ऊर्जा क्या होती है | ऊर्जा की उत्पत्ति मापन विधियाँ | Energy Source Details in Hindi
ऊर्जा क्या होती है , ऊर्जा की उत्पत्ति मापन विधियाँ
ऊर्जा क्या होती है
ऊर्जा शरीर में निहित एक शक्ति है जो शरीर में अपनी विभिन्न प्रकार की क्रियाओं के लिये प्रयोग की जाती है। यह शक्ति शरीर भोज्य पदार्थों से प्राप्त करता है। भोजन में उपस्थित प्रोटीन, कार्बोज तथा वसा पाचन क्रिया, अवशोषण तथा चयापचय क्रिया के बाद शरीर को ऊर्जा प्रदान करते हैं। यह ऊर्जा मनुष्य के लिये ईंधन के समान होती है । सोते-जागते, चलते-फिरते, हृदय की धड़कनें, श्वास के आवागमन, भोजन के पाचन आदि में भी ऊर्जा का महत्वपूर्ण योगदान हैं। शरीर में किसी भी प्रकार के नये निर्माण के लिये ऊर्जा आवश्यक है।
ऊर्जा की उत्पत्ति
भोजन में तीन महत्वपूर्ण तत्व ऊर्जा प्रदान करने का कार्य करते हैं-
ऊर्जा का मापन
ऊर्जा मापने की इकाई को 'कैलोरी' कहते हैं। शरीर द्वारा उत्पन्न उष्मा तथा शरीर द्वारा व्यय की जाने वाली ऊर्जा कैलोरी द्वारा ही मापी जाती है। एक कैलोरी का अर्थ उस ऊर्जा से होता है जो कि एक लीटर पानी का तापक्रम 1°C बढ़ा दे । इसे बड़ा 'C' (Capital C) से प्रदर्शित करते हैं।
कैलोरी का माप करने के लिये जिस यन्त्र का सहारा लिया जाता है उसे कैलोरीमीटर कहते हैं।
ऊर्जा मापने की विधियाँ
बौम्ब कैलोरीमीटर की सहायता से-
इस विधि से एक स्टील का पात्र, जिसे बौम्ब कहते हैं, का प्रयोग किया जाता है। इसमें शुद्ध ऑक्सीजन भरी रहती है। इस पात्र में खाद्य पदार्थ की निश्चित मात्रा को विद्युत तार की सहायता से जलाया जाता है। बौम्ब के चारों ओर पानी जमाकर रख दिया जाता है। खाद्य पदार्थ के जलने से निकलने वाली ऊष्मा द्वारा पानी का तापक्रम बढ़ जाता है। इस बढ़े हुए तापक्रम से ऊष्मा की मात्रा ज्ञात कर ली जाती है। इस विधि द्वारा किसी भोज्य पदार्थ से प्राप्त होने वाली ऊर्जा मापी जाती है । शारीरिक ईंधन मूल्य कैलोरीमीटर से कम होता है। यानि किसी भी भोज्य पदार्थ का ऊर्जा मूल्य शारीरिक चयापचय (Metabolic) क्रियाओं द्वारा उनके वास्तविक मूल्यों की तुलना से कुछ कम होता है।
विभिन्न पोषक तत्वों की ऊर्जा उत्पादन क्षमता
प्रति ग्राम के ज्वलन द्वारा निम्नांकित कैलोरी की मात्रा प्राप्त होती
1 ग्राम कार्बोहाइड्रेट: 4 कैलोरी
1 ग्राम प्रोटीन: 4 कैलोरी
1 ग्राम वसा: 9 कैलोरी
खाद्य पदार्थ के कैलोरी मूल्य को प्रभावित करने वाले तत्व:
जल की मात्रा -
जिन खाद्य पदार्थों में जल की मात्रा कम होती है वे उच्च कैलोरी मूल्य वाले होते हैं, जैसे फलों से ज्यादा कैलोरी अनाज में होती है।
भोज्य पदार्थ को पकाने व तलने की प्रक्रिया-
पकाने या तलने से वसा (तेल या घी) चीनी, गुड़ आदि तत्व और मिल जाने के कारण भोज्य पदार्थों का कैलोरी मूल्य और अधिक हो है।
भोज्य पदार्थ सूखने से -
भोज्य पदार्थ का जलांश सुखा देने से उनका कैलोरी मूल्य बढ़ जाता है, जैसे खोआ का कैलोरी मूल्य दूध की अपेक्षा अधिक होता है।
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