भारत में मानव संसाधन विकास | MP-PSC Mains Answer 2014
भारत में मानव संसाधन विकास
भारत में मानव संसाधन विकास
उत्तर-
किसी भी देश के आर्थिक विकास में मानव संसाधनों के विकास का उतना ही महत्व है, जितना कि प्राकृतिक संसाधनों का, लेकिन प्राकृतिक संसाधन वह निर्जीव आधार है जिस पर मानव संसाधनों के द्वारा अपनी कार्यकुशलता व योग्यता का जौहर दिखाया जाता है। इसीलिए मानव संसाधन एवं प्राकृतिक संसाधन एक ही गाड़ी के दो पहियों के समान है जिसका किसी देश के आर्थिक विकास के लिए होना अनिवार्य है।
मानव संसाधन विकास से मनुष्य की कार्यक्षमता बढ़ती है और इससे आर्थिक विकास की गति तेज होती है। वहीं दूसरी ओर आर्थिक विकास की गति में तेजी आने से राष्ट्रीय उत्पादन में वृद्धि होती है।
विकास में आर्थिक मानव संसाधन की भूमिका निम्नांकित है
1. मानवीय संसाधनों की सहायता से उत्पत्ति के विभिन्न साधनों से समन्वय स्थापित करके अधिकतम प्राप्त किया जा सकता है।
2. आधुनिक तकनीक का कुशलतम उपयोग तभी सम्भव है।
3. मानवीय संसाधनों के विकास से प्राकृतिक साधनों का उचित विदोहन किया जा सकता है, जिससे उत्पादन में वृद्धि होती है।
4. देश के आर्थिक विकास में अन्य विभिन्न साधनों से क्षमतानुसार कार्य उसी समय लिया जा सकता है, जब मानवीय साधन योग्यतानुसार एवं उचित ढंग से कार्य कर रहे हों।
5. मानवीय साधनों को समस्त नहीं किया जा सकता है। के ज्ञान से पृथक
Post a Comment