन्न अंग हैं और सम्पूर्ण विश्व में एक प्रकार की धार्मिक एकता का भाव जागृत होना चाहिए।
रामकृष्ण मिशन की स्थापना 1887 ई. में स्वामी विवेकानंद ने की थी। विवेकानंद का लक्ष्य स्वामी रामकृष्ण के विचारों को विश्व में फैलाना था। रामकृष्ण मिशन का प्रमुख उद्देश्य पश्चिम के स्वतंत्र तथा जनतंत्र के साथ पूर्व के अध्यात्मक का समन्वय करना था। इसने सर्वधर्म एकता का सन्देश दिया।
रामकृष्ण मिशन के समाज कल्याण सम्बन्धी कार्य
रामकृष्ण मिशन ने समाज कल्याण के क्षेत्र में अनेक कार्य किए। भूचाल तथा अकाल के समय मिशन लोक सेवा के कार्यों को करता है। मिशन ने विभिन्न स्थानों पर स्कूल, कॉलेज तथा पुस्तकालय आदि स्थापित किए है। मिशन का कार्यक्षेत्र भारत ही नहीं, अपितु सम्पूर्ण विश्व है। मिशन का उद्देश्य मानव मात्र की सेवा करना है। उनका मत है कि मानव की पूजा ही सच्ची ईश्वर पूजा है।
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