कोल्डिहवा पुरातात्विक स्थल प्रमुख तथ्य | Koldihwa Archaeological Site Fact in Hindi
कोल्डिहवा पुरातात्विक स्थल प्रमुख तथ्य
कोल्डिहवा पुरातात्विक स्थल
कोल्डिहवा भारत के उत्तर प्रदेश में एक पुरातात्विक स्थल है. यह ग्राम देवघाट के पास बेलन नदी की घाटियों में स्थित है.
कोल्डिहवा पुरातात्विक स्थल प्रमुख तथ्य
- कोल्डिहवा में पुरातत्वविदों को चावल और कुछ खंडित हड्डियों के प्रमाण मिले हैं.
- कोल्डिहवा की तीन रेडियोकार्बन तिथियाँ लगभग 6500 ईसा पूर्व में पाए जाने वाले चावल की घरेलू किस्म के लिए शुरूआती प्रमाण प्रदान करती हैं, जो इसे दुनिया के किसी भी हिस्से में चावल का सबसे पुराना प्रमाण बनाते हैं.
- अन्य स्थानों में प्राप्त खेती के साक्ष्यों में गेहूँ, बाजरा आदि फसलें शामिल थीं, जबकि कोल्डिहवा ही एकमात्र ऐसा उत्खनन स्थल है जहाँ चावल के साक्ष्य प्राप्त हुए थे.
- यहाँ से मध्य पाषाण काल के मानवों का पहला शारीरिक अस्थि पंजर भी मिला है.
- कोल्डिहवा भारतीय उपमहाद्वीप के अन्य नवपाषाण स्थलों जैसे कि मेहरगढ़, चिरांद और बुर्जहोम से भिन्न है. यहाँ चावल के साथ-साथ गेहूं भी पाया गया था.
- यहाँ से नवपाषाण काल के साथ-साथ ताम्र तथा लौह कालीन संस्कृति के अवशेष भी मिले हैं.
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