यूनेस्को की भूमिका का वर्णन कीजिये ?| Role of UNESCO in Hindi
यूनेस्को की भूमिका का वर्णन कीजिये ?
यूनेस्को की भूमिका का वर्णन कीजिये ?
उत्तर-
विश्व स्तर पर लोकप्रिय शिक्षा के प्रोत्साहन हेतु ज्ञान की वृद्धि, विरारण और निरन्तरता रखने तथा लोगों की आपसी समझ एवं ज्ञान की उन्नति के कार्य में सहयोग करने तथा ऐतिहासिक व वैज्ञानिक महत्व की पुस्तकों के संरक्षण जैसे कार्यों को सम्पन्न करने को उद्देश्य को लेकर UNO के एक अभिकरण के रूप में यूनेस्को का गठन किया गया है।
यूनेस्को का पूरा नाम 'संयुक्त राष्ट्र शैक्षणिक, वैज्ञानिक एवं संस्कृति संगठन' है। इस संगठन की स्थापना 4 नवम्बर, 1946 को लंदन में हुए, नवम्बर 1945 के सम्मेलन. द्वारा प्रस्तुत किए गए प्रस्ताव के तहत किया गया है। इसे 14 दिसम्बर, 1946 को UNO के साथ जोड़ दिया गया है। प्रारम्भ में इसके 20 सदस्य थे, लेकिन आज यह सर्वाधिक लोकप्रिय सिद्ध हुआ है और वर्तमान में इसकी संख्या 188 है। संयुक्त राज्य अमेरिका ने 1984 में अपनी सदस्यता वापस ले ली। जबकि ब्रिटेन 1985 में संगठन से बाहर चला गया था, लेकिन 1997 में पुनः (फ्रांस) में है। शामिल हो गया। इसका मुख्यालय पेरिस यूनेस्को के प्रस्ताव पत्र में उसका उद्देश्य दिया गया है युद्ध मनुष्यों के मस्तिष्क में प्रारम्भ होते हैं। अतः मनुष्यों के मस्तिष्क में शांति एवं सुरक्षा की व्यवस्था की जानी चाहिए। यूनेस्को का उद्देश्य शांति व सुरक्षा कायम करना है जिसकी पूर्ति हेतु शिक्षा, विज्ञान तथा संस्कृति द्वारा राष्ट्रों के मध्य निकटता पैदा की जा सकती है।
1. वर्तमान में मुख्य घटनाओं के प्रति समझ विकसित करने वाले विचारक संगठन की भूमिका निभाना और वौद्धिक नौतिक दिशा तैयार करना ।
2. शिक्षा, विज्ञान, संस्कृति और संचार के क्षेत्रों की प्रवृत्तियों और जानकारी के आदान-प्रदान के लिए राष्ट्रीय केन्द्र की भूमिका निभाना ।
3. अनुसंधान, प्रशिक्षण और शिक्षा को प्रोत्साहन देकर जानकारी के विकास और आदान-प्रादन की सुविधा उपलब्ध कराना।
4. विभिन्न देशों को अपनी नीतियाँ तैयार करने में मदद करना।
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